August 03, 2025
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शौर्यपथ

शौर्यपथ

सेहत /शौर्यपथ / सर्दियों का मौसम और कड़कड़ाती ठंड अपने साथ कई बीमारियों को लेकर आती है. मौसम में हुआ ये बदलाव इम्यूनिटी को कमजोर करने लगता है जिस वजह से ज्यादातर लोग सर्दी, खांसी और जुकाम जैसी बीमारियों की चपेट में आसानी से आ जाते हैं. इसलिए इस मौसम में खुद को स्वस्थ रखने के लिए विशेष ख्याल रखने की जरूरत होती है. इसके लिए आवश्यक है कि आप अपने खानपान पर विशेष ध्यान दें, तो चलिए जानते हैं इस मौसम में फिट और हेल्दी बने रहने के लिए किन चीजों का सेवन करना चाहिए.
सर्दियों के मौसम में बाजरे का सेवन किया जाता है. बाजरे की तासीर गर्म होती है इसलिए यह हमारे शरीर को अंदर से गर्म रखता है. इसके साथ ही इसमें  प्रोटीन, कैल्शियम, फाइबर और विटामिन बी भी मौजूद होता है. जो हर मायने से स्वास्थय के लिए लाभदायी है.
लहसुन
हम सब जानते हैं कि लहसुन की तासीर गर्म होती है. इसका इस्तेमाल सब्जी, चटनी और अचार बनाने में किया जाता है. वहीं कुछ लोग सुबह खाली पेट 1-2 लहसुन की कली का सेवन करते हैं. यह शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने के साथ ही कई तरह की बीमारियों से भी बचाता है.
ड्राई फ्रूट्स
ड्राई फ्रूट्स की तासीर गर्म होती हैं. इनका सेवन करने से आपके शरीर को अंदर से गर्माहट मिलती है जिससे आप सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों से बचे रह सकते हैं.
जिंजरf28tlbngअदरक की तासीर भी बेहद गर्म होती है. इसका सेवन करने से शरीर को अंदर से गर्माहट मिलती है. सर्दियों के दिनों में अदरक से बनी चाय और काढ़े का सेवन किया जाता है जो आपको मौसमी बीमारियों से बचाकर रखता है.
गुड़
गुड़ भी गर्म तासीर का होता है. इसके साथ ही गुड़ में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो इस मौसम में आपको कई बीमारियों से बचाता है और स्वस्थ रखता है. आप गुड़ से बनी मिठाइयों और चाय का सेवन कर सकते हैं.

         सेहत टिप्स /शौर्यपथ /च्युइंग गम चबाना कई लोगों की आदत होती है. आपको याद होगा बचपन में च्युइंग गम चबाकर उसके गुब्बारे फुलाना फेवरेट एक्टिविटी होती थी. कुछ लोग च्युइंग गम चबाने की सलाह देते हैं, जबकि कुछ लोग कहते हैं कि इससे दूरी बनाकर रहनी चाहिए. लेकिन क्या आप सच्चाई से वाकिफ हैं? दरअसल, च्युइंग गम चबाना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है. इससे कई तरह की समस्याएं दूर हो सकती हैं. आइए जानते हैं इससे होने वाले फायदे.
च्युइंग गम चबाने से क्या-क्या फायदे-
1. कैलोरी बर्न होती है
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, च्युइंग गम चबाने से कैलोरी बर्न होती है, जो वजन कम करने में हेल्प करती हैं. अगर वेट लॉस करना है तो च्युइंग गम चबाना सबसे अच्छा तरीका हो सकता है.
2. मेमोरी स्ट्रॉन्ग होती है
च्युइंग गम चबाना ब्रेन तक पहुंचने वाले ब्लड फ्लो को बूस्ट करता है. इससे हमारी मेमोरी इम्प्रूव होती है. दिमाग तेज चलता है. इतना ही नहीं इसे चबाने से स्ट्रेस जैसी समस्याएं भी दूर हो सकती हैं. 
3. अलर्ट रखता है
अगर आप थकावट फील कर रहे हैं, तो आपको च्युइंग गम चबाना चाहिए. इससे आपको अलर्ट रहने में मदद मिल सकती है. इससे आपका दिमाग एकाग्रचित होता है और आप हर चीज को लेकर एक्टिव फील कर सकते हैं.
4. जी मिचलाने से राहत
अगर आपका जी मिचला रहा है तो च्युइंग गम का स्लाइवा आपको बेहतर फील करा सकता है. प्रेग्नेंसी के दौरान मोशन सिकनेस और मॉर्निंग सिकनेस से भी महिलाओं को राहत मिल सकती है.
अब जान लेते हैं च्युइंगम खाने के नुकसान
अगर आप शुगर युक्त च्युइंग गम चबाते हैं तो मुंह में बैक्टेरियल ग्रोथ हो सकती है. साथ ही टूथ एनेमल कमजोर हो सकते हैं. डेंटल वर्क को भी नुकसान हो सकता है. अगर आप ज्यादा च्युइंग गम गम चबाते हैं तो गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल इश्यूज हो सकते हैं.

सेहत /शौर्यपथ /साल का यह समय ट्रीट से भरा हुआ है क्योंकि हम क्रिसमस और नए साल के जश्न में सराबोर रहते हैं. गिल्ट फ्री हम हर एक पल को अपने प्रियजनों, परिवार और दोस्तों के साथ मनाते हैं. नए साल की पूर्व संध्या के साथ पार्टियों में शामिल होना एक सुखद पल होता है. इस दौरान आप बिना किसी चिंता के बिंज में शामिल होते हैं लेकिन जल्द ही हालांकि आपका शरीर आपको बताना शुरू कर देगा कि सब कुछ ठीक नहीं है. आप इस दौरान सुस्त और फूला हुआ महसूस करना शुरू कर सकते हैं. इसमें नए साल की पूर्व संध्या के बाद का हैंगओवर आपको और भी धीमा कर देता है.
आपको बता दें हमारे शरीर को हर दिन डिटॉक्सिफिकेशन में शामिल होने के लिए डिजाइन किया गया है. नए साल की शुरुआत शरीर को डिटॉक्स करने के कई नेचुरल तरीके हैं जो शरीर को साफ करते हैं. योग भी उन्हीं में से एक है. डिटॉक्सिंग शुरू करने के लिए आपको सिर्फ हरे रस पर हफ्तों की चुस्की लेने की जरूरत नहीं है. नीचे दिए गए योग आसन आपके सर्कुलेशन, पाचन और लसीका तंत्र को उत्तेजित करेंगे, जिससे आपको अपने शरीर से अपशिष्ट और विषाक्त पदार्थों से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी.
योग शारीरिक लाभों के अलावा मानसिक स्पष्टता भी प्रदान कर सकता है. योग के शांत और केंद्रित पहलू आपके दिमाग और शरीर के लिए कम्पलीट डिटॉक्स के लिए जरूरी हैं, जो शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विषाक्तता को दूर करने में मदद करते हैं.
नए साल के योग डिटॉक्स के लाभ
एनर्जी और जुनून बढ़ा
नींद के पैटर्न में सुधार
बैलेंस हार्मोन
बेहतर पाचन
वजन में कमी और कामेच्छा में वृद्धि
चमकती त्वचा और चमकदार बाल
शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में मददगार योग
1) वाइड-लेग्ड फॉरवर्ड बेंड
ये तंग हैमस्ट्रिंग खोलने के लिए एक बढ़िया मुद्रा है. यह पोज गुरुत्वाकर्षण के खिंचाव को भी उलट देती है, जिससे पूरे शरीर में रक्त का संचार होता है. तह गति पेट को स्क्वीज करती है जो पाचन के लिए भी बेहद फायदेमंद है.
2) रिवॉल्व्ड चेयर पोज
यह किकस पोज आपके निचले पैरों को मजबूत करता है और आपके क्वाड्स और ग्लूट्स को ऐसा महसूस कराता है जैसे वे आग पर हैं! यह गहरा मोड़ पाचन में सहायता के लिए भी बेहतरीन है क्योंकि आप अपने किडनी, लीवर और प्लीहा पर कोमल दबाव महसूस करते हैं जो आपके पेट की दीवार को टोनिंग करते हुए विषाक्त पदार्थों को हटाने को उत्तेजित करता है. यह हृदय को उत्तेजित करता है, ब्लड, श्वसन और लसीका तंत्र में ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है और मानसिक और शारीरिक सुस्ती से राहत देता है.
3) थ्री-लेग्ड डाउनवर्ड-फेसिंग डॉग पोज
इसमें अपने सिर को नीचे और अपने पैर को हवा में उठाकर रखने से रक्त पूरे शरीर में फैलता है, साथ ही तरल पदार्थ को लिम्फ नोड्स में ले जाता है. यह मुद्रा बहुत आराम देने वाली भी हो सकती है, जो तनाव, भय और उदासी को दूर करने के साथ-साथ मानसिक विषहरण में भी मदद कर सकती है.
4) ट्राएंग पोज
यह मुद्रा शरीर की पूरी पीठ को मजबूत करता है. हृदय को खोलती है और अच्छी मुद्रा को बनाए रखने में मदद करती है. आपके पेट पर दबाव भी पाचन को प्रोत्साहित करता है, जो उन चीजों की रिहाई को उत्तेजित करता है जो शरीर को नेचुरल डिटॉक्स करते हैं.
5) लोकस्ट पोज
यह मुद्रा शरीर की पूरी पीठ को मजबूत करती है, हृदय को खोलती है और अच्छी मुद्रा को प्रोत्साहित करती है. आपके पेट पर दबाव भी पाचन को प्रोत्साहित करता है. ये बॉडी डिटॉक्सिफिकेशन में भी मदद करता है.

       सेहत  टिप्स /शौर्यपथ /दुनिया के एक चौथाई लोग जो देख नहीं सकते भारत में रहते हैं. नेशनल प्रोग्राम फॉर कंट्रोल ऑफ ब्लाइंडनेस   द्वारा तैयार किए गए एक अध्ययन के अनुसार, दुनिया में अधिकतम 39 मिलियन की तुलना में राष्ट्र में लगभग 12 मिलियन लोग दृष्टिबाधित हैं. आपके स्वास्थ्य की तरह आपकी आंखों की रोशनी उम्र बढ़ने के साथ बिगड़ती जाती है. इसके अलावा कई नियमित लाइफस्टाइल की आदतें आपकी दृष्टि को नुकसान पहुंचा सकती हैं. यहां पांच डेली हैबिट्स हैं जो आपकी आंखों की रोशनी को खतरे में डाल सकती हैं:
आंखों की रोशनी कमजोर होने के कारण
1) बहुत ज्यादा स्क्रीन टाइम
दुनिया स्क्रीन से अटी पड़ी है. वे टीवी, कंप्यूटर, स्मार्टफोन, टैबलेट और लगभग हर जगह हैं. स्क्रीन टाइम का मतलब है कि लोग हर दिन स्क्रीन देखने में कितना समय बिताते हैं. अत्यधिक स्क्रीन समय दृष्टि को खराब कर सकता है और तनाव पैदा कर सकता है, खासकर बच्चों में. जो लोग स्क्रीन पर अधिक समय बिताते हैं वे भी सक्रिय रहने और किसी भी प्रकार के शारीरिक व्यायाम में व्यस्त रहने में कम समय व्यतीत कर सकते हैं. इसलिए ध्यान रखें कि आपके बच्चे स्क्रीन पर कितना समय बिता रहे हैं.
2) अत्यधिक धूम्रपान करना
धूम्रपान छोड़ दें या बिल्कुल भी शुरू न करें. धूम्रपान आपकी आंखों के लिए उतना ही हानिकारक है जितना आपके फेफड़ों और हृदय के लिए. धूम्रपान उम्र से संबंधित धब्बेदार अध: पतन, मोतियाबिंद और ऑप्टिक नर्व डैमेज के रिस्क से निकटता से जुड़ा हुआ है, जिसकी वजह से दृष्टि हानि हो सकती है. इसके अलावा, कैंसर 50 साल से अधिक आयु के वयस्कों में दृष्टि हानि का एक प्रमुख ट्रिगर है.
3) अन्य हेल्थ प्रोब्लम्स को रेगुलेट करें
अगर आप डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा, थायरॉयड आदि जैसी पुरानी चिकित्सा स्थितियों का ध्यान नहीं रखते हैं तो आपकी आंखों की रोशनी धीरे-धीरे खराब हो सकती है. हाई ब्लड प्रेशर से ग्रस्त रेटिनोपैथी के लक्षण 40 साल और उससे अधिक आयु के वयस्कों में आम हैं.
4) पर्याप्त नींद और व्यायाम न करना
नींद की कमी ड्राई आई, रेड आई, डार्क सर्कल, आंखों में क्रैम्प्स और हल्की सेंसिटिविटी जैसी जटिलताओं को दिखा सकती है. नींद की कमी को शरीर में शारीरिक परिवर्तनों से भी जोड़ा गया है, जैसे हार्मोनल और न्यूरोनल परिवर्तन. ये परिवर्तन खराब दृष्टि को और बढ़ा सकते हैं. इसी तरह घर के अंदर रहने और किसी भी शारीरिक गतिविधि में शामिल नहीं होने से आंखों की रोशनी कमजोर हो जाती है.
5) हाइड्रेटेड नहीं रहना
शरीर के तापमान और अन्य जैविक कार्यों को नियंत्रित करने के लिए हमारी कोशिकाओं, अंगों और टिश्यू को पानी की जरूरत होती है. पानी, आंसुओं के रूप में हमारी आंखों को नम रखने में भी मदद करता है. वातावरण में मौजूद धूल, अशुद्धियों और अन्य कणों का हमारी आंखों तक पहुंचना स्वाभाविक है. आंखों में नमी के बिना, सूखी, लाल या सूजी हुई आंखों के विकसित होने की संभावना अधिक होती है.
आंखों की रोशनी बढ़ाने के टिप्स
जब आंखों की रोशनी की रक्षा करने की बात आती है तो लाइफस्टाइल में कुछ सरल बदलाव न केवल आपके शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं बल्कि आपके रेटिना और दृष्टि के स्वास्थ्य में भी सुधार कर सकते हैं.
गहरे रंग की हरी पत्तेदार सब्जियां और मछली जैसे पौष्टिक आहार लें. ओमेगा -3 फैटी एसिड, ल्यूटिन और जेक्सैंथिन से भरी डाइट को उम्र से संबंधित धब्बेदार अध: पतन (एआरएमडी) की कम घटना से जोड़ा गया है.
एक हेल्दी वेट बनाए रखें और नियमित रूप से व्यायाम करें. जो लोग फिजिकली एक्टिव रहते हैं उनमें ARMD विकसित होने की संभावना कम होती है. व्यायाम मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के रेगुलेशन में भी सहायता करता है, ये सभी नेत्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं.
परिवार के सदस्यों से किसी दृष्टि संबंधी समस्या के बारे में पूछताछ करें. एआरएमडी, ग्लूकोमा, डायबिटिक रेटिनोपैथी और यहां तक कि रेटिनल डिटेचमेंट सभी में एक आनुवंशिक प्रवृत्ति हो सकती है जो परिवारों में चलती है.
• सूर्य की पराबैंगनी (यूवी) किरणें न केवल हमारी त्वचा बल्कि हमारी आंखों को भी नुकसान पहुंचा सकती हैं. बाहर जाते समय, 100 प्रतिशत यूवी अवशोषण के साथ धूप का चश्मा पहनें या जो यूवीए और यूवीबी दोनों किरणों को ब्लॉक करता है.

टिप्स ट्रिक्स /शौर्यपथ / यदि प्लेनेट पर सबसे वर्स्टाइल इंग्रीडिएंट निर्धारित करने का कॉम्पटीशन होता, तो हम्बल एग एक टॉप कैंडीडेट होता. डेसर्ट हो, स्नैक्स हो, लंच हो या डिनर, अंडे का इस्तेमाल कई तरह के खाने में किया जा सकता है. आप जो भी रेसिपी चुनते हैं, आपके हाथों में एक विनर होगा. लेकिन अगर कोई एक डिश है जिसे यूनिवर्सली पसंद किया जाता है, तो वह है अंडे की भुर्जी. और क्यों नहीं? यह एक स्वादिष्ट रेसिपी है जिसे भरपेट ब्रेकफास्ट   के लिए झटपट बनाया जा सकता है. तो अगर आप अभी भी सोच रहे हैं कि सुबह के समय एग फास्ट कैसे बनाया जाए, तो अब आप जानते हैं कि क्या करना है. लेकिन इसे और भी दिलचस्प बनाने के लिए, हमने अंडे की भुर्जी को देसी ट्विस्ट दिया है. यह डिश आपके सुबह के मील में कुछ मसाला जोड़ता है और इसे बनाना भी बहुत आसान है. सबसे अच्छी बात यह है कि आप सबसे बेसिक सामग्री का उपयोग कर सकते हैं जो लगभग हमेशा हमारे किचन पेंट्री में उपलब्ध होती हैं. उदाहरण के लिए, कुछ अंडे, बटर और इंडियन स्पाइस. तो अपना एप्रन पकड़े और कुक करने के लिए तैयार हो जाओ!
इस रेसिपी में इंडियन स्पाइस एक अलग फ्लेवर और अरोमा प्रदान करके डिश को ऊंचा उठाते हैं. तो, एक हाई प्रोटीन और स्वादिष्ट ब्रेकफास्ट के लिए, घर पर इस देसी स्टाइल के फ्राइड हुए अंडे की रेसिपी को आजमाएं. आश्चर्य है कि इसके बारे में कैसे जाना जाए? नीचे पढ़ें.
कैसे बनाएं देसी-स्टाइल स्क्रैम्बल्ड एग-
एक नॉनस्टिक पैन लें और इसे शुरू करने के लिए बटर या घी से कोट करें. एक चम्मच अदरक-लहसुन का पेस्ट, कटी हुई हरी मिर्च और एक मुट्ठी हरा धनिया डालें. इसे एक या दो मिनट के लिए भूनें.
अब, 3-4 अंडे तोड़ लें, इसे नमक, काली मिर्च और लाल मिर्च पाउडर से सीज़न करें. अच्छी तरह मिलाएं और 4-5 मिनट तक चलाते रहें.
बची हुई धनिया पत्ती और चाहें तो मक्खन से गार्निश करें. इसे हल्के से भुने ब्रेड या बन के साथ मिलाएं और कुछ ही मिनटों में आपका पौष्टिक नाश्ता तैयार हो जाता है.
अब आपके अगले स्पेशल ब्रेकफास्ट के लिए इस रेसिपी को बनाने का समय है और हमें नीचे कमेंट में बताएं कि आपको यह कैसी लगी.

    वास्तु टिप्स /शौर्यपथ /  नए साल के प्रथम दिन लोग अपने घरों को सजाते हैं. कुछ लोग अपने घर या दफ्तर को वास्तु शास्त्र के अनुसार डेकोरेट करते हैं. वास्तु शास्त्र में घर की सजावट के लिए कई वास्तु सम्मत चीजों के बारे में बताया गया है. माना जाता है कि इन चीजों को घर को सजाने से वास्तु दोष दूर होता है. जिसके परिणामस्वरूप घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. वास्तु शास्त्र में मोर पंख को सुख-समृद्धि का संकेतक माना जाता है. मान्यता है कि मोर पंख को घर में रखने से परिवार खुशहाल रहता है. आइए जानते हैं कि नए साल के पहले दिन अपने घर में मोर पंख को कैसे रख सकते हैं.
घर में क्यों रखते हैं मोर पंख
वास्तु शास्त्र और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मोर पंख में सभी देवी-देवताओं का वास होता है. यही वजह है कि मोर पंख को घर में रखना शुभ होता है. इसके अलावा वास्तु शास्त्र की मान्यता के अनुसार, घर में मोर पंख रखने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है. मोर पंख को हमेशा दक्षिण-पूर्व दिशा में रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा और सुख-शांति का वास होता है.
फिजूलखर्जी पर लगता है लगाम
कई लोग फिजूलखर्जी से परेशान रहते हैं. ऐसे लोगों के हाथ में पैसा आते ही पानी की तरह बह जाता है. यही वजह है कि फिजूलखर्ची पर लोक लगाने के लिए मोर पंख बेहद कारगर होता है. मान्यता है कि इसे यही दिशा में घर में रखने से फिजूलखर्ची से लगाम लग सकती है.
रिश्ते में आती है मिठास
वास्तु शास्त्र के जानकारों की मानें तो  मोर पंख को घर में रखने से पति-पत्नी के बीच का रिश्ता काफी मधुर रहता है. अगर किसी वजह से पति-पत्नी के बीच बराबर मनमुटाव होते रहते हैं तो ऐसे में उनके लिए मोर पंख मददगार साबित हो सकता है. रिश्तों में मधुरता और प्यार बरकरार रखने के लिए बेडरूम पूर्व दिशा की दीवार पर टांग कर करना अच्छा होता है. इसके अलावा इसके बच्चों को पढ़ाई में भी मन लगता है.
कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए खास है मोर पंख
ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि अगर कुंडली में कालसर्प दोष है और इससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो इसके लिए अपने बेड रूम में तकिए के नीचे मोर पंख रख सकते हैं. मान्यता है कि ऐसा करने से धीरे-धीरे कालसर्प दोष से मुक्ति मिलने लगती है. यही वजह है कि वास्तु शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र में मोरपंख को इतना अधिक महत्व दिया जाता है.

नई दिल्ली। शौर्यपथ। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की माता जी श्रीमती हीराबेन मोदी जी का आज सुबह 100 वर्ष की आयु में निधन हो गया है इस बात की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके दी बता दें किमंगलवार को अचानक से सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी. इसके अलावा उन्हें कफ की शिकायत भी थी. इसके बाद उन्हें आनन-फानन में अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल के कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर में भर्ती करा दिया गया. डॉक्टरों ने उनकी मां का एमआरआई और सीटी स्कैन किया. गुरुवार को अस्पताल की ओर से बयान जारी कर बताया गया था कि उनकी तबीयत में सुधार है. लेकिन शुक्रवार सुबह उनका निधन हो गया.

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के माता जी के निधन पर शोक व्यक्त किया एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके परिवार को इस शोक की घड़ी में साहस और हिम्मत प्रदान करने की बात कही । 

       सेहत /शौर्यपथ /सर्दियां शुरू हो चुकी हैं वहीं इस दौरान सेहत को बनाए रखने के लिए दिनचर्या और खानपान में कुछ जरूरी बदलाव करना अनिवार्य है। ऐसे में कुछ विंटर फ़्रेंडली खास सुपरफूड्स को अपनी डाइट में शामिल करें। इन्हीं में से एक है गुड़। मीठे व्यंजनों को बनाने में इस्तेमाल होने वाला गुड़ खाने में केवल मिठास नहीं जोड़ता बल्कि आपकी सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद हो सकता है। वहीं इसमें कई ऐसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो मौसमी संक्रमण से निजात पाने के लिए बेहतरीन विकल्प माने जाते हैं। आयुर्वेद से लेकर मेडिकल साइंस तक गुड़ के फायदों का प्रमाण देते हैं।
सर्दियों में चाय लोगों का मनपसंदीदा बन जाता है। ऐसे में दिन की शुरआत करते वक़्त चाय में चीनी का इस्तेमाल आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है तो सेहत को ध्यान में रखते हुए इस सर्दी अपने चाय में चीनी की जगह गुड़ का प्रयोग करें। वहीं अपने मनपसंदीदा खाद्य पदार्थों को बनाने में इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। तो बिना देर किए जानते हैं आखिर गुड़ किस तरह हमारी सेहत के लिए फायदेमंद (benefits of gud ki chai) होता है। साथ ही जानेंगे गुड़ की चाय बनाने की स्वादिष्ट रेसिपी।
यहां जाने सर्दियों में कैसे फायदेमंद है गुड़ का सेवन
1. खून को साफ करता है गुड़
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक डेटा के मुताबिक गुड़ में स्वाभाविक रूप से आयरन, फोलेट और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा पाई जाती है। ऐसे में इसका सेवन खून की अशुद्धियों को निकालकर इसे साफ रहने में मदद करता है। वहीं इसके नियमित सेवन से हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है। साथ ही यह प्राकृतिक रूप से ब्रेन में ऑक्सीजन सप्लाई को बढ़ाता है जिस वजह से ब्रेन फंक्शन को इम्प्रोव होने में मदद मिलती है।

2. इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करे
पब मेड सेंट्रल की माने तो गुड़ में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन और मिनरल एनर्जी और इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मदद करता है। ऐसे में शरीर ठंड में होने वाले संक्रमण एवं बीमारियों से लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार रहती है। इसे चीनी की जगह इस्तेमाल किया जा सकता है। क्योंकि चीनी में कोई भी पोषक तत्व मौजूद नहीं होते इसलिए यह सेहत के लिए हानिकारक होता है। ऐसे में गुड़ एक बेहतर विकल्प हो सकता है।

3. पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद है गुड़
गुड़ का सेवन आंतों को उत्तेजित करता है और पाचन एंजाइम रिलीज करता है। इस वजह से खाने के बाद इसका सेवन पाचन क्रिया के लिए फायदेमंद माना जाता है। वहीं जो लोग कब्ज और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं से पीड़ित हैं उनके लिए गुड़ काफी लाभकारी साबित हो सकता है।

4. डायबिटीज और वेट लॉस में मदद करता है गुड़
सफेद चीनी की जगह गुड़ का सेवन डायबिटीज पीड़ितों एवं वेट लॉस प्लान कर रहे लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। खाद्य पदार्थों को मीठा करने के लिए गुड़ का प्रयोग करने से आपका ब्लड शुगर लेवल संतुलित रहता है। साथ ही गुड़ की मिठास वजन को बढ़ने से रोकती हैं। वहीं गुड़ का सेवन आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखता है जिस वजह से आप जरूरत से ज्यादा खाना नहीं खाती।

5. ऊर्जा शक्ति को बनाए रखने में मदद करे
सर्दियों में आमतौर पर शरीर सुस्त पड़ जाती है साथ ही साथ ठंड की वजह से लोग काफी ज्यादा आलस महसूस करते हैं। ऐसे में गुड़ का सेवन आपके शरीर को आवश्यक ऊर्जा प्रदान करता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा गुड़ को लेकर प्रकाशित एक डेटा की माने तो यह हेल्दी कार्बोहाइड्रेट का एक बेहतरीन स्रोत है। इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट शरीर को पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करता हैं। वहीं आलस, थकान और कमजोरी को कम करने में मदद करता है।

सर्दियों में जरूर पियें स्वाद एवं सेहत से भरपूर गुड़ की चाय
इसे बनाने के लिए आपको चाहिए
गुड़ (कद्दूकस किया हुआ) – 3-4 चम्मच
चाय पत्ती – 2 चम्मच
हरी इलायची (कुटी हुई) – 4
सौंफ – 1 चम्मच
दूध – 1/2 कप

इस तरह तैयार करें गुड़ की चाय
पैन में एक कप पानी को गर्म होने के लिए चढ़ा दें। अब इसमें चाय की पत्ती, सौंफ और हरी इलायची डालें और पानी में उबाल आने दें।

फिर पानी में दूध डालें और इसमें उबाल आने का इंतजार करें।

अब गैस बंद करने के तुरंत पहले इसमें कस किया हुआ गुड़ डालें और गुड़ के पूरी तरह पिघलने का इंतजार करें फिर इसे गर्मागर्म सर्व करें।

        सेहत /शौर्यपथ /सर्दियों का मौसम लोगों को कड़ाके की ठंड का एहसास दिला रहा है. ठंड से बचने के लिए लोग अलाव और गरम कपड़ों का सहारा ले रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि खुद को इस ठंड से बचाने के लिए सिर्फ गर्म कपड़े नहीं बल्कि कुछ गर्म चीजों का सेवन करने की जरूरत भी होती है.
दरअसल, सर्दियों  के मौसम में बॉडी में गर्माहट का अहसास बनाये रखने के लिए लोग गर्म तासीर वाले तरह-तरह के ड्राईफूट और चीजों की मदद लेते हैं. इसलिए आप भी गर्म तासीर वाले फल और सब्जियों का सेवन कर सकते हैं.
   सर्दियों के लिए जरूर फल और सब्जियां  
1. खजूर का करें सेवन
खजूर की तासीर बेहद गर्म होती ही है. साथ ही इसमें काफी सारे पोषक तत्व भी होते हैं, जो आपकी बॉडी को गर्माहट देने के साथ हड्डियों को मजबूती देने और खून की कमी को पूरा करने में भी मदद करते हैं. इसके सेवन से इम्युनिटी भी बूस्ट होती है.
2. अदरक का सेवन
वैसे सर्दी के दिनों में अदरक का इस्तेमाल ज्यादातर घरों में चाय और काढ़े के जरिये किया जाता है. लेकिन इसका इस्तेमाल आप सब्जी, सलाद, दूध जैसी चीजों में भी आसानी के साथ कर सकते हैं. अदरक एंटी-ऑक्सीडेंट और कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जो आपके शरीर को केवल गर्माहट ही नहीं देगी, बल्कि कई और फायदे भी देने में मदद करेगी.
3. लहसुन का सेवन
लहसुनकी तासीर बहुत ही गर्म होती है, इसलिए सर्दियों के दिनों में बॉडी में गर्माहट बनाये रखने के लिए आप लहसुन को डाइट में शामिल जरूर करें. आप लहसुन की कलियों को काट कर डाइट में शामिल करते हैं तो ये शरीर को गर्म रखने के साथ आपके ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने में भी मदद करेगा.
4. साबुत लाल मिर्च का सेवन
साबुत लाल मिर्च बहुत गर्म होती है, इसलिए ये सर्दी के मौसम में आपकी बॉडी को गर्म रखने में मदद कर सकती है. क्योंकि इसमें पोटेशियम और मैगनीज जैसे तमाम पोषक तत्व होते हैं, जो सेहत को काफी फायदा पहुंचाते हैं. इसके साथ ही ब्लड क्लॉटिंग होने से भी रोकते हैं.

 खाना खजाना /शौर्यपथ / पूरे देश भर में हाड़ कंपाने वाली ठंड शुरू हो गई है. जिसमें दिल्ली में आज सुबह न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, वहीं हिल स्टेशन नैनीताल में यहां की तुलना में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भी अधिक कोहरा छाया रहा. दिल्ली में इस कदर कोहरा देखने को मिला कि लोगों को दिन में भी गाड़ियों की लाइट जला कर रखनी पड़ी. लगातार बढ़ती ठंड में खुद को सेहतमंद रखने के लिए आप अपनी डाइट में गर्म तासीर वाले फूड्स को शामिल कर सकते हैं. क्योंकि इस मौसम में सेहत के प्रति जरा सी लापरवाही आपकी तबीयत बिगाड़ सकती है. तो चलिए जानते हैं उन फूड्स के बारे में जो शरीर को अंदर से गर्मी पहुंचाने में मदद कर सकते हैं.
ठंड से बचने के लिए इन फूड्स का करें सेवन-
1. अदरक-
अदरक की तासीर गर्म होती है. सर्दी से बचने और शरीर को अंदर से गर्म रखने के लिए आप अदरक वाली चाय का सेवन कर सकते हैं. इससे सर्दी-जुकाम की समस्या से भी बचा जा सकता है.
2. शकरकंद-
सर्दियों के मौसम में आसानी से आपको मार्केट में शकरकंद मिल जाएगी. शकरकंद को सेहत के लिए बेहद गुणकारी माना जाता है. इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व शरीर को सेहतमंद रखने के साथ-साथ डायबिटीज को भी कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं.
3. कॉफी-
सर्दियों के मौसम में चाय-कॉफी पीना सभी को पसंद होता है. कॉफी एक गर्म तासीर वाली ड्रिंक है. जिसे पीने से शरीर को अंदर से गर्मी का एहसास दिला सकते हैं.
4. रेड मीट-
अगर आप नॉनवेज खाने के शौकीन हैं, तो आप सर्दियों के मौसम में रेड मीट को अपनी डाइट में शामिल कर सकते है. इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व शरीर को अंदर से गर्मी पहुंचाने में मदद कर सकते हैं. 

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