September 07, 2025
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शौर्यपथ

शौर्यपथ

      टिप्स ट्रिक्स /शौर्यपथ / लाइफ में समवन स्पेशल का होना सिर्फ इसलिए जरूरी नहीं है क्योंकि आपको कोई चाहिए, बल्कि इसलिए भी जरूरी है क्योंकि आपको हर कदम पर ऐसे व्यक्ति की जरूरत होता है जो आपके हर फैसले में आपका साथ दे और आपकी हर एक स्पेशल मूमेंट को और भी ज्यादा स्पेशल बना दे। ऐसे में अगर आप किसी को पसंद करते हैं और प्रपोज करने से डर रहे हैं तो कुछ टिप्स को फॉलो कर सकते हैं। कोई भी शख्स अपने चाहने वाले से ये उम्मीद तो करता ही है कि वह उनको प्रपोज करें। तो जानिए कुछ ऐसे टिप्स जिनकी मदद से आप अपने पार्टनर को प्रपोज कर सकते हैं।

1) फेवरेट प्लेस
अब अपनी मोहब्बत का इजहार कर रहे हैं तो क्यों न अपने होने वाले पार्टनर कि किसी फेवरेट प्लेस पर जा सकते हैं। ये कोई भी जगह हो सकती है, मॉल, कैफे, पार्क या फिर कोई रेस्तरां। आप उनकी फेवरेट जगह पर ले जाकर अपनी प्रेम कहानी की शुरूआत कर सकते हैं।

2) फूल
फूल हर किसी को पसंद होते हैं और ये रोमांटिक भी लगते हैं। आप अपने पार्टनर की पसंद के फूल लेकर उन्हें प्रपोज कर सकते हैं। फूलों के साथ आपको आपका प्यार जरूर मिल सकता है।

3) डिनर
रोमांटिक जगह पर डिनर से बेहतर कुछ हो ही नहीं सकता। पार्टनर के साथ किसी अच्छी जगह पर डिनर के लिए जाएं और फिर उनकी पसंद का खाना भी ऑर्डर करें और फिर प्रपोज करें।

4) फेवरेट चीजें
आप अपने पार्टनर की फेवरेट चीजें उन्हे देकर प्रपोज कर सकते हैं। आप एक-एक करके अपने पार्टनर को ये गिफ्ट दें और उन्हें ये फील करवाएं की वो आपके लिए कितने स्पेशल हैं।

       सेहत / शौर्यपथ /वेट लॉस के लिए सेब का सिरका यानी एप्पल साइडर विनेगर बहुत फायदेमंद है। आप अगर सही तरीके से वजन कम करने के लिए एप्पल साइडर विनेगर का इस्तेमाल करते हैं, तो आपका वेट ही कंट्रोल नहीं होता बल्कि इससे आपके पेट की चर्बी भी कम होती है।
100 ग्राम सेब के सिरके में लगभग 22 कैलोरीज होती हैं। सुबह खाली पेट एक गिलास पानी में एक छोटा चम्मच सेब का सिरका मिलाकर पीने से मेटाबॉलिज्म मजबूत होता है, साथ ही पेट की चर्बी भी कम होती है।

ब्लड शुगर भी रहता है कंट्रोल
सेब के सिरके में मौजूद असेटिक एसिड पेट की चर्बी कम करने में सबसे अहम भूमिका निभाता है। रोजाना सेब के सिरके का सेवन करने से वजन जल्दी कम होता है। सेब के सिरके के सेवन से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है।

 

कैसे करें सेब के सिरके का सेवन
सेब के सिरके का सेवन कभी भी अकेले न करें, बल्कि पानी में मिलाकर सही मात्रा में ही इसका सेवन करें। कई लोग खाली पेट भी सिरके को पीते हैं लेकिन ऐसा जरूरी नहीं कि सभी लोगों को सिरका डाइजेस्ट हो जाए। ऐसे में खाना खाने के बाद भी एप्पल साइडर विनेगर को पी सकते हैं। इसका सेवन लिमिट में ही करना चाहिए, इसे ज्यादा पीने से गले में जलन, एसिडिटी, उल्टी जैसी परेशानियां हो सकती हैं।

सावधानियां
-सेब के सिरके का सेवन करने के बाद खट्टी या कड़वी चीजें खाने से बचना चाहिए।
-सिरके को पीने के बाद दूध, दही का भी सेवन न करें।

    शौर्यपथ / संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन के लिए की गयी प्रतिबद्धताओं से दुनिया भविष्य में ग्लोबल वार्मिंग के गंभीर दुष्परिणामों को थोड़ा-सा कम कर सकती है। बृहस्पतिवार को दो नए प्रारंभिक वैज्ञानिक विश्लेषणों में यह जानकारी दी गई। अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी की रिपोर्ट और ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों की एक रिपोर्ट में भविष्य के लिए आशा जताई गई है। उनका कहना है कि अगर सब सही होता है तो हाल के कदमों से अक्टूबर मध्य में किए गए अनुमानों से 0.3 से 0.5 डिग्री फारेनहाइट तक तापमान कम हो जाएगा। विश्लेषणों में पूर्व औद्योगिक काल के बाद से 2.1 डिग्री सेल्सियस वार्मिंग के बजाय 1.8 या 1.9 डिग्री सेल्सियस वार्मिंग का अनुमान जताया गया है। हालांकि दोनों विश्लेषणों में दुनिया 1.5 डिग्री सेल्सियस की वार्मिंग से दूर है जिसका लक्ष्य 2015 के पेरिस जलवायु समझौते में तय किया गया। पृथ्वी पहले ही 1.1 डिग्री सेल्सियस तक गर्म हो गयी है।
मेलबर्न विश्वविद्यालय के जलवायु वैज्ञानिक माल्टे मेनशॉसेन ने कहा, ''हमारा अब भविष्य के लिए थोड़ा और सकारात्मक रुख है।'' उन्होंने 1.9 डिग्री सेल्सियस तक वार्मिंग का अनुमान जताया है और इसके लिए भारत तथा चीन द्वारा दीर्घकालीन प्रतिबद्धताओं को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा, ''यह अब भी 1.5 डिग्री से काफी दूर है। हम जानते हैं कि यह पारिस्थितिकी को नुकसान पहुंचने वाला है। यह दो डिग्री सेल्सियस से थोड़ा ही कम इसलिए काफी कुछ किए जाने की जरूरत है।'' ऊर्जा एजेंसी ने सोमवार को कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन पर अल्पकालीन कटौली और 2070 तक शून्य उत्सर्जन की भारत की प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए विश्लेषण किया है। साथ ही विश्लेषण में ग्रीनहाउस गैस मिथेन में कमी लाने के लिए मंगलवार को 100 से अधिक देशों द्वारा की गयी प्रतिबद्धताओं पर विचार किया गया है। अंतरसरकारी एजेंसी का कहना है कि यह पहली बार है जब अनुमान दो डिग्री सेल्सियस से कम जताया गया है। एजेंसी के प्रमुख फातिह बिरोल ने सीओपी 26 में नेताओं से कहा, ''अगर इन सभी प्रतिबद्धताओं को लागू किया गया तो तापमान में वृद्धि को 1.8 डिग्री सेल्सियस तक सीमित किया जा सकता है।''

      टिप्स ट्रिक्स / शौर्यपथ /आपने कई जगह सुना और पढ़ा होगा कि खाना खाने के बाद वॉक जरूर करना चाहिए। इससे खाना आसानी से डाइजेस्ट हो जाता है। वहीं, खाना खाने के बाद वॉक करने से नींद भी अच्छी आती है। ऐसे में कई लोग सोचते हैं कि खाना खाने के बाद टहलने से वाकई खाना जल्दी पच जाता है? इसका जवाब है कि खाना खाने के बाद वॉक करने से खाना पचता ही नहीं बल्कि इससे पेट की चर्बी भी नहीं बढ़ती। आइए, जानते हैं कैसे-

खाना खाने के बाद टहलने से कैसे पचता है खाना
खाना खत्म करने के बाद आप अगर एक्टिव होकर कोई काम करने लगते हैं, तो आपका शरीर पोषक तत्वों को अवशोषित कर लेता है। भोजन के पाचन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा छोटी आंत में होता है। शोध से पता चलता है कि भोजन के बाद चलने से पेट से और छोटी आंत में खाने का तेजी से ट्रांजिस्ट होता है। जितनी तेजी से भोजन आपके पेट से छोटी आंत में जाता है, आपको सूजन, गैस और एसिड रिफ्लक्स जैसी सामान्य परेशानियों की संभावना उतनी ही कम होती है। शोध की मानें, तो भोजन के बाद 30 मिनट की पैदल दूरी, एक्सरसाइज जैसी एक्टिविटी आपके डाइजेशन को बेहतर बनाते हैं। जिससे कब्ज की संभावना कम होती है। साथ ही इससे बेली फैट भी नहीं बढ़ता।

खाना पचने के साथ होते हैं ये फायदे
भोजन के बाद वॉक करने से आपका डाइजेशन ही बेहतर नहीं होता बल्कि इससे रोजाना फिटनेस के लिए जरूरी 10,000 स्टेप्स के गोल को भी पूरा कर सकते हैं। किसी भी प्रकार की फिजिकल एक्टिविटी एंडोर्फिन, या फील-गुड हार्मोन भी रिलीज करती है, जिससे शरीर को आराम मिलता है। आपको खाना खाने के बाद जरूर टहलना चाहिए।

    खाना खजाना / शौर्यपथ / सर्दियों में सूप पीने का अलग ही मजा है। ऐसे में कई लोग पैकेट बंद सूप भी बनाते हैं क्योंकि यह जल्दी बन जाता है, लेकिन इन सूप की बजाय आपको देसी सूप पीना चाहिए। दालें ऐसी हेल्दी देसी सूप हैं, जो न सिर्फ स्वादिष्ट लगती हैं बल्कि सेहत के लिए भी दालें बहुत फायदेमंद है। आज हम आपको तड़का अरहर और मूंग दाल की रेसिपी बता रहे हैं। इसे आप रोटी या चावल के साथ खाने के अलावा सूप की तरह पी भी सकते हैं।

अरहर मूंग दाल बनाने की सामग्री-
1 कप अरहर दाल
1/2 कप पीली मूंग की दाल
1 टीस्पून राई1 टीस्पून जीरा
1 टीस्पून लहसुन कटी हुई
1 टेबलस्पून इमली का पानी
 1/4 टीस्पून लाल मिर्च पाउडर
1/4 टीस्पून हल्दी पाउडर
8-10 करी पत्ता
नमक स्वादानुसार तेल

अरहर मूंग दाल बनाने की विधि-
सबसे पहले मीडियम आंच पर प्रेशर कूकर में दोनों दाल, नमक, हल्दी पाउडर और पानी डालकर 4 सीटी आने तक पका लें। तय समय के बाद कूकर का प्रेशर खत्म होने पर ढक्कन खोलकर दालक को अच्छी तरह से मैश कर लें। मीडियम आंच कूकर रखकर दाल में इमली का पानी डालकर एक उबाल आने तक पका लें। दूसरी तरफ पैन में एक चम्मच तेल डालकर गरम करने के लिए रख दें। इसमें राई और जीरा डालकर तड़काएं। अब लहसुन डालकर भून लें। लहसुन के सुनहरा होने के बाद लाल मिर्च पाउडर और करी पत्ता डालकर तड़के को तुरंत दाल में डालकर 2 मिनट पकाएं। तय समय के बाद गैस बंद कर दें। तैयार है अरहर मूंग दाल तड़का। रोटी या चावल के साथ गरमागरम सर्व करें।

शौर्यपथ दुर्ग। जहां एक ओर इंसान अपने आप में ही मस्त रहता है और दूसरो की तकलीफ से कोई मतलब नहीं रहता ऐसे में आज भी इस दुनिया में कुछ है जो दूसरों के तकलीफों को समझते है और उनके दुख को साझा करते है । ऐसे ही एक घटना दुर्ग स्टेशन में देखने को मिला जहां बिहार के एक मजदूर की स्टेशन में मौत हो गई । मृत शरीर को उनके परिजनों तक पंहुचाने का बीड़ा उठाया कर्मकार मंडल के सन्नी अग्रवाल ने । 

    बिहार के बेल्दौर जिले से कमाने खाने निकले मजदूर सम्भू सादा उम्र 32 वर्ष का ट्रेन के सफर के दौरान आकस्मिक निधन हो गया। इधर रेलवे प्रशासन ने रिपोर्ट तैयार कर शव जिला प्रशासन को तो सौप दिया लेकिन जिसका घर का चिराग उजड़ा था उसका अंतिम दर्शन भी परिजनों को नसीब नहीं ही रहा था।

ईश्वर ने सन्नी अग्रवाल को बनाया माध्यम, मजदूर नेता ने समझी एक मजदूर परिवार की पीड़ा

दरअसल, 3 नवम्बर को घटी इस घटना के बाद जब बिहार के बेल्दौर जिले के ग्राम सकरोहर में मृतक शंभु के परिजनों से संपर्क कर घटना की जानकारी दी गयी। जब गरीबी का हवाला देते हुए उन्होंने शव लेकर जाने में असमर्थता जताई। मृतक के दुर्ग में ही अंतिम संस्कार किये जाने में भी दुविधा यही रही कि बिना परिजनों के मौजूदगी में अंतिम संस्कार कैसे किया जाए। पुलिस प्रशासन के इस असमंजस के स्थिति की जानकारी छत्तीसगढ़ शासन में सन्निर्माण कर्मकार मंडल अध्यक्ष सुशील सन्नी अग्रवाल को प्राप्त हुई। जिसके पश्च्यात सन्नी ने स्वतः मामले में संज्ञान में लेते हुए वाहन की व्यवस्था की और अपने प्रतिनिधि के तौर पर कांग्रेस नेता अभिषेक बोरकर को दुर्ग मर्चुयरी भेज कर सभी व्यवस्था करवाई। इस दौरान दुर्ग के स्थानीय युवा जनप्रतिनिधि भी मदद को आगे आ चुके थे। जिसमें आकाश मजूमदार एवं अन्य साथियों के साथ मिलकर कुछ पैसे इक्कठे किए थे। वही सन्नी अग्रवाल ने उनका भी आभार जताया और आर्थिक मदद करते हुए ससम्मान शम्भू सादा के शव को उनके गांव भेजा।

इस मामले में चर्चा करते हुए सन्नी अग्रवाल ने कहा कि कल देर रात मुझे इस घटना की जानकारी मिली। संबंधित अधिकारियों के चर्चा कर शव को सुबह बिहार रवाना करने की तैयारी करने कहा और मेरे प्रतिनिधि के तौर पर साथियों को भेजकर निजी खर्च से सभी व्यवस्था करवाई। एक मजदूर परिवार की पीड़ा समझ सकता हूं यह मानवता का काम है ऐसे समय में सभी को आगे आना चाहिए।

नई दिल्ली/शौर्यपथ/

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर में राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास तैनात जवानों के साथ दीवाली मनाने पहुंचे हैं. पीएम मोदी के दौरे से पहले सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे बुधवार को जम्मू पहुंचे थे. उन्होंने सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के लिए अग्रिम इलाकों का दौरा किया. पीएम द्वारा जवानों के साथ दीपावली मनाना उनकी परंपरा का हिस्सा है, जिसकी शुरुआत उन्होंने 2014 में की थी. पिछले साल प्रधानमंत्री ने दीवाली पर राजस्थान के जैसलमेर में सैनिकों के साथ समय बिताया, जबकि 2019 में उन्होंने इसी सेक्टर राजौरी में जश्न मनाया था. राजौरी सेक्टर पाक की ओर होने वाले आतंकी घुसपैठ और उसे नाकाम करने में जुटे भारतीय सैनिकों की वजह से हमेशा चर्चा में रहा है.

सीमावर्ती जिलों पुंछ और राजौरी के इलाके में पिछले तीन हफ्तों में हिंसा में तेजी आई है और सेना के 11 जवान शहीद हुए हैं. सेना पिछले 24 दिनों से पुंछ-राजौरी वन क्षेत्र में सबसे लंबे आतंकवाद विरोधी अभियानों में से एक में लगी हुई है. सेना के नौ जवान शहीद हो गए हैं, लेकिन अभी तक आतंकियों को छुपाने में कोई सफलता नहीं मिली है. 2019 में प्रधानमंत्री ने राजौरी में एक सेना डिवीजन में दीवाली मनाई और इस बार वह नौशेरा क्षेत्र में मना रहे हैं, जो एलओसी के करीब है. पिछले सप्ताह इसी सेक्टर में एक खदान विस्फोट के दौरान एक अधिकारी सहित दो सैनिकों की मौत हो गई थी.

गौरतलब है कि इटली और ब्रिटेन की 5 दिवसीय यात्रा के बाद पीएम बुधवार सुबह दिल्ली पहुंचे. इसके बाद पीएम मोदी ने कम टीकाकरण वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की. इस मीटिंग में पीएम ने 40 जिलाधिकारियों और जिला कलेक्टरों को टीकाकरण अभियान को बढ़ाने के लिए भी कहा, ताकि जल्द से जल्द सभी पर शिकंजा कसा जा सके.

 

 

 दिवाली 4 नवंबर गुरुवार को मनाई जाएगी. लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 06 बजकर 09 मिनट से रात 08 बजकर 20 मिनट तक चलेगा. आइए जानते हैं कि दिवाली पर किस तरह करना चाहिए मां लक्ष्मी का पूजन, क्या सामग्री है जरूरी और क्या है पूजा का विधान.

नई द‍िल्‍ली /शौर्यपथ/ 

दिवाली हिंदू संस्कृति के बड़े त्योहारों में से एक है और इसे पूरे देश में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. लोगों को हर साल दिवाली के त्योहार का बेसब्री से इंतजार रहता है. अमावस्या पर पड़ने वाले इस त्योहार को अंधेरे पर प्रकाश की, अज्ञान पर ज्ञान की, बुराई पर अच्छाई की और निराशा पर आशा की जीत का प्रतीक माना जाता है.

 इस वर्ष दिवाली 4 नवंबर गुरुवार को मनाई जाएगी. दिवाली 2021 अश्विन (7वें महीने) की कृष्ण पक्ष त्रयोदशी (28वें दिन) से शुरू होती है और कार्तिक (8वें महीने) की शुक्ल पक्ष द्वितीया (दूसरा दिन) को समाप्त होती है. दिवाली पूजा करने का सबसे शुभ समय सूरज के डूबने के बाद का माना जाता है. इस बार लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त एक घंटे 55 मिनट की अवधि के लिए रहेगा. ये शाम 06 बजकर 09 मिनट से रात 08 बजकर 20 मिनट तक चलेगा. आइए जानते हैं कि दिवाली पर किस तरह करना चाहिए मां लक्ष्मी का पूजन, क्या सामग्री है जरूरी और क्या है पूजा का विधान.

 

बेमेतरा /शौर्यपथ/

छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर जिले के ऐतिहासिक बेसिक मैदान में राज्योत्सव का आयोजन किया गया। जिसमे मछली पालन विभाग द्वारा शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमो, मछली पालन करने की विधियों के संबंध मे प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसमे विभाग द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी में मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना, राज्य पोषित योजना, समन्वित बहुउद्देशीय मछली पालन योजना आदि शामिल है। प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही लाभप्रद योजनाओं का फोटो व फ्लेक्स के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है। साथ ही ब्रोसर सहित अन्य प्रचार सामाग्री का भी प्रदान किया गया जो आम जनों के लिए बेहद उपयोगी है। मछली पालन विभाग के स्टॉल को तीसरा स्थान मिला।

बेमेतरा /शौर्यपथ/

कलेक्टर  विलास भोसकर संदीपान ने जिले के विभिन्न संचार माध्यमों, सोशल मीडिया जिसमें फेसबुक, वॉटसअप, ट्वीटर, आदि की निगरानी के लिए जिला सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम का गठन किया है। कलेक्टर द्वारा जारी आदेश के अनुसार टीम मे प्रभारी एडीएम दुर्गेश कुमार वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  पंकज पटेल, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बेरला  संदीप ठाकुर, एसडीओपी बेमेतरा राजीव शर्मा, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी  रोहित चंद्रवंशी, ई-जिला प्रबंधक महेन्द्र कुमार वर्मा शामिल हैं।

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