August 17, 2025
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शौर्यपथ

शौर्यपथ

     नई दिल्ली /शौर्यपथ  /हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस 2023 में होने वाले कर्नाटक चुनाव पर ध्यान लगा रही है। खबर है कि नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की एंट्री के बाद कांग्रेस ने दक्षिण भारतीय राज्य में उम्मीदवारों की सूची तैयार करने के लिए कहा है। खास बात है कि कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बीच तनातनी की खबरें सामने आती रही हैं।
मंगलवार और बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस की बैठकें हुईं। खड़गे के साथ हुई ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की मीटिंग्स में सिद्धारमैया भी मौजूद रहे थे। उन्होंने जानकारी दी, 'जल्द से जल्द स्क्रीनिंग कमेटी तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। जितना ज्यादा हो सके नवंबर के अंत तक उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाना है। उन्होंने नवंबर के अंत तक सभी क्षेत्रों के उम्मीदवारों के सूची तैयार करने के लिए कहा है।'
खास बात है कि खड़गे के कमान संभालने के दौरान हुई बैठकों से शिवकुमार गायब रहे थे। अब संभावनाएं जताई जा रही हैं कि उम्मीदवारों के चुनाव से प्रदेश कांग्रेस में खींचतान हो सकती है, क्योंकि शिवकुमार और सिद्धारमैया दोनों ही नेता अपने वफादारों के लिए टिकट हासिल करने की कोशिश करेंगे।
गुजरात और हिमाचल प्रदेश में जारी है चुनावी तैयारियां
खबर है कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के कई नेता टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं। कांग्रेस के बागियों में गंगू राम मुसाफिर, कुलदीप कुमार, सुभाष मंगलेट, तिलक राज, जगजीवन पाल, बीरू राम किशोर का नाम शामिल है। कहा जा रहा है कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह नेताओं को एकजुट करने की कोशिश में लगे हैं।
गुजरात में भी साल के अंत तक चुनाव होने हैं। ऐसे में बुधवार को ही नए अध्यक्ष खड़गे ने पार्टी के केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक की थी। उस दौरान चुनाव के लिए संभावित उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की गई थी। बैठक में मुकुल वासनिक, केसी वेणुगोपाल, अंबिका सोनी और गिरिजा व्यास मौजूद रहे। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि पार्टी कुछ उम्मीदवारों के नाम पर अंतिम मुहर लगा सकती है और एक-दो दिन में इसकी घोषणा हो सकती है।

      रसोई टिप्स /शौर्यपथ /फेस्टिव सीजन में कुछ लोग बाजार से मिठाई लेकर आते हैं तो वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो घर पर इन्हें बनाते हैं। घर की बनी मिठाइयों का स्वाद अलग होता है। ये काफी फ्रेश होती हैं। घर पर अलग-अलग तरह की मिठाइयां बन सकती हैं। हम यहां बता रहे हैं रसगुल्ला सॉफ्ट और स्पंजी बनाने का तरीका, क्योंकि अक्सर महिलाओं की शिकायत यही होती है कि रसगुल्ला स्वाद में तो अच्छा बन जाता है लेकिन इसमें बाजार जैसा स्पंज नहीं आती है। अक्सर घर का बना रसगुल्ला काफी सख्त हो जाता है, इसे खाने में भी बड़ी मेहनत लगती है। आप घर में रसगुल्ला बना रहे हैं तो इन टिप्स को फॉलो करें।
1) सही तरह के दूध का करें इस्तेमाल
रसगुल्ला बनाने के लिए अगर दूध सही नहीं होगा तो इसका टेक्स्शर बाजार जैसा नहीं आएगा। अच्छे रसगुल्ले बनाने के लिए फुल क्रीम दूध लें। चाहें तो गाय और भैंस के प्योर दूध का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
2) सही तरह से निकाले छैना
छैना अच्छा निकालने के लिए दूध को कुछ देर के लिए बॉइल करें। जब ये उबल जाए तो आंच को धीमा करें और फिर इसे फाड़ने के लिए नींबू के रस या टाटरी का इस्तेमाल करें। इन्हें डालने के बाद दूध को लगातार चलाते रहें और जब छैना आ जाए तो चलाना छोड़ दें और कुछ देर उबलने दें।
3) वॉश करें छैना
छैना निकालने के बाद जब ये ठंडा हो जाे तो इसे एक कपड़े में छानें। फिर इसे साफ पानी से अच्छे से धोएं, ताकी इसे फाड़ने में इस्तेमाल की गई चीजों के स्वाद को खत्म किया जा सके।
4) मिलाएं बेकिंग सोडा
सॉफ्ट और स्पंजी रसगुल्ला के लिए इसे अच्छे से मसलें। ऐसा करने पर ये काफी सॉफ्ट बनेगा। जब आप इसे मसल लें तो फिर इसमें एक चुटकी बेकिंग सोडा डालें। अच्छे से मिक्स करें और फिर इसके गोले बना लें।
5) सही तरह से बनाएं चाशनी
रसगुल्ले की चाशनी काफी पतली होती हैं। इसे एक तार का ही बनाएं। ज्यादा गाढ़ी चाशनी भी सख्त रसगुल्लों की वजह बन सकती है।

टिप्स ट्रिक्स / शौर्यपथ /आपने आजतक व्यस्कों के बीच स्लीप डिसऑर्डर के कई किस्से सुने होंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं अनिद्रा की समस्या सिर्फ बड़े लोगों को ही नहीं बल्कि बच्चों को भी परेशान करती है। बच्चों में नींद न आने की समस्या 6 महीने से किशोरावस्था तक हो सकती है। हालांकि बच्चों में इस समस्या का पता लगाना थोड़ा मुश्किल होता है। लेकिन नींद न आने की वजह से चिड़चिड़ापन, गुस्सा आना, खाना ठीक से न खाना, पेट संबंधित समस्याएं, सुस्ती जैसी प्रॉब्लम बच्चों के बीच आम हो जाती है। आइए जानते हैं बच्चों में स्लीप डिसऑर्डर होने पर दिखाई देते हैं कौन से लक्षण और क्या है इससे बचाव के उपाय।
बच्चों में स्लीप डिसऑर्डर होने पर दिखाई देते हैं ये लक्षण -
-देर रात सोना और सुबह जल्दी उठ जाना।
-रात में बार-बार नींद से जगाना और फिर दोबारा सोने में परेशानी महसूस करना। दिन के समय में 10 से 15 मिनट की कई झपकियां लेना।
-खेलने-कूदने की जगह शांत बैठे रहना। नियमित तौर पर खाने की खुराक का कम होना।
-हर समय सुस्ती महसूस होना।
-छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आना और चिड़चिड़ापन महसूस होना।
बच्चों को नींद न आने का कारण -
-कई बार नींद न आने की समस्या बुरे सपने के कारण हो सकती है। इससे बचने के लिए सोने से पहले या पूरा दिन आपका बच्चा मोबाइल और टीवी पर क्या देख रहा है इस पर ध्यान दें।
-कोल्ड ड्रिंक, एनर्जी ड्रिंक जैसी चीजों में कैफीन की मात्रा बहुत ज्यादा पाई जाती है। अगर छोटा बच्चा इसका सेवन करता है तो नींद न आने की समस्या हो सकती है।
-कई बार आसपास के वातावरण गर्मी या सर्दी के कारण भी बच्चों को नींद न आने की समस्या हो सकती है। बच्चों को सुलाते वक्त ध्यान दें कि आसपास बिल्कुल शांत माहौल हो। जिस कमरे में बच्चा सो रहा है वहां का तापमान सामान्य हों।
-दवाइयों के हैवी डोज के कारण भी नींद न आने की समस्या हो सकती है।

 ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ / अक्सर मौसम बदलने पर या धूल-मिट्टी के संपर्क में अधिक रहने की वजह से लोगों की एड़ियां फटने लगती हैं। यह समस्या सर्दियों के मौसम में लोगों को अधिक परेशान करती हैं। यूं तो एड़ियां फटने के कई और कारण भी हो सकते हैं, जैसे शरीर में खुश्की के बढ़ने पर, कठोर फर्श पर नंगे पैर चलने पर, खून की कमी होने पर, अधिक ठंड के प्रभाव और धूल-मिट्टी की वजह से एड़ियां फट जाती हैं। यह समस्या तब और बढ़ जाती है जब फटी हुई एड़ियों से खून आने के साथ दर्द भी होने लगता है। अगर आपके साथ भी यही समस्या बनी रहती है तो हींग का ये असरदार नुस्खा आपकी फटी एड़ियों की समस्या को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है। आइए जानते हैं कैसे।  
ऐसे इस्तेमाल करें हींग का नुस्खा-
एक बर्तन में नीम का तेल लेकर उसमें हींग का बारीक पेस्ट बनाकर डाल लें। अब इस तेल को एड़ियों में लगाकर पैरों में पॉलीथीन बांधकर सो जाए। अगली सुबह आपको अपनी एड़ियों में आराम महसूस होगा। फटी एड़ियों के लिए हींग का नुस्खा बहुत ही कारगर उपाय है जो बनाने में भी बहुत आसान है।
फटी एड़ियों के लिए ये नुस्खे भी है कारगर-
शहद-
एक बाल्टी गर्म पानी में आधा कप शहद मिलाएं। इसमे अपनी एड़ी को करीब 20 मिनट तक रखें। उसके बाद एड़ियों को धोकर किसी क्रीम से मसाज कर लें।
केल का गूदा-
पके केल के गूदे को मसलकर फटी एड़ियों पर 20 मिनट बाद लगाएं। इसके बाद पैर धो डालें। पैरों को धोते समय साबुन का इस्तेमाल नहीं करें।
नारियल तेल-
फटी एड़ियों को ठीक करने में मोम और नारियल तेल बेहद कारगर है। फटी एड़ियों के दर्द से पीड़ित हैं तो मोम और नारियल के मिश्रण से आपको काफी राहत मिलेगी।
अरंडी का तेल-
पैरों को गर्म पानी से धोकर उनमें अरंडी का तेल लगाने से फटी एड़ियां ठीक हो जाती हैं।

सेहत टिप्स /शौर्यपथ /धनिया पत्ती से गर्निश कि हुई कोई भी डिश न सिर्फ देखने में बेहद टेस्टी लगती है बल्कि यह आपकी पाचन शक्ति को बढ़ाकर पेट से जुड़ी कई समस्याओं को भी दूर रखने में मदद करती है। धन‍िया के पानी में पोटैश‍ियम, कैल्‍श्यिम, विटामिन सी और मैग्‍नीजियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो व्यक्ति को कई रोगों से दूर रखने में मदद करते हैं। ऐसे में आप अगर अपने बढ़ते वजन से परेशान हैं या फिर त्वचा से गायब होते निखार ने उड़ा दी है आपकी रातों की नींद, तो रोजाना सुबह अपनी डाइट में शामिल करें धनिया पत्ती का उबला हुआ पानी।
धनिया पत्ती पानी में उबालकर पीने के फायदे-
पाचन क्रिया में सुधार-
धनिया पत्तियों में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं जो पाचन क्रिया में सुधार करके व्यक्ति को कब्ज की समस्या से छुटकारा दिलाने और पाचन को सुचारु करने में मदद करते हैं।
लिवर करे डिटॉक्स-
धनिया पत्ती के पानी को एक बेहतरीन डिटॉक्स ड्रिंक माना जाता है, क्योंकि यह शरीर में जमा गंदगी, अपशिष्ट पदार्थों, टॉक्सिन्स को हमारे शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं। यह लिवर को साफ करते हैं और रक्त को भी शुद्ध करते हैं।
वेट कंट्रोल-
अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो धनिया पत्ती नहीं बल्कि तीन बड़े चम्‍मच धनिये के बीज एक गिलास पानी में उबालें। जब पानी आधे से कम हो जाए तो इसे छान लीजिए। इस पानी को रोजाना दो बार पीने से वजन घटने लगेगा।
त्वचा को बनाएं ग्लोइंग-
धनिया पत्ती का पानी रक्त को डिटॉक्सिफाई कर त्वचा की कई समस्याओं को दूर करता है। यह त्वचा पर मौजूद कील-मुंहासे और उनके जिद्दी निशानों को साफ करने में मदद गार है। यह ब्लैकहेड्स साफ और एजिंग के लक्षणों को कम करने में भी मदद करता है।
मेटाबॉलिज्‍म बूस्ट-
धनिया पत्ती का उबला हुआ पानी पीने से पीने से शरीर का मेटाबॉलिज्‍म बूस्ट होता है और पेट लंबे समय तक भरे होने का अहसास करता है। जिससे व्यक्ति को ज्यादा खाना खाने की क्रेविंग नहीं होती और आंतों को खाना पचाने के लिए भी पर्याप्त समय मिल जाता है।
तुरंत दूर होती है थकान -
धनिया पत्ती का उबला हुआ पानी पीने से व्यक्ति की थकान तुरंत दूर होती है। इन पत्तियों में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पार्किंसंस, अल्जाइमर और मल्टीपल स्केलेरोसिस सहित मस्तिष्क की कई बीमारियों से निजात पाने में मदद करते हैं। इसके अलावा इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर और दिमाग को तनाव मुक्त रखने में भी मदद करते हैं।

   मनोरंजन /शौर्यपथ /कियारा आडवाणी और सिद्धार्थ मल्होत्रा बॉलीवुड के पॉपुलर कपल हैं। कुछ दिनों से दोनों अपने रिलेशनशिप को लेकर छाए हुए हैं। फैंस को दोनों की जोड़ी पसंद है। कुछ समय से तो दोनों की शादी की खबरें आ रही थीं। लेकिन अब तो ऐसा कहा जा रहा है कि दोनों लिव इन रिलेशनशिप का प्लान बना रहे हैं। शादी से पहले दोनों एक-दूसरे के साथ और समय बिताना चाहते हैं और एक-दूसरे को अच्छे से समझना चाहते हैं। वैसे बता दें कि कियारा, सिद्धार्थ से पहले भी कई एक्टर्स लिव इन में रहे हैं। हालांकि इनमे से कुछ का रिश्ता तो सक्सेसफुल रहा, किसी ने लिव इन के बाद शादी की। लेकिन वहीं कुछ ऐसे भी स्टार्स थे जिनका रिश्ता लिव इन के बाद चला नहीं और उसका द एंड हो गया। इस लिस्ट में कई टॉप एक्टर्स शामिल हैं।
आलिया भट्ट- रणबीर कपूर
आलिया भट्ट और रणबीर कपूर शादी से कुछ समय पहले ही लिव इन में रहने लगे थे। दोनों जिस घर में साथ में रहते थे वहीं दोनों ने शादी की और अब अपनी मैरिड लाइफ एंजॉय कर रहे हैं। इतना ही नहीं अब तो दोनों बतौर पैरेंट अपनी लाइफ शुरू करने वाले हैं।
करीना कपूर खान और सैफ अली खान
करीना कपूर खान ने खुद कन्फर्म किया था कि वह लिव इन में रही थीं सैफ के साथ। उन्होंने कहा था कि मैंने खुद ट्राय किया लिव इन रिलेशनशिप फॉर्मूला और अब मैं खुद इसे प्रमोट कर सकती हूं। मॉर्डन इंडियन लोगों को इसे फॉलो करना चाहिए।
कुणाल खेमू और सोहा अली खान
सोहा अली खान और कुणाल खेमू लंबे रिलेशनशिप में रहे हैं। दोनों पहले लिव इन में रहे और फिर दोनों ने शादी की। दोनों ने खुद एक इंटरव्यू में कहा था कि वे लिव इन को प्रमोट नहीं करते। लेकिन हमारे केस में लिव इन अच्छे से चला। इससे हम एक-दूसरे को और अच्छे से समझे।
रणवीर शोरे और कोंकणा सेन शर्मा
रणवीर और कोंकणा शादी से पहले लंबे समय तक रिलेशनशिप में थे। दोनों लिव इन में भी रहते थे। इसके बाद दोनों ने शादी की, लेकिन ये रिश्ता ज्यादा नहीं चल पाया। दोनों का फिर चलाक हो गया था। बता दें कि ऐसी भी खबर आई थी कि शादी से पहले ही कोंकणा प्रेग्नेंट हो गई थीं।
कल्कि और अनुराग कश्यप
फिल्ममेकर अनुराग कश्यप ने साल 2011 में कल्कि से शादी की थी। शादी से पहले दोनों लिव इन में रहे थे। हालांकि जब दोनों ने शादी की थी तो वो ज्यादा नहीं चल पाई। तलाक होने के बाद भी दोनों आज एक-दूसरे के बहुत करीब हैं। दोनों एक-दूसरे को पर्सनली और प्रोफेशनली पूरा सपोर्ट करते हैं।

सेहत टिप्स /शौर्यपथ /अगर आपको भी आजकल बेवजह थकान, प्रतिरोधक क्षमता में कमी जैसा कुछ महसूस हो रहा है तो इसके पीछे एड्रिनल ग्रंथि में विकार जिम्मेदार हो सकते हैं। एड्रिनल ग्रंथि शरीर के लिए कई हार्मोन्स का निर्माण करती है इसलिए इस ग्रंथि का सही तरह से काम करना बहुत जरूरी है। तनाव का प्रभाव हमारी एड्रिनल ग्रंथि की थकान के रूप में सामने आता है। शरीर में हार्मोन्स की कमी से कई बार व्यक्ति का विकास ठीक से नहीं हो पाता है और उसे कई तरह की बीमारियों का खतरा होने का खतरा बना रहता है। इस तरह की परेशानयों को योगासनों की मदद से दूर किया जा सकता है। ऐसा ही एक योगासन है शीर्षासन।  
सिर के बल किए जाना वाला आसन शीर्षासन कहलाता है। मानसिक समस्याओं में तो यह बहुत ही प्रभावशाली है। शीर्षासन करने से एकाग्रता बढ़ती है, साथ ही शरीर का पॉश्चर भी अच्छा बना रहता है। दिल व सांस संबंधी समस्याओं का समाधान भी शीर्षासन से होता है। आइए जानते हैं क्या है शीर्षासन करने का सही तरीका और उसे करने से मिलने वाले गजब के फायदे।
शीर्षासन करने का तरीका-
शीर्षासन करने के लिए सबसे पहले एक मैट बिछाकर वज्रासन में बैठ जाएं। इसके बाद आप दोनों कोहनियों को जमीन पर टिकाकर दोनों हाथों की अंगुलियों को आपस में मिला लें। दोनों हाथों की अंगुलियों को मिलाकर आपकी हथेलियां ऊपर की ओर होनी चाहिए जिससे आप अपने सिर को हथेलियों का सहारा दे सकें। धीरे-धीरे आगे की ओर झुकते हए अपने सिर को हथेलियों पर रखें। ऐसा करते समय अपनी सांस सामान्य रखें और धीरे-धीरे अपने सिर पर शरीर का भार आने दें। इस स्थिति में आकर आपको अपने पैरों को आसमान की ओर उठाना है। ठीक उसी तरह जैसे आप सीधें पैरों के बल खड़े होते हैं वैसे ही आप उल्टा सिर के बल खड़े हैं। कुछ देर इसी स्थिती में बने रहें और फिर सामान्य स्थिति में वापस आ जाएं।
शीर्षासन करने के फायदे-
-शीर्षासन रोगप्रतिरोधक क्षमता और कार्यक्षमता को बढ़ाकर एनेर्जेटिक बनाता है। दिमाग में ब्लड सर्कुलेट करता है।
-पिट्यूटरी और पीनियल ग्रंथियों का स्राव नियमित करता है। स्मरण शक्ति, एकाग्रता, उत्साह, स्फूर्ति, निडरता, आत्मविश्वास और धैर्य बढ़ाता है।
-यह याददाश्त को सुधारने के साथ ही एकाग्रता को बढ़ाता है।
-महिलाओं में रजोनिवृत्ति से संबधित समस्याओं को भी यह सुधारता है। शरीर की मांसपेशियों को मजबूत करने के साथ ही मानसिक सुकून भी पहुंचाता है।
शीर्षासन करते वक्त न करें ये गलतियां-
-कोहनी बहुत चौड़ी रखना
-कंधों के पीछे कूल्हों को लाना
-सिर का गलत स्थान
-हाथ और पैरों में समान्य गैप न रखना
-श्वास का बहुत तेज होना
-स्पाइनल पर अधिक भार देना
-महिलाएं रजोधर्म की अवधि में शीर्षासन न करें।

        टिप्स ट्रिक्स /शौर्यपथ /अकेले यात्रा करना यानी सोलो ट्रैवल आज के समय का चलन है। ढेरों लोग अकेले घूमने जाने का सपना देखते हैं और कई इसे पूरा भी करते हैं। अकेले सफर करना आपके लिए क्यों है फायदेमंद, बता रही हैं चयनिका निगम-
अभिनेता पंकज त्रिपाठी भी मानते हैं कि ‘बिना यात्रा के वो खोया हुआ महसूस करते हैं। यात्राएं बहुत कुछ सिखाती हैं।’ पंकज की ये बात सही ही है। यात्राएं सच में अनोखा अनुभव दे जाती हैं। ये यात्रा जब अकेले की जाए, तो और भी बेहतर। अकेले की गई यात्रा खुद से रूबरू कराने का काम भी आसान कर देती है। अकेले यानी सोलो ट्रैवल करने के और क्या-क्या होते हैं फायदे, जान लीजिए-
कंफर्ट जोन है कहां
कंफर्ट जोन कहां है? आपके घर में? आपकी अपनी जिंदगी के कई हिस्सों में है ये कंफर्ट जोन। मगर खुद में छुपी खूबियों को जानने के लिए इस कंफर्ट जोन से बाहर आना जरूरी होता है। अकेले यात्रा शुरू करेंगी, तो इस जोन से बाहर आने का मौका मिलेगा। आप समझ पाएंगी कि आपकी दुनिया सिर्फ इतने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि अभी और भी बहुत से कमाल आपको करने हैं।
नई-नई जानकारी
ये बात बिल्कुल सही है कि जब आप परिवार के साथ बाहर जाते हैं, तो आप ज्यादातर समय अपने परिवार के साथ ही व्यस्त होती हैं। जबकि अकेले होने पर आप नए लोगों से मिलती हैं, तो जिंदगी के नए रंगों से रूबरू होने का मौका मिलता है। जैसे हो सकता है आप किसी ऐसी लड़की से मिलें, जिसने घूमने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी। मगर आप सालों से बेहतरीन डांसर होने के बाद भी अपनी नौकरी छोड़ने का रिस्क नहीं ले पा रही हैं। पर अब आपको ऐसा करने का साहस मिलेगा। अकेले घूमने निकलेंगी, तो खर्च कम होगा, जब खर्च कम होगा, तो आप ज्यादा घूमेंगी और आपके अनुभव भी ज्यादा होंगे। कम खर्च में ज्यादा घूमने का अच्छा तरीका है सोलो ट्रैवल।
सीखें आत्मनिर्भर बनना
अकेले यात्रा का एक फायदा ये भी है कि आप आत्मनिर्भर बनना सीख पाती हैं। आप जान पाती हैं कि बिना किसी की सहायता लिए जिंदगी के कई सारे काम किए जा सकते हैं। जबकि हमेशा लोगों से घिरे रहना आपको अपनी सुरक्षा या दूसरे जरूरी कामों के लिए दूसरों पर निर्भर ही बनाए रखता है। धीरे-धीरे आप अपने काम करके अपनी क्षमताओं को पहचान लेते हैं। फिर जिंदगी आप खुद ही मैनेज कर लेते हैं। अकेले यात्रा करना आपको अपनी सुरक्षा के लिए खुद ही आगे आने का साहस भी दे देता है। बाहर निकलते हुए आप ये समझ पाती हैं कि अपनी सुरक्षा को लेकर भी आप दूसरों पर निर्भर नहीं हैं। कुछ जरूरी कदम आपको हमेशा सुरक्षित रख सकते हैं और इन कदमों को आप खुद ही पहचान और सीख लेती हैं।
तनाव भी होगा कम
कई सारे शोधों में ये माना गया है कि यात्रा तनाव कम करने में सहायक है। जब आप अकेले यात्रा करने निकलती हैं तो सिर्फ अपने साथ होती हैं और यही साथ आपको अपनी परेशानियों को समझने में मदद करता है। आप अपनी स्थितियों का आकलन कर पाती हैं और तनाव को खुद से दूर रखने के उपाय भी तलाश पाती हैं। फिर ये यात्रा भले ही दो दिनों की हो, लेकिन आपके तनाव को भगाने का काम करती है।
अकेले सफर में क्या-क्या रखें याद?
-पहचान से जुड़े सभी जरूरी कागजात की फोटोकॉपी और असल कॉपी साथ रखें। लेकिन ओरिजनल कॉपी को हमेशा सुरक्षित रखें और पहले फोटोकॉपी का इस्तेमाल करने की कोशिश करें, ताकि असली कागजात खोने का डर न रहे।
-डेबिट या क्रेडिट कार्ड होने के बावजूद भी अपने पास कुछ कैश जरूर रखें। फोन को हमेशा चार्ज रखें।
-प्लान ऐसा बनाएं, जिसमें सिर्फ भागते हुए ही ट्रिप खत्म न हो जाए। कम जगह जाएं, लेकिन सुकून से उसको देखें और महसूस करें।

   शौर्यपथ /जब भी बात हिल स्टेशन्स पर घूमने की होती है, तो दिल्ली और आसपास की जगहों पर रहने वाले लोगों को मसूरी की याद जरूर आती है। उत्तराखंड में स्थिति मसूरी ज्यादातर लोगों का फेवरेट टूरिस्ट स्पोर्ट है। आपको अगर वीकेंड पर निकलना है, तो मसूरी सबसे बेस्ट प्लेस है। यहां आप शॉर्ट वीकेंड भी प्लान कर सकते हैं। आप जब भी मसूरी आएं, तो यहां कुछ चीजों को करना मिस न करें।
रोपवे/केबल कार से गन हिल की सैर
यहां आकर आप अगर गन हिल नहीं गए, तो सोचिए आपने यहां आकर बहुत कुछ मिस कर दिया। यह जगह मसूरी का दूसरा सबसे ऊंचा प्वॉइट (Highest Peek) है। यहां से ऊंचाई से आपको मसूरी बेहद खूबसूरत नजर आएगा।
लाल टिब्बा
मसूरी का सबसे ऊंचा प्वॉइट लाल टिब्बा है। यहां से आपको सनसेट और सनराइज का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। लाल टिब्बा मसूरी के सबसे मशहूर पर्यटन स्थलों में से एक है। लाल टिब्बा से हिमालय, बद्रीनाथ, केदारनाथ, नीलकंठ जैसी जगह देखी जा सकती है लेकिन उसके लिए आपको अच्छी क्वालिटी के दूरबीन की जरूरत पड़ेगी।
स्ट्रीट फूड
यहां आकर अगर आपने मॉल रोड की सैर नहीं की, तो समझें कि आपने बहुत कुछ मिस कर दिया है। समोसे, मटर कुलचे, कुल्हड़ चाय, जलेबी रबड़ी, तंदूरी चाय, मैगी, गोलगप्पों के अलावा आपको यहां कई लोकल जायके चखने को मिल जाएंगे।
लोकल शॉपिंग
आपअपने शहर में मार्केट्स और मॉल्स में तो हमेशा ही शॉपिंग करते होंगे लेकिन यहां आकर अगर आपने शॉपिंग नहीं की, तो फिर आपने बहुत कुछ मिस कर दिया। आप यहां से गरम कपड़े, खिलौने, स्टॉल, जूलरी, शो पीस जैसी कई चीजें खरीद सकते हैं।
पैराग्लाइडिंग का एडवेंचर
आप अगर एडवेंचर स्पोर्ट्स के शौकीन हैं, तो फिर आपको यहां पैराग्लाइडिंग जरूर करनी चाहिए। इससे आपको बहुत ही डिफरेंट और अमेजिंग एक्सपीरियंस मिलेगा।
यूं ही सैर करना
मसूरी आकर जरूरी नहीं है कि आप यहांं पॉप्युलर जगहों पर ही घूमें बल्कि आप यूं ही सुबह और शाम के वक्त टहलने भी निकल सकते हैं। आपको नेचर को न सिर्फ करीब से देखने का मौका मिलेगा बल्कि आप कई नई जगहों पर एक्सप्लोर कर पाएंगे।  

       शौर्यपथ /क्या अक्सर वाइफ से आपकी बहस छोटी-सी बात पर होती रहती है? क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर आपकी पत्नी को इतना गुस्सा क्यों आता है? असल में जिसे आप छोटी-सी बात समझ रहे होते हैं, पत्नी के लिए वे बातें छोटी नहीं होती। आपको लगता है कि आप कोई बात मजाक में कह रहे हैं, लेकिन हो सकता है कि आपकी वाइफ को न सिर्फ इस बात से गुस्सा आता हो बल्कि वे उन्हें आपकी बातों से दुख भी पहुंचता हो, इसलिए बहुत जरूरी है कि आप कुछ मजाक उनसे न कहें। इन बातों को कोई भी वाइफ पसंद नहीं करती।
वाइफ के घरवालों की बुराई
शिकायतें या नाराजगी की कोई वजह हो सकती है लेकिन अगर आप हमेशा पत्नी के घरवालों की बुराई करते हैं या फिर उनका मजाक उड़ाते हैं, तो यह बात आपकी पत्नी को जरा भी पसंद नहीं होती।
वाइफ की बॉडी के बारे में नेगेटिव बातें
यह बात सच है कि कोई भी किसी इंसान की हमेशा तारीफ नहीं कर सकता लेकिन इसका मतलब यह भी नहीं है कि आप हमेशा वाइफ में कोई कमी निकालते रहें। आप अगर वाइफ की बॉडी जैसे मोटापा, लंबाई, रंग आदि के बारे में नेगेटिव कमेंट करते रहते हैं, तो पत्नी की नाराजगी और गुस्सा दोनों बढ़ता जाता है।
वाइफ के सामने दूसरी महिला की तारीफ
हर किसी में कोई न कोई अच्छाई जरूर होती है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप अपनी पत्नी की तुलना अपनी पड़ोसन या किसी रिश्तेदार से करेंगे। ऐसा करने से आपकी वाइफ को दुख पहुंचता है और यही दुख गुस्से के रूप में आपके सामने आता है।
तुम्हें कोई काम नहीं आता
हर कोई सभी काम में परफेक्ट नहीं होता। आपको अगर पत्नी का कोई काम सही नहीं लगता, तो इसे कहने का तरीका सही होना चाहिए। आप अगर पत्नी को हमेशा कहते रहते हैं कि तुम्हें कोई काम नहीं आता, तो इससे सिर्फ आपका रिश्ता खराब होगा, न कि कोई काम सही हो जाएगा।

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