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नई दिल्ली /शौर्यपथ /कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सोमवार को मतदान हो रहा है। पार्टी चीफ पोस्ट के लिए सीनियर नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच मुकाबला है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी आज वोट डालने के लिए नई दिल्ली स्थित पार्टी ऑफिस पहुंचीं। इस दौरान पत्रकारों ने उनसे पूछा कि 'क्या वह कांग्रेस अध्यक्ष पर को लेकर हो रहे चुनाव से खुश हैं?' इस पर उन्होंने कहा कि वह इस दिन का लंबे समय से इंतजार कर रही थीं।
सोनिया गांधी ने पार्टी मुख्यालय में मतदान किया। उनके साथ पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी वोट डाला। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी कांग्रेस मुख्यालय पहुंचकर मतदान किया। पार्टी मुख्यालय में पी चिदंबरम ने सबसे पहले मतदान किया। उनके बाद पार्टी महासचिव जयराम रमेश, अजय माकन, मुकुल वासनिक, वरिष्ठ नेता अम्बिका सोनी, विवेक तन्खा और कई अन्य लोगों ने वोट डाला।
कांग्रेस को गैर-गांधी अध्यक्ष मिलना तय
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में आमने-सामने हैं। इस चुनाव के बाद पार्टी को 24 से अधिक वर्षों में एक गैर-गांधी अध्यक्ष मिलना तय है। कांग्रेस के करीब 9 हजार से अधिक निर्वाचक (डेलीगेट) आज पार्टी प्रमुख चुनने के लिए मतदान करेंगे।
अध्यक्ष पद का पिछला चुनाव सोनिया ने जीता
कांग्रेस पार्टी के 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए मतदान हो रहा है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश के मुताबिक, अध्यक्ष पद के लिए अब तक 1939, 1950, 1977, 1997 और 2000 में चुनाव हुए हैं। पूरे 22 वर्षों के बाद अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हो रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पिछली बार चुनाव 2000 में हुआ था, जब जितेंद्र प्रसाद को सोनिया गांधी के हाथों जबरदस्त हार का सामना करना पड़ा था।
नई दिल्ली /शौर्यपथ /भाजपा ने महाराष्ट्र की अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट से अपनी उम्मीदवार मुरजी पटेल का नाम वापस ले लिया है। अब शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट की कैंडिडेट रुतुजा लटके का निर्विरोध चुना जाना तय हो गया है। रुतुजा के पति रमेश लटके इस सीट से विधायक थे और उनके निधन के बाद यह सीट खाली हुई है। इसी के चलते यहां उपचुनाव हो रहा है। ऐसे में एनसीपी, राज ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट की ओर अपील की गई थी कि भाजपा अपना कैंडिडेट वापस ले ले। राज ठाकरे की अपील पर भाजपा की ओर से इस बात के संकेत भी दिए गए थे कि नाम वापस ले लिया जाएगा।
राज ठाकरे ने रविवार को देवेंद्र फडणवीस को चिट्ठी लिखकर कैंडिडेट मुरजी पटेल का नाम वापस लेने की सलाह दी थी। इसके बाद एनसीपी के मुखिया शरद पवार ने भी भाजपा से ऐसी ही अपील की थी। यही नहीं बाद में एकनाथ शिंदे गुट के विधायक प्रताप सरनाईक ने भी ऐसी ही मांग की थी। उन्होंने एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर कहा था कि वह भाजपा से अपील करें कि अपना कैंडिडेट वापस ले ले। इन अपीलों को लेकर देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि मैं अपनी पार्टी में खुद कोई फैसला नहीं लेता। उन्होंने कहा था कि हमने पहले भी उम्मीदवार वापस लिए हैं। इस बार भी हाईकमान और साथी नेताओं से बातचीत के बाद ही फैसला हो सकेगा।
गौरतलब है कि शिवसेना में दोफाड़ के बाद उद्धव गुट की यह पहली सियासी परीक्षा थी, जिसमें वह बिना इलेक्शन के ही पास होता दिख रहा है। एकनाथ शिंदे के सत्ता में आने के बाद से यह पहला चुनाव था, जिसे लेकर माना जा रहा था कि इससे पता चलेगा कि फूट से शिवसेना को नुकसान हुआ है या नहीं। अब अगला मुकाबला भाजपा-एकनाथ शिंदे गुट और शिवसेना और उसके सहयोगियों के बीच बीएमसी चुनाव में ही देखने को मिलेगा, जिसकी तैयारियां सभी दलों की ओर से तेज कर दी गई हैं।
नई दिल्ली /शौर्यपथ /मुंबई की जिस विधानसभा सीट पर उपचुनाव चर्चा का विषय बना हुआ है वहां भाजपा ने अपने उम्मीदवार का नाम वापस लेने का फैसला कर लिया है। एक दिन पहले ही एमएनएस चीफ राज ठाकरे और एनसीपी चीफ ने भाजपा से इसके लिए अपील भी की थी। यह सीट यहां से शिवसेना विधायक रहे रमेश लटके के निधन के बाद खाली हो गई थी। वहीं शिवसेना के दो धड़ों में बंटने के बाद अंधेरी पूर्व की सीट एक तरह से दोनों गुटों के लिए युद्ध का मैदान बन गई थी।
क्या है गुजराती कनेक्शन?
भाजपा के आंतरिक सूत्रों का कहना है कि पार्टी के सर्वे के मुताबिक यहां लोगों की संवेदना उद्धव ठाकरे गुट की उम्मीदवर ऋतुजा लटके के साथ थी। इसकी मुख्य वजह यही है कि वह यहां से पूर्व विधायक रमेश लटके की विधवा हैं। इसके अलावा नामांकन वापस लेने के पीछे गुजराती कनेक्शन भी हो सकता है। भाजपा के प्रत्याशी को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा चल रही थी कि भाजपा 'मराठा अभिमान' के साथ समझौता करके एक गुजराती को यहां से टिकट दे र ही है। अंत में पार्टी को अपनी उम्मीदवारी वापस लेने का ही फैसला करना पड़ गया।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, स्थानीय लोगों में ऋतुजा के प्रति काफी सहानुभूति है। एक तो उनके पति का निधन हो गया था दूसरे बीएमसी के नाटक की वजह से उन्हें और भी लोकप्रियता और सहानुभूति हासिल हो गई। वह बीएमसी में क्लर्क के पद पर थीं लेकिन उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जा रहा था। कोर्ट के दखल के बाद ही उनका इस्तीफा स्वीकार किया गया और वह अपना नामांकन दाखिल कर सकीं। वहीं भाजपा नेता का यह भी कहना है कि चुनाव आयोग द्वारा पार्टी का नाम और निशान दिए जाने के बाद उद्धव ठाकरे के पक्ष में कुछ वर्गो में ध्रुवीकरण भी हुआ है। चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे के गुट को मशाल और एकनाथ शिंदे के गुट को ढाल-तलवार का निशान दिया है।
बताया जा रहा है कि भाजपा की राज्य और सिटी लीडरशिप इस फैसले में एकमत नहीं थी। कुछ नेताओं का मानना था कि पार्टी को बीएमसी चुनाव के लिए अपनी जमीन मजबूत करनी है। मुंबई भाजपा चीफ आशीष शेलार ने कहा कि आखिरी समय में इस तरह उम्मीदवारी वापस लेने से गलत संदेश जाता है। उन्होंने कहा कि अगर हम चुनाव लड़ते तो विधानसभा में पड़ने वाले 9 वॉर्ड में पकड़ मजबूत होती।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि के साथ बैठक में कई बड़े नेता शामिल हुए थे। पार्टी के स्टेट यूनिट चीफ चंद्रशेखऱ बावनकुले ने नागपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उम्मीदवार को हटाने का फैसला सुनाया था। उन्होंने कहा कि राज्य में यह राजनीतिक परंपरा रही है कि किसी दिवंगत विधायक या सांसद के रिश्तेदार के खिलाफ प्रत्याशी नहीं उतारा जाता है। हम किसी हार की डर से ऐसा नहीं कर रहे हैं।
नई दिल्ली /शौर्यपथ /सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी की याचिका को स्वीकार कर लिया, जिसमें उन्होंने विभिन्न बैंकिंग घोटालों में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के अधिकारियों की भूमिका की जांच करने को कहा था। जस्टिस बी आर गवई और जस्टिस बी वी नागरत्ना की पीठ ने इसे लेकर केंद्रीय जांच ब्यूरो और भारतीय रिजर्व बैंक को नोटिस जारी किया और स्वामी की याचिका पर उनसे जवाब मांगा।
पीठ ने कहा कि हम इस मामले पर विचार करेंगे। इसे लेकर नोटिस जारी की जाए। स्वामी ने आरोप लगाया है कि किंगफिशर, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और यस बैंक जैसी विभिन्न संस्थाओं से जुड़े घोटालों में आरबीआई अधिकारियों के शामिल होने की जांच नहीं की गई। यह भी आरोप लगाया गया है कि आरबीआई के अधिकारियों ने भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, बैंकिंग विनियमन अधिनियम और भारतीय स्टेट बैंक अधिनियम सहित विभिन्न कानूनों के प्रत्यक्ष उल्लंघन में सक्रिय रूप से मिलीभगत की।
बैंक धोखाधड़ी के कई मामले आए सामने
सीनियर वकील एमआर वेंकटेश और वकील सत्यपाल सभरवाल के माध्यम से पिछले साल इस मामले में जनहित याचिका दायर की गई थी। इसमें कहा गया था कि पिछले कुछ वर्षों में बैंक धोखाधड़ी के कई मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन आरबीआई के अधिकारी इन घोटालों का पता लगाने में विफल रहे हैं। इसे लेकर किसी भी अधिकारी को जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है।
75 डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स का उद्घाटन
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जम्मू-कश्मीर की 2 डिजिटल बैंकिंग इकाइयों (डीबीयू) समेत कुल 75 डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ये इकाइयां वित्तीय समावेश का विस्तार करेंगी और नागरिकों के बैंकिग अनुभवों को बेहतर बनाएंगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने वंचितों की सेवा करने की अपनी प्रतिबद्धता के तहत बैंकों को गरीबों के घरों तक पहुंचाने की पहल की है।
नई दिल्ली /शौर्यपथ /सुप्रीम कोर्ट सोमवार को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देने वाली राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) की याचिका पर विचार करने के लिए सहमत हो गया है। पीठ ने मामले में नोटिस जारी किया और जांच में सहयोग के लिए वरिष्ठ अधिवक्ताओं को न्याय मित्र नियुक्त किया है। साथ ही मामले की सुनवाई 7 नवंबर को तय की है। हाई कोर्ट ने आदेश दिया है कि एक नाबालिग मुस्लिम लड़की 16 साल की उम्र में यौवन हासिल करने के बाद अपनी पसंद के व्यक्ति से शादी कर सकती है।
सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति एस के कौल और न्यायमूर्ति अभय एस ओका की पीठ ने नोटिस जारी किया और अदालत की सहायता के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता राजशेखर राव को इस मामले में न्याय मित्र नियुक्त किया। पीठ ने कहा, "इस मामले पर विचार करने की जरूरत है।"
दरअसल, एनसीपीसीआर की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि यह एक "गंभीर मुद्दा" है और फैसले में टिप्पणियों पर रोक लगाने की मांग की। शीर्ष अदालत ने कहा कि वह इस मुद्दे की जांच करेगी और मामले की सुनवाई 7 नवंबर को तय की है।
हाई कोर्ट ने क्यों सुनाया था फैसला
गौरतलब है कि उच्च न्यायालय की एकल-न्यायाधीश पीठ ने 13 जून को पठानकोट के एक मुस्लिम दंपति की याचिका पर यह आदेश पारित किया था, जिन्होंने सुरक्षा के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था। उच्च न्यायालय ने कहा था कि मामले में विचार करने का मुद्दा शादी की वैधता के संबंध में नहीं था, बल्कि याचिकाकर्ताओं द्वारा उनके जीवन और आजादी पर मंडरा रहे खतरे की आशंका को दूर करने के लिए था।
आदेश में क्या था
उच्च न्यायालय ने कहा था, "अदालत इस तथ्य पर अपनी आंखें बंद नहीं कर सकती है कि याचिकाकर्ताओं की आशंकाओं को दूर करने की आवश्यकता है। केवल इसलिए कि याचिकाकर्ताओं ने अपने परिवार के सदस्यों की इच्छा के विरुद्ध विवाह किया है, उन्हें भारत के संविधान में परिकल्पित मौलिक अधिकारों से वंचित नहीं किया जा सकता है।"
टिप्स ट्रिक्स /शौर्यपथ /माइक्रोवेव ओवन अब हर घर में मिल जाता है। यह बचे हुए खाने को गर्म करना आसान बनाता है। इसके अलावा आप इसमें अलग- अलग तरह की डिश तैयार कर सकते हैं। हालांकि, कुछ महिलाओं को इसे साफ करना भी काफी मुश्किल लगता है। अक्सर खाना गर्म करते समय इसमें उसकी स्मेल हो जाती है, इसके अलावा गंदगी भी होने लगती है। ऐसे में आप इसे साफ करने के लिए कुछ ट्रिक्स को अपना सकते हैं। देखिए माइक्रेवेव क्लिनिंग की ट्रिक्स-
गीली पेपर टॉवल- माइक्रोवेव साफ करने के लिए गीले कागज के तौलिये का इस्तेमाल करें। इसके लिए बस गीले कागज के तौलिये को अपने माइक्रोवेव के अंदर रखें और अपने माइक्रोवेव को लगभग 5 मिनट के लिए चलाएं। यह ट्रिक भाप बनाएगी जो आपके माइक्रोवेव में गंदगी और दूषित पदार्थों को हटाने में आपकी मदद करेगी।
डिश सोप का करें इस्तेमाल- यह तरीका वेट पेपर टॉवल मेथड की तरह ही काम करता है। एक नॉन-मेटालिक माइक्रोवेव-सेफ बाउल में पानी के कुछ हिस्से और डिश सोप भरें और उसे माइक्रोवेव में रखें। इसे केवल 1 मिनट के लिए हाई टेम्प्रेचर पर या भाप बनने तक चलने दें।अब कटोरा निकालें और अब स्पंज का इस्तेमाल करें और माइक्रोवेव को पोंछे।
बेकिंग सोडा- बेकिंग सोडा दूसरी चीजों के अलावा, आपके माइक्रोवेव में अटके हुए खाने के लिए सबसे अच्छा क्लीनर है। बस बेकिंग सोडा और पानी से एक पेस्ट बनाएं और इसे अपने माइक्रोवेव में जो भी सख्त खाना फंसा हुआ है, उस पर रखें। इसे कम से कम 5 मिनट तक रहने दें फिर इसे गीले स्पंज या तौलिये से पोंछ लें।
रसोई टिप्स / शौर्यपथ /भारतीय खाना पकाने में बहुत सारे मसाले और तेल शामिल होते हैं जो बहुत ज्यादा धुआं करते हैं। धुएं से निकलने वाला तेल और ग्रीस चिमनी फिल्टर के बीच फंसते है और चिमनी को गंदा करते है। यदि आपके फिल्टर साफ नहीं हैं तो फिल्टर से निकलने वाला ग्रीस/तेल की बूंदें चूल्हे पर गिर सकती हैं। ऐसे में आपको अपनी चिमनी की अच्छे से सफाई करनी चाहिए। महिलाओं की शिकायत होती है कि चिमनी साफ करने में बहुत समय और मेहनत लगती है। यहां हम कुछ तरीके बता रहे हैं जो चिमनी को फटाफट साफ करने में आपकी मदद कर सकते हैं।
1) डिशवॉशिंग लिक्विड
डिशवॉशिंग लिक्विड में मौजूद सर्फेक्टेंट चिमनी के फिल्टर पर जमा ग्रीस और तेल को आसानी से हटा सकता हैं। इसे साफ करने के लिए...
- चिमनी में मौजूद फिल्टर को सावधानी से हटाएं।
-फिर स्पंज का इस्तेमाल करके फिल्टर के ऊपर कुछ डिशवॉशिंग लिक्विड लगाएं।
- अब एक बाल्टी में गर्म पानी भरें और फिल्टर को पानी के अंदर रखें।
- कुछ घंटे के लिए छोड़ दें। फिर उन्हें पानी से निकालकर स्क्रबर से स्क्रब करें।
- एंड में साफ पानी से धोएं और पूरी तरह सूखने दें।
2) विनेगर
अधिकतर घरों में सिरका आसानी से मिल जाता है। इसका इस्तेमाल सफाई एजेंट के रूप में किया जा सकता है। सिरका में कीटाणुनाशक गुण भी होते हैं। सिरका का इस्तेमाल करके फिल्टर को अच्छी तरह से साफ करने के लिए....
- गर्म उबलते पानी से एक छोटा टब भरें।
- 1-2 कप सिरका डालें और अच्छी तरह मिलाएं(पानी गर्म है इसलिए किसी चीज से इसे मिक्स करें)।
- अब इस घोल में चिमनी के फिल्टर को डुबोकर 1-2 घंटे के लिए छोड़ दें।
- फिल्टर निकालें और उन्हें एक स्क्रबर से साफ करें।
- इसके बाद उन्हें गीले कपड़े से पोंछ लें और चिमनी में वापस लगाने से पहले इसे पूरी तरह सूखने दें।
3) बेकिंग सोडा
बेकिंग सोडा का इस्तेमाल दिवाली की सफाई में खूब किया जाता है। बेकिंग सोडा सतह को कोई नुकसान पहुंचाए बिना ग्रीस और तेल के दाग को आसानी से हटा देते हैं। इसके लिए आपको बस इतना करना है...
- दो बड़े चम्मच बेकिंग सोडा में थोड़ा सा पानी मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें।
- इस पेस्ट को सतह पर लगाएं और 5-10 मिनट के लिए वहीं रहने दें।
- ग्रीस को हटाने के लिए इसे गीले कपड़े से साफ करें।
- अगर चिमनी बहुत ज्यादा गंदी है तो आप गर्म पानी में बेकिंग सोड़ा मिलाएं और फिर इसमें चिमनी को कुछ देर रखने के बाद स्क्रब करें।
खेल /शौर्यपथ /आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2022 से ठीक पहले टीम इंडिया के उप-कप्तान और सलामी बल्लेबाज केएल राहुल की फॉर्म में वापसी भारतीय टीम के लिए अच्छा संकेत है। हालांकि कप्तान रोहित शर्मा अभी भी फॉर्म में नहीं दिख रहे हैं, जो चिंता का कारण बना हुआ है। भारत और ऑस्ट्रेलिया में आग गाबा मैदान पर टी20 वर्ल्ड कप 2022 का वॉर्म-अप मैच खेला जा रहा है। केएल राहुल भारत की ओर से बेस्ट स्कोरर रहे और उन्होंने 33 गेंदों पर 57 रनों की पारी खेली। राहुल ने इस पारी के दौरान महेंद्र सिंह धोनी की याद दिला दी, जब उन्होंने हेलिकॉप्टर शॉट से छक्का बटोरा।
केएल राहुल ने अपनी पारी के दौरान छह चौके और तीन छक्के लगाए। भारत की ओर से दूसरे बेस्ट स्कोरर रहे सूर्यकुमार यादव। सूर्या ने 33 गेंदों पर 50 रन ठोके। भारत ने 20 ओवर में सात विकेट पर 186 रन बनाए। केएल राहुल ने अपनी पारी के तीन छक्कों में से दो तो पैट कमिंस की गेंद पर लगाए। यह शॉट उन्होंने पांचवें ओवर की तीसरी गेंद पर लगाया।
केएल राहुल ने ऑस्ट्रेलिया आने से पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल सीरीज में भी बढ़िया बल्लेबाजी की थी। उन्होंने लगातार दो मैचों में पचासा ठोके थे। वहीं वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ राहुल ने 74 रन ठोके थे। राहुल जिस तरह की लय में अगर उसे बरकरार रखते हैं, तो यह टीम इंडिया के लिए टी20 वर्ल्ड कप 2022 में बड़ा प्लस पॉइंट होगा।
मनोरंजन /शौर्यपथ /आयुष्मान खुराना, शेफाली शाह और रकुल प्रीत स्टारर डॉक्टर जी बॉक्स ऑफिस पर ठीक-ठाक कमाई कर रही है। इस फिल्म की ओपनिंग डे कलेक्शन निराशाजनक रहा लेकिन वीकेंड पर फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर रफ्तार पकड़ ली है। ओपनिंग डे के बाद दूसरे दिन फिल्म की कलेक्शन में 20-30 प्रतिशत इजाफा देखने को मिला। दूसरे दिन यानी शनिवार को फिल्म ने 5.22 करोड़ रुपये की कमाई की। पहले दिन ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर 3.87 करोड़ रुपये ही कमा पाई। इसके अलावा इस फिल्म के साथ रिलीज हुई कन्नड फिल्म कांतारा के हिन्दी वर्जन भी बॉक्स ऑफिस पर ठीक-ठाक कमाई कर रही है।
Doctor G का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन
बॉक्स ऑफिस पर पहले वीकेंड में डॉक्टर जी का कलेक्शन ग्राफ ऊपर उठा है। शनिवार को 5.22 करोड़ रुपये की कलेक्शन कर ली है और अब रविवार को इन आंकड़ों के बढ़ने के आसार हैं। इस फिल्म की प्रमोशन पर ज्यादा मेहनत नहीं की गई उसके बावजूद भी आयुष्मान की ये फिल्म दर्शकों को सिनेमाघर तक लाने में सफल रही। बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के ट्रेंड को देखें तो उम्मीद है ये फिल्म रिलीज के तीसरे दिन भी अच्छी कमाई कर सकती है। Sacnilk वेबसाइट के मुताबिक आयुष्मान की ये फिल्म तीसरे दिन 5.50 करोड़ रुपये की कमाई कर सकती है। इस तरह से फिल्म अपने पहले वीकेंड में 14.59 करोड़ रुपये की कमाई कर सकती है।
Kantara की पहले वीकेंड पर कमाई
वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस पर छाइ कांतारा के हिन्दी वर्जन की कमाई भी जारी है। खबरों के मुताबिक रिलीज के तीसरे दिन कांतारा ने पहले दो दिनों से भी अच्छा कलेक्शन किया है। तीसरे दिन फिल्म के पहले से दोगुनी कमाई करने की खबरें हैं। अनुमान है कि फिल्म ने तीसरे दिन 4.28 करोड़ रुपये की कलेक्शन की है। इस तरह से इस फिल्म ओपनिंग वीकेंड 8.30 करोड़ रुपये हो जाएगी। फिल्म को मिल रहे वर्ड ऑफ माउथ से पॉजिटिव रिस्पॉन्स के चलते आने वाले दिनों और ज्यादा कमाई करने की उम्मीद जताई जा रही है।
Ponniyin Selvan 500 करोड़ की ओर
पांच भाषाओं में रिलीज हुई पोन्नियिन सेलवन 1 को रिलीज के 17वें दिन भी दर्शकों का प्यार मिल रहा है। वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस पर ये फिल्म 500 करोड़ रुपये की कलेक्शन के करीब है। रिलीज के तीसरे हफ्ते बाद भी PS-1 को भरपूर दर्शक मिल रहे हैं। ये फिल्म ना सिर्फ डोमेस्टिक बॉक्स ऑफिस बल्कि ओवरसीज में दर्शकों का दिल जीत रही है। दिवाली फेस्टिवल वीकेंड का भी इस फिल्म के बिजनेस को और फायदा होने की उम्मीद है।
आस्था /शौर्यपथ /अहोई अष्टमी भारतीय महिलाओं के विशेष पर्व हैं। इन पर्वों को मनाते हुए भारतीय महिलाएं जहां पौराणिक रीति पूर्वक व्रत-उपवास करती हैं वहीं सांस्कृतिक उमंग द्वारा उत्सव का रूप भी प्रदान करती हैं। इस बार अहोई चंद्रोदय व्यापिनी अष्टमी 17 अक्टूबर 2022 सोमवार को है । 17 अक्टूबर को दिन में 08:06 बजे के बाद अष्टमी तिथि लग जायेगी जो अगले दिन सुबह 10:14 बजे तक रहेगी । इस पर्व में चन्द्रोदय व्यापिनी अष्टमी का ही विशेष महत्त्व है ,अतः अष्टमी तिथि में चन्द्रोदय रात में 11:10 बजे होगा।
जहां इस पर्व में परिवार के कल्याण की भावना निहित होती है वहीं सास के चरणों को तीर्थ मानकर उनसे आशीर्वाद लेने की प्राचीन परंपरा आज भी दिखाई देती है। कार्तिक कृष्ण पक्ष की अष्टमी अहोई अथवा आठें कहलाती है। यह व्रत दीपावली से ठीक एस सप्ताह पूर्व आता है। कहा जाता है इस व्रत को संतान वाली स्त्रियां करती हैं। दूसरे शब्दों में यह कहा जा सकता है कि अहोई अष्टमी का व्रत छोटे बच्चों के कल्याण के लिए किया जाता है, जिसमें अहोई देवी के चित्र के साथ सेई और सेई के बच्चों के चित्र भी बनाकर पूजे जाते हैं।
अहोई अष्टमी व्रत कैसे करें:-
जिन स्त्रियों वह व्रत करना होता है वह दिनभर उपवास रखती हैं। सायंकाल भक्ति-भावना के साथ दीवार अहोई की पुतली रंग भरकर बनाती हैं। उसी पुतली के पास सेई व सेई के बच्चे भी बनाती हैं। आजकल बाजार से अहोई के बने रंगीन चित्र कागज भी मिलते हैं। उनको लाकर भी पूजा की जा सकती है।
संध्या के समय सूर्यास्त होने के बाद जब तारे निकलने लगते हैं तो अहोई माता की पूजा प्रारंभ होती है। पूजन से पहले जमीन को स्वच्छ करके, पूजा का चौक पूरकर, एक लोटे में जलकर उसे कलश की भांति चौकी के एक कोने पर रखें और भक्ति भाव से पूजा करें। बाल-बच्चों के कल्याण की कामना करें। साथ ही अहोई अष्टमी के व्रत कथा का श्रद्धा भाव से सुनें।
इसमें एक खास बात यह भी है कि पूजा के लिए माताएं चांदी की एक अहोई भी बनाती हैं, जिसे बोलचाल की भाषा में स्याऊ भी कहते हैं और उसमें चांदी के दो मोती डालकर विशेष पूजन किया जाता है। जिस प्रकार गले में पहनने के हार में पैंडिल लगा होता है उसी प्रकार चांदी की अहोई डलवानी चाहिए और डोरे में चांदी के दाने पिरोने चाहिए। फिर अहोई की रोली, चावल, दूध व भात से पूजा करें।
जल से भरे लोटे पर सातिया बना लें, एक कटोरी में हलवा तथा रुपए का बायना निकालकर रख दें और सात दाने गेंहू के लेकर अहोई माता की कथा सुनने के बाद अहोई की माला गले में पहन लें, जो बायना निकाल कर रखा है उसे सास की चरण छूकर उन्हें दे दें। इसके बाद चंद्रमा को जल चढ़ाकर भोजन कर व्रत खोलें
दिन में पूजा का समय - सुबह 9:29 बजे अष्टमी तिथि आरंभ होने के बाद
व्रत पारायण - संध्याकाल में तारों के दर्शन करने के बाद
तारोदय : शाम 6.36 मिनट पर
चंद्रोदय : रात 11.34 मिनट पर
व्रत कथा: साहूकार की बेटी जहां मिट्टी काट रही थी, उस स्थान पर स्याहु (साही) अपने साथ बेटों से साथ रहती थी. मिट्टी काटते हुए गलती से साहूकार की बेटीकी खुरपी के चोट से स्याहु का एक बच्चा मर गया. इस पर क्रोधित होकर स्याहु ने कहा कि मैं तुम्हारी कोख बांधूंगी।
स्याहु के वचन सुनकर साहूकार की बेटी अपनी सातों भाभियों से एक-एक कर विनती करती हैं कि वह उसके बदले अपनी कोख बंधवा लें. सबसे छोटीभाभी ननद के बदले अपनी कोख बंधवाने के लिए तैयार हो जाती है. इसके बाद छोटी भाभी के जो भी बच्चे होते हैं, वे सात दिन बाद मर जाते हैं सात पुत्रोंकी इस प्रकार मृत्यु होने के बाद उसने पंडित को बुलवाकर इसका कारण पूछा. पंडित ने सुरही गाय की सेवा करने की सलाह दी।
सुरही सेवा से प्रसन्न होती है और छोटी बहु से पूछती है कि तू किस लिए मेरी इतनी सेवा कर रही है और वह उससे क्या चाहती है? जो कुछ तेरीइच्छा हो वह मुझ से मांग ले. साहूकार की बहु ने कहा कि स्याहु माता ने मेरी कोख बांध दी है जिससे मेरे बच्चे नहीं बचते हैं. यदि आप मेरी कोख खुलवा देतो मैं आपका उपकार मानूंगी. गाय माता ने उसकी बात मान ली और उसे साथ लेकर सात समुद्र पार स्याहु माता के पास ले चली।
रास्ते में थक जाने पर दोनों आराम करने लगते हैं. अचानक साहूकार की छोटी बहू की नजर एक ओर जाती हैं, वह देखती है कि एक सांप गरूड़ पंखनीके बच्चे को डंसने जा रहा है और वह सांप को मार देती है. इतने में गरूड़ पंखनी वहां आ जाती है और खून बिखरा हुआ देखकर उसे लगता है कि छोटी बहूने उसके बच्चे को मार दिया है इस पर वह छोटी बहू को चोंच मारना शुरू कर देती है।
छोटी बहू इस पर कहती है कि उसने तो उसके बच्चे की जान बचाई है. गरूड़ पंखनी इस पर खुश होती है और सुरही सहित उन्हें स्याहु के पास पहुंचा देती है।
वहां छोटी बहू स्याहु की भी सेवा करती है. स्याहु छोटी बहू की सेवा से प्रसन्न होकर उसे सात पुत्र और सात बहू होने का आशीर्वाद देती है. स्याहु छोटीबहू को सात पुत्र और सात पुत्रवधुओं का आर्शीवाद देती है। और कहती है कि घर जाने पर तू अहोई माता का उद्यापन करना। सात सात अहोई बनाकर सातकड़ाही देना। उसने घर लौट कर देखा तो उसके सात बेटे और सात बहुएं बेटी हुई मिली। वह ख़ुशी के मारे भाव-भिवोर हो गई। उसने सात अहोई बनाकर सातकड़ाही देकर उद्यापन किया।
अहोई का अर्थ एक यह भी होता है 'अनहोनी को होनी बनाना.' जैसे साहूकार की छोटी बहू ने कर दिखाया था। जिस तरह अहोई माता ने उस साहूकारकी बहु की कोख को खोल दिया, उसी प्रकार इस व्रत को करने वाली सभी नारियों की अभिलाषा पूर्ण करें।