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मनोरंजन /शौर्यपथ /फिल्म RRR की जबरदस्त सक्सेस के बाद दर्शकों को एस एस राजामौली की अगली फिल्म का बेसब्री से इंतजार है। रिपोट्र्स के मुताबिक, राजामौली ने अपनी अगली फिल्म के प्रोजेक्ट पर काम भी शुरू कर दिया है। डायरेक्टर के इस अगले प्रोजेक्ट को SSMB29 अस्थाई नाम दिया गया है। राजामौली के वेंचर को लेकर लेटेस्ट अपडेट जानने के लिए फैंस उत्साहित हैं। बता दें इस फिल्म में लीड रोल के लिए साउथ सुपरस्टार महेश बाबू को कास्ट किए जाने की बात कही गई थी। और अब इस फिल्म को लेकर एक बड़ा अपडेट चर्चा में है।
दीपिका पादुकोण करेंगी महेश बाबू संग रोमांस
राजामौली की नई फिल्म को लेकर यही अपडेट चर्चाओं में है कि इस फिल्म लीड एक्ट्रेस के तौर पर कास्ट किया जा सकता है। रिपोर्ट्स की मानें तो इस फिल्म की टीम में आपस में दीपिका को कास्ट करने की चर्चा चल रही है। हालांकि दीपिका को फिल्म में लीड रोल के किरदार के लिए अप्रोच किया गया है या नहीं ये इस बात की कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
बॉलीवुड के बाद साउथ में छाने को तैयार दीपिका
बॉलीवुड टॉप एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण को राजामौली की फिल्म में कास्ट करने की बात अगर सच साबित होती है तो ऐसा पहली बार होगा जब दीपिका महेश बाबू संग रोमांस करती नजर आएंगी। इसके अलावा दीपिका को डायरेक्टर नाग अश्विन की फिल्म Project k के लिए किया गया है। इस फिल्म में दीपिका के अपोजिट बाहुबली फेम एक्टर प्रभास नजर आने वाले हैं। इस तरह से अब दीपिका साउथ फिल्मों में छाने के लिए तैयार है।
जंगल एडवेंचर पर बेस्ड है फिल्म
इस फिल्म प्रोजेक्ट से जुड़े राइटर विजेंद्र प्रसाद ने पिंकविला को दिए गए एक इंटरव्यू में इस बात जिक्र किया था कि ये फिल्म सत्य घटनाओं पर आधारित है। इस फिल्म को लेकर ये भी जानकारी सामने आई थी कि ये फिल्म जंगल एडवेंचर पर बेस्ड है। इस फिल्म की शूटिंग अगले साल शुरू होने की उम्मीद है। जब इस फिल्म को लेकर महेश बाबू से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस फिल्म के बारे में कुछ भी कहा जाना जल्दबाजी होगी। उन्होंने आगे कहा कि अगर ऐसा होता है तो मेरे लिए ये एक सपना सच होने जैसी बात होगी।
टिप्स ट्रिक्स /शौर्यपथ इंसान कितना इंटेलिजेंट है आईक्यू टेस्ट से यह पता लगाया जा सकता है। हालांकि व्यक्तित्व के कुछ लक्षण होते हैं जिनसे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सामने वाला कितना स्मार्ट है। आपका दिमाग जितना तेज है, आपके सोचने, समझने, सीखने और सिचुएशंस को डील करने की क्षमता उतनी ही अच्छी होगी। कहावत है कि जो लोग ज्यादा दिमाग वाले होते हैं उन्हें प्यार मिलने में मुश्किल होती है। यहां जानते हैं ऐसा क्यों कहा जाता है।
ओवरथिंकर होते हैं बुद्धिमान लोग
ऐसा माना जाता है कि इंटेलिजेंट लोग हर बात पर ज्यादा सोचते हैं। ऐसे लोग किसी के करीब जाने से पहले उनके गुण-अवगुण, अच्छाई-बुराई के बारे में पूरा कैलकुलेशन लगाते हैं। वे इस रिलेशनशिप में आगे चलकर होने वाली हर पॉसिबल गड़बड़ के बारे में पहले ही सोच लेते हैं। इस वजह से वे जल्दी किसी रिलेशनशिप में नहीं पड़ पाते।
नहीं सुनते दिल की
इंटेलिजेंट लोग अपने दिल के बजाय दिमाग की ज्यादा सुनते हैं। उनमें काफी सेल्फ कंट्रोल होता है। वे जल्दी कॉम्प्रोमाइज भी नहीं करते। उन्हें फर्क नहीं पड़ता कि उनके आसपास के लोगों के साथ पार्टनर है या सब शादी कर रहे हैं। वे गलत इंसान के साथ रहने के बजाय अकेले रहना चुनते हैं।
खुद के हर्ट होने से डरते हैं
बुद्धिमान लोग धोखा नहीं खाना चाहते। इस वजह से वे थोड़ी शक्की मिजाज के भी होते हैं। उन्हें लोगों की बातों पर तब तक भरोसा नहीं होता जब तक वह चीजों को ऐक्शन में न देख लें। जब पार्टनर चुनने का मौका आता है तो वे उसके बारे में हर नेगेटिव बात सोचकर तसल्ली कर लेना चाहते हैं ताकि गलत इंसान चुनकर वे हर्ट न हो जाएं।
व्रत त्यौहार /शौर्यपथ / कुछ ही दिनों में दिवाली का त्योहार आने वाला है। ऐसे में इस दिन को खास बनाने के लिए अभी से घरों में साफ-सफाई से लेकर तरह-तरह के पकवान बनाने की तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं। अगर आप भी दिवाली के दिन घर आने वाले मेहमानों को कुछ चटपटा और घर का बना खिलाना चाहते हैं तो ट्राई करें आलू मठरी की ये टेस्टी और क्रंची रेसिपी।
आलू मठरी बनाने के लिए आवश्यक सामग्री-
-आलू 1 कप (उबालकर ग्रेट किए हुए)
-मैदा 1 कप
-सूजी 1/2 कप
-गेहूं का आटा 1/3 कप
-नमक 1 छोटा चम्मच
-अजवाइन 1/4 छोटा चम्मच
-सफेद तिल 1/4 छोटा चम्मच
-तेल तलने के लिए
आलू की मठरी बनाने का तरीका-
आलू की मठरी बनाने के लिए सबसे पहले उबले हुए आलू छीलकर अच्छी तरह ग्रेट कर लें। अब एक मिक्सिंग बाउल लेकर उसमें मैदा छानकर डालें। इसके साथ इसमें सूजी और गेहूं का आटा भी मिलाएं।
अब आप इसमें थोड़ा सा नमक और अजवाइन डालकर हाथ से मसलें। फिर थोड़ा सा तेल और कद्दूकस किए हुए आलू डालकर आटा गूंथ लें। इसके बाद आप इस आटे को सेट होने के लिए करीब 15 मिनट तक अलग रख दें। अब इस आटे से छोटी-छोटी लोइयां निकालकर थोड़ा तेल लगाकर बेल लें।
अब एक चाकू या कांटे की मदद से इस आटे में छेद कर लें। फिर आप इसको एक बार थोड़ा-थोड़ा सा बेल लें। अब एक कढ़ाई में तेल डालकर गर्म कर लें। इस तेल में तैयार मठरियों को डालकर सुनहरा क्रिस्पी होने तक डीप फ्राई करें। आपकी चटपटी आलू की मठरी बनकर तैयार हो चुकी है। आप इन्हें दिवाली के दिन घर आने वाले मेहमानों को सर्व करने के साथ चाय के साथ भी इनका मजा ले सकती हैं।
आस्था /शौर्यपथ हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रमा एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। रमा एकादशी को सबसे शुभ एकादशी माना गया है। इसे कार्तिक कृष्ण एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। रमा एकादशी दीपावली के चार दिन पहले आती है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार एकादशी का व्रत रखने से कई पाप नष्ट हो जाते हैं। वहीं जो जातक रमा एकादशी व्रतकी कथा को पढ़ता या सुनता है। उसके पाप भी मिट जाते हैं। आइए जानते हैं रमा एकादशी की तिथि, महत्व और पूजा विधि के बारे में।
रमा एकादशी 2022 तिथि
हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 20 अक्टूबर को दोपहर 04.04 मिनट से होगी। ये तिथि अगले दिन 21 अक्टूबर को शाम 05.22 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार 21 अक्टूबर को रमा एकादशी का व्रत रखा जाएगा।
रमा एकादशी 2022 पूजा मुहूर्त
रमा एकादशी के दिन प्रातः काल से शुक्ल योग है। यह शाम 05.48 मिनट तक रहेगा। उसके बाद ब्रह्म योग आरंभ होगा। वहीं एकादशी व्रत की पूजा करने का शुभ मुहूर्त सुबह 07.50 मिनट से सुबह 09.15 मिनट तक रहेगा।
रमा एकादशी 2022 पूजा विधि
रमा एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नानादि से निवृत्त हो जाएं। घर के मंदिर में भगवान विष्णु की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें। फिर दीपक प्रज्वलित करें। इसके बाद विधि-विधान से पूजा करें। सबसे पहले श्रीहरि को पंचामृत से स्नाम करें। फिर पुष्प, धूप, दीप और तुलसी दल अर्पित करें। इसके बाद विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। साथ ही ब्राह्मणों को भोजन कराकर और आशीर्वाद प्राप्त करें।
दिवाली से पहले रमा एकादशी, यह महत्व, व्रत कथा और मुहूर्त
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रमा एकादशी के नाम से जाना जाता है। धनतेरस और दिवाली से पहले आने वाली इस एकादशी का धार्मिक दृष्टि से काफी महत्व है। पद्म पुराण में बताया गया है कि इस दिन व्रत करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस साल रमा एकादशी 24 अक्टूबर दिन गुरुवार को है।
रमा एकादशी में भगवान विष्णु की पूजा श्रीकृष्ण भगवान के रूप में होती है। मान्यता है कि रमा एकादशी पर विधि-विधान से श्रीकृष्ण की पूजा करने से सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इस व्रत से पुरुषों को सुखद सांसारिक और पारिवारिक जीवन का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस व्रत के करने से न केवल मानव जीवन सफल होता है बल्कि मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।
यदि आपसे जाने-अनजाने कोई पाप हो गया है तो उस पाप के प्रायश्चित के लिए भी आप रमा एकादशी का व्रत कर सकते हैं। इस व्रत के प्रभाव से घोर पाप से भी मुक्ति मिलती है ऐसा पद्पुराण में बताया गया है।
रमा एकादशी व्रत पूजा विधि
रमा एकादशी पर सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर लें और पूजा की तैयारियां करें। फिर भगवान के सामने व्रत का संकल्प लें और उनसे व्रत की सफलता में सहयोग के लिए विनती करें।
इसके बाद श्रीकृष्ण की मूर्ति को गंगाजल से स्नान कराकर रोली और अक्षत से टीका करें। भगवान श्रीकृष्ण को माखन और मिश्री का भोग लगाएं। पूजा के बाद सूर्यदेव को अर्घ्य दें।
दिन भर शांत मन से भगवान का स्मरण करते रहें। यदि समय मिले तो गीता का पाठ जरूर करना चाहिए। किसी से बहस करने से बचें और कलह का माहौल अपने आस-पास न बनने दें।
शाम के समय फिर से श्रीकृष्ण की पूजा करें और भगवान को भोग लगाकर प्रसाद सभी में बांट दे और खुद भी ग्रहण खरें।
अगले दिन मंदिर में जाकर पूजा-पाठ कर दान-दक्षिणा दें। आप चाहें तो अगले दिन कुछ ब्राह्मणों को घर बुलाकर भोजन भी करवा सकते हैं।
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रमा एकादशी व्रत कथा
पौराणिक युग में मुचुकंद नामक प्रतापी राजा थे, उनके एक सुंदर कन्या थी, जिसका नाम चंद्रभागा था। इनका विवाह राजा चंद्रसेन के बेटे शोभन के साथ हुआ था। शोभन शारीरिक रूप से अत्यंत दुर्बल था। वह एक समय भी बिना अन्न के नहीं रह सकता था। एक बार दोनों मुचुकंद राजा के राज्य में गए उसी दौरान रमा एकादशी व्रत की तिथि थी। चंद्रभागा को यह सुन चिंता हो गई क्योंकि उसके पिता के राज्य में एकादशी के दिन पशु भी अन्न, घास आदि नहीं खा सकते, तो मनुष्य की बात ही अलग है। उसने अपने पति शोभन से कहा अगर आपको कुछ खाना है तो इस अलग राज्य दूर किसी अन्य राज्य में जाकर भोजन ग्रहण करना होगा। पूरी बात सुनकर शोभन ने निर्णय लिया कि वह रमा एकादशी का व्रत करेंगे, इसके बाद ईश्वर पर छोड़ देंगे। एकादशी का व्रत प्रारंभ हुआ, व्रत होते होते रात बीत गई लेकिन अगले सूर्योदय तक शोभन के प्राण नहीं बचे।
उसकी पत्नी चंद्रभागा पति की मृत्यु के बाद अपने पिता के घर रहने लगी उसने अपना पूरा मन पूजा पाठ में लगाया और विधि के साथ एकादशी का व्रत किया। दूसरी तरफ शोभन को एकादशी व्रत करने का पुण्य मिलता है और वो मरने के बाद देवपुर का राजा बनता है। जिसमें असीमित धन और ऐश्वर्य हैं एक दिन सोम शर्मा नामक ब्राह्मण देवपुर के पास से गुजरता है और शोभन को देख पहचान लेता है और पूछता है कि शोभन को यह सब ऐश्वर्य कैसे प्राप्त हुआ। तब शोभन उसे बताता है कि यह सब रमा एकादशी का प्रताप है लेकिन यह सब अस्थिर है कृपा कर मुझे इसका स्थिर उपाय बताएं शोभन की पूरी बात सुन सोम शर्मा उससे विदा लेकर शोभन की पत्नी से मिलने जाते हैं और शोभन के देवपुर का सत्य बताते हैं चंद्रभागा यह सुन बहुत खुश होती है और सोम शर्मा से कहती है कि आप मुझे अपने पति से भेंट करवा दो, इससे आपको भी पुण्य मिलेगा।
फिर सोम शर्मा उसे बताते हैं कि यह सब ऐश्वर्य अस्थिर है, तब चंद्रभागा कहती है कि वो अपने पुण्यों से इस सब को स्थिर कर देगी। तब सोम शर्मा अपने मंत्रों एवम ज्ञान के द्वारा चंद्रभागा को दिव्य बनाते हैं और शोभन के पास भेजते हैं। शोभन पत्नी को देख बहुत खुश होता है। तब चंद्रभागा उससे कहती है कि मैंने पिछले 8 वर्षों से नियमित ग्यारस का व्रत किया है मेरे उन सब जीवन भर के पुण्यों का फल मैं आपको अर्पित करती हूं। उसके ऐसा करते ही देव नगरी का ऐश्वर्य स्थिर हो जाता है और फिर सभी आनंद से रहने लगते हैं। इस प्रकार रमा एकादशी का महत्व पुराणों में बताया गया है। इसके पालन से जीवन पापमुक्त होता है।
रमा एकादशी समाप्त 24 तारीख को रात 10 बजकर 19 मिनट पर
द्वादशी तिथि में 25 तारीख की सुबह व्रत का समापन होगा।
व्रत का समापन तुलसी पत्ता खाकर करें। तुलसी का पत्ता व्रती को स्वयं नहीं तोड़ना चाहिए।
ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ /कोरियन स्किन केयर में चावल का खूब इस्तेमाल किया जाता है। ये स्किन से दाग-धब्बों को हटाने में मदद करता है। इसी के साथ इसमें इस्तेमाल होने वाला आलू भी स्किन के लिए कमाल कर सकता है। आने वाले त्योहारों से पहले अगर आप स्किन का गोरापन और ग्लो बढ़ाना चाहते हैं तो बेफिक्र होकर इस फेस पैक का इस्तेमाल कर सकते हैं। सीखें बनाने और लगाने का तरीका-
आलू से फेस पैक बना6ने के लिए आपको चाहिए...
- आलू
- चावल का आटा
- शहद
- हल्दी
कैसे बनाएं
इसे बनाने के लिए आलू को अच्छे से धोएं। फिर इसे कद्दूकस करें। जब आलू ग्रेट हो जाए तो एक सूती कपड़ा लें। इस कपड़े को कटोरी में रखें और इस पर कदूदकस किया हुआ आलू रखें। इसकी पोटली बनाएं और हाथों की मदद से सारा रस निचोड़ लें।
अब इसमें चावल का आटा मिलाएं। (अगर चावल का आटा नहीं है तो आप इसे इंस्टेंट तरीके से भी बना सकते हैं। इसके लिए ब्लेंडर में चावल को डालें और अच्छे से पाउडर बना लें।) अब इस मिश्रण में शहद और एक चुटकी हल्दी मिलाएं। अच्छे से मिक्स करें। स्किन वाइटनिंग फेस पैक तैयार है।
कैसे लगाएं
चेहरे पर फेस पैक का अच्छा रिजल्ट चाहते हैं तो स्किन को अच्छे से साफ करें। इसके लिए आप अपने पसंदीदा फेस वॉश का इस्तेमाल कर सकते हैं। चेहरे को धोने के बाद थपथपा कर सुखाएं। फिर अपने फेस पैक को चेहरे पर लगाएं और 15 से 20 मिनट तक इंतजार करें। जब पैक सूख जाए तो चेहरे को साफ करने के लिए कॉटन के गीले कपड़े का इस्तेमाल करें। इसे हफ्ते में 1 से 2 बार अप्लाई किया जा सकता है। चेहरा साफ करने के बाद आप अपने फेवरेट मॉइश्चराइज या सीरम को लगाएं।
लाइफस्टाइल /शौर्यपथ /खुशियों और पॉजिटिविटी का त्योहार दिवाली कुछ ही दिन में आने वाला है। हाालंकि इससे पहले दिवाली पार्टी होना शुरू हो गई हैं। इस तरह की पार्टी का चलन कुछ सालों में काफी ज्यादा बढ़ गया है। पहले ये पार्टियां बी-टाउन में खूब होती थी, लेकिन अब ये पार्टी हर कोई अपने घर में करता है। अगर आपके घर पर भी जल्द दिवाली पार्टी होने वाली है तो आप इस पार्टी को एंटरटेनिंग बनाने के लिए कुछ गेम्स को शामिल कर सकते हैं। यहां हम बता रहे हैं कुछ मजेदार गेम्स आइडिया-
गेम- 1
इस गेम को खिलाने के लिए आपको चूड़िया, लौंग, इलायची, काली मिर्च, राजमा की जरूरत होगी। इस गेम में आपको चेहरा बनाना है। जिसके लिए एक चूड़ी को लें और उसके साइड में राजमा से कान बनाएं और अंदर काली मिर्च से आंखे, लौंग से नाक और इलायची से लिप्स बनाने है। इसे गेम में सभी लोगों को एक मिनट का समय देना है और इस समय में जो सबसे ज्यादा चेहरे बनाएगा वो विजेता होगा।
गेम- 2
इस गेम को खिलाने के लिए आपको बहुत सारे सिक्कों कि जरूरत है। इसके लिए एक प्लेट में सिक्कों को रख लें। अब दो-दो लोगों के जोड़े बनाएं फिर इस जोड़ों को अपने हाथ को मिलाते हुए सिक्कों को हाथ में लेना है। जो कपल सबसे ज्यादा सिक्के इकट्ठे करेगा वो विनर होगा। कपल पार्टी के लिए ये गेम बेस्ट रहेगा।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में प्रदेश में नवगठित 10 राजस्व अनुविभागों एवं 25 नवीन तहसीलों का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने नये अनुविभाग तिल्दा नेवरा, बागबाहरा, मालखरौदा, धमधा, बलरामपुर, राजपुर, भरतपुर, खड़गवां, भोपालपट्नम और भैरमगढ़ का उद्घाटन किया। इन अनुविभागों के उद्घाटन के बाद प्रदेश में 108 अनुविभाग होंगे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कार्यक्रम में 25 नवीन तहसीलों मंदिरहसौद, धरसींवा, बेलरगांव, कोमाखान, सोनाखान, टुण्डरा, अमलीपदर, बेलतरा, जरहागांव, दीपका, मुकड़ेगा, कोटाडोल, पोड़ी (बचरा), औंधी, खड़गांव, साल्हेवारा, लालबहादुर नगर, मर्री बंगला (देवरी), देवकर, भिंभौरी, नानगुर, भानपुरी, तोंगपाल, मर्दापाल, धनोरा का उद्घाटन किया। इन तहसीलों के उद्घाटन के बाद प्रदेश में तहसीलों की संख्या बढ़कर 227 हो जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नवीन अनुविभाग एवं तहसीलों की स्थापना से राज्य के सभी नागरिकों को लाभ पहंुचेगा, साथ ही शासकीय योजनाओं के सुचारू रूप से क्रियान्वयन एवं प्रशासकीय कामकाज में कसावट लाने में सुविधा होगी, शासन की योजनाएं एवं मूलभूत सुविधाएं आम जनता को आसानी से उपलब्ध होगी। विकास की रफ्तार भी बढ़ेगी।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में वर्चुअल कार्यक्रम में प्रदेश में अविवादित नामांतरण एवं खाता विभाजन प्रकरणों के त्वरित एवं समयबद्ध निराकरण हेतु नामांतरण प्रक्रिया को सरलीकृत करते हुए तैयार किए गए ऑनलाईन नामांतरण पोर्टल के नये वर्जन का शुभारंभ किया।
पोर्टल के माध्यम से पंजीयन कार्यालय एवं नागरिकों से प्राप्त ऑनलाईन आवेदन नामांतरण पंजी में स्वतः दर्ज होगा। जिसके पश्चात क्रेता से राजस्व न्यायालय अथवा ग्राम पंचायतों में नामांतरण किए जाने के संबंध में विकल्प लिया जाएगा। विकल्प के पश्चात आम ईश्तहार एवं व्यक्तिशः सूचना की प्रति विभागीय वेबसाइट में उपलब्ध होगी।
नये वर्जन में पक्षकारों को प्रकरण दर्ज होने, प्रत्येक पेशी तारीख तथा आदेश पारित होने की तारीख एवं अभिलेख दुरूस्ती होने की सूचना एसएमएस के माध्यम से दी जाएगी। प्रकरण में आपत्ति प्राप्त नहीं होने पर आदेश पारित किया जाएगा।
आदेश पारित होने के 07 दिवस के भीतर हल्का पटवारी द्वारा अभिलेख दुरूस्ती कर डिजिटल हस्ताक्षर से सत्यापन किया जाएगा। इससे आम नागरिकों के समय की बचत होगी एवं न्यायलयीन प्रकरणों का शीघ्र निराकरण होगा।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां उनके निवास कार्यालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य सरकार की तीन महत्वाकांक्षी योजनाओं-राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना तथा राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के तहत हितग्राहियों के खाते में 1866 करोड़ 39 लाख रूपये की राशि ऑनलाइन अंतरित की। मुख्यमंत्री बघेल ने ’राजीव गांधी किसान न्याय योजना’ की वर्ष 2021-22 की तीसरी किस्त के रूप में प्रदेश के 23 लाख 99 हजार 615 किसानों को कुल 1745 करोड़ रूपए, ’राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना’ के तहत वित्तीय वर्ष 2022-23 की राशि के रूप में 4 लाख 66 हजार 880 हितग्राहियों को 115 करोड़ 80 लाख 32 हजार रूपए और गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 5 करोड़ 59 लाख रूपए की राशि का ऑनलाईन भुगतान किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि दीपावली का त्यौहार नजदीक है और आप सभी के खाते में राशि आने से त्यौहार अच्छे से मना सकेंगे। राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना तथा राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के हितग्राहियों को लगभग 1900 करोड़ की राशि अंतरित की गई, जिससे प्रदेश के किसानों, मजदूरों, पशुपालकों, स्व सहायता समूहों की महिलाओं और गौठान समितियों को लाभ प्राप्त होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्मचारियों का डी.ए. बढ़ाकर 33 प्रतिशत कर दिया गया है, जिससे कर्मचारी वर्ग में भी खुशी का माहोल है। त्यौहार के पहले सभी वर्गो के पास पैसा आने से बाजार में भी रौनक रहेगी।
बैठक में मंत्रीद्वय रविन्द्र चौबे, टी.एस.सिंह देव, ताम्रध्वज साहू, मोहम्मद अकबर, प्रेमसाय सिंह टेकाम, कवासी लखमा, डॉ.शिवकुमार डहरिया, अमरजीत भगत, जयसिंह अग्रवाल, श्रीमती अनिला भेंड़िया, गुरू रूद्र कुमार, उमेश पटेल, मुख्यमंत्री के कृषि सलाहकार प्रदीप शर्मा, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ.कमलप्रीत सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, डॉ. एस.भारतीदासन, अंकित आनंद, उपसचिव सुश्री सौम्या चौरसिया एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
भिलाई नगर / शौर्यपथ / शहर के बाजारों में उमड़ रही भीड़ को सुरक्षा देने पुलिस ने इंतजाम कर लिया है। सादी वर्दी में तैनात पुलिस के जवान बाजार में निगरानी कर रहे हैं। सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से भी संदिग्ध तत्वों पर नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही सुपेला व पावरहाउस मार्केट में वाहन पार्किंग के लिए जगह का चिन्हांकन कर दिया गया है।
शहर के सभी प्रमुख बाजार में त्योहारी खरीदारी के लिए भीड़ उमड़ रही है। ऐसे में इस भीड़ को असामाजिक तत्व अपना निशाना बना सकते हैं। इसे देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा का इंतजाम कर लिया है। पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव ने थानेदारों को अपने अपने क्षेत्र के बाजार में भीड़ को देखते हुए सुरक्षा इंतजाम पुख्ता करने का निर्देश दिया है। थानों की पुलिस के कुछ जवान सादी वर्दी में बाजार आने जाने वालों की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। संदिग्ध गतिविधि वाले लोगों से पुलिस पूछताछ करने में भी हिचक नहीं रही है।
गौरतलब रहे कि दीपावली का त्योहार 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इसके लिए लोग खरीदारी करने बाजार पहुंच रहे हैं। शाम के वक्त सुपेला के आकाशगंगा, लक्ष्मी मार्केट, उत्तर व दक्षिण गंगोत्री व पावरहाउस के जवाहर मार्केट और सर्कुलर मार्केट में खासी भीड़ उमड़ रही है।
भिलाई टाउनशिप के विभिन्न सेक्टर में स्थित मार्केट पर भी रौनक देखते बन रही है। बाजार आने वाले ग्राहकों में अनेक लोग अपने साथ मोटी रकम रखते हैं। लूट, चोरी व ठगी करने वाले पेशेवर गिरोह मौका मिलते ही ऐसे लोगों को शिकार बना देते हैं। इसलिए सादी वर्दी में पुलिस जवानों को तैनात रख ग्राहकों को सुरक्षा प्रदान किया जा रहा है। व्यवसायियों को अपने संस्थान
में लगे सीसीटीवी कैमरे को अपडेट रखते का भी निर्देश पुलिस महकमे की ओर से दिया गया है।
बाजार आने वालों को हो रही वाहन पार्किंग की दिक्कत को देखते हुए यातायात पुलिस ने बीट सिस्टम लागू किया है। इसके लिए दुर्ग-भिलाई को चार जोन में बांटा गया है। इसमें दुर्ग, सुपेला, सेक्टर और नेहरू नगर जोन शामिल है। जवाहर मार्केट और सर्कुलर मार्केट में आने वालों के लिए छावनी थाना के सामने लाल मैदान और पुलिस ग्राउंड में पार्किंग की व्यवस्था है। वहीं सुपेला क्षेत्र के लिए सर्कस मैदान को पार्किंग स्थल बनाया गया है। सिविक सेंटर मार्केट के लिए वहां के नजदीकी खुले मैदान में वाहन खड़ी करने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।