August 17, 2025
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शौर्यपथ

शौर्यपथ

    ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ /स्किन में पोषक तत्वों की कमी के कारण परेशानियां होने लगती हैं। तेल लगाना हमारे शरीर को पोषण देने के आदर्श तरीकों में से एक है। नहाने के बाद शरीर को तेल लगाने के गुणों के बारे में सभी जानते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि नहाने से पहले शरीर में तेल लगाने से कई फायदे होते हैं। स्किन शरीर का सबसे बड़ा हिस्सा है और आयुर्वेद के अनुसार रोजाना अभ्यंगम या तेल लगाने की सलाह दी जाती है।
नहाने से पहले तेल लगाने के फायदे
- नहाने से पहले शरीर पर तेल लगाने से आप अपनी स्किन और पानी के बीच एक अवरोध पैदा करते हैं। ऐसा करना उन लोगों के लिए जरूरी है जिनकी स्किन ड्राई या फ्लैकी है।
- नहाने से पहले गर्म तेल लगाने से शरीर से टॉक्सिन बाहर निकल जाते हैं और जब आप नहाते हैं तो यह सब धुल जाता है।
- नहाने से पहले तेल लगाने से आपके शरीर में नमी बनी रहती है क्योंकि पानी तेलों की नमी को सील कर देता है और इसे अवशोषित करना आसान बनाता है।
- गर्म तेल की मालिश से मांसपेशियों को आराम मिलता है और ब्लड फ्लो बढ़ता है।
-बिना तेल मालिश के नहाने से  समय से पहले एजिंग साइन दिखते हैं।

  ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ / गॉर्जियस लुक पाने के लिए आप ये सिंपल मेकअप टिप्स फॉलो कर सकती हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
मेकअप रखें लाइट-
भाई दूज का त्योहार दिन के समय मनाया जाता है। इसलिए इस दिन तैयार होते समय अपने मेकअप को लाइट और नेचुरल रखें।
ट्रेडिशनल ड्रेस-
इस दिन अपने गर्ली लुक को मेंटेन रखते हुए ट्रेडिशनल ड्रेस कैरी करें। इसके लिए लॉन्ग स्कर्ट के साथ दुपट्टा कैरी कर सकती हैं। दुपट्टे वाला सूट पहन सकती हैं या कोई लॉन्ग ड्रेस विद दुपट्टा ले सकती हैं।
बालों को रखें खुला-
इंडियन ड्रेस के साथ अपने बालों को खुले रखें या पोनीटेल बनाएं।
त्वचा को करें तैयार-
मेकअप करने से पहले अपनी त्वचा को तैयार कर लें ताकि मेकअप स्किन के साथ घुलमिल जाए। इसके लिए मेकअप प्रोडक्ट को लगाने से पहले चेहरे और गर्दन को अच्छी तरह से साफ कर लें। इसके लिए आप फेसवॉश या क्लींजर से चेहरा साफ करें।
प्राइमर लगाएं-
चेहरे पर फाउंडेशन लगाने से पहले प्राइमर लगाएं। ये स्किन को मॉइश्चर करने के साथ फाउंडेशन को लंबे समय तक टिका रहने में मदद करता है।  
फाउंडेशन-
चेहरे पर नॉर्मल मेकअप लुक के लिए बीबी या सीसी क्रीम लगा सकती हैं। ऐसा करने से त्वचा को हल्का कवरेज मिलता है। फाउंडेशन लगाते समय इसे चेहरे पर अच्छी तरह से ब्लेंड करके कंसीलर लगाएं। आंखों के नीचे, नाक के आसपास और होठों के किनारों पर कंसीलर लगाकर ब्लेंड कर लें।
आई मेकअप-
आंखों पर अगर आप हल्का मेकअप चाहती हैं तो गुलाबी रंग के आईशैडो को लगाएं। ये लगभग सारे कपड़ों के साथ मैच कर जाएगा। अब काजल और आईलाइनर की मदद से अपने आई मेकअप को पूरा करें। आखिर में मस्कारा लगा लें।
गालों पर ब्लश-
गालों पर ब्लश लगाने के साथ ठुड्डी, नाक के पास भी ब्लश लगाएं। इइसके बाद हाईलाइटर लगाकर चेहरे को शाइन दें।
लिपस्टिक-
कपड़़ों से मैच करती हुई लिपस्टिक लगाकर अपने लुक को पूरा करें। अपनी त्वचा के रंग के अनुसार आप गुलाबी, ब्राउन, लाल रंग के शेड की लिपस्टिक लगा सकती हैं।


    ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ /बालों का झड़ना टूटना आजकल हर दूसरे व्यक्ति के लिए परेशानी की वजह बना हुआ है। इस समस्या का मुख्य कारण अनियमित जीवनशैली और खान-पान की खराब आदतें हो सकती है। अगर आप भी हेयर फॉल की समस्या से परेशान हैं तो अमरुद की पत्तियां आपकी परेशानी दूर करने में आपकी मदद कर सकती हैं। आइए जानते हैं कैसे अमरुद की पत्तियां इस्तेमाल करके आप अपने बालों के झड़ने को रोक सकते हैं।  
 अमरुद में मौजूद पोषक तत्व-
अमरुद की पत्तियों में विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है। जो बालों का झड़ना रोक सकती हैं। अमरूद में मौजूद पोटैशियम शरीर में सोडियम के प्रभाव को कम करता है जिससे ब्लड प्रेशर की समस्या से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा, अमरुद के नियमित सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है। अमरुद में मौजूद विटामिन सी के एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाते हैं और कैंसर से लड़ने में शरीर की मदद करते हैं।
हेयर फॉल रोकने के लिए ऐसे करें अमरूद की पत्तियों का इस्‍तेमाल-
हेयर फॉल रोकने के लिए सबसे पहले एक बर्तन में एक लीटर पानी कम से कम 20 मिनट उबालकर उसमें अमरूद की पत्तियां डाल दें। अब इस घोल का ठंडा होने का इंतजार करें। इस घोल को आगे भी यूज करने के लिए इसे एक बोतल में भरकर ऐसी जगह रखें जहां का तापमान सबसे कम हो। यह घोल बालों का रुखापन कम करके उन्हें चमकदार और हेल्‍दी बनाता है। अब इस घोल को हथेली पर पूरी तरह फैलाकर बालों की जड़ों पर अच्‍छी तरह लगाकर शॉवर कैप लगाकर सो जाएं। सुबह हेयर वॉश कर लें।

  शौर्यपथ /अगर आप अपने रिश्ते में नई ऊर्जा भरना चाहते हैं तो यात्रा पर निकलना अच्छा विकल्प है। भारत में घूमने के लिए काफी कुछ है। यहां रेगिस्तान, समुद्र और पहाड़ सब कुछ है। अब मौसम में हल्की ठंडक हो गई है तो ऐसे में लोग अपने पार्टनर के साथ हिल स्टेशन की और जाने की प्लानिंग कर रहे हैं। अगर आप भी हिल स्टेशन पर जाना चाहते हैं तो यहां कुछ अच्छे और सस्ते हिल स्टेशन के बारे में बता रहे हैं।

1) भीमताल, नैनीताल

दिल्ली से 300 किमी के पास ये बेस्ट और सस्ता हिल स्टेशन है। नैनीताल की तरह, भीमताल भी एक नेचुरल झील के चारों ओर स्थित है। यहां की झील पुराने पहाड़ी शहर की तुलना में काफी बड़ी है। यहां घूमने के लिए भीमताल झील, भीमताल द्वीप, भीमेश्वर महादेव मंदिर, सयाद बाबा की मजार, लोक संस्कृति म्यूजियम है। यहां जाने के लिए अक्टूबर से जून का महीना सबसे अच्छा है।


2) रानीखेत, उत्तराखंड

लगभग 6100 फीट की ऊंचाई के कारण यहां खूब ठंडक होती है। जब आप रानीखेत जाते हैं तो एक कैमरा साथ लाएं क्योंकि आप यहां से बर्फ से ढके पहाड़ों के खूबसूरत नजारे को कैप्चर कर सकते हैं। रानीखेत में घूमने के लिए  रानी झील, रानीखेत गोल्फ कोर्स, आशियाना पार्क, मनकामेश्वर मंदिर, हैदाखान बाबा मंदिर, बिनसर महादेव मंदिर, भालु बांध, तारीखेत, उपट कालिका मंदिर है। अक्टूबर से जून का महीना सबसे अच्छा है।

3) चैल, हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश में 7300 फीट ऊंचे इस छोटे से गांव में दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट मैदान है। ये सबसे शांत पहाड़ी गांव है। चैल में देखने के लिए स्कूल प्ले ग्राउंड, साधुपुल झील, चैल पैलेस, काली का टिब्बा, गुरुद्वारा साहिब, सिद्ध बाबा मंदिर, चैल अभयारण्य है। चैल जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से जून का है।


4) नारकंडा, शिमला

ठंडे पहाड़ी मौसम का मजा लेने के लिए एक और बढ़िया जगह, नारकंडा है। नारकंडा में देखने के लिए फेमस जगह हाटू पीक, स्टोक्स फार्म, कचेरी में महामाया मंदिर है। नारकंडा घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से जून है
दिल्ली से हिल स्टेशन की दूरी 420 किमी है।

    सेहत टिप्स /शौर्यपथ / घर पर लगा तुलसी का पौधा सिर्फ धार्मिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि सेहत के नजरिए से भी बेहद गुणकारी माना गया है। आयुर्वेद में तो तुलसी के पौधे को वरदान कहा जाता है। इसकी पत्तियों का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। नियमित रूप से तुलसी की पत्तियों का सेवन करने से व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होने के साथ संक्रामक रोग भी दूर रहते हैं। आइए जानते हैं सुबह खाली पेट तुलसी की पत्तियां चबाने से सेहत को मिलते हैं क्या-क्या फायदे।
तनाव से छुटकारा-
एक शोध में यह पाया है की तुलसी की पत्तियों में तनाव को कम करने वाला हार्मोन यानी कोर्टिसोल पाया जाता है। रोजाना खाली पेट तुलसी की 12 पत्तियां चबाने से व्यक्ति को तनाव से छुटकारा मिल जाता है।
डायबिटीज रखें कंट्रोल-
तुलसी में यूजीनोल, मिथाइल यूजेनॉल और कैरियोफिलिन जैसे तत्‍व पाए जाते हैं, जिससे पैन्क्रीऐटिक बीटा सेल्स सही से काम करते हैं। जिसकी वजह से शरीर में इन्सुलिन की मात्रा बनी रहती है, और ब्लड शुगर लेवल का स्तर भी ठीक रहता है। जो डायबिटीज होने से रोकता है।
मुंह की बदबू-
अगर आपके मुंह से बदबू आ रही हो तो तुलसी के कुछ पत्तों को चबा लें। इससे सांस की बदबू दूर हो जायेगी।
सिरदर्द और सर्दी की शिकायत -
अगर व्यक्ति को साइनसिस, एलर्जी, सिरदर्द और सर्दी की शिकायत रहती है तो तुलसी की पत्तियों को पानी में अच्छे से उबालने के बाद छान लें। इसके बाद छाने हुए पानी को थोड़ा-थोड़ा करके पीएं। ऐसा करने से  आपको सिर दर्द में आराम मिलेगा।
गले की खराश-
तुलसी के पत्ते पानी में डालकर अच्छी तरह से उबाल लें। इसके बाद इस पानी का सेवन करें आपको जल्द ही गले की खराश से मुक्ति मिल जायेगी।

       सेहत टिप्स/शौर्यपथ /अक्सर बदलते मौसम के साथ जोड़ों में दर्द की समस्या होने लगती है है। उठते-बैठते और चलते-फिरते आपके हाथ-पैरों से कटकट की आवज आती है। जॉइंट में पेन   और उनका कठोर होना ये बताते हैं कि आपकी हड्डियों में लुब्रिकेंट की कमी हो गयी है और वो कमजोर हो रही हैं। जब आपके जॉइन्ट में चिकनाहट कम होती है, तो आपको बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए यह जरूरी है कि आप उन फूड्स के बारे में जानें, जो बोन्स में लुब्रिकेशन   बढ़ा सकते हैं।

शरीर में क्यों जरूरी होता है लुब्रिकेंट?
साधारण शब्दों में लुब्रिकेंट जोड़ो की ग्रीस   होती है जो जॉइंट को चिकनाहट प्रदान करके हड्डियों को आपस में रगड़ने से रोकता है। हड्डियों के जॉइंट में पाए जाने वाले इस द्रव को सिनोवियम और कार्टिलेज भी कहते हैं।

आज के वक़्त में खराब लाइफस्टाइल, लम्बे वक़्त तक बैठे रहना या खड़े रहने, जंक फ़ूड का अधिक सेवन करने से कई बीमारी हो जाती है। जॉइंट में दर्द भी इन वजहों से ही होता है। पहले के समय में उम्रदराज लोगों में ऐसी शिकायतें दर्ज की जाती थी, लेकिन आज के समय में युवा पीढ़ी भी इससे ग्रस्त है। तो चलिए जानते हैं कि कैसे अपनी डाइट में कुछ सब्जियां जोड़ कर इस परेशानी से थोड़ी राहत पायी जा सकती है।

यहां हैं बोन्स में लुब्रिकेशन बढ़ाने वाले सुपरफूड्स
1 प्याज​ और लहसुन में होता है सल्फर
किसी भी खाने का जायका बढ़ाने के लिए लहसुन और प्याज अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन) की एक रिसर्च के अनुसार, लहसुन और प्याज में सल्फर यौगिक भरपूर मात्रा में शामिल होता है, जो सूजन और दर्द को कम करने में मददगार हो सकता है।

जॉइंट को मजबूत और लचीला बनाने के लिए आप सब्जियों के साथ-साथ इसका सेवन कच्चा भी कर सकते हैं।

 
2 ​लाल शिमला मिर्च है विटामिन्स का अच्छा स्रोत
शिमला मिर्च में विटामिन ए, बी, सी और विटामिन-के पाए जाते हैं। इसमें पाया जाने वाला विटामिन ए त्वचा, हड्डियों और दांतों को हेल्दी रखने में मदद करता है। मेडलाइन प्लस   के मुताबिक, शिमला मिर्च में पाया जाने वाला विटामिन-के हड्डियों के लिए बेहद लाभकारी है।

ये जॉइन्ट में लचीलापन और मजबूती लाने का कार्य भी करता है। शिमला मिर्च का सेवन का सलाद में, सब्जी में कर सकते हैं। इससे खाने का स्वाद तो बढ़ेगा साथ ही आपकी हड्डियों के लिए फायदेमंद है।
​3 अदरक से मिलेगी राहत
बदलते मौसम में अदरक आपके लिए बेहद फायदेमंद हैं। क्योंकि इसमें वो सभी गुण शामिल होते हैं, जो आपको हेल्दी बना सकते हैं। अदरक में पाए जाने वाले एंटी इंफ्लेमेटरी और दर्द से राहत दिलाने वाले गुण आपकी हड्डियों और जॉइंट्स के लिए फायदेमंद है। इसका सेवन आप सब्जी और चाय में कर सकते हैं।

4 ​बीन्स में पाया जाता है कैल्शियम
बीन्स में प्रोटीन, आवश्यक खनिज और फाइबर की भरपूर मात्रा में पायी जाती है। जो हेल्दी रहने के लिए बेहद जरूरी हैं। बीन्स में पाए जाने वाले फ्लेवोनोइड में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट जैसे गुण शामिल होते हैं जो जॉइंट पेन और सूजन से राहत दिलाने में सहायता करते हैं। इसमें कैल्शियम भी पाया जाता है, जो हड्डियों को मजबूत करता है। इसके अतिरिक्त बीन्स में शामिल विटामिन ए, के और सिलिकॉन भी हड्ड‍ियों के लिए लाभकारी होते है।


सेहत टिप्स /शौर्यपथ /बच्चों के पूर्ण विकास के लिए न सिर्फ खेलकूद बल्कि अच्छे आहार का भी बहुत बड़ा हाथ होता है। लेकिन आजकल बदलते लाइफस्टाइल और खानपान की खराब आदतों की वजह से बच्चों में कई पोषक तत्वों की कमी होने लगती है। जिसमें शरीर में मैग्नीशियम की कमी होना भी एक आम समस्या बन गया है। बढ़ती उम्र में बच्चों को पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम न मिले तो उनकी लंबाई, शरीर की संरचना, स्किन और बालों पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसे में आइए जान लेते हैं बच्चों में मैग्नीशियम की कमी होने पर शरीर पर दिखाई देने लगते हैं कौन से लक्षण और किस उम्र में बच्चों को मैग्नीशियम की कितनी मात्रा की जरूरत होती है।
बच्चों को होती हैं कितने मैग्नीशियम की आवश्यकता-
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, हर बच्चे को उसकी उम्र के अनुसार मैग्नीशियम की जरूरत पड़ती है। आइए जानते हैं किस उम्र के बच्चे को सेहतमंद रहने के लिए रोजाना कितने मैग्नीशियम की जरूरत होती है।
0-6 महीने के बच्चे को रोजाना 30 मिलीग्राम मैग्नीशियम की जरूरत होती है। जबकि 7-12 महीने के बच्चे को रोजाना 75 मिलीग्राम मैग्नीशियम की जरूरत होती है। बता दें, 1 से 3 साल के बच्चे को रोजाना 80 मिलीग्राम मैग्नीशियम चाहिए होता है। वहीं 4 से 8 साल के बच्चे को 130 मिलीग्राम, 9 से 13 साल के बच्चे को 240 मिलीग्राम और 14 से 18 साल की लड़कियों को 360 मिलीग्राम और लड़कों को 410 मिलीग्राम मैग्नीशियम की जरूरत होती है।
बच्चों में मैग्नीशियम की कमी होने पर दिखाई देते हैं ये लक्षण-
-बच्चे की आंख बार-बार फड़क रही हो।
-रात को सोने में दिक्कत महसूस करना।
-सिर दर्द या बदन दर्द महसूस होना।
-शारीरिक और मानसिक थकान
-सिरदर्द
-अनिद्रा
-मांसपेशियों में ऐंठन
-सुबह के समय बीमार जैसा महसूस होना
-खाना पचाने में परेशानी या पेट दर्द होना।
-दांत में दर्द या मसूड़ों में अक्सर सूजन।
-बेचैनी और घबराहट की समस्या।
मैग्नीशियम की कमी दूर करने के लिए डाइट में शामिल करें ये चीजें-
-पत्तेदार हरी सब्जियां
-ब्रोकली
-भूरे रंग के चावल
-काजू बादाम और मूंगफली जैसे मेवे
-दही
-केला


        मनोरंजन /शौर्यपथ /उर्वशी रौतेला अपनी फिल्मों को लेकर नहीं बल्कि कभी कपड़ों को लेकर तो कभी ऋषभ पंत को लेकर सुर्खियों में रहती हैं। पिछले कुछ समय से उनके और ऋषभ पंत को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा चल रही है। इस वक्त भारतीय क्रिकेट टीम टी 20 वर्ल्ड कप 2022 के लिए ऑस्ट्रेलिया में है। अब उर्वशी ने एक वीडियो शेयर किया जिसे देखकर यूजर्स ने उनके गले की चेन को नोटिस किया और बताया कि ऐसा ही चेन ऋषभ पंत पहनते हैं। बस फिर क्या था सोशल मीडिया पर कमेंट्स की झड़ी लग गई।
यूजर्स के कमेंट्स
उर्वशी ने ब्रांड प्रमोशन के लिए प्रिंटेड ऑफ शोल्डर पर्पल ड्रेस पहनी है। उन्होंने गले में एक चेन और एक नेकलेस पहना है। उनकी इस चेन की तरह ऋषभ पंत भी हमेशा गले में चेन पहने रहते हैं। एक यूजर ने कमेंट किया, ऋषभ भाई की चेन पहन ली है क्या? एक अन्य ने लिखा, अब गले में पंत भाई की चेन भी आ गई। दोनों की गले की चेन तो देखो। एक यूजर ने कहा, चेन आरपी की है क्या गले में। एक ने लिखा, गले में जो चेन डाली है कहीं वो ऋषभ पंत की तो नहीं?
क्या था पूरा मामला
बता दें कि उर्वशी और ऋषभ के बीच अफेयर की खबरें रह चुकी हैं। इस साल अगस्त में उर्वशी का एक इंटरव्यू वायरल हुआ जिसमें उन्होंने कहा कि मिस्टर आरपी मिलने के लिए होटल की लॉबी में करीब 10 घंटे तक इंतजार किया। उन्होंने उनके फोन पर लगातार कॉल किया। उर्वशी ने आगे कहा कि वह थककर होटल के कमरे में पहुंची थीं और सो गई थीं  बाद में उन्होंने कई मिस कॉल देखे। इसके बाद ऋषभ पंत ने बिना नाम लिए कैप्शन में लिखा- मेरा पीछा छोड़ो बहन। बाद में भी दोनों एक दूसरे पर कटाक्ष करते दिखे।

       सेहत टिप्स /शौर्यपथ /कई दिनों से अगर आपको एसिडिटी है या फिर डाइजेशन से जुड़ीं कोई भी परेशानी है, तो आप पपीता खाना शुरू कर दें। इससे न सिर्फ आपका पेट साफ रहेगा बल्कि आपके शरीर में कई पोषक तत्वों की पूर्ति भी होगी। यह फाइबर से भरपूर होता है, जिससे आपका खाना आसानी से पच जाता है। पपीते में ज्यादा मात्रा में विटामिन ए होता है, इसके अलावा विटामिन सी भी पाया जाता है। वहीं, पपीते में पानी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम और आयरन जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। फायदों की बात करें, तो वेट लॉस के अलावा पेट की चर्बी कम करने में भी पपीता बहुत फायदेमंद है।
फ्रूट यॉगर्ट
आप ब्रेकफास्ट में दही में पपीता काटकर खा सकते हैं। इसमें आप कुछ और फल भी एड कर सकते हैं। इसमें भिगाए हुए ड्रॉय फ्रूट्स भी डाल सकते हैं। इसे खाने से आपका पेट काफी टाइम तक भरा रहेगा।
दूध और पपीता
आपको अगर हैवी ब्रेकफास्ट खाना है, तो इसके लिए आपको कई डिशेज खाने की जरूरत नहीं है बल्कि एक गिलास मलाई वाला दूध और पपीता खाएं। इससे आपको प्रोटीन की मात्रा भी मिल जाएगी और काफी घंंटों तक आपका पेट भरा रहेगा।
पपीते का जूस
आपको अगर ज्यादा पपीता नहीं खाया जाता, तो आप पपीते का जूस निकालकर पी सकते हैं। इसमें एक-दो पत्ते पुदीने के डाल दें। इससे स्वाद भी बढ़ जाएगा और इसके गुण भी।
पपीता शेक
आपको अगर बच्चों को पपीता खिलाना है, तो आप ड्राय फ्रूट्स डालकर पपीता शेक भी बना सकते हैं। साथ ही वनीला फ्लेवर डालना न भूलें। इससे बच्चे तुंरत ही इस शेक को पीना शुरू कर देंगे। आप वेट लॉस के लिए पी रहे हैं, तो सिर्फ जूस ही पिएं।  
पपीता चाट
आपको अगर सादा पपीता खाना पसंद नहीं है, तो आप पपीता चाट बनाकर भी खा सकते हैं। इसके लिए पपीते को स्लाइस में काटकर इस पर काला नमक, काली मिर्च का पाउडर छिड़क दें। आप चाहें, तो इसके ऊपर अदरक को बारीक घिसकर भी डाल सकते हैं।
 बीमार या पेट खराब होने पर ही याद आता है पपीता! तो ये 7 फायदे जरूर जान लें
पपीता एक ऐसा फल है, जिसे पेट खराब होने या फिर बीमार होने के वक्त ही सबसे ज्यादा याद किया जाता है लेकिन पपीते के गुण इससे कहीं ज्यादा है। डाइट में पपीता शामिल करने से आपको कई जबरदस्त फायदे होते हैं। आइए, जानते हैं कि पपीते को डाइट में शामिल करने से आपको क्या-क्या फायदे होते हैं-
एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर
पपीता में कैरोटीनॉयड- एक एंटीऑक्सिडेंट है, जो मुक्त कणों को बेअसर करता है। पपीता कैरोटीनॉयड के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक है।
कैंसर के खतरे को करता है कम
पपीते में लाइकोपीन होता है, जो कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। ऐसा माना जाता है कि पपीता कैंसर से लड़ने में मदद करता ह। यह फल उन लोगों के लिए भी फायदेमंद माना जाता है, जिनका कैंसर का इलाज चल रहा है।
इंफेक्शन से करता है बचाव
पपीता कई फंगल इंफेक्शन्स से लड़ने में भी मददगार माना जाता है और आंतों के कीड़ों को मारने के लिए भी जाना जाता है, जो कई संक्रमणों और जटिलताओं का कारण बनता है। इसलिए गर्मियों में इस फल का सेवन आपकी बॉडी को ठंडा रखता है।
चमकदार स्किन पाने में मददगार
पपीता आपकी त्वचा को युवा और हेल्दी बनाता है। फलों में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट अत्यधिक मुक्त कणों को बेअसर करने के लिए जिम्मेदार होते हैं, जो त्वचा को नुकसान, सैगिंग और झुर्रियों का कारण बनते हैं। लाइकोपीन और विटामिन सी से भरपूर, पपीता उम्र बढ़ने के संकेतों को कम करने में भी मदद करता है।
कब्ज का इलाज करता है
पपीता डाइजेशन में मदद करता है और आपका पेट साफ करता है। फल में विटामिन सी, फोलेट और विटामिन ई होता है, जो पेट में टॉनिक बनाता है और गति बीमारी को कम करता है।
पीरियड्स के दौरान फायदेमंद
पपीते का रस पीने से अनियमित पीरियड को सामान्य किया जा सकता है। आप अनियमित पीरियड्स के लिए कच्चे पपीते का रस भी पी सकते हैं। पपीता शरीर में गर्मी पैदा करता है और हार्मोन एस्ट्रोजन को बैलेंस करता है।



        टिप्स ट्रिक्स /शौर्यपथ /किचन टिप्स न सिर्फ आपकी खाना पकाने में मदद करते हैं बल्कि इससे कोई भी डिश जल्दी बनकर भी तैयार हो जाती है। ऐसे में आपको अगर कुकिंग का शौक है, तो आपको इन कुकिंग टिप्स को जरूर फॉलो करना चाहिए। स्मार्ट कुकिंग तभी मानी जाती है, जब आप कम समय में स्वादिष्ट पकवान बनाते हैं। जैसे, कढ़ी बनाने के बाद अगर आप इसमें अलग से तड़का लगाते हैं, तो इसका स्वाद बढ़ जाता है। आइए, जानते हैं कुछ टिप्स-
सब्जी को खट्टी कैसे बनाएं
सब्जी को खट्टी बनाने के लिए अगर आपके पास टमाटर नहीं है, तो आप सब्जी बनाने के बाद इसमें थोड़ी मात्रा में खटाई डाल दें। इससे सब्जी खट्टी भी हो जाएगी और इसका स्वाद भी बढ़ जाएगा।
अंंडे को आसानी से कैसे छिलें
अंडों को आसानी से छिलने के लिए आप अंडे उबालते टाइम पानी में नमक डाल दें। इसके बाद अंडे उबल जाने पर इसे ठंडे पानी में डाल दें। आसानी से अंंडे छिल जाएंगे।
प्याज का सूप स्वादिष्ट कैसे बनाएं
प्याज का सूप बनाते समय इसमें पनीर के टुकड़े डाल दें। इससे न सिर्फ प्याज का सूप हेल्दी बनेगा बल्कि इसका स्वाद भी बढ़ जाएगा। इसमें सूप बनने के बाद थोड़ा-सा हरा धनिया भी डाल दें।
शाही पनीर स्वादिष्ट कैसे बनाएं
आप अगर शाही पनीर बना रहे हैं, तो इसमें थोड़ा-सा मलाई वाला दूध भी डाल दें। इससे शाही पनीर बहुत ही स्वादिष्ट बनेगा। आपको बहुत कम मात्रा में मलाई वाला दूध डालना है।
चाय को स्वादिष्ट कैसे बनाएं
आप अगर अदरक या इलायची वाली चाय भी बना रहे हैं, तो इसमें एक टुकड़ा दालचीनी का डाल दें। इससे चाय का स्वाद बढ़ जाएगा।

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