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मुंगेली । शौर्यपथ । प्रत्येक मंगलवार को सुबह 11 बजे से जिला कलेक्टोरेट में आयोजित होने वाले जनदर्शन में आज 115 आवेदकों ने आवेदन प्रस्तुत किए। कलेक्टर श्री राहुल देव ने सभी आवेदकों की मांगों, समस्याओं व शिकायतों को गंभीरतापूर्वक सुनी तथा नियमानुसार निराकरण के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए। इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि जिले में आमजनों की समस्याओं का निराकरण सर्वोच्च प्राथमिकता का कार्य है। सभी अधिकारी जनदर्शन के आवेदनों को गंभीरता से लें तथा नियमानुसार निराकरण करें। इसमें लापरवाही एवं उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जनदर्शन में श्री मोहन मल्लाह और श्री संजय जायसवाल ने नगर पालिका मुंगेली क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग पर कार्यवाही करने, ग्राम विचारपुर के राजकुमार कश्यप और बुधवारा के जेठिया बाई ने आवास योजना का लाभ दिलाने, ग्राम पथर्री के रेशमलाल बंजारा ने ग्राम के शासकीय प्राथमिक शाला में अहाता निर्माण स्वीकृत कराने, ग्राम रहंगी के मनोहर भास्कर ने निजी भूमि से ट्रांसफार्मर पोल हटाने, ग्राम कोहड़िया के ग्रामवासियों ने शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने, ग्राम चातरखार के श्री मनोज भारद्वाज ने अपनी भूमि का सीमांकन कराने, ग्राम बैहाकापा के कमलेश टांडे ने गोबर बिक्री की राशि दिलाने, बुधवारा के संतोषी विजय कुमार ने उनके विकलांग पुत्र को ईलाज एवं पेंशन प्रदान करने सहित अन्य आवेदकों ने कलेक्टर के समक्ष अपने आवेदन प्रस्तुत किए। कलेक्टर ने प्राप्त आवेदनों की जांच उपरांत नियमानुसार कार्यवाही की बात कही। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री डी. एस. राजपूत, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती नम्रता आनंद डोंगरे, श्रीमती प्रिया गोयल, मुंगेली एसडीएम सुश्री आकांक्षा शिक्षा खलखो सहित संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
रायपुर । शौर्यपथ । पूर्ववर्ती रमन सरकार के अकर्मण्यता और लापरवाही के कारण महानदी जल बंटवारा अटका हुआ था। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि महानदी का उद्गम छत्तीसगढ़ में हुआ, इसके जल पर पहला अधिकार छत्तीसगढ़ का है। पूर्ववर्ती रमन सरकार ने महानदी के जल का व्यापक उपयोग करने के लिये कोई दीर्घकालिक कार्ययोजना बना कर बांध का निर्माण नहीं किया, कुछ एक औद्योगिक बेराज को छोड़ दिया जाये तो 15 साल तक महानदी के जल के सरंक्षण के लिये रमन सरकार ने उदासीनता दिखाई थी जबकि छत्तीसगढ़ की आबादी का 78 प्रतिशत जनसंख्या महानदी के बेसिन पर निवास करती है। सही मायने में महानदी छत्तीसगढ़ की प्राणदायनी है लेकिन रमन सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया था। महानदी के जल पर छत्तीसगढ़ के पुख्ता और नैसर्गिक अधिकार को जताने में रमन सरकार ने कोताही बरता था जिसका खामियाजा आज भी राज्य को भुगतना पड़ रहा।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रमन सरकार की प्राथमिकता में छत्तीसगढ़ की सिंचाई सुविधा बढ़ाना था ही नहीं। यही कारण था कि रमन राज के 15 सालों में मध्यप्रदेश से अलग होने के बाद राज्य का सिंचाई रकबा मात्र 10 प्रतिशत ही बढ़ पाया। महानदी विवाद भी रमन सरकार की लापरवाही के कारण ट्रब्यूनल में गया और महानदी पर बांध बनना भी संभव नहीं हो पा रहा है। राज्य बनने के शुरूआती कुछ वर्षों में महानदी में बांध बन जाना था, भाजपा सरकार ने नहीं बनाया यदि बांध बनता तो इसका फायदा राज्य को मिलता और परिस्थितियां भी अलग होती।
दुर्ग । शौर्यपथ । रमज़ान महीने के आखिरी अशरे (दस दिन) रोजेदार बड़े शौक़ और जोक से रोज़ा रखने के साथ इबादत में मशगूल हैं। मंगलवार को 26 वां रोजा और 27 वीं शब (रात) होने की वजह से मस्जिदों और घरों में रौनक रही। रोजेदारों ने मिलजुल कर इफ्तार किया और रात से सुबह तक डूब कर इबादत की। सुबह के वक्त शहर की तमाम मस्जिदों में सहरी का इंतजाम भी किया गया। शबे कद्र में इबादत का सिलसिला जारी रहा।
आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड शाखा भिलाई के काजी ए शहर भिलाई-दुर्ग छत्तीसगढ़ मुफ्ती मोहम्मद सोहेल और सेवानिवृत्त बीएसपी कर्मचारी डा सैयद इस्माईल ने इस मौके पर कहा कि शब्रे कद्र यानि रमज़ान महीने की 27 वी शब (रात) की बड़ी फजीलत आई है हजरत अनस रजि.कहते है एक मर्तबा रमज़ान मुबारक का महीना आया तो हज़रत मुहम्मद सल्ललाहु अलैहिस्सलाम ने फ़रमाया कि तुम्हारे ऊपर एक महीना आया है जिसमें एक रात है जो हजार महीनों से अफजल है जो शख्स इस रात से महरूम रह गया। गोया सारी ही खैर से महरूम रह गया और इसकी भलाई से महरूम नहीं रहता मगर वो शख्स जो हकीकतन महरूम ही है।
उन्होंने कहा कि जो इस रात इबादत करेगा उसको 83 बरस इबादत का सवाब मिलेगा। अल्लाह के नबी सल्लल्लाहु अलैहिस्सलाम ने फ़रमाया कि लैलतुल कद्र पिछली उम्मतो (कौम) को नही दी गई। ये ख़ास मेरी उम्मत को अल्लाह के तरफ से दी गई है। इसकी एक वजह उलेमा ने लिखी है शेखुल हदीस हजरत मौलाना जकरिया रहमतुल्लाह ने अपने रिसाले रमजान मुबारक के फजाइल में जिक्र किया है कि पिछले उम्मत के लोगों की उम्र ज्यादा थी।
वे लोग 800 बरस तक अल्लाह की इबादत मशगूल रहे जिससे अल्लाह के रसूल को रंज हुआ कि मेरी उम्मत की उम्र कम है। जिस पर ये रात दी गई। अगर कोई शख्स जिंदगी में 10 राते भी पा कर उसको इबादत में मशगूल हो जाए तो गोया उसने 830 बरस इबादत करने का सवाब मिलेगा। इसके अलावा इसमें अल्लाह की रहमत बरसती है। बंदों के गुनाहों को माफ किया जाता है।
दुर्ग । शौर्यपथ । दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने दुर्ग जिले के स्वास्थ विभाग के अधिकारियों की संवेदनशील परिस्थितियों में भी बेपरवाह कार्यप्रणाली पर संज्ञान लेने की मांग कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा से किया है।उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर सरकार द्वारा एहतियात बरतने को कहा जा रहा है,लेकिन दुर्ग के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बेपरवाह नजर आ रहे हैं,पिछले कोरोना काल को देखा जाए तो दुर्ग जिला काफी सेंसटिव था।यहां तेजी से एक्टिव केस बढ़े और मौते भी हुई थीं।उसके बावजूद कोई जांच पड़ताल नहीं की जा रही है,कोरोना के नए वेरियंट की जांच के लिए जिनोम सिक्वेंसिंग मशीन अब तक दुर्ग जिले में उपलब्ध नहीं है जिससे रिपोर्ट आने में समय लग सकता है।ऐसे हालात में कोरोना संक्रमण से अधिक लोगों के ग्रसित होने की आशंका प्रबल है।
दुर्ग । शौर्यपथ । नगर पालिक निगम सीमा अंतर्गत शिवनाथ नदी निकट नदी की सुंदरता का लुत्फ शहर के नागरिक रिवर फ्रंट के माध्यम से ले सकेंगे। शिवनाथ नदी के आसपास रिवर फ्रंट स्थापित होगा। इसके लिए आज विधायक अरुण वोरा ने महापौर धीरज बाकलीवाल,आयुक्त लोकेश चंद्राकर के अलावा विभागीय अधिकारियों के साथ जमीन चिन्हांकित करने पहुंचे। उन्होंने शिवनाथनदी किनारे जगह देखी।उन्होंने रिवर फ्रंट के संबंध में आयुक्त लोकेश चन्द्राकर से चर्चा की। रिवर फ्रंट के किनारे की पिचिंग के साथ वाली रिक्त जमीन को विकसित करते हुए रिवर फ्रंट बनाया जाएगा। इसमें खूबसूरत गार्डन के साथ हरियर गार्डन होगी, बच्चों के लिए प्ले जोन भी होगा और चौपाटी भी होगी। रिवर फ्रंट 11 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा। विधायक ने कहा कि इसके साथ ही मंदिर के पास से 400 मीटर के भीतर कैफ्रेटएरिया चौपाटी,पार्किंग लाइटिंग की व्यवस्था बेहतर रखनी होगी।बच्चों के लिए प्ले जोन बड़ा होगा ताकि शहर के लोग पूरे परिवार के साथ इस मनोरंजन स्थल का लुत्फ उठा सकेंगे।विधायक अरुण वोरा व महापौर धीरज बाकलीवाल ने कहा कि नदी का नजारा खूबसूरत है। इसकी सुंदरता को रिवर फ्रंट बनने से और भी खूबसूरत लगेगा। उन्होंने कहा कि शाम के समय लाइटिंग के साथ नदी का नजारा बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि रिवर फ्रंट की लंबाई काफी होगी और इसके लिए अलग-अलग तरह से लैंडस्केपिंग का प्लान बनाए ताकि लोग शाम के समय वाक कर पाएं और नदी की खूबसूरती को देख सके।साथ ही रिवर फ्रंट के लैंडस्केप को देखते रह जाये।रिवर फ्रंट के तैयार हो जाने के बाद शिवनाथ नदी का लैंडस्केप शहर के दोनों एरिया में काफी खूबसूरत हो जाएगा। विधायक अरुण वोरा व महापौर धीरज बाकलीवाल ने कहा कि रिवर फ्रंट के प्रोजेक्ट में ग्रीनरी हरियर पर विशेष फोकस करें। इसके लिए अलग अलग प्रकार के सुंदर पौधों का चयन किया जाएगा। शाम के समय अधिक संख्या में लोग यहां पहुंचेंगे तो लाइटिंग की व्यवस्था भी शानदार तरीके से होगी। निरीक्षण के दौरान मौके पर एल्डरमेन राजेश शर्मा,देवसिन्हा,कार्यपालन अभियंता राजेश पांडेय,एसडी शर्मा,सहायक अभियंता संजय ठाकुर,राजकुमार पाली सहित आदि मौजूद रहें।
दुर्ग । शौर्यपथ । छत्तीसगढ़ प्रादेशिक माहेश्वरी महिला संगठन के सदस्यों ने पूरे प्रदेश में नेत्रदान हेतु जन जागरूकता अभियान का आगाज़ करते हुए संगठन के सदस्यों प्रदेश अध्यक्ष शशि गट्टानी के नेतृत्व में मधु सोमानी,ममता मूंदड़ा,उर्मिला टावरी,नीतू गाँधी,लता मंत्री,आभा लाहोटी,प्रीति लाहोटी, कुल 8 सदस्यों ने आज नेहरू नगर स्थित राधाकृष्ण मंदिर में अपने नेत्रदान की घोषणा कर घोषणा पत्र नवदृष्टि फाउंडेशन के कुलवंत भाटिया,मुकेश राठी,हरमन दुलई,रितेश जैन,दयाराम भाई टांक,सुरेश जैन को सौंपा
इस अवसर पर माहेश्वरी महिला संगठन की नंदा भट्टड़,आभा राठी,उमा राठी,शारदा कोठारी,सुनीता माहेश्वरी,अंजलि लखोटिया, उपस्थित रहे व् नेत्रदाताओं का उत्साह बढ़ाया
माहेश्वरी महिला संगठन की प्रदेश अध्यक्षा शशि गट्टानी ने नेत्रदान की घोषणा की व् कहा अब हमारा महिला संगठन पूरे प्रदेश के सभी जिलों में नेत्रदान हेतु जागरूकता अभियान चलाएगा इसकी शुरुवात आज हमने स्वयं से की है ताकि हम और लोगों को नेत्रदान हेतु प्रेरित कर सकें
नवदृष्टि फाउंडेशन के मुकेश राठी ने उपस्थित सभी सदस्यों को नेत्रदान से जुडी जानकारियां दी व नेत्रदान से जुडी भ्रांतियों का विस्तार से निराकरण किया व कहा जब भी माहेश्वरी महिला संगठन को नेत्रदान संबंधी सहायता की जरुरत होगी हमारी संस्था के सदस्य उपलब्ध रहेंगे
जिला अध्यक्ष ममता मूंदड़ा एव आभा राठी ने नवदृष्टि फाउंडेशन के सदस्यों का सहयोग हेतु आभार व्यक्त किया व कहा हमारा संगठन आने वाले समय में नवदृष्टि फाउंडेशन के साथ मिलकर कार्य करेंगे व संस्था के सदस्यों के अनुभव का लाभ ले कर लोगों को नेत्रदान हेतु जागरूक करेंगे
नवदृष्टि फाउंडेशन की ओर से अनिल बल्लेवार ,कुलवंत भाटिया,राज आढ़तिया, प्रवीण तिवारी,मुकेश आढ़तिया, हरमन दुलई,किरण भंडारी, रितेश जैन,जितेंद्र हासवानी,उज्जवल पींचा ,सत्येंद्र राजपूत,सुरेश जैन,राजेश पारख,पियूष मालवीय,विकास जायसवाल,मुकेश राठी,प्रभु दयाल उजाला, प्रमोद बाघ ,सपन जैन ,मोहित अग्रवाल ,अभिजीत पारख,सूरज साहू ,चेतन जैन ,दयाराम भाई टांक ने माहेश्वरी महिला संगठन के सदस्यों के प्रयसों की सराहना की व उज्जवल भविष्य की कामना की
*सौंदर्यीकरण, जन सुविधाओं एवं निर्माण से संबंधित अनेक कार्यों का किया लोकार्पण और भूमिपूजन*
रायपुर/ शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान क्षेत्रवासियों को 121 करोड़ 53 लाख रूपए के विकास कार्याे की सौगात दी। इनमें 118 करोड़ 14 लाख रुपए लागत के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और तीन करोड़ 39 लाख रुपए के कार्यों का भूमिपूजन शामिल है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आज जोन क्र.-01 के अंतर्गत 1 करोड़ 28 लाख रुपए, जोन क्र.-07 के अंतर्गत 99 लाख रुपए, जोन क्र.-05 के अंतर्गत 62 लाख रुपए तथा कोलता समाज छात्रावास हेतु 50 लाख रुपए सहित कुल 3 करोड़ 39 लाख रुपए के कार्यो का भूमिपूजन किया।
भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान श्री बघेल ने 55 लाख रूपए की लागत से शीतला तालाब, रामनगर के सौंदर्यीकरण एवं पुनर्विकास कार्य, 28 लाख रूपए की लागत से कोटा कॉलोनी उद्यान के सौंदर्यीकरण एवं पुनर्विकास कार्य, 97 लाख रूपए की लागत से कोटा-गुढ़ियारी मुख्य मार्ग में नाला निर्माण कार्य, 6 करोड़ 58 लाख रूपए की लागत से कारी तालाब, आमापारा के सौंदर्यीकरण एवं पुनर्विकास कार्य, 19 लाख रूपए की लागत से शीतला तालाब कोटा के सौंदर्यीकरण एवं पुनर्विकास कार्य, 50 लाख रूपए की लागत से अनुष्का उद्यान, सेक्टर-01, रायपुरा के सौंदर्यीकरण एवं पुनर्विकास कार्य, 29 लाख रूपए की लागत से हीरापुर उद्यान के सौंदर्यीकरण एवं पुनर्विकास कार्य, 28 लाख रूपए की लागत से डूमर तालाब उद्यान आमानाका के सौंदर्यीकरण एवं पुनर्विकास कार्य, 1 करोड़ 23 लाख रूपए की लागत से अग्रसेन चौक, समता कॉलोनी में सी-मार्ट निर्माण कार्य, 67 करोड़ 28 लाख रूपए की लागत से अमृत मिशन योजना के अंतर्गत चंदनीडीह में 75 एम.एल.डी. क्षमता का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, 3 करोड़ 78 लाख रूपए की लागत से अमृत मिशन योजना के अंतर्गत रायपुरा उच्च स्तरीय जलागर के कमाण्ड एरिया अंतर्गत मेन राईजिंग लाईन, डिस्ट्रीब्यूशन लाईन एवं घरेलू नल कनेक्शन कार्य, 5 करोड़ 51 लाख रूपए की लागत से अमृत मिशन योजना के अंतर्गत कुकुरबेड़ा में 1000 किलो लीटर क्षमता का उच्चस्तरीय जलागार एवं मेन राईजिंग लाईन, डिस्ट्रीब्यूशन लाईन तथा घरेलू नल कनेक्शन कार्य, 8 करोड़ 50 लाख रूपये की लागत से मिशन योजना के अंतर्गत डंगनिया उच्चस्तरीय जलागार के कमाण्ड एरिया अंतर्गत डंगनिया, रोहणीपुरम एवं अन्य क्षेत्र में डिस्ट्रीब्यूशन लाईन तथा घरेलू नल कनेक्शन कार्य, 4 करोड़ 95 लाख रूपये की लागत से हीरापुर, जरवॉय में 65 टी.पी.डी.सी. एण्ड डी यूनिट का कार्य, 7 करोड़ 87 लाख रूपए की लागत से जोन क्रं. 01 के अंतर्गत विभिन्न कार्य, 43 लाख रूपए की लागत से जोन क्रं. 07 के अंतर्गत विभिन्न कार्य, 7 करोड़ 40 लाख रूपए की लागत से जोन क्रं. 08 के अंतर्गत विभिन्न कार्य, 1 करोड़ 34 लाख रूपए की लागत से जोन क्रं. 05 के अंतर्गत विभिन्न कार्य और 21 लाख रूपए की लागत से जोन क्रं. 02 के अंतर्गत विभिन्न कार्यों का लोकार्पण किया।
रायपुर । शौर्यपथ । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज अपने प्रदेश व्यापी भेंट-मुलाकात अभियान के तहत रायपुर पश्चिम विधानसभा के वीर सावरकर वार्ड क्रमांक 01, अटारी स्थित दुर्गा मंदिर पहुंचे। उन्होंने दुर्गा माँ की पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-शांति, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। यहां अटारी के लोगों द्वारा आमंत्रित माकड़ी से आये 45 लोगों के नर्तक दल ने मांदरी नृत्य से मुख्यमंत्री का आत्मीय स्वागत किया।
रायपुर । शौर्यपथ । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज भेंट-मुलाकात के दौरान रायपुर के हीरापुर जरवाय में सी एंड डी प्लांट का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरों में निर्माण गतिविधियों में वृद्धि होने से तोड़फोड़ एवं अन्य प्रक्रियाओं से निकलने वाले निर्माण एवं विध्वंस अपशिष्ट जिसे आम बोलचाल की भाषा में मलबा कहते हैं, इनके उचित प्रबंधन के लिए सीएंडडी प्लांट का निर्माण किया गया है। यहां पर मलबों की प्रोसेसिंग कर पेवर ब्लॉक, टाइल्स, ड्रेन कवर इत्यादि का निर्माण किया जाएगा। सी एंड डी प्लांट के जरिए मलबों के उचित समायोजन से वायु की गुणवत्ता, नालों के प्रवाह में अवरोध तथा तालाबों के जल संचयन की क्षमता में कमी आने जैसी समस्याओं में कमी आएगी।
जरवाय के सीएंडडी प्लांट में पेवर ब्लॉक संयंत्र निर्माण का अवलोकन करते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने यहां पर काम करने वाली अटारी गांव की आरती डहरे से पूछा कि प्रतिदिन कितनी आमदनी होती है ? आरती ने बताया कि प्रतिदिन 200 रुपये कमा लेती हूं। आरती ने बताया कि प्रतिदिन यहां पर 2500 पेवर ब्लॉक का निर्माण किया जाता है। आरती ने मुख्यमंत्री से कहा कि यह पहल रोजगार प्रदान करने की दिशा में एक अच्छी शुरुआत है। वहीं मुख्यमंत्री ने उन्हें शुभकामनाएं दीं।
रायपुर । शौर्यपथ । राज्य में छत्तीसगढ़ आदिवासी, स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड द्वारा संचालित विभिन्न योजनांतर्गत औषधीय पौधों की खेती को विशेष रूप से बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके तहत वर्तमान में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में जलवायु के अनुकूल प्रजातियों का चयन कर लगभग 1000 एकड़ से अधिक रकबा में औषधीय प्रजातियों का कृषिकरण कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के कुशल मार्गदर्शन में वर्तमान में पायलट परियोजना अंतर्गत लेवेंडर की खेती के लिए छत्तीसगढ़ के उत्तरी भाग में अम्बिकापुर, मैनपाट, जशपुर और रोजमेरी मध्य क्षेत्र बस्तर तथा मोनाड्रा सिट्रोडोरा का कृषिकरण कार्य को बढ़ावा देने चिन्हांकित किया गया है। औषधीय एवं सुगंधित प्रजातियों के कृषिकरण कार्य से किसानों को परंपरागत खेती से दोगुना अथवा इससे भी अधिक लाभ प्राप्त होता है।
औषधीय पादप बोर्ड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री जे.ए.सी. राव ने बताया कि नेशनल एरोमा मिशन योजना अंतर्गत राज्य में छत्तीसगढ़ आदिवासी, स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं पादप बोर्ड के सहयोग द्वारा औषधीय एवं सुगंधित पादपों का कृषिकरण कार्य जारी है। इस मिशन योजनांतर्गत लेमनग्रास, सीकेपी-25 (नींबू घास) का कृषिकरण किया जा रहा है। योजनांतर्गत मुख्य रूप से कृषक समूह तथा किसानों को कृषिकरण की तकनीकी जानकारी, रोपण सामग्री की उपलब्धता तथा आश्वन मशीन उपलब्ध कराने जैसे हर तरह की मदद दी जा रही है।
वर्तमान में छत्तीसगढ़ राज्य में लगभग 12 समूहों द्वारा कार्य किया जा रहा है, जिसमें एक समूह जिला महासमुंद अंतर्गत ग्राम-चुरकी, देवरी, खेमड़ा, डोंगरगांव, मोहदा व अन्य स्थानों पर कृषिकरण प्रारंभ किया जाकर आश्वन यंत्र के माध्यम से तेल को निकाला जा रहा है। वहां आश्वन यंत्र भी स्थापित किया गया है। लेमनग्रास के कृषिकरण उपरांत प्राप्त होने वाले लाभ परंपरागत कृषि से लगभग दो गुना से ज्यादा है। उक्त योजनांतर्गत छत्तीसगढ़ आदिवासी, स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड द्वारा विपणन कार्य हेतु पूर्व में भी योजनाबद्ध तरीके से उत्पादों को विक्रय करने हेतु विभिन्न संस्थानों से करारनामा किया गया है, जिससे कृषकों को अपने उत्पादों को विक्रय करने में कोई परेशानी न हो।
इसी तरह जिला गरियाबंद अंतर्गत समूह द्वारा कार्य प्रारंभ किया गया है। जिसमें बड़ी संख्या में किसानों द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त कर वर्तमान में औषधीय एवं सुगंधित पादपों के कृषिकरण हेतु क्षेत्र का भ्रमण किया गया है। इनमें जिला धमतरी, बस्तर, पेण्ड्रा, दुर्ग के कृषकों के द्वारा 04 समूह तैयार कर निकट भविष्य में औषधीय एवं सुगंधित पादपों का कृषिकरण कार्य प्रारंभ किया जाएगा। बोर्ड द्वारा लेमनग्रास कृषिकरण के साथ जामारोज सीएन-5 प्रजाति का भी विगत वर्ष में परीक्षण किया गया है, जिसे वर्तमान में बढ़ाया जा रहा है। लगभग 25 एकड़ में जामारोज सीएन-5 प्रजाति एवं 300 एकड़ से अधिक में लेमनग्रास का कृषिकरण किया जा रहा है। वर्तमान में आइ.आई.आई.एम. जम्मू तथा कृषकों द्वारा स्वयं सात आश्वन यंत्र लगाया गया है। साथ ही साथ मिशन अंतर्गत उक्त कार्य के संचालित होने से राज्य में स्थानीय स्तर पर चार से छह हजार परिवारों को आर्थिक लाभ प्राप्त होगा।