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विभिन्न योजनाओं के तहत् हितग्राहियों को चेक एवं सामग्री का किया वितरण
षासन की योजनाओं पर आधारित लगायी गयी प्रदर्षनी का किया अवलोकन
नारायणपुर /शौर्यपथ/
हस्तषिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक चंदन कष्यप के मुख्य आतिथ्य में आज स्थानीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खेल मैदान में गरिमामयी की, जिला पंचायत उपाध्यक्ष देवनाथ उसेण्डी, नगर पालिका उपाध्यक्ष प्रमोद नेलवाल, जनपद पंचायत नारायणपुर अध्यक्ष पंडीराम वड्डे, अध्यक्ष जनपद पंचायत ओरछा मालती सहित कलेक्टर धर्मेष कुमार साहू, पुलिस अधीक्षक गिरजाषंकर जायसवाल, डीएफओ षषिदानंदन के, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत पोशण चंद्राकर, एसडीएम जितेन्द्र कुर्रे, सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधी रजनू नेताम, षिवकुमार पाण्डेय के अलावा अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी, षिक्षक-षिक्षिकायें एवं नागरिकगण उपस्थित थे।
कार्यक्रम को जिला पंचायत उपाध्यक्ष देवनाथ उसेण्डी और नगर पालिका अध्यक्ष सुनीता मांझी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर षासन की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत लाभान्वित हितग्राहियों को हस्तषिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक चंदन कष्यप ने सामग्री एवं चेक का वितरण किया। पषुधन विकास विभाग की योजना के अंतर्गत उन्नत मादा वत्स पालन हेतु जैनीबाई, बजारू, बुकेबाई, रस्सू और रतिराम को 18-18 हजार रूपये का चेक वितरण किया गया। वहीं स्वच्छ भारत मिषन ग्रामीण अंतर्गत षौचालय निर्माण कार्य पूर्ण कर चुके हितग्राहियों को प्रोत्साहन राषि का वितरण किया गया, जिनमें अर्जुनसिंह कुमेटी, सुंदर कुमेटी, लछनी, धानेष्वर, कुंजलाल षामिल है। सौर सुजला योजनांतर्गत टेमरूगांव के 5 हितग्राहियों को कट आउट वितरण किया गया, जिनमें रामजी, सुनील, षिवलाल, धनीराम और सोमजी षामिल है। इसी तरह समाजकल्याण विभाग द्वारा 4 दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरणों का वितरण किया गया, जिनमें नरेद्र कुमार, रामलाल नाग, जनकराम और जैतराम षामिल है। इसी प्रकार दिव्यांगजन विवाह प्रोत्साहन योजनांतर्गत श्री पुनउराम एवं श्री प्रेमसिंह को 50-50 हजार रूपये का चेक प्रदाय किया गया। इस अवसर पर विधायक चंदन कष्यप ने स्वास्थ्य विभाग को 2 एम्बुलेंस की सौगात दी । उन्होंने कहा कि इन दो नये वाहनों के आ जाने से स्वास्थ्य विभाग द्वारा आदिवासी अंचल के अंदरूनी क्षेत्रों तक के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी।
मुख्य कार्यक्रम के पष्चात हस्तषिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक चंदन कष्यप सहित अन्य अतिथियों ने विभिन्न विभागों कृषि, स्वास्थ्य, उद्यान, जनसंपर्क, कृशि विज्ञान केन्द्र, वन, षिक्षा, राजीव गांधी षिक्षा मिषन, आयुर्वेद, पषुपालन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, समाजकल्याण, महिला एवं बाल विकास, बांसषिल्प, क्रेडा, मत्स्यपालन, जिला पंचायत, नगर पालिका, रेषमपालन, अंत्यावसायी, महिला आईटीआई, खेल विभाग, रामकृश्ण मिषन, डीएव्ही स्कूल द्वारा लगायी गयी प्रदर्षनी का अवलोकन किया। उल्लेखनीय है कि कार्यक्रम स्थल पर विभागों की लगायी गयी प्रदर्षनी के माध्यम से षासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है।
तीन दिनों के लिए जिला पंचायत परिसर में लगा था बिहान बाजार, 106 स्व-सहायता समूहों ने लिया था हिस्सा
दुर्ग /शौर्यपथ/
बिहान बाजार में बीते तीन दिनों में सात लाख 75 हजार रुपए की बिक्री हुई है। जिला पंचायत परिसर में लगाये गये, इस बाजार में दीपावली के आइटम्स की काफी बिक्री हुई है। बिहान बाजार में जनप्रतिनिधियों के साथ ही अधिकारियों ने भी बड़े पैमाने पर शापिंग की। मुख्यमंत्री निवास ने भी बिहान बाजार से अपने लिये दीवाली के आइटम्स खरीदे। इसके अलावा कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे, जिला पंचायत सीईओ अश्विनी देवांगन ने भी खरीदी की। बिहान बाजार में विशेष रूप से दीवाली के दीये और अन्य सजावटी आईटम थे। इसके अलावा आर्टिफिशियल ज्वेलरी आदि भी रखे गए थे, जिनकी काफी माँग ग्राहकों में हुई। इसके अलावा छत्तीसगढ़ी फूड आइटम भी बिहान बाजार की विशेषता रही। इस संबंध में जानकारी देते हुए जनपद सीईओ शैलेष भगत ने बताया कि तीन दिनों में सात लाख 75 हजार रुपए के आइटम्स की बिक्री हुई। स्व-सहायता समूहों की महिलाएं इस बिक्री से काफी खुश हैं। उनका कहना है कि अपने क्षेत्र में भी उनके आइटम्स की काफी बिक्री हुई है। कुछ लोग जो बिहान बाजार किसी कारण से नहीं पहुंच पाये, उन्होंने भी इसे घर पहुंचकर यह आइटम खरीदे हैं। स्व-सहायता समूहों की महिलाओं ने बताया कि छत्तीसगढ़ के अनूठे आइटम हमने रखे जो बाजार में कम ही मिलते हैं या ढूंढने पर ही मिलते हैं। उदाहरण के लिए परंपरागत फाता जो घरों में टांगते हैं और मंगल की कामना के लिए इसे लगाया जाता है। यहां लोगों ने उसे सराहा। इसके अलावा छत्तीसगढ़ी आइटम के गिफ्ट पैक भी लोगों ने काफी सराहे हैं।
प्रदर्शनी में प्रचार सामग्रियों का किया जा रहा है वितरण
बिलासपुर /शौर्यपथ/
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर पुलिस ग्राउण्ड मैदान में आयोजित राज्योत्सव समारोह स्थल पर जनसंपर्क विभाग द्वारा कलेक्टर डाॅ. सारांश मित्तर के मार्गदर्शन में आयोजित विकास छायाचित्र प्रदर्शनी को आम जनता का अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये प्रदर्शनियों को देखने दर्शक बड़ी संख्या में पहुंच रहे है।
प्रदर्शनी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बिलासपुर जिले में आयोजित कार्यक्रमों, उनके द्वारा जिले को दी गई सौगातें, फ्लैगशिप योजनाओं, नरवा, गरवा ,घुरवा अऊ बाड़ी, गौठान, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना, विकास कार्यों, मुख्यमंत्री खाद्यान्न सहायता योजना,नरवा विकास योजना, गोठानों की आर्थिक गतिविधियों, एपीएल परिवारों को राशन कार्ड, राशन वितरण, धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर, जिला प्रशासन द्वारा जनहित में किए जा रहे कार्यों आदि योजनाओं, कार्यक्रमों पर आधारित आकर्षक फोटो प्रदर्शनी लगाई गई है।
जनसंपर्क विभाग द्वारा किया जा रहा प्रचार सामग्रियों का वितरण -
जनसंपर्क के फोटो प्रदर्शनी स्टाल में जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित प्रचार साहित्य सामग्रियों का वितरण किया जा रहा है। स्टाॅल पर उपस्थित होकर विभाग के कर्मचारियों द्वारा राज्योत्सव में पहुचे रहे आम जनता, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटे विद्यार्थियों और नागरिकों को प्रचार सामग्रियों का वितरण किया गया।
रायपुर /शौर्यपथ/
राज्योत्सव के अंतिम दिन आज सुबह से ही विभिन्न विभागों के प्रदर्शनी में काफी भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने राज्य सरकार की विकास योजनाओं का अवलोकन कर सराहना की। प्रदेश के कोने-कोने से आए हुए आम नागरिक सपरिवार सहित छत्तीसगढ़ राज्योत्सव का आनंद ले रहे हैं।
इसमें सबसे खास गोदना आर्ट के बदलतें हुए मॉर्डन स्वरूप युवाओं को खूब भा रहा। युवक-युवती अपनें अपनें हाथों में बैंड गोदना बनवा रहें। मॉर्डन टच के साथ बैंड गोदना का बढ़ता हुआ क्रेज बैगा जनजाति एवं अन्य जनजातियों के गोदना के प्रति प्रेम को नया स्थान मिल रहा हैं। साथ ही इस सांस्कृतिक धरोहर को संजोए रखने में भी मदद मिल रही है। आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग के स्टॉल में गोदना आर्ट के कलाकार हरिशंकर विश्वकर्मा ने बताया कि लोग बड़ी संख्या में बैंड टच गोदना को खूब पसंद कर रहें। खासकर युवा इसे अपने हाथों में बनवा रहे हैं। ऐसे ही अपनें हाथों में बनावा रही जगदलपुर से आयी युवती निशा बोथरा कहती है कि गोदना मुझे बेहद पसंद है। पर अभी जो मॉर्डन बैंड टच के साथ जो गोदना या यूं कहें कि जो टैटू चल रहा है यह काफी लोकप्रिय है। ऐसे ही आर्ट लवर्स रायपुर की संचालिका एवं एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी की पीएचडी छात्र सुरभि वर्मा कहती है कि प्रतिदिन 150 से 200 से अधिक लोग मेरे पास बैंड टच टैटू बनावा रहें है।
जनजाति साहित्य पढ़ने में रुचि रखने वाले लोगो के लिए आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग के स्टॉल में छत्तीसगढ़ की महत्वपूर्ण जनजातियों पर आधारित साहित्य उपलब्ध है। कॉलेज एवं प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों में लगें छात्र इन पुस्तकों का अध्ययन वहां बिछे खाट में बैठकर कर रहे हैं। खासकर ट्राइबल एटलस को छात्रों द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है।
क्रमांक 4434/चक्रधारी
मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना: ऑनलाईन डैशबोर्ड से मुफ्त इलाज के लिए झुग्गी बस्तियों के नागरिक ले सकेंगे अग्रिम अपॉइंटमेंट
कराना होगा रजिस्ट्रेशन, मोबाईल मेडिकल यूनिट के क्षेत्रवार कैम्प की जानकारी भी मिलेगी, दवा पर्ची और जांच रिपोर्ट भी ऑनलाईन होगी उपलब्ध
मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना में एक वर्ष में 11 लाख नागरिकों को मिली मुफ्त इलाज की सुविधा
’जोरन’ गिफ्ट पैक में बाजरा की बर्फी, दरभा कॉफी, रागी के कुकीज़, बाजरा और बस्तर काजू के कुकीज जैसे 14 व्यंजन
रायपुर /शौर्यपथ/
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के ऑनलाईन डैशबोर्ड और महिला स्वसहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए छत्तीसगढ़ के पारम्परिक व्यंजनों के स्मॉर्ट फूड वर्जन ’जोरन’ का गिफ्ट पैक लॉच किया। व्यंजनों के इस पैक में बाजरा की बर्फी, दरभा कॉफी, रागी के कुकीज़, बाजरा और बस्तर काजू के कुकीज, मिलेट से बने पीड़िया, पपची, ठेठरी आदि शामिल हैं।
मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के ऑनलाईन डैशबोर्ड से नागरिक घर बैठे ही मुफ्त में इलाज कराने हेतु अग्रिम अपॉइनमेंट ले सकेंगे। साथ ही देख पाएंगे की मोबाईल मेडिकल यूनिट की गाड़ी उनके एरिया में कब आने वाली है। इस डैशबोर्ड से अब इलाज और आसान होगा। इस डैशबोर्ड पर मरीजों की दवा पर्ची और जांच रिपोर्ट भी ऑनलाईन उपलब्ध होगी। इस योजना का लाभ लेने के लिए नागरिकों को ऑनलाईन डैशबोर्ड पर पंजीयन कराना होगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर एक वर्ष पहले 1 नवंबर 2020 को राज्य के स्लम क्षेत्रों के नागरिकों को निःशुल्क और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना के तहत 14 नगर निगम क्षेत्रों मंे 60 मोबाईल मेडिकल यूनिटों के माध्यम से जरूरतमंद लोगों को उनके मोहल्ले में ही इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है। मात्र एक वर्ष में मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के जरिए 11 लाख से अधिक नागरिकों का मुफ़्त में उपचार कर उन्हें स्वास्थ लाभ दिया जा चुका है। मोबाईल मेडिकल यूनिट द्वारा एक वर्ष में 16 हजार 700 कैम्प आयोजित किए गए हैं।
नगरीय प्रशासन विभाग की सचिव अलरमेलमंगई डी ने इस अवसर पर बताया कि मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना को नागरिकों के लिए और अधिक सुगम बनाने के उद्देश्य से स्लम स्वास्थ्य योजना का डैशबोर्ड लांच किया जा रहा है। उन्होंने जोरन गिफ्ट पैक के संबंध में बताया कि छत्तीसगढ़ में बेटी को विवाह के समय उपहार स्वरूप झांपी में रखकर व्यंजन देने की परम्परा है, जिसके नाम पर इस गिफ्ट पैक का नामकरण ’जोरन’ किया गया है। उन्होंने बताया कि शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत रायपुर में कार्यरत महिला स्व सहायता समूहों द्वारा छत्तीसगढ़ के पारंपरिक व्यंजनों का स्मार्ट फूड वर्ज़न ’जोरन’ गिफ्ट पैक तैयार किया गया है, जिसमें स्व सहायता समूहों द्वारा मिलेट, गौठानों में तैयार किया गए शुद्ध घी, गुड़, बस्तर कॉफी, दरभा काजू आदि से तैयार व्यंजनों को शामिल किया गया है। त्यौहारों के मौके पर लोग एक-दूसरे को उपहार देने इस गिफ्ट पैक का उपयोग कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि मिलेट मिशन के एकीकृत मॉडल के रूप में वैल्यू चेन और मार्केट भी विकसित किया जा रहा है । इसके लिए बाजार में अच्छी ब्रांडिंग के साथ जोरन उत्पाद की अमेजॉन आदि प्लेटफार्म पर उपलब्धता के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वैज्ञानिकों द्वारा मिलेट से बने उत्पादों को पौष्टिक एवं स्मार्ट फूड की संज्ञा दी गई है ।
रायपुर शहर की स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने “जोरन“ ब्रांड नेम से मिलेट स्मार्ट फूड तैयार किया है। ’जोरन’ में बाजरा की बर्फी, दरभा कॉफी और रागी के कुकीज, बाजरा और बस्तर के काजू के कुकीज, मिलेट से बने पीड़िया, पपची, ठेठरी जैसे 14 स्मार्ट फूड उत्पाद शामिल किए गए हैं।
मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में इस अवसर पर नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, वनमंत्री मोहम्मद अकबर, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्र कुमार, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, लोकसभा सांसद दीपक बैज, राज्यसभा सांसद फूलो देवी नेताम,अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर, छत्तीसगढ़ विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ.कमलप्रीत सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, सामान्य प्रशासन के सचिव डी.डी. सिंह, विशेष सचिव कृषि डॉ.एस.भारतीदासन, छत्तीसगढ़ राज्य शहरी विकास अभिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सौमिल रंजन चौबे सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने प्रस्तुति को सराहा
मुख्यमंत्री ने इंडियन ओशन द्वारा छत्तीसगढ़ पर आधारित गाए गीत को काफी पसंद किया
मन मस्त भया फिर क्या बोले रे की धुन सुनकर लोग झूम उठे
रायपुर /शौर्यपथ/
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित दिल्ली के इंडियन ओशन बैंड और मुम्बई के कबीर कैफे ने एकसाथ मिलकर कार्यक्रम प्रस्तुत किया। संयुक्त रूप से प्रस्तुत कार्यक्रम में अमित, हिमांशू जोशी और नीरज आर्य के गीत ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मन्त्रिमण्डल के सदस्यगण एवं अन्य अतिथिगणों ने कार्यक्रम की सराहना की। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इंडियन ओशन द्वारा छत्तीसगढ़ पर गाए गीत को खूब पसंद किया।
कलाकारों ने मन मस्त भया फिर क्या बोले रे, मत कर मया का अभिमान, इस जगत सराय में मुसाफिर रहना दो दिन..... गीत गाकर श्रोताओं का दिल जीत लिया। इन गीतों की प्रस्तुति और धुन पर जनप्रतिनिधि एवं दर्शक झूमने पर मजबूर हो गए। कबीर कैफे ने कबीर पर विचार से प्रेरित गीत प्रस्तुत किये। मुम्बई के कबीर कैफे के गीतों की धुन सुनते ही राज्योत्सव के मैदान से लोग सांस्कृतिक मंच की ओर जाने विवश हो गए और सांस्कृति कार्यक्रम से बाहर निकलने वाले लोग पुनः वापस जाकर गीत सुनने बैठ गए।
रायपुर /शौर्यपथ/
छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनसुईया उइके ने राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान पर आयोजित राज्य अलंकरण एवं राज्योत्सव के समापन समारोह पर छत्तीसगढ़ की विभिन्न विभूतियों को उनकी उपलब्धियों एवं राज्य के विकास में योगदान के लिए राज्य अलंकरण सम्मानों से सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक सहित मंत्रिमंडल के सदस्य, संसदीय सचिव, सांसद, विधायक, निगम मंडल के अध्यक्ष और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
अलंकरण पुरस्कारों में आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा आदिवासी पिछड़ा वर्ग के उत्थान के लिए शहीद वीरनारायण सिंह पुरस्कार बिलासपुर जिले के ग्राम लिम्हा (नवापारा) के जानकी प्रसाद पुलस्त को दिया गया। गृह (पुलिस) विभाग द्वारा अपराध अनुसंधान क्षेत्र में पंडित लखन लाल मिश्र सम्मान दुर्ग जिले के नेवई, थाना उतई के श्री कुन्दनलाल गौर, सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा दिया जाने वाले अहिंसा एवं गौ रक्षा के क्षेत्र में यति यतनलाल सम्मान रामकृष्ण मिशन आश्रम नारायणपुर, खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए गुण्डाधूर सम्मान बिलासपुर जिले के खमतराई निवासी कुमारी रोहणी साहू, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिला उत्थान के क्षेत्र में मिनीमाता सम्मान दुर्ग जिले के पंचशील नगर की डॉ. सुश्री कल्पना देशमुख, आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा सामाजिक चेतना और दलित उत्थान के क्षेत्र में गुरू घासीदास सम्मान दुर्ग जिले के आलबरस, थाना अण्डा के श्री पुरानिक लाल चेलक, सहकारिता विभाग द्वारा सहकारिता के क्षेत्र में ठाकुर प्यारेलाल सम्मान छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक रायपुर को प्रदान किया गया।
इसी तरह आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा उर्दू की सेवा क्षेत्र में हाजी हसन अली सम्मान दुर्ग जिले के न्यू-आदर्श नगर के जनाब रौनक जमाल, सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए पंडित रविशंकर शुक्ल सम्मान रायपुर जिले के सरोना की सुश्री विद्या राजपूत, संस्कृति विभाग द्वारा साहित्य-आंचलिक के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए पंडित सुन्दरलाल शर्मा सम्मान बिलासपुर के नंदकिशोर तिवारी, संस्कृति विभाग द्वारा संगीत एवं कला के क्षेत्र में चक्रधर सम्मान संयुक्त रूप से दुर्ग जिले के भिलाई नगर निवासी श्री प्रभंजय चतुर्वेदी और रायपुर के सुनील तिवारी को प्रदान किया गया। संस्कृति विभाग द्वारा लोक कला एवं शिल्प के क्षेत्र में दिया जाने वाला दाऊ मंदराजी सम्मान संयुक्त रूप से बिलासपुर जिले के रतनपुर निवासी काशीराम साहू और मुंगेली जिले के कुकुसदा निवासी श्रीमती रेखा देवार को प्रदान किया गया। कृषि विभाग द्वारा कृषि के क्षेत्र में डॉ. खूबचंद बघेल सम्मान रायगढ़ जिले के बरमकेला-नवापाली निवासी मुकेश चौधरी, सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा सामाजिक समरसता क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए महाराजा अग्रसेन सम्मान बस्तर जिले की सुश्री के.एम.नायडू, समाज कल्याण विभाग द्वारा दानशीलता, सौहार्द्र एवं अनुकरणीय सहायता के क्षेत्र में दानवीर भामाशाह सम्मान मुंगेली जिले की भवानी साव रामलाल साव धर्मादा ट्रस्ट गांधीवार्ड, मत्स्य विभाग द्वारा मछली पालन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए बिलासाबाई केंवटीन मत्स्य विकास पुरस्कार दुर्ग जिले के मड़ियापार-धमधा के अनिल कुमार साहू को प्रदान किया गया।
उच्च शिक्षा विभाग द्वारा संस्कृत भाषा के क्षेत्र में संस्कृत भाषा सम्मान रायपुर प्रोफेसर कॉलोनी भैया तालाब के पास निवास करने वाले डॉ. तोयनिधि वैष्णव, आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा आदिवासियों की सेवा और उत्थान के क्षेत्र में दिया जाने वाला भंवर सिंह पोर्ते सम्मान जंगो रायतार समाज कल्याण समिति छत्तीसगढ़ को प्रदान किया गया। श्रम विभाग द्वारा श्रम के क्षेत्र में महाराजा रामानुज प्रताप सिंहदेव सम्मान संयुक्त रूप से एनटीपीसी थर्मल पॉवर स्टेशन जमनीपाली कोरबा, प्रसेनजीत साहा, वी. जनार्दनराव, श्री रामलाल और दीपक कुमार पंडित को प्रदान किया गया। ग्रामोद्योग विभाग द्वारा बुनकर क्षेत्र में बिसाहूदास महंत पुरस्कार वर्ष 2018-19 जांजगीर-चांपा जिले के सुनील कुमार और राजाराम देवांगन तथा वर्ष 2019-20 का पुरस्कार जांजगीर-चांपा जिले के ही तुकाराम देवांगन और श्रीराम देवांगन को प्रदाय किया गया। ग्रामोद्योग विभाग द्वारा बुनकर के क्षेत्र में राजराजेश्वरी करूणामाता हाथकरघा प्रोत्साहन पुरस्कार बलौदाबाजार भाटापारा के विकासखंड बिलाईगढ़ के राजेश कुमार देवांगन और बिलाईगढ़ विकासखंड के ग्राम पेण्ड्रावन निवासी टीकाराम देवांगन को दिया गया।
संस्कृति विभाग द्वारा प्रदर्शनकारी लोककला क्षेत्र में देवदास बंजारे स्मृति पुरस्कार जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ़ निवासी हृदय प्रकाश अनंत और वर्ष 2021 के लिए दुर्ग जिले के छोटेऔरी भिलाई-3, छोटेऔरी निवासी अमोलदास टंडन, संस्कृति विभाग द्वारा लोक शैली पंथी नृत्य प्रदर्शनकारी कला क्षेत्र में देवदास स्मृति पंथी नृत्य पुरस्कार दुर्ग जिले के पेण्ड्रतराई निवासी श्री गौकरण दास बघेल, संस्कृति विभाग द्वारा हिन्दी-छत्तीसगढ़ी सिनेमा में रचनात्मक लेखन, निर्देशन, अभिनय, पटकथा, निर्माण के क्षेत्र में किशोर साहू सम्मान रायपुर के मनमोहन सिंह ठाकुर, संस्कृति विभाग द्वारा ही हिन्दी-छत्तीसगढ़ी सिनेमा में निर्देशन के लिए दिया जाने वाला किशोर साहू राष्ट्रीय अलंकरण मुम्बई के अपूर्व बड़गैय्या को प्रदान किया गया।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयुर्वेद चिकित्सा, शिक्षा तथा शोध एवं अनुसंधान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए धनवंन्तरि सम्मान रायपुर फाफाडीह निवासी डॉ. के.बी. श्रीनिवास राव को प्रदान किया गया। जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रिंट मीडिया (हिन्दी) के क्षेत्र में चन्दूलाल चन्द्राकर स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार दंतेवाड़ा की सुश्री अम्बु शर्मा, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया हिन्दी के क्षेत्र में श्री अंशुमान शर्मा, जनसपंर्क विभाग द्वारा प्रिंट मीडिया अंग्रेजी के क्षेत्र में मधुकर खेर स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार रायपुर के टिकेश्वर पटेल, जनसंपर्क विभाग द्वारा ही रचनात्मक लेखन और हिन्दी भाषा क्षेत्र में प्रदाय किए जाने वाले पंडित माधवराव सप्रे राष्ट्रीय रचनात्मकता सम्मान नई दिल्ली निवासी मृणाल पाण्डे को प्रदान किया गया। विधि एवं विधायी विभाग द्वारा विधि के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हेतु बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल सम्मान बलौदाबाजार निवासी ठाकुर भूपेन्द्र प्रताप सिंह और रायपुर निवासी कुमारी शमीम रहमान को प्रदान किया गया।
मुख्यमंत्री ने लोककला-साहित्य महोत्सव के आयोजन की घोषणा की
विभूतियां हुई राज्य अलंकरण से सम्मानित
रायपुर /शौर्यपथ/
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के मौके पर रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित राज्य अलंकरण समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य हर क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहा है। मुझे यह कहते हुए बहुत प्रसन्नता और गर्व की अनुभूति हो रही है कि परमात्मा और प्रकृति ने छत्तीसगढ़ को जो वरदान दिए हैं, छत्तीसगढ़वासी उन वरदानों को सहेजने और उनसे अपना जीवन संवारने में सफल हुए हैं। मुझे विश्वास है कि हम अपने संसाधनों का संतुलित और बेहतर उपयोग करते हुए सबसे विकसित राज्यों में शामिल होंगे। उन्होंने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण में योगदान देने वाले पुरखों का भी स्मरण किया। इस मौके पर उन्होंने प्रदेशवासियों को राज्य स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई दी और राज्य अलंकरण पुरस्कार प्राप्त करने वाले विभूतियों को भी बधाई और शुभकामनाएं दी।
राज्यपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आधारभूत संरचनाओं सहित विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध है। शासन द्वारा जनकल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही है। कृषि एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए ठोस प्रयास किये जा रहे हैं। जनजातियों के उत्थान एवं कल्याण के लिए भी प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के विकास के लिए एक ठोस धरातल निर्मित हुआ है। इस दौर में राज्य में विकास के साथ-साथ सांस्कृतिक रूप से भी एक अलग पहचान बनी है। वर्तमान में भी सांस्कृतिक समृद्धि के लिए चहुंमुखी प्रयास किये जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में संसाधन पर्याप्त है, चाहे वन हो, चाहे खनिज हो या मानव संसाधन हो। संसाधनों के दोहन में हमें सतत विकास का ध्यान रखना होगा। उन्होंने कहा कि आज हमें संकल्प लेना होगा कि छत्तीसगढ़ को विकास के पथ पर ले जाने के लिए सब मिलजुल कर प्रयास करें।
राज्यपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य ने कम समय में भी उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की है, हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रहा है। छत्तीसगढ़ का लिंगानुपात हमारे राष्ट्रीय औसत लिंगानुपात से अधिक है। हमारी बेटियां भी हर क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल कर रही हैं। छत्तीसगढ़ की एक विशेष बात यह है कि यहां की मातृशक्ति काफी जागरूक है। यहां की स्व-सहायता समूह से जुड़ीं 50 लाख से अधिक महिलाएं स्वयं के साथ-साथ परिवार और समाज को भी सशक्त कर रही हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ लोककला, साहित्य एव युवा महोत्सव का आयोजन किए जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के अवसर पर हर साल 12 से 14 जनवरी तक आयोजित होगा। उन्होंने कहा कि कहा कि हमारी सरकार ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परम्परा को पुनः स्थपित करने और छत्तीसगढ़ बोली-भाषा को आगे बढ़ाने का कार्य किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने आदिवासियों को जल, जंगल, जमीन का हक दिया है। वनवासियों को वन अधिकार पट्टा दे रहे हैं। आदिवासियों की उद्योग के लिए ली गई भूमि वापस लौटाई है। छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद समाप्ति की ओर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने लघु वनोपज की खरीदी की बेहतर व्यवस्था की है। आम लोगों, किसानों, मजदूरों की आय को बढ़ाने का काम किया है। राजीव गांधी न्याय योजना की तीसरी किश्त राशि के रूप में आज 1500 करोड़ रूपए किसानों के बैंक खाते में अंतरित किए गए हैं। अब तक किसानों को इस योजना के जरिए 4500 करोड़ रूपए से अधिक की राशि दी जा चुकी है। हमने राज्य में कृषि भूमिहीन मजदूरों को अनुदान सहायता देने के लिए योजना शुरू की है। भूमिहीन मजदूरों को मदद पहुंचाने वाली यह देश में अपने तरह की पहली योजना है। इसके तहत भूमिहीन परिवारों को प्रति वर्ष 6 हजार रूपए की राशि दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में जब पूरे देश में सब तरह की आर्थिक गतिविधियां बंद थी, हमने तेंदूपत्ता की खरीदी की और संग्राहकों को 600 करोड़ रुपए का भुगतान किया। हम राज्य में गौ माता की सेवा कर रहे हैं। गौ माता की सेवा के लिए 7700 से अधिक गौठान बनाए हैं। यहां गोधन न्याय योजना के तहत अब तक 54 लाख 76 हजार किवटल गोबर की खरीदी की और 109 करोड़ रुपये का भुगतान भी ग्रामीणों और पशुपालकों को किया है। मुख्यमंत्री इस मौके पर छत्तीसगढ़ निर्माण में योगदान देने वाले समस्त पुरखों, साहित्यकारों, कलाकारों को नमन किया और प्रदेशवासियों को छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस, धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा की बधाई और शुभकामनाएं दी।
समारोह को नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, गृह एवं पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू, संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने भी सम्बोधित किया और कहा कि राज्योत्सव का आयोजन राज्य की जनता का उल्लास का प्रतीक है। उन्होंने राज्य के निर्माण में योगदान देने वाले पुरूखों का पुण्य स्मरण किया और सभी लोगों को राज्योत्सव एवं दीपावली की बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि किसी भी व्यक्ति अथवा संस्था के लिए 21वां साल महत्वपूर्ण होता है। छत्तीसगढ़ राज्य अपनी स्थापना का 21वां साल मना रहा है। राज्य स्थापना दिवस का स्वरूप गरिमामय हो गया है। उन्होंने सभी लोगों को राज्योत्सव की बधाई दी और कहा कि विशिष्ट उपलब्धि हासिल करने वाले विभूतियों को राज्य अलंकरण सम्मान से विभूषित कर शासन-प्रशासन अपने आप को गौरान्वित महसूस करता है।
सम्मानित हुई विभूतियां, फिल्म भूलन द मेज को एक करोड़ का पुरस्कार
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर कला, साहित्य, संस्कृति और समाज सेवा के विभिन्न क्षेत्रों में सर्वश्रेष्ठ उपलब्धियां हासिल करने वाले विभूतियों को राज्य अलंकरण सम्मान से सम्मानित किया गया। समारोह में संस्कृति विभाग द्वारा प्रकाशित बिहिनिया, छत्तीसगढ़ के पारंपरिक वाद्य यंत्र, आदिवासी नृत्य पर आधारित पुस्तिका एवं राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव 2021 के कॉफी टेबल बुक के कव्हर पेज का विमोचन किया गया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य की फिल्म नीति के प्रावधान के तहत राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त क्षेत्रीय फिल्म भूलन द मेज के निर्माता निर्देशक को राज्य शासन की ओर से एक करोड़ रूपए का पुरस्कार प्रदान किया गया।
परिवहन विभाग की प्रदर्शनी को प्रथम पुरस्कार
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव एवं राज्योत्सव के अवसर पर साइंस कॉलेज मैदान में लगाई गई विकास प्रदर्शनी के लिए भी विभागों को पुरस्कृत किया। विकास प्रदर्शनी के लिए परिवहन विभाग को प्रथम, कृषि विभाग को द्वितीय तथा नगरीय प्रशासन एवं ऊर्जा विभाग को तृतीय पुरस्कार दिया गया। इसी प्रकार सार्वजनिक उपक्रम द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी के अंतर्गत एनएमडीसी को प्रथम, बाल्को को द्वितीय तथा भिलाई स्टील प्लांट को तृतीय पुरस्कार मिला।
छत्तीसगढ़ शौर्य पदक से सम्मानित हुए जवान
राज्य अलंकरण समारोह के अवसर पर राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अदम्य साहसिक कार्यों के लिए पुलिस बल के जवानों को भी राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके एवं मुख्यमंत्री ने संयुक्त रूप से सम्मानित किया। पुलिस आरक्षक सुमारू कर्ति, केशव लाल सरोज, बैशाखू राम सोम, पुनउ राम दुग्गा, श्री सकेन्द्र कुमार नेताम, विवेश सिंह एवं रमेश कुमार अंधारे को छत्तीसगढ़ शौर्य पदक से सम्मानित किया गया। पुलिस बल सम्मानित जवान दंतेवाड़ा एवं नारायणपुर जिले मे पदस्थ हैं।
राज्य अलंकरण समारोह में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंह देव, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्र कुमार, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, सांसद सुनील सोनी, राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम, संसदीय सचिवगण, विधायकगण, विभिन्न निगमों, मण्डलों के अध्यक्षगण एवं अन्य जनप्रतिनिधि व बड़ी संख्या में नागरिकगण उपस्थित थे।
रायपुर /शौर्यपथ/
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज राजधानी रायपुर के कालीबाड़ी चौक में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के प्रतिमा स्थल के सौंदर्यीकरण कार्य का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने यहां स्थापित स्वर्गीय इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर गृह एवं लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू, महापौर श्री एजाज ढेबर, विधायक धरसींवा श्रीमती अनिता योगेन्द्र शर्मा, सभापति नगर पालिक निगम रायपुर प्रमोद दुबे, जिला कलेक्टर रायपुर सौरभ कुमार सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
गौरतलब है कि राजधानी रायपुर के कालीबाड़ी चौक में स्थित स्वर्गीय इंदिरा गांधी के प्रतिमा स्थल का सौंदर्यीकरण कार्य रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा कराया गया है। इसके तहत यहां पर ग्रेनाइट, म्यूरल आर्ट से प्रतिमा स्थल को आकर्षक स्वरूप दिया गया है। थीमेटिक लाइट, स्टेचू शेड से इस प्रतिमा को भव्य स्वरूप दिया गया है। यहां लगे 06 पिलर्स पूरी प्रतिमा को नया स्वरूप प्रदान कर रहे हैं। इसके अलावा इस चौक पर एक डेकोरेटिव बाउंड्रीवॉल और लैंडस्कैपिंग का कार्य भी इस प्रोजेक्ट के तहत किया गया है। इस अवसर पर पार्षदगण जितेन्द्र अग्रवाल, सुन्दर जोगी, सतनाम सिंह पनाग एवं विकास तिवारी आदि वरिष्ठ नागरिक उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से माहरा समाज के प्रतिनिधि मंडल ने की मुलाकात
प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को पारंपरिक वाद्य मोहरी भेंट की
रायपुर /शौर्यपथ/
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आज यहां उनके निवास कार्यालय में उद्योग मंत्री कवासी लखमा के नेतृत्व में बस्तर संभाग के माहरा समाज के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात की। इस अवसर पर नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, लोकसभा सांसद दीपक बैज, विधायक श्री राजमन बेंजाम और मुख्य सचिव अमिताभ जैन भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री बघेल ने माहरा समाज की मांग पर बस्तर हाई स्कूल का नामकरण जगतू माहरा के नाम पर और धरमपुरा पॉलिटेक्निक कॉलेज का नाम धरमु माहरा के नाम पर करने की घोषणा की। उन्होंने जगदलपुर में माहरा समाज के सामुदायिक भवन निर्माण तथा इस भवन का नामकरण जगतू माहरा के नाम पर करने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि सर्वसुविधायुक्त भवन का निर्माण किया जाएगा जिसका उपयोग माहरा समाज के साथ अन्य सामूहिक कार्यक्रमों के लिए भी किया जा सकेगा। प्रतिनिधि मंडल ने माहरा समाज की विभिन्न मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा। मुख्यमंत्री बघेल ने इसके लिए उचित पहल का आश्वासन दिया।
प्रतिनिधि मंडल में माहरा समाज के संभागीय संरक्षक सामू कश्यप, सुंदर सोढ़ी सहित समाज के अनेक पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित थे।