August 03, 2025
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शौर्यपथ

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नई दिल्ली / शौर्यपथ / दिल्ली पुलिस ने सागर धनखड़ हत्याकांड में ओलिंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार और अन्य के खिलाफ दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में चाजशीट दाखिल कर दी है. जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने इस मामले में सुशील कुमार समेत 20 लोगों को आरोपी बनाया है. इसके से 15 आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है जबकि 5 फरार है. पुलिस की तरफ से 50 लोगों को गवाह बनाया गया है, आपको बता दें कि वर्चस्व की लडाई में 4/5 मई की दरिमयानी रात को सागर पहलवान की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, ओलिंपिक पदक विजेता सुशील कुमार (38) और उनके सहयोगी अजय उर्फ सुनील (48) को मुंडका से गिरफ्तार किया गया था. सागर हत्‍या मामले के कुछ दिनों बाद, सुशील का और उनके दोस्तों का पहलवान को लाठियों से पीटते वक्त का एक वीडियो का स्क्रीनग्रैब सामने आया था. इस तस्वीर में सागर धनखड़ खून से लथपथ जमीन पर लेटा दिखाई दे रहा था. गंभीर पिटाई की वजह से उसकी बाद में मौत हो गई थी. पुलिस का मानना है कि कि सुशील कुमार ने अपना दबदबा बनाने के लिए घटना का वीडियो अपने दोस्त से बनवाया था. इस तस्वीर में घायल पहलवान 23 वर्षीय सागर रत्न जमीन पर गिरे पड़े दिखाई दे रहे थे. जबकि सुशील कुमार और तीन अन्य ने उन्हें घेर रखा था. सुशील ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक और 2012 के लंदन ओलंपिक में रजत पदक जीता था.
सागर धनकड़ की हत्‍या के मामले में पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट में कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई थीं. इस रिपोर्ट के अनुसार, सागर के शरीर पर कई जगह चोट के नीले निशान पड़े हुए थे और उस पर किसी नुकीली/भारी चीज (ब्लंट-ऑब्जेक्ट) से वार किए गए थे. सागर के शरीर पर कई जगह चोट के नीले निशान पड़े हुए थे. सर से लेकर घुटने तक चोट के निशान पाए गए . पोस्टमार्टम में खुलासा हुआ है कि किसी ब्लंट-ऑब्जेक्ट से उस पर वार किया गया क्योंकि शरीर और 1 से 4 सेंटीमीटर के गहरे जख्म मौजूद थे. ये ज़ख्म इतने गहरे थे कि हड्डियों तक चोट पहुंची थी. छाती और पीठ पर 5×2 cm और पीठ पर 15x4 cm के ज़ख्म पाये गए थे.डॉक्टरों की राय थी कि शरीर पर पाए गए सभी चोट के निशान मौत से पहले के हैं .

नई दिल्ली/ शौर्यपथ /टोक्यो ओलिंपिक में भारत को एक के बाद एक कामयाबियां मिल रही हैं. जिससे पूरा देश खुश है और आगे भारतीय खिलाड़ियों से और सफलता की उम्मीद कर रहा है. वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने सिल्वर, बैडमिंटन में पीवी सिंधु के कांस्य और भारतीय महिला हॉकी टीम के सेमी फाइनल में पहुंचने से भारतीयों खिलाड़ियों का हौसला मजबूत होगा. इस बीच, खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, मीराबाई चानू, पीवी सिंधु और महिला हॉकी टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया. इन सभी लोगों को मेरी ओर से दिल से बधाई. उन्होंने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है. सेमी फाइनल में पहुंची हैं. पुरुष टीम ने भी शानदार प्रदर्शन किया है.
अनुराग ठाकुर ने कहा, "हमें उम्मीद है कि आगे आने वाले खेलों में भारतीय खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करेंगे. भारत की बेटियों ने लगातार अच्छा काम किया है. जिससे न केवल भारत की बेटियों को बल्कि भारत के युवाओं को भी प्रेरणा मिलती है कि खेलों को करियर के रूप में लें और भारत को एक सॉफ्ट पॉवर के रूप में बढ़ाने में योगदान करें."
वहीं, क्रिकेटर गौतम गंभीर ने हॉकी में मिली जीत पर कहा, "यह बहुत ही ऐतिहासिक जीत है. हॉकी का रिवाइवल हुआ है, जिस तरह से महिला और पुरूष हॉकी टीम ने क्वार्टर फाइनल में जीत हासिल की है. मुझे उम्मीद है ऐसे ही कॉन्फिडेंस के साथ सेमीफाइनल खेलेंगे. एक जीत दूर है मेडल से. दोनों ही टीमें बहुत अच्छा करेंगी."
गंभीर ने कहा, "मैं क्रिकेट से ज़्यादा हॉकी का फैन हूं और मैं खुद ही चाहता हूं कि दोनों टीम मेडल जीतती है तो वह किसी भी मेडल से बड़ा होगा. 49 साल बाद पुरुष टीम सेमीफाइनल में पहुंची है. पूरा देश यही उम्मीद करेगा कि वह इस बार हॉकी में मेडल लेकर आए. देखिए पहले इतिहास रचने दीजिए. पूरे देश की शुभकामना उनके साथ हैं. मुझे विश्वास है टीम अच्छा करेगी. "
बीजू जनता दल के सांसद अनुभव मोहंती ने हॉकी की टीम के प्रदर्शन पर एनडीटीवी से कहा, "यह हमारे लिये बेहद खुशी की बात है. ओडिशा जिस तरह हॉकी को प्यार करती आया है जिस लेवल पर हॉकी को समर्थन दिया है, ओडिशा सरकार को बहुत बहुत धन्यवाद.
उन्होंने कहा, "मैं महाप्रभु से प्रार्थना करता हूं कि दोनों टीम टोक्यो से गोल्ड जीत कर आए. मैं ओडिशा सरकार के स्पॉन्सर्ड की बात नहीं करता. हम हॉकी को सपोर्ट करते हैं. हॉकी प्लेयर को बढ़ाने में यकीन रखते है और जब हॉकी प्लेयर के छाती पर ओडिशा देखता हूं तो हमारा सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है. दिल कहता है लेटस चियर्स फ़ॉर इंडिया. ये हमारे देश की शान है. जान है. मुझे बोलते वक्त रोंगटे खड़े हो जाते हैं ." मोहंती ने कहा कि मुझे याद आता है जब हॉकी का एशियाई गेम्स ओडिशा में हुआ था. भरोसा है, दिल कह रहा है इस बार हिंदुस्तानी भाई और बहन गोल्ड जीतकर लाएंगे.

नई दिल्ली/शौर्यपथ / शूटर नरेश शर्मा को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. सुप्रीम कोर्ट ने पैरालिंपिक कमेटी ऑफ इंडिया को नरेश कुमार के नाम की सिफारिश करने का आदेश दिया है. इससे पूर्व अर्जुन अवार्ड विजेता और पांच बार के पैरालिंपिक शूटर नरेश कुमार शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट की शरण ली थी. पैरालिंपिक कमेटी ऑफ इंडिया (पीसीआई) के टोक्यो पैरा ओलिंपिक में उन्‍हें (नरेश कुमार को) शामिल न करने के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर आज ही सुनवाई की मांग की गई थी. नरेश के वकील विकास सिंह ने कहा कि चयन के लिए आखिरी तारीख दो अगस्त है, ऐसे में हाईकोर्ट के 6 अगस्त को सुनवाई करने का क्या फायदा होगा. इसलिए सुप्रीम कोर्ट आज ही मामले की सुनवाई करे. मुख्‍य न्‍यायाधीश एनवी रमना ने कहा कि वे कागजात देखेंगे और अगर सही में जरूरी हुआ तो तय करेंगे. इससे पहले 30 जुलाई को दिल्ली हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने सुनवाई करते हुए पीसीआई को नोटिस जारी किया है, इस पर 6 अगस्त को सुनवाई होनी है.
नरेश ने दिल्ली हाईकोर्ट की सिंगल बेंच के आदेश को चुनौती दी है जिसमें उन्हें राहत नहीं मिली थी. सुनवाई के दौरान नरेश कुमार शर्मा की ओर से कहा गया कि सिंगल बेंच ने उनकी याचिका खारिज कर दी जबकि उनकी सारी दलीलों को स्वीकार किया. सिंगल बेंच ने इसकी जांच का आदेश दिया है लेकिन याचिका खारिज कर दी गई. याचिका में कहा गया है कि पीसीआई की चयन समिति ने चयन का गलत मापदंड अपनाया. वो मापदंड नेशनल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट कोड ऑफ इंडिया के मापदंडों के उलट है. उन्होंने कहा कि चयन समिति ने आर7 इवेंट के लिए नरेश कुमार शर्मा की जगह दीपक का चयन कर गलती की है.
याचिका में कहा गया था कि 2020 टोक्यो पैरालिंपिक्स में हिस्सा लेने के लिए एक पैरा शूटर के लिए जरूरी है कि वो वर्ल्ड शूटिंग पैरा स्पोर्ट्स की ओर से स्वीकृत कम से कम दो अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में हिस्सा लिया हो लेकिन नरेश की जगह चुने गए दीपक ने एक ही स्वीकृत स्पर्धा में हिस्सा लिया है. चयन कमेटी ने सर्बिया ग्रैंड प्रिक्स में हिस्सा लेने का भी अंक जोड़ा जो कि वर्ल्ड शूटिंग पैरा स्पोर्ट्स की ओर से स्वीकृत नहीं है, ऐसा करना पक्षपातपूर्ण है. आवेदन भेजने की अंतिम तारीख 2 अगस्त है जबकि ये 25 अगस्त से शुरू होना है.

नई दिल्ली/ शौर्यपथ / सु्प्रीम कोर्ट ने सशस्त्र बलों में महिला अधिकारियों के लिए स्थायी कमीशन देने के मामले में कड़ी टिप्पणी की है. सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को सुनवाई के दौरान कहा, "केंद्र सरकार फैसले को वैसे ही लागू करे, जैसे यह दिया गया है.यह फैसले के इर्द-गिर्द घूमने की कोशिश है. अदालत ने कहा कि हम फैसले को फिर से नहीं खोलेंगे. अगर आप खुश नहीं हैं तो आप पुनर्विचार दाखिल करें." सुप्रीम कोर्ट ने मामले को फिर से खोलने से इनकार कर दिया है. अदालत ने केंद्र सरकार की स्पष्टीकरण के लिए दाखिल अर्जी पर विचार करने से इनकार किया.
सुप्रीम कोर्ट ने महिला अफसरों की अर्जी पर भी सुनवाई से इनकार किया.जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस एमआर शाह की पीठ ने स्पष्टीकरण मांगने के "फैशन" पर नाखुशी व्यक्त की.पीठ ने कहा कि अगर फैसले के संबंध में कोई शिकायत है, तो इस पर पुनर्विचार के लिए ही उपयुक्त विकल्प है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केंद्र फैसले को वैसे ही लागू करें जैसे यह दिया गया है. यह निर्णय़ के इर्द-गिर्द घूमने की कोशिश है. अदालत इस मामले में दोबारा सुनवाई नहीं करेगी.
याचिकाकर्ता चाहें तो पुनर्विचार दाखिल कर सकते हैं. दरअसल, इस साल 25 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने महिलाओं के लिए स्थायी कमीशन देने के लिए भारतीय सेना द्वारा अपनाए गए मूल्यांकन मानदंडों को "मनमाना और तर्कहीन" के रूप में खारिज कर दिया था. पीठ ने महिला अफसरों को सशस्त्र बल न्यायाधिकरण के समक्ष उपाय करने के लिए की छूट के साथ याचिका वापस लेने की अनुमति दी थी.
शीर्ष अदालत ने फरवरी 2020 के अपने मूल फैसले के बावजूद सेना में कई महिला अधिकारियों को फिटनेस के आधार पर स्थायी कमीशन नही दिए जाने को गलत ठहराया था. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि दिल्ली HC ने इस पर 2010 में पहला फैसला दिया था. 10 साल बीत जाने के बाद मेडिकल फिटनेस और शरीर के आकार के आधार पर स्थायी कमीशन न देना ठीक नहीं है. साथ ही महिलाओं को परमानेंट कमीशन के पक्ष में निर्णय़ सुनाया था.

नई दिल्ली/शौर्यपथ / संसद के मॉनसून सत्र में विपक्षी सांसदों के हंगामे के कारण लगातार कार्यवाही बाधित हो रही है. पेगासस जासूसी मुद्दे को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध दूर नहीं हो रहा और संसद में सामान्‍य कामकाज नहीं हो पा रहा. दोनों सदनों में लगातार कार्यवाही टालने की नौबत आ रही है. विपक्ष के हंगामे के कारण सोमवार को भी दोनों सदनों, लोकसभा और राज्‍यसभा की कार्यवाही मंगलवार 11 बजे तक स्‍थगित करनी पड़ी. लोकसभा की कार्यवाही पहले 12 बजे और फिर दोपहर 2 बजे और फिर 3.30 बजे तक तक स्‍थगित करनी पड़ी. इसके बाद भी हंगामा नहीं थमा को कार्यवाही पूरे दिन के लिए टाल दी गई. इसी तरह राज्‍यसभा की कार्यवाही भी 12 बजे, दोपहर 2;36 बजे, 3;36 बजे और फिर मंगलवार 11 बजे तक स्‍थगित करनी पड़ी. संसद सत्र 19 जुलाई से प्रारंभ हुआ है लेकिन ज्‍यादा समय विपक्षी सांसदों के हंगामे और विरोध की ही भेंट चढ़ा है. विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के बीच ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ‘अधिकरण सुधार विधेयक, 2021' पेश किया.12 बजे जब लोकसभा की कार्यवाही फिर शुरू हुई तो कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हम चर्चा करना चाहते हैं लेकिन आप बिना बीएसी में बात करके बिल पास करवा रहे हैं.
इससे पहले, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की हंगामा कर रहे सांसदों को नसीहत देते हुए कहा कि दो सप्ताह से सदन की कार्यवाही बाधित होने से देश की जनता का करोड़ों रुपये खर्च हुए हैं. यह सदन जनता की समस्याएं और अभाव रखने के लिए है. स्‍पीकर ने कहा कि आप सदन के सम्मानित सदस्य हैं, आपका आचरण-व्यवहार देश और समाज को दिशा देने वाला हो. आप नारेबाजी-हंगामा कर रहे हैं, तख्तियां लहरा रहे हैं. यह सदन की गरिमा और संवैधानिक परम्पराओं के लिए उपयुक्त नहीं है. उन्‍होंने हंगामा कर रहे सदस्‍यों से सदन में अपनी-अपनी जगह पर जाने का आग्रह किया. साथ ही कहा, 'मैं विषय रखने के लिए पर्याप्त समय और अवसर देने को तैयार हूं.' इसके बाद भी हंगामा नहीं थमा और लोकसभा की कार्यवाही को पहले दो बजे और फिर 3;30 बजे तक टालने की नौबत आई.
उधर राज्‍यसभा में भी लगातार हंगामे के कारण कार्यवाही टालनी पड़ी. सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने नए कृषि कानूनों पर चर्चा की मांग की. हंगामा देखकर सभापति वेंकैया नायडू ने कहा कि जो हाथ में तख्तियां लेकर नारेबाजी कर रहे है उनके नाम प्रकाशित किए जाएंगे. हंगामा थमता नहीं देखकर उन्‍हें कार्यवाही 12 बजे तक टालनी पड़ी. विपक्ष के सांसद "DON'T SPY" (जासूसी मत करिए), 'तानाशाही नहीं चलेगी नहीं चलेगी, मोदी शाही नहीं चलेगी नहीं चलेगी' के नारों वाली तख्तियां लिए थे.पंजाब से कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा नेकहा, 'मैं मांग करता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जंतर-मंतर जाकर आंदोलन कर रहे किसानों से सीधे बात करें. अगर राज्यसभा चेयरमैन संसद में प्ले कार्ड लेकर हंगामा कर रहे सांसदों के नाम पब्लिश करना चाहते हैं तो जरूर करें.इससे देश को भी पता चलेगा कि किसानों की बात संसद में कौन उठा रहा है.'इससे पहले दोनों सदनों में, रियो ओलिंपिक की रजत पदक विजेता और विश्व चैंपियन बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु को टोक्यो ओलिंपिक में महिला सिंगल्‍स स्पर्धा का ब्रांज मेडल जीतने पर बधाई दी गई.
इस बीच, संसद का गतिरोध तोड़ने की की कोशिश हो रही हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज सुबह राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को फोन किया और उनसे सदन चलाने में सहयोग मांगा. इस पर खड़गे ने कहा कि विपक्ष के उठाए गए मुद्दे पर सरकार चर्चा करें, विपक्ष सरकार को सहयोग करने को तैयार है. सरकार के सूत्रों के अनुसार अभी मॉनसून सत्र समय से पहले खत्म करने का कोई प्रस्ताव नहीं है.

नई दिल्ली / शौर्यपथ / एनडीए सरकार में सहयोगी जनता दल यूनाइटेड के नेता और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने पेगासस जासूसी मामले की जांच की मांग की है. नीतीश इससे पहले भी इस मामले को लेकर चिंता जता चुके हैं.जांच की मांग से संबंधित सवाल पर बिहार के सीएम ने कहा, 'बिल्‍कुल (जांच) होनी चाहिए. टेलीफोन टैपिंग की बात इतने समय से आ रही है, इस पर जरूर बात हो जानी चाहिए, चर्चा हो जानी चाहिए. हम तो पहले ही दिन पूछे. आजकल तो जानते नहीं कि ये सब चीज कई तरह से कौन कर लेगा, इस पर पूरे तौर पर से एक-एक बात को देखकर उचित कदम उठाना चाहिए मेरे हिसाब से, लेकिन क्‍या हुआ है क्‍या नहीं, यह पार्लियामेंट में कुछ लोग बोल रहे हैं और समाचार पत्र में आ रहे हैं, उसी को हम देखते हैं, जो भी कुछ है उस पर पूरी तरह से जांच होनी चाहिए. '
नीतीश ने कहा, 'निश्चित रूप से इस पर मेरी समझ से जांच कर लेनी चाहिए ताकि जो भी सच्‍चाई हो, सामने आ जाए और कभी भी कोई किसी को डिस्‍टर्ब करने के लिए, परेशान करने के लिए इस तरह का काम न करे.'इस मामले में संसद में गतिरोध और ज्‍वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी की मांग पर नीतीश ने कहा कि यह संसद के अंदर की बात है लेकिन सरकार की ओर से जवाब दिया गया है. जब जवाब दिया गया तो उसके बाद क्‍या मामला है, उसकी हम लोगों को पूरे तौर पर जानकारी नहीं है. '
गौरतलब है कि कुछ मीडिया ऑर्गेनाइजेशंस ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की है जिसमें कहा गया है कि कुछ राजनीतिक नेताओं, सरकारी अधिकारियों, पत्रकारों सहित अनेक भारतीयों की निगरानी करने के लिये इजराइली स्पाइवेयर पेगासस का कथित तौर पर उपयोग किया गया था.पेगासस जासूसी मुद्दे को लेकर संसद में सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध दूर नहीं हो रहा और सामान्‍य कामकाज नहीं हो पा रहा. दोनों सदनों में लगातार कार्यवाही टालने की नौबत आ रही है. विपक्ष के हंगामे के कारण सोमवार को भी दोनों सदनों, लोकसभा और राज्‍यसभा की कार्यवाही मंगलवार 11 बजे तक स्‍थगित करनी पड़ी. संसद सत्र 19 जुलाई से प्रारंभ हुआ है लेकिन पेगासस मामले और कृषि कानून के मसले पर विपक्षी सांसदों के हंगामे और विरोध की वजह से ज्‍यादातर समय सदन नहीं चल सका है..विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि संसद में उनकी आवाज को दबाया जा रहा है. सरकार उनकी आवाज को सुन रही है. कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी का कहना है कि कि अगर केंद्र सरकार पेगासस जासूसी प्रकरण पर कुछ सवालों के जवाब दे, तो संसद की कार्यवाही अगले मिनट चलने लगेगी, लेकिन वह इस मुद्दे पर चर्चा से भाग रही है क्योंकि उसके पास छिपाने के लिए बहुत कुछ है.

ज्योतिष शास्त्र/ शौर्यपथ /ज्योतिष शास्त्र में सूर्य का नक्षत्र परिवर्तन भी काफी महत्वपूर्ण माना गया है। हिंदू पंचांग के अनुसार, बीते 6 जुलाई 2021 को सूर्य पुनर्वसु नक्षत्र में गोचर कर रहे थे। इसके बाद 20 जुलाई को सूर्य ने पुष्य नक्षत्र में गोचर किया। सूर्य के इस नक्षत्र परिवर्तन का प्रभाव मेष से लेकर मीन राशि तक में प्रभाव पड़ा। अब सूर्य पुष्य नक्षत्र में 3 अगस्त तक रहेंगे। इसके बाद सूर्य अश्लेषा नक्षत्र में आ जाएंगे। सूर्य का गोचर 3 अगस्त की सुबह 3 बजकर 42 मिनट पर होगा। खास बात यह है कि इस नक्षत्र में पहले बुध गोचर करेंगे। जानिए सूर्य और बुध का संयोग किन राशियों पर डालेगा शुभ प्रभाव-
1. मेष- अश्लेषा नक्षत्र के प्रभाव में मेष राशि के जातकों को धन लाभ होने की संभावना है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, मेष राशि वालों के लिए अगस्त का महीना शुभ रहेगा। इस दौरान शिक्षा से जुड़े लोगों को शुभ परिणाम मिलेंगे। करियर में सफलता के योग बनेंगे।
2. मिथुन- ग्रहों की चाल में परिवर्तन से मिथुन राशि वालों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। बुध के अश्लेषा नक्षत्र में गोचर से मिथुन राशि वालों की आय में वृद्धि हो सकती है। इस दौरान आपको निवेश का भी फायदा मिल सकता है। कारोबार में तरक्की के योग बनेंगे।
3. सिंह- सिंह राशि वालों का इस दौरान भाग्य साथ देगा। किसी काम को पूरी लगन से करने पर उसमें सफलता प्राप्त होगी। करियर में भी शुभ परिणाम देखने को मिलेंगे।
4. तुला- तुला राशि वालों के लिए बुध और सूर्य का यह गोचर अच्छे दिन लेकर आएगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस दौरान कोई भी नया काम शुरू करना शुभ रहेहा। संपत्ति में लाभ के योग बनेंगे। वाहन की सुख की प्राप्ति हो सकती है।

खेल /शौर्यपथ / भारतीय महिला हॉकी टीम ने ओलंपिक के इतिहास में पहली बार सेमीफाइनल में जगह बनाई है। टोक्यो ओलंपिक में सोमवार को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच महिला हॉकी का क्वार्टर फाइनल मैच खेला गया, जिसे भारतीय टीम ने 1-0 से अपने नाम कर लिया। गुरजीत सिंह के इकलौते गोल और इसके साथ मजबूत डिफेंस के दम पर भारतीय महिला हॉकी टीम ने यह ऐतिहासिक जीत दर्ज की। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर से लेकर वीरेंद्र सहवाग तक तमाम दिग्गज क्रिकेटरों ने भारतीय महिला हॉकी टीम को जीत की बधाई दी है। सहवाग ने एक बार फिर बधाई देने का बिल्कुल यूनिक तरीका निकाला है। सहवाग ने भारतीय टीम को बधाई देने वाले ट्वीट के साथ ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट कोच जस्टिन लेंगर की एक वीडियो क्लिप शेयर की है।
यह वीडियो क्लिप तब की है, जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया में गाबा टेस्ट जीतने के बाद चार मैचों की टेस्ट सीरीज पर 2-1 से कब्जा कर लिया था। उस टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया के कई अहम खिलाड़ी चोट के चलते बाहर होते चले गए थे और युवा क्रिकेटरों ने जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया की फुल स्ट्रेंथ टीम को मात दी थी। टेस्ट सीरीज गंवाने के बाद लेंगर ने कहा था कि कभी भी भारतीयों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। सहवाग ने उस वीडियो क्लिप के इसी हिस्से को शेयर किया है। सहवाग ने ट्विटर पर लिखा कि भारतीय महिला हॉकी टीम ने खुद पर भरोसे और कभी ना हार मानने वाले जज्बे के साथ यह जीत दर्ज की।
सचिन तेंदुलकर ने लिखा, 'कल मेंस टीम और आज विमेंस हॉकी टीम, मजा आ गया देखकर। ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहली बार जगह बनाने के लिए भारतीय महिला हॉकी टीम को बधाई। आपके पीछे पूरा देश खड़ा है।'
गुरजीत ने 22वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर यह अहम गोल किया। इसके बाद भारतीय टीम ने अपनी पूरी ताकत गोल बचाने में लगा दी, जिसमें वह सफल भी रही। गोलकीपर सविता ने बेहतरीन खेल दिखाया और बाकी डिफेंडर्स ने उनका अच्छा साथ दिया।

मनोरंजन / शौर्यपथ / ‘खतरों के खिलाड़ी 11’ से सौरभ राज जैन बाहर हो गए हैं। उनके एलिमिनेशन के बाद फैंस का गुस्सा भड़क उठा है। सौरभ शो में अच्छा प्रदर्शन करते आ रहे थे। उन्होंने फियर फंदा से खुद को बचाया भी था। रोहित शेट्टी से लेकर शो के कंटेस्टेंट उनके जाने से हैरान रह गए।
अर्जुन बिजलानी ने सौरभ का नाम दिया
दरअसल अर्जुन बिजलानी को शो में ‘के’ मेडल मिला था जिसके जरिए वह खुद टास्क करने से मना कर सकते थे और सुरक्षित हो सकते थे लेकिन इसके लिए उनको किसी दूसरे खिलाड़ी को नॉमिनेट करना था। जिसके बाद अर्जुन बिजलानी ने सौरभ राज जैन का नाम लिया।
अर्जुन बिजलानी हुए ट्रोल
नॉमिनेशन टास्क में सौरभ के साथ महक चहल और अनुष्का सेन थीं। टास्क में सबसे ज्यादा वक्त लगने की वजह से सौरभ को बाहर होना पड़ा। उनका इस तरह शो से जाना फैंस को अच्छा नहीं लगा और उन्होंने अर्जुन बिजलानी को निशाने पर ले लिया। अर्जुन को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाने लगा जिसके बाद अब एक्टर ने अपनी सफाई दी है।
‘पता था यह होगा’
एक फिल्म समीक्षक के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए अर्जुन ने लिखा कि ‘एलिमिनेशन स्टंट से बचने के लिए मैंने के मेडल जीता... बाद मे ट्विस्ट ये था कि मुझे किसी को अपनी जगह चुनना था तो मैंने ऐसा किया। जब सौरभ एलिमिनेट हो गया तो मुझे पता था कि बहुत से लोग इसे गलत कहेंगे। मैं सच में चाहता था कि वह नहीं जाए। लेकिन हां आपको अपनी बात रखने का अधिकार है।‘
अभी तक बेहतरीन था परफॉर्मेंस
सौरभ ने इससे पहले शनिवार को श्वेता तिवारी के साथ टास्क में शानदार परफॉर्म किया था। शो के वह मजबूत कंटेस्टेंट माने जा रहे थे। उनके एलिमिनेट होने के बाद अर्जुन बिजलानी उनसे माफी मांगते हैं और कहते हैं कि वह कोशिश करेंगे कि आगे जिंदगी में वह इसकी भरपाई कर सकें।

सेहत / शौर्यपथ / अगर आप भी उन लोगों में शामिल हैं, जिनके लिए चाय एक एनर्जी ड्रिंक का काम करती है या फिर जिनकी सुबह ही एक कप गर्म प्याली चाय के साथ होती है तो यह खबर आपके लिए ही है। जी हां क्या आप जानते हैं खाली पेट सुबह की चाय की गर्म चुस्की आपकी सेहत पर कितना बुरा असर डाल सकती है। आइए जानते हैं।
न्यूट्रिशनिस्ट और वैलनेस एक्सपर्ट वरुण कत्याल के अनुसार सुबह खाली पेट चाय पीने से पेट में अम्लीय और क्षारीय पदार्थों के असंतुलन की वजह से चयापचय प्रणाली बाधित हो सकती है। यह शरीर की नियमित चयापचय गतिविधि में हस्तक्षेप करके व्यक्ति को दिन भर परेशान रख सकता है।
वरुण कत्याल बताते हैं कि टी रिसर्च एसोसिएशन इन इंडिया द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, जब दूध को चाय के साथ मिलाया जाता है, तो दूध में मौजूद वजन घटाने के लिए जिम्मेदार तत्वों का असर कम हो जाता है। इसके अलावा दूध से बनी चाय पेट के एसिड को बढ़ाकर आपके पाचन तंत्र पर भी बुरा असर डाल सकती है। जो कि वजन बढ़ने का एक मुख्य कारण हो सकता है।
अल्सर की समस्या
अक्सर आपने कई लोगों को यह कहते सुना होगा कि उन्हें सुबह उठते ही एकदम स्ट्रॉन्ग और गर्मागरम चाय पीना पसंद है। पर क्या आप जानते हैं सुबह-सुबह खाली पेट गर्म चाय पीने से पेट की अंदरूनी हिस्से पर चोट लग सकती है, जो आगे चलकर पेट के अल्सर का कारण भी बन सकता है।
मोटापे की समस्या
खाली पेट चाय पीने से उसमें घुली हुई चीनी शरीर में प्रवेश करती है, जिससे व्यक्ति का वजन बढ़ने के साथ मोटापा भी बढ़ता है।
हड्डियों के लिए बुरी है चाय-
खाली पेट लंबे समय तक रोज कई कप चाय के पीने से स्केलेटल फ्लोरोसिस जैसी बीमारी हो सकती है यह बीमारी हड्डियों को अंदर ही अंदर खोखला बना देती है। जिसकी वजह से कई गंभीर बीमारी भी हो सकती है।
थकान और चिड़चिड़ापन
ऐसा कहा जाता है कि चाय पीने से ताजगी आती है। हालांकि सच तो ये है कि सुबह दूध वाली चाय पीने से काम में थकान और चिड़चिड़ापन हो सकता है।
पाचन क्रिया पर बुरा असर-
सुबह उठते ही कई लोग खाली पेट चाय पीने लगते हैं। जिसकी वजह से उनके पेट में गैस बनने के साथ उनकी पाचन क्रिया भी धीमी हो जाती है। खाली पेट चाय पीने से पित्त की प्रक्रिया में भी बाधा आती है। जिसकी वजह से मिचली और बेचैनी महसूस हो सकती है।
तनाव बढ़ने का है कारण-
सुबह उठते ही फ्रेश और ऊर्जावान बने रहने के लिए लोग एक कप चाय पीना पसंद करते हैं। नतीजतन, ऐसे व्यक्तियों के शरीर में कैफीन की मात्रा काफी बढ़ जाती है और उन्हें नींद न आने के साथ तनाव और अवसाद जैसी समस्याएं घेर सकती हैं।
ह्रदय रोग का खतरा-
खाली पेट चाय पीने से इसमें मौजूद कैफीन तेजी से शरीर में घुलने लगता है। जो व्यक्ति के ब्लड प्रेशर को प्रभावित करके दिल की सेहत पर भी बुरा असर डालता है।
इस तरह से पिएं चाय
अगर आप चाय के शौकीन हैं तो हमेशा न ही ज्यादा गर्म और न ही अधिक ठंडी चाय पीएं। सुबह उठते ही चाय पीने की आदत है तो खाली पेट चाय पीने की जगह उसके साथ बिस्किट या स्नैक्स जरूर लें।

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