August 04, 2025
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शौर्यपथ

शौर्यपथ

मनोरंजन / शौर्यपथ / ‘खतरों के खिलाड़ी 11’ से सौरभ राज जैन बाहर हो गए हैं। उनके एलिमिनेशन के बाद फैंस का गुस्सा भड़क उठा है। सौरभ शो में अच्छा प्रदर्शन करते आ रहे थे। उन्होंने फियर फंदा से खुद को बचाया भी था। रोहित शेट्टी से लेकर शो के कंटेस्टेंट उनके जाने से हैरान रह गए।
अर्जुन बिजलानी ने सौरभ का नाम दिया
दरअसल अर्जुन बिजलानी को शो में ‘के’ मेडल मिला था जिसके जरिए वह खुद टास्क करने से मना कर सकते थे और सुरक्षित हो सकते थे लेकिन इसके लिए उनको किसी दूसरे खिलाड़ी को नॉमिनेट करना था। जिसके बाद अर्जुन बिजलानी ने सौरभ राज जैन का नाम लिया।
अर्जुन बिजलानी हुए ट्रोल
नॉमिनेशन टास्क में सौरभ के साथ महक चहल और अनुष्का सेन थीं। टास्क में सबसे ज्यादा वक्त लगने की वजह से सौरभ को बाहर होना पड़ा। उनका इस तरह शो से जाना फैंस को अच्छा नहीं लगा और उन्होंने अर्जुन बिजलानी को निशाने पर ले लिया। अर्जुन को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाने लगा जिसके बाद अब एक्टर ने अपनी सफाई दी है।
‘पता था यह होगा’
एक फिल्म समीक्षक के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए अर्जुन ने लिखा कि ‘एलिमिनेशन स्टंट से बचने के लिए मैंने के मेडल जीता... बाद मे ट्विस्ट ये था कि मुझे किसी को अपनी जगह चुनना था तो मैंने ऐसा किया। जब सौरभ एलिमिनेट हो गया तो मुझे पता था कि बहुत से लोग इसे गलत कहेंगे। मैं सच में चाहता था कि वह नहीं जाए। लेकिन हां आपको अपनी बात रखने का अधिकार है।‘
अभी तक बेहतरीन था परफॉर्मेंस
सौरभ ने इससे पहले शनिवार को श्वेता तिवारी के साथ टास्क में शानदार परफॉर्म किया था। शो के वह मजबूत कंटेस्टेंट माने जा रहे थे। उनके एलिमिनेट होने के बाद अर्जुन बिजलानी उनसे माफी मांगते हैं और कहते हैं कि वह कोशिश करेंगे कि आगे जिंदगी में वह इसकी भरपाई कर सकें।

सेहत / शौर्यपथ / अगर आप भी उन लोगों में शामिल हैं, जिनके लिए चाय एक एनर्जी ड्रिंक का काम करती है या फिर जिनकी सुबह ही एक कप गर्म प्याली चाय के साथ होती है तो यह खबर आपके लिए ही है। जी हां क्या आप जानते हैं खाली पेट सुबह की चाय की गर्म चुस्की आपकी सेहत पर कितना बुरा असर डाल सकती है। आइए जानते हैं।
न्यूट्रिशनिस्ट और वैलनेस एक्सपर्ट वरुण कत्याल के अनुसार सुबह खाली पेट चाय पीने से पेट में अम्लीय और क्षारीय पदार्थों के असंतुलन की वजह से चयापचय प्रणाली बाधित हो सकती है। यह शरीर की नियमित चयापचय गतिविधि में हस्तक्षेप करके व्यक्ति को दिन भर परेशान रख सकता है।
वरुण कत्याल बताते हैं कि टी रिसर्च एसोसिएशन इन इंडिया द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, जब दूध को चाय के साथ मिलाया जाता है, तो दूध में मौजूद वजन घटाने के लिए जिम्मेदार तत्वों का असर कम हो जाता है। इसके अलावा दूध से बनी चाय पेट के एसिड को बढ़ाकर आपके पाचन तंत्र पर भी बुरा असर डाल सकती है। जो कि वजन बढ़ने का एक मुख्य कारण हो सकता है।
अल्सर की समस्या
अक्सर आपने कई लोगों को यह कहते सुना होगा कि उन्हें सुबह उठते ही एकदम स्ट्रॉन्ग और गर्मागरम चाय पीना पसंद है। पर क्या आप जानते हैं सुबह-सुबह खाली पेट गर्म चाय पीने से पेट की अंदरूनी हिस्से पर चोट लग सकती है, जो आगे चलकर पेट के अल्सर का कारण भी बन सकता है।
मोटापे की समस्या
खाली पेट चाय पीने से उसमें घुली हुई चीनी शरीर में प्रवेश करती है, जिससे व्यक्ति का वजन बढ़ने के साथ मोटापा भी बढ़ता है।
हड्डियों के लिए बुरी है चाय-
खाली पेट लंबे समय तक रोज कई कप चाय के पीने से स्केलेटल फ्लोरोसिस जैसी बीमारी हो सकती है यह बीमारी हड्डियों को अंदर ही अंदर खोखला बना देती है। जिसकी वजह से कई गंभीर बीमारी भी हो सकती है।
थकान और चिड़चिड़ापन
ऐसा कहा जाता है कि चाय पीने से ताजगी आती है। हालांकि सच तो ये है कि सुबह दूध वाली चाय पीने से काम में थकान और चिड़चिड़ापन हो सकता है।
पाचन क्रिया पर बुरा असर-
सुबह उठते ही कई लोग खाली पेट चाय पीने लगते हैं। जिसकी वजह से उनके पेट में गैस बनने के साथ उनकी पाचन क्रिया भी धीमी हो जाती है। खाली पेट चाय पीने से पित्त की प्रक्रिया में भी बाधा आती है। जिसकी वजह से मिचली और बेचैनी महसूस हो सकती है।
तनाव बढ़ने का है कारण-
सुबह उठते ही फ्रेश और ऊर्जावान बने रहने के लिए लोग एक कप चाय पीना पसंद करते हैं। नतीजतन, ऐसे व्यक्तियों के शरीर में कैफीन की मात्रा काफी बढ़ जाती है और उन्हें नींद न आने के साथ तनाव और अवसाद जैसी समस्याएं घेर सकती हैं।
ह्रदय रोग का खतरा-
खाली पेट चाय पीने से इसमें मौजूद कैफीन तेजी से शरीर में घुलने लगता है। जो व्यक्ति के ब्लड प्रेशर को प्रभावित करके दिल की सेहत पर भी बुरा असर डालता है।
इस तरह से पिएं चाय
अगर आप चाय के शौकीन हैं तो हमेशा न ही ज्यादा गर्म और न ही अधिक ठंडी चाय पीएं। सुबह उठते ही चाय पीने की आदत है तो खाली पेट चाय पीने की जगह उसके साथ बिस्किट या स्नैक्स जरूर लें।

टिप्स ट्रिक्स / शौर्यपथ / बालों के लिए कई तरह के घरेलू उपायों को अपनाया जाता है। जिससे बाल न सिर्फ हेल्दी रहते हैं बल्कि इससे मदद से डैमेज बालों को भी हेल्दी बनाया जा साकता है।
शाइनी और हेल्दी हेयर के
शाइनी और हेल्दी हेयर हर कोई चाहता है, ऐसे में घर में मौजूद सामान से आप मास्क तैयार कर सकती हैं और इसके इस्तेमाल से आपके बालों में नैचुरल चमक आ जाती है।
सामग्री
2 बड़े चम्मच कोको पाउडर
2 चम्मच ऑलिव ऑयल
2 चम्मच दही
विधि
कटोरी में सभी सामान को अच्छे से मिक्स करें औऱ अपने बालों को हल्का गीला करें। इसके लिए आप स्प्रे बोतल की मदद ले सकते हैं। फिर इस मास्क को ब्रश की मदद से स्कैल्प और बालों में लगाएं। इसे लगाने के बाद करीबन एक घंटे के लिए छोड़ दें और बाद में शैम्पू से सिर धो लें।
मॉइस्चराइजिंग हेयर मास्क
अगर आपके बाल में डैंड्रफ और ड्राई हो रहे हैं, तो आप घर के बने मास्क का इस्तेमाल कर सकते है।
सामग्री
1 कप दही
1/4 कप को कोको पाउडर
3 चम्मच नारियल तेल
5 बूंदे रोजहिप ऑयल
3 बूंदे लैवेंडर एसेंशियल ऑयल
कैसे बनाएं
सभी चीजों को एक कटोरी में अच्छे से मिक्स करें और 10 से 15 मिनट के लिए ढक कर छोड़ दें। नहाने से पहले अपने बालों में अच्छी तरह इस हेयर मास्क को लगाएं और 1 घंटे के लिए लगा रहने दें। बाद मे शैम्पू करें। अच्छे रिजल्ट के लिए मास्क को हफ्ते में करीबन दो बार जरूर लगाएं।
ध्यान दें कोको पाउडर से बने ये मास्क नैचुरल हैं, लेकिन फिर भी अगर आपको किसी भी तरह की जलन या खुजली महसूस हो तो इसे लगाना छोड़ दें। कोशिश करें की पहले पैच टेस्ट लेने के बाद ही इसे पूरे सिर में लगाएं।

वंदना पटेल भाजपा सरकार में तात्कालिक मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय पर भी लगा चुकी है आरोप - मोबिन खान

दुर्ग  / शौर्यपथ /

दुर्ग ग्रामीण विधान सभा जो कि प्रदेश के गृह मंत्री का विधान सभा क्षेत्र है इस क्षेत्र में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमे भूमि हथियाने पीडि़त ने सीधे गृह मंत्री के समर्थको पर आरोप लगाया है ! वंदना पटेल ने चार दिन पूर्व प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर गृह मंत्री साहू के कट्टर समर्थक इरफ़ान खान पर भी मोबिन खान का सहयोग करने का भी आरोप लगाया है ! जो मामला चर्चा का विषय बन गया है वंदना पटेल के प्रेस कांफ्रेंस के तीसरे दिन मोबिन खान द्वारा प्रेस कांफ्रेंस कर खुलासा किया गया की मामला 10 साल से विवादित है जब से वंदना पटेल ने 2010 में जमीन खरीदी तब से ही मामला विवादों के घेरे में आ गया . मोबिन खान कहते है की वंदना पटेल द्वारा न्यायालय में दायर मामला खारिज हो चुका है बावजूद इसके आम जनता को प्रेस मिडिया को गलत जानकारी देकर भ्रमित कर रही है . भाजपा शासन के समय तात्कालिक मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय पर तो वर्तमान में प्रदेश के गृह मंत्री पर आरोप लगा कर मामले को राजनितिक रंग देने की कोशिश कर रही है . ना ही न्यायालय में और ना ही पुलिस प्रशासन को दस्तावेज उपलब्ध करा रही है अपितु सिर्फ आरोप की झड़ी लगा रही है .
मामला धनोरा ग्राम में खसरा नंबर 654/7 और 654/2 के मालिको के बीच विवाद का है,  654/7 की मालिक वंदना पटेल ने आरोप लगाया था, कि मोबिन खान के द्वारा उनकी जमीन को गुंडागर्दी और उची पहुच के बल पर अपना बता कर कब्ज़ा करने की कोशिश पिछले कई वर्षों से की जा रही है,  उनका कहना है कि इस मामले को लेकर शिकायत करने से पुलिस प्रशासन से भी किसी तरह की कोई मदद नहीं मिल रही है ! उल्टा पुलिस के अधिकारी के उपर मामला दर्ज किये जाने की धमकी देने की बात भी सामने आई !
इस पुरे मामले जब हमने मामले की पड़ताल की और दुर्ग शहर पुलिस अधीक्षक से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि मोबिन खान के द्वारा वंदना पटेल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है, जिसकी पूछताछ के लिए वंदना पटेल को बुलाया गया था लेकिन वंदना पटेल भी मोबिन खान के उपर आरोप लगा रही थी, जिसको देखते हुए वंदना पटेल को भी मोबिन खान के खिलाफ शिकायत लिखकर देने को कहा गया, और उन्होंने भी लिखित में शिकायत दी, जिसको जांच के लिए सम्बंधित थाना प्रभारी को भेज दिया गया है. बता दे कि मोबिन खान द्वारा 12 जुलाई को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में शिकायत की गयी थी जिसके बारे में पुझ्ताझ के लिए वंदना पटेल को 17 जुलाई को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय बुलाया गया था जहा वंदना पटेल द्वारा भी मोबिन खान के विरुद्ध शिकायत की बात कही गयी और कार्यालय में ही लिखित शिकायत दी गयी . बड़ी बात यह है की जिस तरह मोबिन खान की शिकायत पुलिस ने ली उसी तरह वंदना पटेल की शिकायत भी पुलिस द्वारा ली गयी ऐसे में पुलिस विभाग में भी चर्चा का विषय है कि पक्षपात कैसे हुआ .
वही इस पुरे मामले में दुसरे पक्ष ने प्रत्रकारवार्ता कर मीडिया के माध्यम से अपनी बातों को सबके सामने रखा, जिसमे बहुत सी बातें चौकाने वाली है, सबसे पहले तो मोबिन खान की बात कर लेते है मोबिन खान ज्यादातर विदेश में रहते है, और मोबिन खान का किसी भी प्रकार से कोई राजनितिक इतिहास नहीं है और ना ही वंदना पटेल के द्वारा जिन लोगो पर आरोप लगाया गया है उसको वो जानते है, मोबिन खान के कहे अनुसार वंदना पटेल जिस भूमि पर अपना कब्ज़ा होने का दावा कर रही है, दरअसल उस पर कब्ज़ा मोबिन खान का ही है मोबिन खान के अनुसार विवादित भूमि पर एक रूम बना हुआ है, जो उन्होंने बनवाया था, जो की माननीय न्यायलय के द्वारा प्रमाणित किया जा चूका है, मोबिन खान के दस्तावेज बताते है कि वंदना पटेल के मामले को न्यायालय ने अपील न. 38्र/2019 को ख़ारिज करते हुए कहा कि अपीलार्थी की ओर से प्रस्तुत अपील स्वीकार किये जाने योग्य नहीं होने से निरस्त किया जाता है !
वही इस पुरे मामले में मोबिन खान व उनकी धर्मपत्नी का कहना है की पिछले 11 वर्षों से वंदना पटेल हम लोगो को परेशान करने में लगी है, उनका कहना है की वंदना पटेल ने उनको ऑफर दिया था कि 15 लाख रूपये मुझे दे दो तो मै आपकी जमीन से दावा छोड़ दूंगी, मोबिन खान के बताया कि हमारा तो कोई राजनितिक इतिहास नहीं है लेकिन वंदना पटेल का राजनितिक इतिहास भी है और भूमाफियाओं से बहुत गहरे संबंध भी है ! और बहुत चालाक भी है क्योकि जब मामला न्यायलय में इनके खिलाफ चला गया तो अब इस तरह से बड़े बड़े नेता मंत्रियों और अधिकारीयों को भी इस मामले में घसीटने का प्रयास कर रही है, उसकी बहुत सोची समझी एक चाल है कि जमीन विवादों से ग्रस्त रहेगी तो ये लोग परेशान होकर मुझे विवाद ख़तम करने पैसा देंगे !  

जिला प्रशासन को मामले में संज्ञान लेकर करनी चाहिए कार्यवाही ..
धनोरा के इस जमीन विवाद मामले में जिस तरह दो पक्षों के विवाद में पुलिस प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को बदनाम करने की कोशिश कि जा रही है वही उनके छवि को धूमिल किया जा रहा है कभी एक दुसरे की शिकायत करके तो कभी प्रेस कांफ्रेंस द्वारा मिडिया का सहारा लेकर . ऐसा नहीं है की यह प्रथम बार हुआ है ऐसे ही मिडिया के सहारे प्रेस कांफ्रेस पूर्व में भी किया जा चुका है और आरोपो की झड़ी लग चुकी है तब तात्कालिक भाजपा सरकार के मंत्रियो पर समर्थको पर आरोप लगे अब वर्तमान सरकार के मंत्री , समर्थको और पुलिस प्रशासन पर आरोप लग रहे है . आरोप लगाना आसान किन्तु क्या इस आरोप को आरोप लगाने वाले सिद्ध कर पाएंगे . इस पुरे मामले में अब दुर्ग पुलिस व जिला प्रशासन को हस्तक्षेप करना चाहिए और गहनता से जांच कर असली भूस्वामी को उस भूमि का कब्ज़ा दिलाकर पुरे मामले को ख़तम करें, नहीं तो आने वाले समय में इस मामले को लेकर जिस तरह आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है उससे भविष्य में कोई बड़ी घटना भी घट सकती है . क्योकि दोनों पक्षों में किसी एक के साथ धोखाधड़ी हुई है ....

रजिस्ट्री कार्यालय की एक गलती की सजा भुगत रहे दो खरीददार ..

धनोरा स्थित भूखंड 654/2 एवं 654/7 द्बठ्ठ दोनों की रजिस्ट्री 2006 एवं 2010 में दुर्ग रजिस्ट्री कार्यालय में हुई एवं दोनों में ही नजरी नक्शा एवं भू स्थिति दर्शाई गयी किन्तु जैसा कि नियम कहता है कि रजिस्ट्री के पूर्व जमीन कहा है और कीस जमीन का सौदा हो रहा है इसकी जमीनी निरिक्षण की जिम्मेदारी रजिस्ट्री कार्यालय की है किन्तु रजिस्ट्री कार्यालय की लापरवाही के कारन सिर्फ दस्तावेजो में ही कहारीदी बिक्री हो गए और दोनों खरीददार में विवाद की स्थिति बन गयी दोनों खरीददार इस भूखंड को खरीदने के पहले एक दुसरे से अनजान थे किन्तु अब एक दुसरे के दुश्मन बन गए है अगर खरीदी बिक्री के समय ही स्थल की जांच जमीनी स्तर पर हो जाति तो आज ऐसी नौबत नहीं आती इस मामले में कही ना कही रजिस्ट्री कार्यालय की भी मुख्य भूमिका है जहां दलालों के प्रभाव में आँख बंद कर रजिस्ट्री का कार्य बेधड़क संचालित है जिला प्रशासन को रजिस्ट्री कार्यालय की गतिविधियों की जांच करनी चाहिए ताकि भविष्य में जमीनी विवाद खुनी संघर्ष में ना बदल जाए ...

रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ में औषधीय पौधों के संरक्षण, संवर्धन एवं विकास की दिशा में हो रहे कार्यों की सराहना अंतर्राष्ट्रीय संस्था यूनाइटेड नेशन कन्वेंशन टू कंबैट डिजरटी फिकेशन संयुक्त राष्ट्र मरुस्थलीय करण रोकथाम कन्वेंशन (यूएनसीसीडी) द्वारा की गई है। उक्त संस्था यूएनसीसीडी द्वारा इसके तहत वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर और छत्तीसगढ़ राज्य के पारंपरिक वैद्य संघ के प्रांतीय सचिव निर्मल अवस्थी को सम्मानित किया गया है।
यूएनसीसीडी की टीम ने वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ में औषधीय पौधों के विषय में चलाए जा रहे जागरूकता अभियान और छत्तीसगढ़ राज्य के पारंपरिक वैद्य संघ के प्रांतीय सचिव श्री अवस्थी को होम हर्बल गार्डन योजना के तहत औषधीय पौधों का ज्ञान तथा पारंपरिक ज्ञान आधारित चिकित्सा पद्धति के पुनरुत्थान के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की है।
यूएनसीसीडी सचिवालय के मिस्टर रजेब बुलहारौत ने इसकी सरहाना करते हुए उन्हंे सर्टिफिकेट जारी कर सम्मानित किया है। छत्तीसगढ़ राज्य के 4800 पारंपरिक वैद्यों ने इस का स्वागत किया है और सभी में हर्ष व्याप्त है। परंपरागत वनौषधि प्रशिक्षित वैद्य संघ छत्तीसगढ़ के प्रांतीय कोषाध्यक्ष श्री अवधेश कश्यप ने बताया कि प्रतिवर्ष औषधीय पौधों का निःशुल्क वितरण कर छत्तीसगढ़ राज्य की लोक स्वास्थ्य परंपरा, संवर्धन अभियान एवं घर अंगना जड़ी-बूटी बगिया योजना के तहत जन-जागरूकता अभियान संचालित किया जा रहा है। प्रदेश के पारंपरिक वैद्यों के द्वारा मौसमी बीमारियों के अलावा असाध्य रोगों में जीवनीदायिनी वनौषधियों जिसमें ब्राम्ही अश्वगंधा, सतावर, तुलसी, कालमेघ, गिलोय, अडूसा, चिरायता, पत्थर चूर, मंडूपपर्णी, भुईआवला, भृंगराज, हडजोड आदि बहुउपयोगी वनौषधियों का वितरण किया जाता है।

 

रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि सिलगेर घटना की जांच छह माह के अंदर अनिवार्य रूप से पूरी कर ली जाएगी। मुख्यमंत्री बघेल आज शाम अपने निवास कार्यालय में सुकमा और बीजापुर जिले से आए प्रतिनिधि मंडल से चर्चा कर रहे थे। इस अवसर पर उद्योग मंत्री कवासी लखमा और बीजापुर के विधायक एवं बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम मंडावी सहित क्षेत्र के अन्य जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से चर्चा में यह आश्वस्त किया कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति के विरूद्ध कार्यवाही नहीं होगी। सिलगेर घटना की दण्डाधिकारी जांच की जा रही है। इस जांच को छह माह के भीतर अनिवार्य रूप से पूरा कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से कहा कि हाल ही में बीजापुर और सुकमा जिले के विकास के लिए करीब 350 करोड़ रूपए के विकास कार्यों का भूमिपूजन-लोकार्पण किया गया है। उन्होंने कहा कि वनांचल में रहवासियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्षों से बंद पड़े स्कूलों को पुनः शुरू किया गया है। वनांचल क्षेत्र में शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए अनेक नवाचारी कदम उठाए गए हैं।
वनांचल के लोगों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए समर्थन मूल्य पर पहले जहां 7 लघु वनोपज की खरीदी हो रही थी, जिसे बढ़ाकर अब 52 कर दिया गया है। इसके साथ ही लघु वनोपजों के प्रसंस्करण को भी बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि वनवासियों को बेहतर आमदनी हो सके। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जिन लोगों के राशनकार्ड नहीं बने हैं उनके राशनकार्ड बनाए जाएंगे। इसी तरह वनाधिकार पट्टा से वंचित लोगों को परीक्षण कर पट्टा देने की कार्यवाही की जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि क्षेत्र के युवाओं को रोजगार और स्व-रोजगार से जोड़ने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। मुख्यमंत्री द्वारा इसके लिए जिला प्रशासन को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।

रायपुर / शौर्यपथ / प्रदेश के गृह और लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने आज नई दिल्ली प्रवास के दौरान द्वारका में बन रहे नवा छत्तीसगढ़ सदन के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया और विभागीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
गृहमंत्री साहू ने निर्माण कार्यों का जायजा लेते हुये तय समय सीमा के अंदर कार्य निष्पादन के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए। उन्होंने गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए कार्य में ओर तेज़ी लाने की बात भी कही । निरीक्षण के दौरान गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के साथ नई दिल्ली के लोक निर्माण विभाग के अधिकारी आर पी यादव भी उपस्थित थे।

रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पी.व्ही. सिंधु को आज टोक्यो ओलंपिक 2020 की बैडमिंटन स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा की पी.व्ही. सिंधु ने अपनी उपलब्धि से देश को गौरवान्वित किया है। पी.व्ही. सिंधु ने आज शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए टोक्यो ओलंपिक में देश को दूसरा पदक दिलाया। सिंधु ने इसके पहले 2016 के रियो ओलंपिक में रजत पदक जीता था।

रिसाली / शौर्यपथ / प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव जितेंद्र साहू ने प्रदेश में कांग्रेस की सरकार अब ग्रामीण क्षेत्र के ऐसे किसान जो भूमिहीन है उनको आर्थिक रूप से मदद करने लिए राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर योजना की शुरुआत करने जा रही है। इस योजना का लाभ इसी वित्तीय वर्ष से मिलने वाला है।
जितेंद्र साहू ने इस योजना की तारीफ करते कहा कि यह योजना ग्रामीण क्षेत्र के भूमिहीन किसानों के लिए वरदान साबित होगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के लगभग 12 लाख भूमिहीन कृषक परिवारों को इस योजना का लाभ इसी वर्ष से मिलेगा, जिससे उनके जीवन में निश्चित तौर पर खुशियाली आएगी । श्री साहू ने आगे कहा कि हमारी सरकार शहरी क्षेत्र के लोगों के साथ ग्रामीण क्षेत्र के कृषकों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने दृढ़ संकल्पित है इसलिए ऐसी योजनाएं बनाई जा रही है, जिससे हमारे राज्य का हर एक निवास करने वाले आत्मनिर्भर बने।
आगे कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में यह योजना राज्य की तीसरी ऐसी महत्वपूर्ण योजना है, जिसके जरिए हम ग्रामीण भूमिहीनों मजदूरों को सीधे मदद देने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित राजीव गांधी किसान न्याय योजना और गोधन न्याय योजना दो ऐसी योजनाएं हैं, जिनकी चर्चा देश-दुनिया में हो रही है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के जरिए किसानों को फसल विविधीकरण एवं उत्पादन व उत्पादकता को बढ़ाने के लिए आदान सहायता इनपुट सब्सिडी के रूप में बहुत बड़ी धन राशि दे रहे हैं। किसानों को ऐसी मदद देश की कोई भी सरकार नहीं कर रही है।

बेमेतरा / शौर्यपथ / बेमेतरा में जिला कांग्रेस कमिटी द्वारा बूथ प्रबंधन के लिए प्रथम बैठक आहूत की गयी जिसमे सभी ने बूथ कमेटी के गठन हेतु सेक्टर छेत्र के मॉनिटरिंग हेतु जिला एवं ब्लॉक के पदाधिकारियों को प्रभार देने का निर्णय लिया गया, सभी बूथों में अनिवार्य रूप से रजिस्टर बनाने एवं नियमित बैठक हेतु निर्देशित किया गया, बैठक में प्रमुख रूप से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री व जिला कांग्रेस कमेटी बेमेतरा के बूथ प्रबंधन कमेटी के प्रभारी राजेन्द्र साहू जी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री व जिला कांग्रेस कमेटी बेमेतरा के प्रभारी जितेंद्र साहू जी, जिला कांग्रेस कमेटी बेमेतरा के अध्यक्ष बंशी पटेल जी, पूर्व जिला अध्यक्ष अवनीश राघव जी, सुरेंद्र तिवारी, डीआर जनार्दन, विजय दुबे, मनोज शर्मा, भुनेश्वर चंद्राकर, नंदकुमार साहू  व समस्त जिला कांग्रेस कमेटी बेमेतरा के पदाधिकारी गण, ब्लाक अध्यक्ष गण, महिला कांग्रेस पदाधिकारी गण, युवा कांग्रेस पदाधिकारी गण, NSUI पदाधिकारी गण, किसान कांग्रेस के पदाधिकारी गण, समस्त ब्लाक के पदाधिकारी गण उपस्थित थे.!

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