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व्रत त्यौहार /शौर्यपथ / आपने शादियों, पार्टियों में तो मूंग दाल हलवा कई बार खाया होगा। यह स्पेशल डिजर्ट रेसिपी घरों में अक्सर खास मौकों पर बनाई जाती है। कुछ ही दिनों में सुहागनों का सबसे बड़ा त्योहार करवाचौथ आने वाला है। ऐसे में अगर आप डिनर में कुछ मीठा बनाने की सोच रही हैं तो ट्राई करें गरमा गर्म मूंग दाल हलवा। हल्की-हल्की ठंड के बीच रात को डिनर के बाद खाया जाने वाला मूंग दाल हलवा न सिर्फ आपके मुंह का जायका बदल सकता है बल्कि आपके मूड को भी बेहतर बना सकता है। तो आइए बिना देर किए आपको बताते हैं आखिर कैसे बनाया जाता है रेस्त्रां स्टाइल मूंग दाल हलवा।
मूंग दाल का हलवा बनाने के लिए सामग्री-
-आधा कप 5 से 6 घंटे भीगी हुई धुली मूंग दाल
-1/2 कप घी
-आधा कप (पानी और दूध के साथ मिली हुई) चीनी
-1/2 कप दूध
-1 कप पानी
-1/4 टी स्पून इलाइची पाउडर
-2 टेबल स्पून बादाम , रोस्टेड
मूंग दाल का हलवा बनाने की विधि-
मूंग दाल का हलवा बनाने के लिए सबसे पहले दाल धोकर उसे दरदरा पीस लें। अब दूध वाले मिश्रण को गर्म करके उसमें चीनी घुलने दें। इसके बाद इसमें उबाल आने दें और जितनी जरूरत है उतना गर्म होने दें। एक कड़ाही में घी डालकर दाल को धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए अच्छी तरह फ्राई करें। फ्राई दाल में दूध वाला मिश्रण डाले और अच्छे से मिलाएं।
इसे धीमी आंच पर तब तक पकाएं जब तक सारा पानी और दूध पूरी तरह सूख जाए, घी अलग होने तक दोबारा अच्छे से फ्राई करें। इसमें इलाइची पाउडर और आधे बादाम डालकर अच्छे से मिक्स करें। हलवे को सर्विंग डिश में निकालकर बचे हुए बादाम से गार्निश करके गर्मागर्म सर्व करें।
सेहत टिप्स /शौर्यपथ /जिम में हैवी वर्कआउट से पहले कार्डियो करवाया जाता है। ये एक तरह का वॉर्मअप होता है जो आपकी बॉडी को पूरी तरह से खोलने में मदद करता है। और अगर एक्सरसाइज के दौरान क्रैंप या फिर नस चढ़ने की समस्या को कम करता है। हालांकि कुछ लोगों को ये समक्ष नहीं आता कि आखिर कार्डियो की शुरुआत कैसे करें। तो यहां अलग-अलग एक्सपर्ट्स से जानिए कैसे करें कार्डियो एक्सरसाइज-
1) 3 कार्डियो वर्कआउट- शेरिन पुजारी, फुल टाइम पर्सनल फिटनेस ट्रेनर ने एचटी से बातचीत के दौरान यह बताया कि स्किपिंग, स्टेप अप और स्पॉट जॉगिंग। तीनों एक्सरसाइज को 1 मिनट के लिए करें। यह एक सेट है जिसमें आप 30 सेकंड के लिए ब्रेक लें। 3-5 बार दोहराएं। ये काफी फास्ट है इसलिए इसे करते समय आपका हार्ट रेट बढ़ जाता है।
2) बारबेल बेंच प्रेस- इस एक्सरसाइज में आप बार को अपनी छाती की ओर नीचे लाते हैं। फिर बार को वापस ऊपर की ओर लेकर जाते हैं, अपर बॉडी के लिए ये अच्छी एक्सरसाइज है। बस इसे तब तक चलाएं जब तक कि आपकी बाहें सीधी न हों। ड्रॉप-सेट की तरह करें जैसे 16, 12, 8, 5, 1का रेप करें।
3) स्क्वाट्स- यह आपकी मांसपेशियों की ताकत और हाइपरट्रॉफी और फैट हानि को बढ़ाने और आपकी हड्डियों डेनसिटी को बढ़ाने में मदद करता है।
4) 3 एक्सरसाइज को मिक्स करें- शेरिन पुजारी ने पुश, पुल और क्रंच के मिक्स सेट करने की सलाद दी है।
पुश - पुश अप, नमस्कार, बर्पी
पुल - टीआरएक्स पुल, पुल अप, ग्रिल पुल ।
क्रंच - सिट अप्स, माउंटेन क्लाइंबर्स, लेग राइज।
पुश पुल क्रंच मूवमेंट में से किसी एक को चुनें। और अभ्यास करें। 1 मिनट का ब्रेक लें। 3-5 सेट दोहराएं।
खाना खजाना /शौर्यपथ /बारिश का दिन हो और नाश्ते में खाने को गर्मा-गर्म खस्ता हरी मटर की कचौड़ी मिल जाए तो सिर्फ जायका ही नहीं पूरा दिन अच्छा गुजरता है। हरी मटर की कचौड़ी खाने में जितनी टेस्ट लगती हैं, इसे बनाना भी उतना ही आसान है। इस कचौड़ी का स्वाद बच्चों से लेकर बड़ों तक को बेहद पसंद होता है। तो आइए जान लेते हैं कैसे बनाई जाती है लजीज मटर की कचौड़ी।
हरी मटर की कचौड़ी बनाने के लिए सामग्री-
-दो कप मैदा
-डेढ़ कप फ्रोजन हरी मटर
-चार बड़ी चम्मच देसी घी
-एक छोटी चम्मच नमक
-एक चुटकी हींग
-आधी छोटी चम्मच जीरा पाउडर
-एक चौथाई छोटी चम्मच हल्दी पाउडर
-दो-तीन हरी मिर्च (बारीक कटी हुई)
-एक छोटी चम्मच अदरक का पेस्ट
-एक छोटी चम्मच धनिया पाउडर और सौंफ पाउडर
-आधी छोटी चम्मच अमचूर पाउडर
-एक चौथाई छोटी चम्मच लाल मिर्च पाउडर
-रिफाइंड ऑयल (आवश्यकतानुसार)
हरी मटर की कचौड़ी बनाने की विधि-
हरी मटर की कचौड़ी बनाने के लिए सबसे पहले कचौड़ी का आटा गूंथ लें। उसके लिए सबसे पहले एक परात में मैदा, थोड़ा नमक और एक बड़ी चम्मच देसी घी डालकर अच्छे से मिलाएं। अब थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए नरम आटा तैयार कर लें। इस आटे को 20 मिनट के लिए ढककर सेट होने के लिए रख दें। आटा गूंथते समय ध्यान रखें कि आटे को सिर्फ बाइंड करना है, न कि मसल-मसलकर चिकना, अगर आटा चिकना हो गया तो आपके लिए कचौड़ी बनाना मुश्किल हो जाएगा।
ऐसे तैयार करें हरी मटर की कचौड़ी की स्टफिंग-
सबसे पहले एक पैन में थोड़ा रिफाइंड ऑयल डालकर उसमें हरी मिर्च, हींग, जीरा पाउडर, हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर और सौंफ पाउडर डालकर हल्का भून लें। अब मसाले में हरी मटर, अमचूर पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और स्वादानुसार नमक डालकर थोड़ा भूनें और मिश्रण को ढककर चार-पांच मिनट के लिए धीमी आंच पर पकाएं। इसके बाद चम्मच से मटर को मैश करते हुए कुछ समय भूनें, फिर गैस बंद कर दें और स्टफिंग को एक प्लेट में निकाल
ऐसे बनाएं हरी मटर की कचौडिय़ां-
कचौडिय़ों के लिए तैयार आटे से लोईयां बनाकर इन्हें एक-एक करके थोड़ा बेल लें। इसके बाद इसमें एक छोटी चम्मच स्टफिंग रखें और इसे चारों ओर से बंद करते हुए फिर से बेल लें। इसी तरह सभी कचौडिय़ों को तैयार कर लें। अब एक कढ़ाही में आवश्यकतानुसार रिफाइंड ऑयल गर्म करके सभी कचौडिय़ों को इसमें तलें और गोल्डन ब्राउन होने पर इन्हें एक प्लेट में निकाल लें। आपकी गर्मागर्म हरी मटर की कचौडिय़ां बनकर तैयार हैं। अब इन्हें हरी चटनी या आलू की सब्जी के साथ गर्मा-गर्म परोसें।
दीपक वैष्णव की ख़ास रिपोर्ट
कोण्डागांव / शौर्यपथ / जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार पटेल के निर्देशानुसार संकुल केन्द्र हसलनार एवं संकुल केन्द्र हंगवा का गत दिवस सहायक जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा कंवलसाय मरकाम एवं खण्ड शिक्षा अधिकारी शंकरलाल मण्डावी विकासखण्ड कोण्डागांव के द्वारा संयुक्त रूप से निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान विभिन्न स्कूलों के शिक्षक, शिक्षिका एवं भृत्य अनुपस्थित मिले। प्राथमिक शाला तोंदेभाटा श्रीमती किरणलता नागेश सहायक शिक्षिका, हायरसेकेण्डरी स्कूल ईसलनार नूतनकमार साह ब्याख्याता, श्रीमती गोदावरी साहू ब्याख्याता, जागेश्वर साहू ब्याख्याता, लोमनसिंह ठाकुर ब्याख्याता, हीरालाल मरकाम भृत्य, हरिनाथ नेताम भृत्य, हायरसेकेण्डरी स्कूल हंगवा चन्द्रकान्त नेताम ब्याख्याता, तुकेश्वर साहू ब्याख्याता, विनोद बेक व्यायाम शिक्षक, संतोषकुमार सिंह कृषि शिक्षक, पूनमसिंह स0शि. प्रयोगशाला, प्रवीण कुमार भारद्वाज अतिथि शिक्षक, सुनिलकुमार सिंह अतिथि शिक्षक, श्रीमती शशीकला भृत्य, महादेव कोर्राम, स्वीपर माध्यमिक शाला हंगवा, चन्दन सिंह सोड़ी संकुल समन्वयक, सुदनराम नेताम शिक्षक, राजेश सोरी स्वीपर प्राथमिक शाला हंगवा, सुमनदास साहू प्र.अ., भुरवाराम मण्डावी सहा.शि., लोमनसिंह नेताम सहा.शि., आसमन कोरोम स्वीपर कन्या आश्रम हंगवा, चन्दनसिंह पडोटी सहारूशि. उच्च प्राथमिक शाला तोतर योगेन्द्रकुमार साकेत, रामसिंह नेताम स्वीपर प्राथमिक शाला तोतर, श्री सुरेशकुमार बेर, प्र.अ., जितेन्द्रकुमार लकड़ा सहा.शि. प्राथमिक शाला चिखलापारा तोतर, जयलाल मरकाम सहाशि., योगेश पात्र सहा.शि. प्राथमिक शाला जौहर मरकाम सहा.शि. कैलाशसिंह ठाकुर सहा.शि. प्राथमिक शाला कोड़कापारा, के०डी0 सोनवानी सहा.शि. प्राथमिक शाला पितारीपारा, श्रीमती लीला श्रीवास्तव उच्च प्राथमिक शाला पितारीपारा, अवधकिशोर मिश्रा शिक्षक प्राथमिक शाला हंगवा एवं प्राथमिक शला तोतर पूर्णतः ताला बंद पाया गया। इन अनुपस्थित पाये गये सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिवस के भीतर समाधानकारक जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। जवाब संतोषप्रद नहीं होने की स्थिति में नियमानुसार कार्यवाही हेतु उच्च अधिकारी को प्रस्ताव प्रेषित किया जायेगा।
सरकारी नौकरी में लापरवाही मतलब सिर्फ कागजी कार्यवाही ...?
अगर आप सिर्फ कागजी कार्यवाही के बिना पर शिक्षा के स्तर में सुधार लाने की सोंच रहे है तो यह शायद छत्तीसगढ़ में संभव नहीं हो सकता . ऐसे तो कोई भी प्रदेश हो सरकारी नौकरी में लापरवाही पर अगर नोटिस प्रक्रिया से ही काम चल जाए तो फिर डर किस बात का . एक तरफ जहां भूपेश सरकार नियमितीकरण की दिशा में , शिक्षा के स्तर में सुधार लाने प्रयासरत है वही ऐसे लापरवाह शिक्षको की भी कमी नहीं जो नौकरी तो सरकार की कर रहे है किन्तु काम के नाम पर शून्य . जिस तरह से औचक निरिक्षण में शिक्षको की अनुपस्थिति सामने आयी है वह गंभीर विषय है . कार्य में लापरवाही करने वालो के ऊपर सिर्फ कागजी कार्यवाही से आगे कोई कड़ी और दंडात्मक कार्यवाही हो तभी लापरवाही में शायद कुछ अंकुश लग सकता है . आज हर शासकीय कर्मचारी अपनी मांगो को लेकर जिस तरह से आन्दोलन करता है क्या उसी तरह से कार्य के दौरान इमानदारी नहीं बारात सकता क्या सरकारी नौकरी का इस तरह फायदा उठाने वाले शिक्षको पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही नहीं होनी चाहिए ?
जहां एक तरफ शासन प्रशासन बच्चों के भविष्य के लिए निरंतर प्रयत्न कर रही है वही कुछ शिक्षक अपनी जिम्मेदारी भूल कर स्कूलों में नजर नही आते ऐसे में शिक्षा का महत्व विद्यर्थियों को नही मिल पाता और विद्यार्थी शिक्षा से वंचित रह जाते है जिसे देखते हुए शिक्षा अधिकारी के निर्देश पर शिक्षा विभाग के कर्मचारियों द्वारा अब स्कूलोँ का दौरा किया जा रहा है . अब देखना यह है कि जिस तरह से इतने शिक्षको पर नोटिस जारी हुआ है उस पर प्रशासन और सम्बंधित विभाग किस तरह की कार्यवाही करता है सिर्फ कागजी कार्यवाही या उससे भी आगे कुछ ?
ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ /1) नारियल तेल, दही और शहद कंडीशनर
इसे बनाने के लिए एक बड़ा चम्मच नारियल का तेल, एक बड़ा चम्मच शहद, एक बड़ा चम्मच नींबू का रस, दो बड़े चम्मच दही और एक चम्मच गुलाब जल लें। इन सब चीजों को अच्छे से मिलाकर शैंपू किए हुए बालों में लगाएं। इस कंडीशनर को 15-20 मिनट के लिए लगा रहने होने दें और फिर इसे ठंडे पानी से अच्छी तरह धो लें।
2) एलोवेरा हेयर कंडीशनर
इसे बनाने के लिए चार बड़े चम्मच एलोवेरा जेल, एक बड़ा चम्मच नींबू का रस मिलाएं। दोनों चीजों को अच्छी तरह से मिलाकर एक चिकना पेस्ट बना लें। इसे अपने शैंपू किए हुए बालों में लगाएं और गुनगुने पानी से धो लें।
3) एप्पल साइडर विनेगर कंडीशनर
इसे बनाने के लिए दो बड़े चम्मच एप्पल साइडर विनेगर, एक बड़ा चम्मच शहद और दो कप पानी लें। सभी चीजों को अच्छी तरह से मिलाकर एक चिकना पेस्ट बनाएं। इसे अपने शैंपू किए हुए बालों की लेंथ पर लगाएं। इसे स्कैल्प पर न लगाएं। 15-30 मिनट बाद इसे ठंडे पानी से धो लें।
बालों में डैंड्रफ, टूटना, और झड़ना एक कॉमन समस्या है। लेकिन इन सभी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए आप कुछ अच्छे हेयर मास्क का इस्तेमाल कर सकते हैं। वैसे तो आपको अपनी समस्या से छुटकारा पाने के लिए बाजार में कई तरह के हेयर मास्क मिलेंगे। लेकिन इनमें कुछ केमिकल आपके बालों को बूरी तरह खराब कर सकते हैं। यहां केले से बनने वाले कुछ हेयर मास्क बनाने के तरीकों के बारे में आपको बता रहे हैं।
केले से कैसे बनाएं हेयर मास्क
1) केले और पपीता
बेजान बालों के लिए ये हेयर मास्क बेहतरीन है। इसे लगाने से बालों की शाइन वापिस आ जाएगी। प्रोटीन से भरपूर ये मास्क बालों के लिए काफी अच्छा है। इसे बनाने के लिए शहद, केला और पपीक को अच्छे से मिक्स करें और फिर साफ बालों पर इसे लगाएं। इसे लगाने के बाद कैप से कवर करें और फिर गुनगुने पानी से इसे धोएं।
2) केला और नारियल दूध
केला और नारियल दूध आपके बालों को हेयर कंडिशन करने में मदद करते हैं। इसे लगाने से बाल पहले से ज्यादा मुलायम और चिकना दिखता है। इसे बनाने के लिए दोनों चीजों को अच्छे से मिक्स करें। फिर साफ बालों पर इसे लगाएं। ध्यान रखें कि इसे लगाते समय बालों को हल्का गीला रखें।
3) केला, दही और शहद
बेजान बालों में नमी से छुटकारा पाने के लिए ये पैक बेहतरीन है। ये हेयर मास्क डैंड्रफ से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं। हेयर मास्क बनाने के लिए पके केले को मैश करें और दही व शहद को मिक्स करें। इस पैक को 20 से 25 मिनट के लिए बालों पर लगाएं।
शौर्यपथ /मध्यप्रदेश के उज्जैन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज श्री महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे। आज शाम करीब 6 बजे पीएम उज्जैन पहुंच जाएंगे। उज्जैन मध्य प्रदेश की उन जगहों में से एक है जहां आप न केवल शांति महसूस करते हैं बल्कि महाकाल की भक्ति में डूब जाते हैं। इस शहर को भारत का ग्रीनविच माना जाता है। अलग युगों से अपने कई मंदिरों के लिए मंदिर शहर के रूप में जाना जाता है, और प्रमुख आकर्षण महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग है। यह 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है, जहां की भस्म आरती देखने लायक है। यहां हम उज्जैन में घमने की बेस्ट जगहों के बारे में बता रहे हैं, जानिए-
1) श्री महाकालेश्वर मंदिर, उज्जैन
श्री महाकालेश्वर मंदिर, जिसे महाकाल मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। ये भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव मृत्यु और काल के देवता हैं और इसी कारण उन्हें महाकालेश्वर कहा जाता है। ये देश के सबसे पवित्र भगवान शिव मंदिरों में से एक है। यह माना जाता है कि उज्जैन में लिंगम 'स्वयंभू' है।
2) रामघाट, उज्जैन
उज्जैन में सबसे खूबसूरत पर्यटक आकर्षणों में से एक राम घाट है। यह शिप्रा नदी के पास एक खूब फेमस जगह है। जहां सबसे पुराने स्नान घाट है और कुंभ मेले के लिए एक प्रमुख जगह है। ये घाट दिन भर भक्तों को आकर्षित करता है और रात में होने वाली आरती भी देखने लायक है।
3) हरसिद्धि माता मंदिर, उज्जैन
उज्जैन में रुद्र सागर झील के पास स्थित, हरसिद्धि माता मंदिर भारत के 51 शक्तिपीठों में से एक है। शिव पुराण के अनुसार, यह वह जगह है जहां माता सती की कोहनी गिरी थी। इस मंदिर को मराठों ने फिर से बनवाया था, ऐसे में यहां पर मराठा कला देख सकते हैं।
4)संदीपनी आश्रम, उज्जैन
शिप्रा नदी के तट पर स्थित यह माना जाता है कि यह वही आश्रम है जहां गुरु संदीपनी भगवान कृष्ण, उनके मित्र सुदामा और बलराम को उपदेश दिया करते थे। इस आश्रम के पास एक पत्थर भी है जहां 1 से 100 तक अंक खुदे हुए पाए जाते हैं।
5) जंतर मंतर वेध शाला, उज्जैन
इस जगह को वेधा शाला के रूप में भी जाना जाता है। यह भारत में महाराजा जय सिंह द्वारा निर्मित पांच वेधशालाओं में सबसे पुरानी वेध शाला है। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि उज्जैन भौगोलिक रूप से ठीक उसी स्थान पर स्थित है जहां शून्य देशांतर है। इसलिए प्राचीन काल में इसे पृथ्वी की नाभि माना जाता था।
कैसे पहुंचे उज्जैन
हवाई मार्ग- उज्जैन के सबसे पास हवाई अड्डा देवी अहिल्या बाई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, इंदौर है। जहां से उज्जैन लगभग 55 किलोमीटर है।
रेल- उज्जैन रेलवे स्टेशन भारत के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
सड़क- उज्जैन को इंदौर, खरगोन, जलगांव, खंडवा, ओंकारेश्वर, महेश्वर, धार और भोपाल से जोड़ती हैं, और यहां पहुंचने के लिए रोजाना बस सेवा मिल जाएगी।
नई दिल्ली । शौर्यपथ । पेट्रोल और डीजल की कीमतें मंगलवार को सीधे 143 दिनों तक समान रहीं क्योंकि सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों ने ईंधन की कीमतों में किसी संशोधन की घोषणा नहीं की। ओएमसी में भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल), इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) शामिल हैं।
शहरों में पेट्रोल और डीजल 21 मई से स्थिर हैं, जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने डीजल पर उत्पाद शुल्क में 6 रुपये और पेट्रोल पर 8 रुपये की कटौती की थी।
दिल्ली एनसीआर में नवीनतम पेट्रोल, डीजल की कीमत
राष्ट्रीय राजधानी में मौजूदा पेट्रोल की कीमत 96.72 रुपये प्रति लीटर है जबकि डीजल की कीमत 89.62 रुपये प्रति लीटर है। वहीं नोएडा में पेट्रोल की कीमत 96.79 रुपये प्रति लीटर है जबकि डीजल 89.96 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है. गुरुग्राम में पेट्रोल 97.18 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है जबकि डीजल 90.05 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पेट्रोल की मौजूदा कीमत 96.58 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.75 रुपये प्रति लीटर है।
अन्य मेट्रो शहरों में ईंधन की नवीनतम कीमतें
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 106.31 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 94.27 रुपये प्रति लीटर है। कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 92.76 रुपये लीटर है जबकि डीजल की कीमत 106.03 रुपये लीटर है। चेन्नई में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 102.63 रुपये और डीजल की 94.24 रुपये प्रति लीटर तय की गई है।
अपने शहर में पेट्रोल, डीजल की कीमतों की जांच कैसे करें?
कोई भी व्यक्ति एसएमएस भेजकर आसानी से अपने शहर में ईंधन दरों की जांच कर सकता है। इंडियन ऑयल के ग्राहक अपने फोन पर आरएसपी टाइप करके 9224992249 पर भेज दें, जबकि हिंदुस्तान पेट्रोलियम के ग्राहकों को एचपीपीआरआईसी टाइप करके 9222201122 पर भेजना होगा। भारत पेट्रोलियम ग्राहक आरएसपी टाइप कर 9223112222 पर भेज सकते हैं।
दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग जिले में अपराध का आलम ऐसा है कि मानो यह दिनचर्या की ही बात हो चुकी हो,और तो और अब साधु संत भी दुर्ग में सुरक्षित नहीं है,आज इसी को लेकर आधे दिन हेतु दुर्ग शहर बंद का आह्वान मोदी आर्मी संगठन द्वारा किया गया था जिसे व्यापारी भाइयों ने समझा भी और दुकानें बंद कर अपना सांकेतिक विरोध दर्ज कराया,12 बजे के बाद मोदी आर्मी के सदस्यों ने त्योहारों को ध्यान में रखते हुए उन्हें दुकानें पुन:खोलने के लिए कह कर दुर्ग जिले के अलग अलग छ: संगठनों के साथ जिला प्रशासन को जिलाधीश के नाम ज्ञापन सौंपा,मुख्य रूप से पार्षद शेखर चंद्राकर,पूर्व पार्षद ज्ञानू ताम्रकार,शीतला स्वरूपा मंदिर समिति,ब्रह्मण समाज,गांधी चौक राम मंदिर समिति,राष्ट्रीय हिंदू शक्ति संगठन सहित हनुमान सेना और राष्ट्रीय गौ वाहिनी के सदस्यों ने साधुओं पर हुए दुराचार और जिले में बढ़ते अपराध को जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंप कर जिले को अपराध मुक्त करने की मांग की,शीतला स्वरूपा समिति के अध्यक्ष श्री संजय सिंह जी ने कहा अभी बच्चों का ओलंपिक नाम का खेल चल रहा है जिसमें महिला कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगी है जो बच्चों को लेकर जाने में कतराने लगी है क्योंकि पूरे जिले में बच्चों को अगवा करने की गैंग घूम रही ऐसी अफवाह फैली हुई है जिसका भय महिला कर्मचारियों में भी साफ दिखाई दे रहा ह.
वहीं मोदी आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष वरुण जोशी ने कहा दुर्ग जिले में अपराध इस स्तर पर पहुंच चुका है कि लूट, छेड़ छाड़,चोरी और हत्या जैसे गंभीर अपराध तो आम बात हो गई है वहीं नशे की जद में युवा वर्ग अपराध को अंजाम देने में किसी भी हद तक जा रहे हैं जिससे उनका भविष्य खतरे में पड़ गया है,ब्रह्मण समाज के अध्यक्ष पंडित मयंक शर्मा ने कहा कि गृह मंत्री दुर्ग जिले से ही आते हैं किंतु दुर्भाग्य है कि अपराध को लेकर गृहमंत्री का जिला प्रशासन पर कोई लगाम ही नहीं है,पार्षद शेखर चंद्राकर ने कहा जिला प्रशासन को बच्चों के अगवा गैंग को लेकर जागरूक अभियान चलाना चाहिए,आम जन में क्या सच है क्या झूठ यह भी जिला प्रशासन को बताना चाहिए, दुर्भाग्य है कि जिला प्रशासन घटना होने के पश्चात जागता है,कानून का भय आज अपराधियों में दिखाई ही नहीं देता,इस दौरान ज्ञापन सौंपने में साजन ताम्रकार,मितेश पटेल,देवव्रत सिंह,अभिषेक कश्यप,दुर्गेश रामटेके,कीर्तार्थ दुबे,संदीप,इशू यादव,रोशन कुमार,रितेश सोनी आदि उपस्थित रहे!
दुर्ग / शौर्यपथ / एमएसएमई रसमड़ा में छत्तीसगढ़ राज्य अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम द्वारा प्रायोजित आवासीय कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम छत्तीसगढ राज्य के अनुसूचित जाति वर्ग के दसवीं परीक्षा उत्तीर्ण युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण के माध्यम से रोजगार के अवसर प्रदान किये जा रहे है। इस क्रम में एमएसएमई रसमड़ा में 03 माह का सर्टिफिकेट कोर्स इन सीएनसी टर्निंग में प्रशिक्षण प्रदान किया गया। विगत दिनों समापन समारोह का आयोजन उपमहाप्रबंधक एमएसएमई रसमड़ा द्वारा आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि सुश्री नीता लोधी (राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त) उपाध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम नया रायपुर रही उन्होने अपने उद्बोधन में सभी प्रशिक्षणार्थीयों को विभिन्न कम्पनियों में मिले प्लेसमेंट के आधार पर अपना काम ईमानदारी, कठोर परिक्षम एवं पूर्ण निष्ठा से करने का आह्वान किया एवं बूरी आदतों को छोड़कर अब नई शुरूआत करते हुये, अपने परिवार व अपना जीवन स्तर ऊँचा उठाने के साथ ही इस प्रशिक्षण का प्रचार प्रसार कर अपने परिचितों व परिवार के अन्य सदस्यों को इसका लाभ दिलाने का संकल्प कराते हुये शपथ दिलाई एवं सभी प्रशिक्षणार्थियों की उज्ज्वल भविष्य की कामना की। सुश्री नीता लोधी द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं से प्रत्यक्ष चर्चा की गई। जिनमें शशि कोसले, ज्योति कोसले, कमल कुमार नागवाने, से प्रशिक्षण के संबंध में चर्चा में बच्चों ने बताया की उनके द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त करते समय सुखद अनुभूति प्राप्त हुई साथ ही मशीनों में कामकर सुक्ष्म से सूक्ष्म प्रयोगों को कर नया ज्ञान प्राप्त हुआ। साथ ही संस्था के प्राचार्य व शिक्षको द्वारा पुरी तनमयता से सभी समस्याओं का समाधान किया गया। प्रशिक्षण पुर्णता: नि:शुल्क एवं आवासीय होने के कारण उत्तम आवास की व्यवस्था व नि:शुल्क भोजन जो अच्छे गुणवत्ता वाले दिये गये जिससे पूरे प्रशिक्षण काल में सभी प्रशिक्षणार्थी संतुष्ट थे। सभी 25 प्रशिक्षणार्थीयों को विभिन्न फैक्ट्रीयों में प्लेसमेंट दिया गया जिसमें टाटा स्टील व जिंदल स्टील के आलावा स्थानीय फर्मों जैसे बी.के., बी.ई.सी. इंजीनीरिंग में प्लेसमेंट हुआ, प्लेसमेंट पाकर सभी प्रशिक्षणार्थी उत्साहित है।
DURG / SHOURYAPATH / वैशाली निवासी बीएसपी के सेवानिवृत एजीएम श्री माणक चंद जैन(83) ने आज आपने देहदान की घोषणा कर वसीयत नव दृष्टि फाउंडेशन के राज आढ़तिया,रितेश जैन राजेश पारख एवं अतुल जैन को सौंपी
श्री श्री माणक चंद जैन के पुत्र अजय जैन पुत्रवधू सुलोचना जैन चिन्मय जैन एवं खुशाग्र जैन इस वसीयत के साक्षी बने श्री माणक चंद जैन ने कहा उनके करीबी श्री अतुल जैन ने उन्हें देहदान हेतु प्रेरित किया एवं आज उन्हें देहदान की घोषणा कर ख़ुशी हो रही है व् समाज के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं
नव दृष्टि फाउंडेशन के सदस्य राजेश पारख ने श्री जैन के निर्णय की सराहना की एवं का हमारी संस्था नव दृष्टि फाउंडेशन के प्रयास से अब लोगों में नेत्रदान व् देहदान हेतु जागरूकता बढ़ रही है एवं लगातार लोग स्वस्फ़ूर्त देहदान व नेत्रदान की घोषणा कर रहे हैं
श्री मानक चंद जैन के पुत्र श्री अजय जैन ने कहा आज उन्हें अपने पिता के निर्णय पर गर्व हो रहा है एवं भविष्य में हमारा परिवार पिता के निर्णय से प्रेरणा लेगा व् समाज के हित में कार्य जारी रहेगा
रितेश जैन ने कहा यदि कोई देहदान व् नेत्रदान पर कोई जानकारी चाहता है तो हमारे सदस्यों से सम्पर्क करे या 982615600/9827906301 नंबर पर फोन कर जानकारी ले सकता है
नवदृष्टि फाउंडेशन की ओर से अनिल बल्लेवार ,कुलवंत भाटिया,राज आढ़तिया, प्रवीण तिवारी,मुकेश आढ़तिया, हरमन दुलई,किरण भंडारी, रितेश जैन,जितेंद्र हासवानी,उज्जवल पींचा ,सत्येंद्र राजपूत,सुरेश जैन,राजेश पारख,पियूष मालवीय,विकास जायसवाल मुकेश राठी,प्रभु दयाल उजाला, प्रमोद बाघ ,सूरज साहू संतोष राजपुरोहित,चेतन जैन ने श्री माणक चंद जैन के देहदान के निर्णय की सराहना की व् जैन परिवार को साधुवाद दिया