August 02, 2025
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शौर्यपथ

शौर्यपथ

खेल /शौर्यपथ /टोक्यो में खेल जा रहे ओलंपिक खेलों का आज आखिरी दिन है। इन खेलों के खत्म होने से एक दिन पहले करोड़ों भारतीय फैन्स को खुश होने का मौका मिल गया, क्योंकि शनिवार को भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक इवेंट में गोल्ड पर निशाना साधकर 100 साल से ज्यादा समय का इंतजार खत्म कर दिया। खुश होने वालों में देश के पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी शामिल थे। अच्छी बात यह है कि यह खुशी क्रिकेट प्रेमियों के चेहरों पर भी देखने को मिली। शनिवार को जैसे ही नीरज ने गोल्ड कंफर्म किया, वैसे ही भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट के दौरान कमेंट्री कर रहे पूर्व भारतीय क्रिकेटर आशीष नेहरा और सुनील गावस्कर खुशी से उछलने लग गए।

इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो को सोनी नेटवर्क ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है। इसमें गावस्कर और आशीष नेहरा अपने साथियों संग नीरज के मैच का लुत्फ उठा रहे हैं। नीरज के गोल्ड जीतने के बाद गावस्कर 'मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती' गाना भी गाते नजर आते हैं। बता दें कि फाइनल के छठे राउंड में जैसे ही चेक गणराज्य के जाकुब वाडलेच ने अपना आखिरी थ्रो पूरा किया, नीरज जान गए थे कि उन्होंने गोल्ड मेडल जीत लिया है। वे सभी 12 प्रतिस्पर्धियों में पहले तीन प्रयासों में सर्वश्रेष्ठ थे, जिससे वे अगले तीन प्रयासों में थ्रो करने के लिए सबसे आखिर में आए।

इस गोल्ड के साथ नीरज अब भारत की तरफ से व्यक्तिगत गोल्ड मेडल जीतने वाले मात्र दूसरे खिलाड़ी हैं। इससे पहले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग ओलंपिक 2008 में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में गोल्ड मेडल जीता था। भारत ने ओलंपिक में पहली बार भाग लेने के बाद से लेकर रियो ओलंपिक 2016 तक कभी भी एथलेटिक्स में पदक नहीं जीता था। दिग्गज मिल्खा सिंह और पीटी ऊषा क्रमश 1960 और 1984 में मामूली अंतर से चूक गए थे। इंटरनेशनल ओलंपिक समिति (आईओसी) अब भी नार्मन प्रिचार्ड के पेरिस ओलंपिक 1900 में 200 मीटर और 200 मीटर बाधा दौड़ में जीते गए पदकों को भारत के नाम पर दर्ज करता है, लेकिन विभिन्न शोध और इंटरनेशनल एथलेटिक्स महासंघ (अब विश्व एथलेटिक्स) के अनुसार उन्होंने तब ग्रेट ब्रिटेन का प्रतिनिधित्व किया था।

जगदलपुर /शौर्यपथ / दिनांक 06.8.2021 को थाना कोतवाली क्षेत्रान्तर्गत धरमपुरा सांई मंदिर के पास एक व्यक्ति जो लोंगो से रूपया पैसा लेकर सट्टा पट्टी लिखकर, अवैध रूप से धन अर्जित करने की सूचना प्राप्त हुई थी। जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय, जितेन्द्र सिंह वीणा व अति0 पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश शर्मा के मार्गदर्शन एवं नगर पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक एमन साहू के नेतृत्व में थाना कोतवाली के सउनि0 नीलाम्बर नाग, आरक्षक रवि सरदार,गौतम सिन्हा, सहा0आर0 विरेन्द्र पांडे के टीम द्वारा तत्काल घटनास्थल पर पहुंचा, जहां पर उक्त हुलिये के व्यक्ति को हिरासत में लेकर पुछताछ करने पर अपना नाम अविनाश झा पिता सुशील झा उम्र 33 साल निवासी गंगानगर वार्ड शितला होटल के पीछे जगदलपुर का रहने वाला बताया और उक्त स्थान में लोगों से रूपये पैसे लेकर सट्टा पट्टी लिखकर, जुआ खेलाना व अवैध तरीके से धन अर्जित कर रकम प्राप्त करना स्वीकार किया। जिसे मौके पर उक्त सटोरिया के कब्जे से नगदी रकम 10320/-रूपये एवं 12 नग सट्टा पट्टी पर्ची, को विधिवत् जप्त किया गया है। आरोपी के विरूद्ध धारा 4-क जुआ एक्ट के तहत् कार्यवाही कर गिरफ्तार किया गया है।
आरोपीः-अविनाश झा पिता सुशील झा उम्र 33 साल निवासी गंगानगर वार्ड शितला होटल के पीछे जगदलपुर।
बरामदः- नगदी रकम 10,320/-रूपये एवं 12 नग सट्टा पट्टी पर्ची।

मनोरंजन / शौर्यपथ /‘बिग बॉस ओटीटी’ का आज से आगाज होने जा रहा है। उससे पहले मेकर्स ने शो को लेकर बज क्रिएट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। ‘बिग बॉस ओटीटी’ इस बार काफी अलग होने वाला है। इस पॉपुलर रियलिटी शो में ड्रामा, रोमांस और मसालेदार कंटेट देखने को मिलेगा। ओटीटी पर इसे करण जौहर होस्ट करने वाले हैं। वह पहले ही एक वीडियो में बता चुके हैं कि डिजिटल वर्जन बोल्ड होने वाला है। अब करण ने घर के अंदर से एक वीडियो साझा किया जिसमें वह अपनी ही फिल्म ‘कभी खुशी कभी गम’ के गाने पर ड्रामैटिक अंदाज में दिख रहे हैं।
घर में की एंट्री
करण घर के अंदर प्रवेश करते हैं। वह घर का एक-एक कोना दिखाते हैं जो कि काफी आलीशान दिख रहा है। यह पहली बार है जब करण ने खुद घर की झलक दिखाई है। इससे पहले तक तस्वीरें ही सामने आई थीं।
इंतजार खत्म
करण जौहर ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा- ‘अब इंतजार खत्म होने वाला है, मेरा पहला कदम इस ओटीटी दुनिया की ओर, एक और कदम करीब। आप और मैं मिलकर खूब मजे करेंगे। कह दिया ना बस कह दिया।‘
करण जौहर के इस वीडियो पर राखी सावंत ने लिखा- ‘वाओ भाई करण बिग बॉस हिट होगा।‘ साथ ही पूजा बत्रा और संजय कपूर सहित अन्य सितारों ने भी कमेंट किया।
कब और कैसे देखें
‘बिग बॉस ओटीटी’ का प्रीमियर वूट सेलेक्ट पर आठ अगस्त को रात आठ बजे से होगा। प्रतिदिन के एपिसोड सोमवार से शनिवार शाम सात बजे से देख सकेंगे। जबकि रविवार को इसे रात आठ बजे ही स्ट्रीम किया जाएगा। आपको यह ध्यान रखना है कि ‘बिग बॉस ओटीटी’ को वूट पर देखने के लिए सब्सक्रिप्शन लेना जरूरी है।

नई दिल्ली / शौर्यपथ / भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी वी श्रीनिवास के आह्वान पर देश में बढ़ रही रोजाना पेट्रोल, डीजल ,गैस और किसानों की समस्या और हर एक वस्तु महंगाई के विरोध में संसद घेराव का कार्यक्रम भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास के द्वारा संसद घेराव कार्यकर् रखा गया था जिसमें देशभर के हजारों युवा कांग्रेस के सदस्य अध्यक्ष व पदाधिकारी गण नई दिल्ली संसद घेराव कार्यक्रम में कुच किए थे और कार्य
इसी महंगाई के विरोध कार्यक्रम मे अय्यूब खान पूर्व अध्यक्ष युवा कांग्रेस लोकसभा दुर्ग के नेतृत्व सैकड़ों युवा साथियों के साथ नई दिल्ली गए संसद घेराव कार्यक्रम मे शामिल हुए ! अय्युब खान ने बताया कि आज देश भर मंहगाई ने देशवासियों का कमर तोड दी है जबसे मोदी सरकार आई तबसे हर एक चीज महंगाई बढ़ती जा रही रेल का किराया भा जा पा सरकार केंद्र में काबिज होते ही रेल किराया डबल हो गया पेट्रोल डीजल ने शतक मार दिया गैस सिलेंडर ने हजार बनाने की तैयारी है जबकि अभी विश्व मे कच्चे तेल की कीमत बहुत कम हैं फिर भी इसमें रोज मूल्य मे वृद्धि की जा रही ये आम जनता के समझ के परे है !
पेट्रोल डीजल के महंगा होने के कारण हर जरूरत की वस्तु भी महंगाई झेल रही खाने के तेल राशन सब्जी बस से लेकर हर यात्री किराया भाड़ा वृद्धि हो रही हर दिन की बढ़ती महंगाई से आम आदमी और गरीब आदमी रोज त्रस्त हो जा रहे हैं जिसकी सारी जिम्मेदारी मोदी सरकार जिसने इन्ही के वोट से बहुमत कि सरकार बनाई और इसी जनता की कमरतोड़ महंगाई दंश झेल रही हैं
संसद घेराव कार्यक्रम शामिल होने दुर्ग से अय्यूब खान के साथ अभिषेक शर्मा , संदीप बक्सी, राकेश दुबे , पुरसुत्तम सोनवानी , दीपक शर्मा , जयदीप बघेल , विनोद मोहनानी , गौरव बिहारी , रंजित रंजन सहित दर्जनों यूवा साथी के साथ दिल्ली मे शामिल हुए |

          जीना इसी का नाम है / शौर्यपथ / अपनी जिंदगी से उन्हें कोई शिकायत नहीं थी। होती भी क्यों? एक कामयाब जीवन जीने के लिए जो कुछ चाहिए, वह सब कुछ तो उनके पास था। दांपत्य जीवन में भी किसी किस्म की कोई कमी न थी। पॉल बर्क बेहद चाहने वाले पति थे और वह तीन नन्हे बच्चों- होली, इसाक व जॉर्ज की मां थीं। बच्चों की किलकारियों से उनका घर खिलखिलाता रहता और थिया व पॉल उन पलों को जी भरकर जीते।
22 फरवरी, 2012 की बात है। हफ्ता भर पहले छोटे बेटे जॉर्ज की पहली सालगिरह मनाई थी। लेकिन 22 फरवरी को अपने खिलौनों के साथ खेलते-खेलते जॉर्ज अचानक गिर पड़ा और उसे मूच्र्छा के दौरे पड़ने लगे। इसके पहले वह कभी बीमार नहीं पड़ा था। पॉल और थिया बेटे को लेकर अस्पताल भागे, मगर चंद घंटों में ही सब कुछ खत्म हो गया था। डॉक्टर ने बर्क दंपति को जॉर्ज के पार्थिव शरीर के साथ कुछ पल बिताने की इजाजत तो दी, मगर उनके लिए वक्त जैसे वहीं खत्म हो गया था।

       थिया और पॉल को जिंदगी यूं हैरान करेगी, यह तो कभी उनके गुमान में भी न आया होगा। बदहवासी के उन क्षणों में अपने जिगर के टुकडे़ को अलविदा कह वे जब घर लौटे, तो उसके बर्थडे के कार्ड वैसे ही सामने रखे हुए थे। वे समझ ही नहीं पा रहे थे, आखिर चंद घंटों में जॉर्ज उनसे इतना दूर कैसे चला गया? बाद में मिली पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मालूम हुआ कि निमोनिया और टाइप-ए इन्फ्लूएंजा ने उनके प्यारे बेटे की जान ली थी।
जो घर बच्चों की किलकारियों और पॉल-थिया के कहकहों से गुलजार रहा करता, वहां मातम ने जैसे डेरा डाल दिया था। पति-पत्नी अपने भीतर ही यूं ढह चुके थे कि एक-दूसरे का संबल क्या बनते? उस समय उन्हें कुछ ऐसे कंधों की जरूरत थी, जिनसे टिककर वे अपने लिए कुछ ऊर्जा बटोर पाते। काश! कोई गले लगाकर उनसे कहता, आपकी कोई गलती नहीं है, आपने तो अपने तईं पूरी कोशिश की, लेकिन नियति को शायद यही मंजूर था। कोई बताता कि दोनों बच्चों को कैसे बताया जाए कि जॉर्ज के साथ क्या हुआ?
लेकिन कोई नहीं आया। किसी ने उनकी खबर नहीं ली। कई दिनों के बाद घर के दरवाजे पर पहली दस्तक पुलिस की हुई, जो उस हादसे की तफसील जानने आई थी। यह उसकी ड्यूटी का हिस्सा था, लेकिन उसके कुछ तकनीकी सवाल शायद एक पिता के भीतर यह अफसोस भी गढ़ गए कि जॉर्ज के यूं जाने के लिए कुछ हद तक वह भी जिम्मेदार हैं।
जब जॉर्ज को गए पांच दिन हो गए थे। परिवार को जिंदगी की तरफ लौटना था, दो नन्हे बच्चों को संभालना भी था, मगर बेटे के गम में डूबे पॉल बर्क ने कहीं गहरा सदमा दे दिया। वह घर से यह कहकर निकले थे कि थोड़ा टहलकर आ रहा हूं। मगर उनके बजाय कॉल बेल पुलिस ने बजाई थी। 33 साल के पॉल की मौत की सूचना थिया के लिए किसी सन्निपात से कम न थी। हालांकि, मृत्यु के कारणों की जांच करने वाले अधिकारी (कॉरोनर) ने बाद में बताया था कि पॉल ने खुदकुशी नहीं की, बल्कि बेटे की मौत के बाद वह तनाव से गुजर रहे थे और इसी वजह से हादसे के शिकार हो गए।
             लेकिन पांच दिन के अंदर एक खुशहाल परिवार उजड़ गया। थिया तो सुन्न पड़ गई थीं। मगर पति और बेटे, दोनों की अंतिम विदाई की तैयारी करनी थी। दो जीवित मासूमों को संभालना था। रोने का वक्त ही कहां था उनके पास? वह महीनों तक नहीं रोईं। हताशा, घबराहट और तनाव की समस्या पर जीत पाने में उन्हें वर्षों लग गए, लेकिन पॉल के चले जाने के बाद थिया के माता-पिता और कुछ करीबी दोस्तों ने उनकी पूरी मदद की।
थिया को यह हमेशा महसूस होता रहा कि पीड़ा के उन पलों में अगर किसी ने आकर उनका गम बांटा होता, तो पॉल उनसे दूर न गए होते। यह बात उन्हें वर्षों तक कचोटती रही। अंतत: उन्होंने फिजिकल एजुकेशन टीचर की अपनी नौकरी छोड़ ‘टु विश अपॉन अ स्टार’ नाम से एक चैरिटी की शुरुआत की। इसका मकसद उन अभिभावकों की मदद करना है, जिनके 25 साल तक बच्चे की अचानक मौत हो जाती है। थिया की यह चैरिटी वेल्स पुलिस और मेडिकल बोर्डों के साथ मिलकर ऐसे बदकिस्मत माता-पिता की मदद करती है। अब तक 3,316 लोगों की यह संस्था मदद कर चुकी है।
               थिया वेल्स के मिस्किन गांव में रहती हैं। साल 2018 में आईटी कॉन्ट्रेक्टर क्रेग मैनिंग्स से उन्होंने दूसरी शादी की है, जो उनकी चैरिटी से बतौर स्वयंसेवी जुडे़ रहे हैं। थिया की इस अनमोल मानवसेवा को देखते हुए कुछ ही महीने पहले उन्हें ‘प्राइड ऑफ ब्रिटेन’ सम्मान से नवाजा गया है। पुरस्कृत होने के बाद थिया के शब्द थे, ‘पॉल और जॉर्ज मुझे ऊपर से गर्व के साथ देख रहे होंगे। मैं कोशिश करूंगी कि वेल्स में ऐसा कोई मां-बाप, भाई-बहन हमारी मदद से वंचित न रहे।’ थिया ऐसे बच्चों के मासूम भाई-बहनों से कहती रहेंगी- जो गया है, उसको सितारों में देखना।
प्रस्तुति : चंद्रकांत सिंह

दुर्ग / शौर्यपथ / इस साल का वसुंधरा सम्मान सतीश जायसवाल कोÓ Óसाहित्य और पत्रकारिता की सांझी परम्परा में प्रदीर्घ और रचनात्मक योगदान के लिए प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। महात्मा गांधी की परिकल्पना के विनम्र ग्राम सेवक कीर्तिशेष देवीप्रसाद चौबे की स्मृति मे स्थापित वसुंधरा सम्मान का निरंतर 21वां वर्ष है। यह सम्मान लोकजागरण की मासिक पत्रिका वसुंधरा के द्वारा प्रदान किया जाता है।
सतीश जायसवाल को स्व देवीप्रसाद चौबे की 45 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर 14 अगस्त को रायपुर में आयोजित समारोह में सम्मानित किया जाएगा। यह निर्णय सुप्रसिद्ध पत्रकार एवं मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रुचिर गर्ग की अध्यक्षता में गठित समिति के सदस्यों ईवी मुरली, विनोद मिश्र, समीर दीवान, अरुण श्रीवास्तव, मुमताज एवं डा रक्षा सिंह की सात सदस्यीय समिति के द्वारा लिया गया है। बिलासपुर में निवासरत 17 जून 1942 को जन्मे सतीश जायसवाल विगत साढ़े चार दशकों से साहित्य और पत्रकारिता में सृजनरत हैं। साहित्य, संस्कृति और पत्रकारिता के आपसी रिश्तों को पोषित करने की दिशा में उनका महत्वपूर्ण योगदान है।
कहानी, संस्मरण और यात्रा वृतांत की अनेक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। उनकी रचनाएं ज्ञानोदय, दिनमान, धर्मयुग, सारिका, साप्ताहिक हिंदुस्तान, रविवार, वागर्थ, समकालीन भारतीय साहित्य, हंस, जैसी देश की सभी प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं । कुछ महत्वपूर्ण पुस्तकों का संपादन किया है। वे चार वर्षों तक पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी सृजन पीठ के अध्यक्ष रह चुके हैं।
छग विधानसभा की त्रैमासिक शोध पत्रिका के भी वे कार्यकारी संपादक भी रहे हैं।
सतीश जायसवाल ने महत्वपूर्ण साहित्यिक लेखन के साथ-साथ दिनमान, धर्मयुग, जनसत्ता, प्रेसट्रस्ट आफ इंडिया और छत्तीसगढ़ के अनेक समाचार पत्रों के लिये पत्रकारिता भी की है। उन्हें वनमाली कथा सम्मान तथा द स्टेट्समैन अवार्ड फार रुरल रिपोर्टिंग के लिए पूर्व में सम्मानित किया जा चुका है। यह सम्मान उन्हें 1994 में महानदी घाटी के लोक चित्रांकन के जरिए छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति की पहचान पर केंद्रित रिपोर्ट के लिए दिया गया था।

दुर्ग / शौर्यपथ / महापौर धीरज बाकलीवाल ने कहा है कि विधायक अरुण वोरा के साथ पूर्व पार्षद दिनेश देवांगन द्वारा अमर्यादित ढंग से बातचीत करना दुर्भाग्यजनक है। महापौर ने कहा कि पदेन सदस्य होने के नाते विधायक अरुण वोरा सामान्य सभा की बैठक में शामिल हुए। भोजन अवकाश की घोषणा होने पर वे बाहर निकले तब दिनेश देवांगन ने उनके पास जाकर अशिष्ट तरीके से निरर्थक बातें शुरू कर दी। इस घटनाक्रम के बाद पूर्व महापौर द्वारा इस मामले में वोरा के खिलाफ बयान जारी किया गया है। महापौर जैसे पद पर रहने के बाद इस तरह का बयान ओछी मानसिकता का प्रतीक है।
बाकलीवाल ने कहा कि न केवल दुर्ग शहर बल्कि समूचे छत्तीसगढ़ के लोग जानते हैं कि न सिर्फ विधायक अरुण वोरा बल्कि वोरा परिवार ने हमेशा शालीनता का परिचय दिया है। विधायक वोरा ने अपने विरोधियों के साथ भी शालीनता और सम्मान से बातचीत की है। पूरे प्रदेश ही नहीं बल्कि दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में अरुण वोरा को सहजता और सरलता के लिये जाना जाता है। ऐसे सीधे सरल व्यक्ति के लिये मर्यादा को ताक पर रखकर भाजपा के पूर्व महापौर और पूर्व पार्षद द्वारा बयानबाजी करना दुर्भाग्यजनक है।
महापौर धीरज बाकलीवाल ने कहा कि जातपांत की राजनीति कर समाज को बांटने वाले भाजपा के पार्षदों ने उसी सामान्य सभा में देवांगन समाज के एक एल्डरमैन का विरोध किया। एल्डरमैन कृष्णा देवांगन को पद से हटाने या सामान्य सभा से बाहर करने की मांग को लेकर भाजपा पार्षदों ने करीब दो घंटे तक सभा नहीं चलने दी। यह स्पष्ट हो गया है कि देवांगन समाज के एल्डरमैन कृष्णा देवांगन को हटाने की मांग करने वाले भाजपा नेता देवांगन समाज के हितैषी नहीं है।
महापौर ने कहा कि पूर्व महापौर समेत सभी भाजपा नेता जातपात की बात करने की बजाय कुछ काम करें। पिछले 20 साल तक दुर्ग नगर निगम की सत्ता में भाजपा के काबिज होने के बावजू शहर की दुर्गति हो गई। डेढ़ साल से कोरोना के वैश्विक संकटकाल में भाजपा संगठन नेताओं ने कुछ नहीं किया। पूरी तरह मुद्दाविहीन हो चुके भाजपा नेता वोरा जैसी राजनीतिक शख्सियत के साथ झूठ प्रपंच की राजनीति करने का प्रयास कर रहे हैं। भाजपा अच्छी तरह समझ लें कि दुर्ग सहित पूरे छत्तीसगढ़ की जनता वोरा परिवार के संस्कार और सद्व्यवहार से परिचित है। भाजपा नेताओं की झांसेबाजी का दांव दुर्ग शहर की जनता के बीच नहीं चलेगा।

दुर्ग / शौर्यपथ / देश भर में कोरोना महामारी की दूसरी लहर से लाखों लोगों ने अपने परिजनों एवं कमाने वाले सदस्यों को खोया है। छत्तीसगढ़ राज्य में भी राजधानी रायपुर के साथ दुर्ग जिला भी सर्वाधिक संक्रमण का शिकार हुआ था। अब कोरोना की लहर धीमी पडऩे के साथ ही राज्य सरकार ने संवेदनशीलता दिखाते हुए पीडि़त परिवारों के आंसू पोछने का काम किया है। कोविड से घर के कमाने वाला सदस्य खो देने के बाद कई परिवारों के सामने रोजी रोटी के साथ ही बच्चों की शिक्षा का भी बड़ा संकट आ खड़ा हुआ था लेकिन शासन की महतारी दुलार योजना द्वारा अब भूपेश सरकार ना सिर्फ बच्चों की शिक्षा का खर्च वहन करेगी बल्कि पहली से आठवीं तक के बच्चों के लिए 500 रु एवं आठवीं से बारहवीं तक के बच्चों को 1000 रु प्रतिमाह छात्रवृत्ति दे कर एक बड़ी राहत प्रदान की जाएगी।
इसके लिए दुर्ग शहरी क्षेत्र के 110 बच्चों समेत जिले के 763 बच्चों के आवेदन अब तक आए हैं एवं शासकीय एवं निजी स्कूलों के लिए 1.07 करोड़ की राशि एवं छात्रवृत्ति के लिए 55.45 लाख का बजट आबंटित किया गया है। कांग्रेस विधायक अरुण वोरा ने पटरी पार क्षेत्र एवं शहर के अन्य वार्डों में पीडि़त परिवारों से मुलाकात की एवं योजना का लाभ लेने के लिए शिक्षा विभाग में आवेदन करने की जानकारी दी। वोरा सबसे पहले वार्ड क्रमांक 19 स्थित भट्ट परिवार के निवास पहुंचे जहां स्व महेश राव भट्ट एक मात्र कमाने वाले सदस्य कोविड का शिकार हुए थे। परिवार के रूप में तीन बच्चों, माँ एवं पत्नी के लिए कमाऊ सदस्य के काल कलवित हो जाने के बाद रोजी रोटी के साथ शिक्षा का भी संकट आ गया था अब महतारी दुलार योजना के द्वारा मुफ्त शिक्षा एवं छात्र वृत्ति मंजूर हो जाने से उन्हें बड़ी राहत मिलने जा रही है। इसके अलावा वोरा ने पचरी पारा में मनोज साहू, विनोद साहू, मनीष तिवारी व मनोज तिवारी के परिजनों से भी मुलाकात की। विधायक वोरा ने कहा कि घर के किसी भी सदस्य को खोने की भरपाई नहीं की जा सकती किन्तु मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व शासन ने पालक बनकर बच्चों की शिक्षा दीक्षा का बीड़ा उठाने का सराहनीय फैसला लिया है। सभी पीडि़त परिवारों को योजना का लाभ लेना चाहिए।

दुर्गं / शौर्यपथ / नगर निगम द्वारा गौठानों में छत्तीसगढ़ का प्रथम पर्व हरेली 8 अगस्त को मनाया जाएगा। नगर विधायक अरुण वोरा के मंशा के अनुरूप,महापौर धीरज बाकलीवाल के मार्गदर्शन और निगमायुक्त हरेश मडावी के निर्देश पर रविवार को सुबह 10 बजे पुलगांव गोकुल नगर स्थित गौठान में हरेली के अवसर पर पारम्परिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। हरेली पर्व के दिन गौठानो में पारम्परिक कार्यक्रम गेड़ी दौड़, कुर्सी दौड़, फुगड़ी, रस्सा-कस्सी,भौंरा,नारियल फेंक,छत्तीसगढ़ी पारम्परिक व्यंजन आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। पशु चिकित्सा शिविर आयोजित होंगे। पशुधन को आटे के लोंदी और अन्य औषधि कंद खिलाए जाएंगे, खरीफ फसलों के सुरक्षा हेतु पशुओं को गौठान में लाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। गौठान में क्रय किये जा रहे गोबर,उत्पादित जैविक खाद को छायादार चबूतरा, तिरपाल के माध्यम से सुरक्षित रखने के लिए जागरूक किया जाएगा। गौठानों से उत्पादित खाद को फसल में उपयोग करने से होने वाले फायदे के संबंध में कृषकों को प्रेरित किया जाएगा। गौठानों में फलदार, छायादार वृक्षारोपण विशेषकर कदम के पौधे रोपित किये जाएंगे। इन आयोजनों में कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करते सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि राज्य में पिछले वर्ष हरेली पर्व के दिन 20 जुलाई 2020 को गोधन न्याय योजना का शुभांरभ किया गया। गौठानों में पशुपालकों से गोबर क्रय करते हुए इक_े किए गए गोबर से वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट प्लस एवं अन्य उत्पाद तैयार हो रहे है। राज्य की महत्वाकांक्षी सुराजी ग्राम योजना के अंतर्गत नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी का संरक्षण एवं सवंर्धन किया जा रहा है।

दुर्ग / शौर्यपथ / स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने विभिन्न कार्यक्रमों की मानिटरिंग कर रहे अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि शासन की फ्लैगशिप योजनाओं की लक्ष्यपूर्ति सबसे महत्वपूर्ण टास्क है। इसमें किसी भी तरह की कमी लक्षित हो रही है तो अगले महीने तक ठीक कर लें। 15 सितंबर को पुन: स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली जाएगी। जिसमें अपेक्षित नतीजे नहीं मिलने पर मानिटरिंग अधिकारियों पर एवं जिम्मेदार अमले पर कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि हेल्थ से संबंधित लक्ष्य बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। कोरोना की वजह से हेल्थ मशीनरी पर बड़ी जिम्मेदारी आई, दूसरी लहर के बाद अब मौका है कि पीक के दौरान जो काम नहीं हो सके, उन्हें पूरा किया जाए। बैठक में निगम आयुक्त भिलाई श्री ऋतुराज रघुवंशी, अपर कलेक्टर सुश्री नूपुर राशि पन्ना, रिसाली आयुक्त श्री प्रकाश सर्वे, सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कोविड कंट्रोल की समीक्षा- कलेक्टर ने कहा कि कोविड मैनेजमेंट आपकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए पहले की रणनीति की तरह ही स्ट्रीट वेंडर का, सर्वाधिक जोखिम वाले वर्गों की रैंडम सैंपलिंग करते रहें। रेलवे और बस स्टैंड में पहले की तरह ही सैंपलिंग होती रहे। अधिकारियों ने बताया कि हर दिन लगभग 2800 सैंपलिंग हो रही है। रेलवे स्टेशन में भी सैंपलिंग हो रही है। इनमें बाहर से आये 17 पाजिटिव मरीजों को ट्रेस किया गया है। अब तक 14 कंटेनमेंट जोन बनाये गए हैं यहाँ सख्त मानिटरिंग की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि कुम्हारी क्षेत्र में ज्यादा मामले सामने आये हैं। कलेक्टर ने यहाँ सैंपलिंग बढ़ाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने टीकाकरण की समीक्षा भी की और कहा कि बेहतर रणनीति से अधिकाधिक टीकाकरण कराने का प्रयत्न करें।
डेंगू के अब तक 11 मामले, इनमें 6 दूसरे जिलों से- डेंगू के अब तक 11 मामले जिले में आ चुके हैं। इनमें से छह मामले दूसरे जिलों से हैं। इनमें 4 नागपुर, 2 रायपुर तथा 1 हैदराबाद से हैं। कलेक्टर ने डेंगू नियंत्रण की कार्रवाई प्रभावी रूप से जारी रखने के निर्देश दिये। उन्होंने हाटस्पाट में व्यापक रूप से टैमीफास का छिड़काव आदि के निर्देश भी दिये। अधिकारियों ने बताया कि अभी डेंगू के 10 हजार टेस्टिंग किट उपलब्ध हैं।
कुष्ठ के 145 नये मरीज चिन्हांकित- कलेक्टर ने टीबी और कुष्ठ जैसे रोगों के मरीजों के चिन्हांकन पर किये जा रहे कार्यों की जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि कुष्ठ के 145 नये मरीज चिन्हांकित किये गये हैं। टीबी के 963 मरीज चिन्हांकित किये गये हैं। कलेक्टर ने कहा कि सभी स्लम बस्तियों में, औद्योगिक क्षेत्रों में गहर रूप से सर्वे कर टीबी के मरीज चिन्हांकित करें और चिन्हांकन के तुरंत पश्चात इनका उपचार आरंभ करें।
बालिकाओं के हीमोग्लोबिन जाँच के लिए लगेंगे कैंप- कलेक्टर ने बालिकाओं के हीमोग्लोबिन जांच के लिए विशेष तौर पर कैंप लगाने के निर्देश दिये ताकि अधिकाधिक बालिकाओं में एनीमिया की जांच की जा सके। साथ ही उन्होंने कहा कि मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से भी शहरी क्षेत्रों में हीमोग्लोबिन की जाँच की जाए।
संस्थागत डिलीवरी पर पूरा जोर, एमएमआर एवं आईएमआर कम करने की हो कवायद- कलेक्टर ने संस्थागत डिलीवरी को बढ़ावा देने की दिशा में हो रहे कार्यों की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को रोकने के लिए समय-समय पर प्रशिक्षण सत्र आयोजित करना बेहद जरूरी है। साथ ही हाई रिस्क प्रेग्नेंसी वाले मामलों की विशेष मानिटरिंग आवश्यक है।

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