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आस्था /शौर्यपथ / हिंदू धर्म में जब कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य आरंभ किए जाते हैं तो सबसे पहले पंचदेव की पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यता है कि कोई भी मांगलिक कार्य पंचदेव की पूजा के बिना संपन्न नहीं होता है. पंचदेव में भगवान गणेश, मां दुर्गा, भगवान शिव, भगवान विष्णु और सूर्य देव शामिल किए गए हैं. शास्त्रीय मान्यता है कि जो कोई नियमित रूप से पूजन के दौरान सबसे पहले पंचदेव की पूजा करता है, उसके सारे कार्य सफल हो जाते हैं. इसके साथ ही जीवन सुख-समृद्धि के परिपूर्ण रहता है. आइए जानते हैं पंचदेव पूजन के लिए खास मंत्र और महत्व.
पंच देवताओं में भगवान श्री गणेश जी जलतत्व के अधिपति हैं. ऐसे में पंच देवों की पूजा में सबसे पहले नीचे दिए गए मंत्र से श्री गणेश का प्रतिदिन ध्यान करें.
श्री गणेश जी का ध्यान मंत्र
प्रात: स्मरामि गणनाथमनाथबन्धुं सिन्दूरपूरपरिशोभितगण्डयुग्मम्।
उद्दण्डविघ्नपरिखण्डनचण्डदण्ड - माखण्डलादिसुरनायकवृन्दवन्द्यम्।।
शास्त्रों के मुताबिक अग्नि तत्त्व की की स्वामिनी मां दुर्गा मानी गई हैं. मां शक्ति की साधना अग्निकुंड के हवन आदि के माध्यम से करने का विधान है.
श्री देवी जी का ध्यान मंत्र
प्रात: स्मरामि शरदिन्दुकरोज्ज्वलाभां सद्रत्नवन्मकरकुण्डलहारभूषाम् ।
दिव्यायुधोर्जितसुनीलसहस्त्रहस्तां रक्तोत्पलाभचरणां भवतीं परेशाम् ।।
श्री शिव जी का ध्यान मंत्र
प्रातः स्मरामि भवभीतिहरं सुरेशं गङ्गाधरं वृषभवाहनमम्बिकेशम् ।
खट्वाङ्गशूलवरदाभयहस्तमीशं संसाररोगहरमौषधमद्वितीयम् ॥
भगवान विष्णु आकाश तत्त्व के स्वामी हैं. इसलिए उनकी साधना शब्दों अर्थात् मंत्रादि के माध्यम से करने का विधान है.
श्री विष्णु जी का ध्यान मंत्र
प्रात: स्मरामि भवभीतिमहार्तिनाशं नारायणं गरुडवाहनमब्जनाभम्।
महाभिभृतवरवारणमुक्तिहेतुं चक्रायुधं तरुणवारिजपत्रनेत्रम्॥
प्रत्यक्ष देव भगवान सूर्य वायु तत्व के स्वामी हैं. ऐसे में उन्हें पवित्र जल से अर्घ्य और नमस्कार के माध्यम से साधना की जाती है.
श्री सूर्यदेव जी का ध्यान मंत्र
प्रातः स्मरामि खलु तत्सवितुर्वरेण्यं, रूपं हि मण्डलमृचोअथ तनुर्यन्जूषि
सामानि यस्य किरणा: प्रभावादिहेतुं, ब्रह्माहरात्मकमलक्ष्यमचिन्त्यरूपम्
आस्था /शौर्यपथ /हिंदू धर्म शास्त्रों में 18 महापुराणों का वर्णन किया गया है. जिसमें से एक गरुड़ पुराण है. आमतौर पर लोग गरुड़ पुराण का पाठ किसी की मृत्यु को उपरांत करवाया जाता है. कहा जाता है कि गरुड़ पुराण में उन सभी दंडों का जिक्र किया गया है जो किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद दिया जाता है. इसके साथ ही इस महापुराण में ये भी बताया गया है कि मरने के बाद उसकी आत्मा के साथ क्या होता है. इन सारी बातों के अलावा गरुड़ पुराण में कुछ ऐसी बुरी आदतों के बारे में बताया गया है, जिससे हर इंसान को दूर रहने की सलाह दी जाती है. आइए गरुड़ पुराण के अनुसार जानते हैं कि किन बुरी आदतों की वजह से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं.
मनुष्य की इन आदतों के नाराज हो जाती हैं मां लक्ष्मी
कड़वे बोल या अपशब्द- ऐसे लोग जो दूसरों से कड़वा बोलते हैं, वे मां लक्ष्मी को कभी रास नहीं आते हैं. अपशब्द या कड़वा बोलने वाले लोगों पर धन की देवी मां लक्ष्मी कभी कृपा नहीं करती हैं. ऐसे में गरुड़ पुराण यही शिक्षा देता है कि हमेशा विनम्र रहें और छोटे-बड़े सभी लोगों का सम्मान करें.
गंदे वस्त्र पहनने वाले- गरुड़ पुराण के अनुसार, जो लोग गंदे कपड़े पहनते हैं, गंदगी में रहते हैं उनसे मां लक्ष्मी हमेशा नाराज रहती हैं. ऐसे लोगों के जीवन में कभी बरकत नहीं आती है. वे कितनी भी कड़ी मेहनत क्यों न करें लेकिन जीवन में सुख-समृद्धि नहीं रहती है. मां लक्ष्मी इन लोगों पर कभी कृपा नहीं करती हैं. इसलिए रोज नहाना चाहिए, अपने आसपास सफाई रखनी चाहिए और साफ कपड़े पहनना चाहिए.
सुबह देर तक सोने वाले- जो लोग सूरज निकलने के बाद भी सोते रहते हैं, वे जीवन में कभी सुख, सफलता, संपन्नता और अच्छी सेहत का आनंद नहीं ले पाते हैं. ऐसे लोग दुख और दरिद्रता में ही जीवन बिताते हैं. इसी तरह सूर्यास्त के समय सोने वाले लोगों से भी मां लक्ष्मी नाराज रहती हैं. वे कभी भी ऐसे घरों में वास नहीं करती हैं, जहां लोग शाम के समय सोते हैं क्योंकि ये समय घर में मां लक्ष्मी के आगमन का समय होता है.
केंद्रीय गोंड महासभा धमधागढ़ में बांटे 48 सिलाई मशीन
दुर्ग / शौर्यपथ / मंत्री रविंद्र चौबे के अनुशंसा एवं निर्देश पर तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरुप महिलाओं की सशक्तिकरण एवं परिवार को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश से केंद्रीय गोंड महासभा धमधागढ़ के अंतर्गत आने वाले विभिन्न गांव के 48 महिलाओं को अंत्यवसायि वित्त निगम के सौजन्य से सिलाई मशीन का वितरण किया गया एवं हितग्राहियों का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम के मुख्यअतिथि छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष राज्य मंत्री आर. एन. वर्मा ने उपस्थित आदिवासी समाज के सामाजिक पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार मुख्यमंत्री एवं मंत्री रविंद्र चौबे जी आपके विकास एवं भलाई के लिए हमेशा संवेदनशील रहते हैं और कांग्रेस सरकार ही आदिवासी समाज के साथ ही साथ सर्वहारा वर्ग के भलाई का काम कर रही है। आप लोग सिलाई मशीन के माध्यम से अपने परिवार एवं आस पास के लोगों को काम सिखाकर घर में ही रहकर अपनी आमदनी बड़ा सकते हैं।
आज के कार्यक्रम में कार्यक्रम के संयोजक एवं सूत्रधार समाजसेवी राकेश ठाकुर अंत्यवसायि निगम के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्यामल दास, लीड बैंक के मैंनेजर नायक, दुर्ग नगर निगम की पार्षद श्रीमती महेश्वरी ठाकुर एवं बहुत संख्या में आदिवासी समाज की महिला पुरुष उपस्थित रहे।
देश की आजादी और नव निर्माण में स्वर्गीय श्री घनश्याम सिंह गुप्त का बहुमूल्य योगदान रहा: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री शामिल हुए स्वर्गीय श्री घनश्याम सिंह गुप्त के जयंती समारोह में Óविधान पुरूषÓ पुस्तक का किया विमोचन
छत्तीसगढ़ विधानसभा में स्वर्गीय श्री घनश्याम सिंह गुप्त का तैल चित्र लगाने की मांग का मुख्यमंत्री ने किया समर्थन: विधानसभा अध्यक्ष से करेंगे आग्रह
रायपुर / शौर्यपथ /
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज सवेरे यहां अपने निवास कार्यालय में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और संविधान निर्माण सभा की हिन्दी ड्रॉफ्ट कमेटी के अध्यक्ष स्वर्गीय श्री घनश्याम सिंह गुप्त के जयंती समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वर्गीय श्री घनश्याम सिंह गुप्त महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। देश की आजादी और देश के निर्माण में तथा संविधान निर्माण में उनका बहुमूल्य योगदान था। ऐसे महापुरूष की याद में जयंती समारोह का आयोजन एक सराहनीय पहल है।
मुख्यमंत्री बघेल ने घनश्याम सिंह गुप्त स्मृति आयोजन समिति द्वारा छत्तीसगढ़ विधानसभा में उनका तैल चित्र लगाने की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि वे इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत से इस संबंध में आग्रह करेंगे। उन्होंने कहा कि नवा रायपुर के एक चौक का नामकरण स्वर्गीय श्री घनश्याम सिंह गुप्त के नाम पर किया जाएगा और वहां उनकी प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्ग निवासी स्वर्गीय श्री घनश्याम सिंह गुप्त सीपीएंड बरार प्रांत की विधानसभा के प्रथम अध्यक्ष भी रहे।
मुख्यमंत्री ने समारोह में स्वर्गीय श्री घनश्याम सिंह गुप्त के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाशित पुस्तक Óविधान पुरूषÓ का विमोचन भी किया। इस पुस्तक के लेखक संजीव तिवारी हैं। मुख्यमंत्री बघेल ने पुस्तक के लेखक तिवारी को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने हमारे पुरखों की सुरता कर उनकी स्मृतियों को संजोने का सराहनीय प्रयास किया है। मुख्यमंत्री ने संजीव तिवारी को आयोजकों की ओर से सम्मानित करते हुए उन्हें उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व विधायक प्रदीप चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ी संस्कृति, सभ्यता और तीज त्यौहारों को नया जीवन देने का कार्य बखूबी किया जा रहा है। हमारे पुरखों का सम्मान बढ़ा है और छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान को बल मिला है। उन्होंने कहा कि हमारे मूर्धन्य पुरखों की स्मृतियों को संजोने के लिए नवा रायपुर के चौक-चौराहों का नामकरण उनके नाम पर करने और वहां पुरखों की मूर्ति स्थापित करने का सराहनीय निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया है।
इस अवसर पर पूर्व विधायक श्रीमती प्रतिमा चंद्राकर, जिला पंचायत दुर्ग की अध्यक्ष श्रीमती शालिनी यादव, घनश्याम सिंह गुप्त स्मृति आयोजन समिति के अध्यक्ष शंकर लाल ताम्रकार ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम में आयोजन समिति के उपाध्यक्ष और नगर पालिका निगम दुर्ग के सभापति राजेश यादव, पूर्व पार्षद डॉ.राघवेन्द्र सिंह गुप्ता, सचिव अशोक अग्रवाल, कोषाध्यक्ष कमल नारायण रूंगटा, दुर्ग के पूर्व महापौर आर.एन.वर्मा सहित अश्वनी साहू, अखिलेश यादव, स्वर्गीय श्री घनश्याम सिंह गुप्त के परिवार के सदस्य और नागरिक उपस्थित थे।
दुर्ग । शौर्यपथ । दुर्ग शहर में पिछले एक माह से शहर के ऐसे नागरिक प्रसन्न थे जिन्हें यातायात में असुविधा होती थी अतिक्रमण के कारण अस्त व्यस्त बाजार में परेशानियों का सामना करना पड़ता था अधिकारियों की लापरवाही और लेटलतीफी के कारण कार्यों में देरी होती थी अनावश्यक रूप से जनप्रतिनिधियों के दबाव के कारण कार्यों में विलंब जैसे कई परेशानियों से रूबरू होते थे इन सब परेशानियों से पिछले 1 महीने से जनता मुक्त हुई थी.
बता दें कि पिछले 1 महीने से दुर्ग नगर निगम का प्रभार प्रशिक्षु आयुक्त आईएएस लक्ष्मण तिवारी के पास था ऐसे में लक्ष्मण तिवारी ने शहर में अतिक्रमणकारियों पर कार्यवाही की और इस मामले में उन्होंने किसी भी तरह का भेदभाव ना करते हुए गरीबों के ठेले गुमठी हटाए वही अमीरों के बनाए हुए अतिक्रमण को भी तोड़ा किंतु कुछ ऐसे अतिक्रमणकारी भी थे जो भगवान से यही प्रार्थना कर रहे थे कि उनके अतिक्रमण और अवैध निर्माण पर प्रशिक्षु आयुक्त लक्ष्मण तिवारी की नजर ना लगे और इसके लिए अंदरूनी प्रयास भी जारी रखे हुए थे विभाग में चर्चा है कि कई अतिक्रमणकारी ने विभागीय अधिकारियों से अपने द्वारा किए गए अतिक्रमण की जानकारी ऊपर तक ना होने देने के एवज में पर्दे के पीछे चर्चा भी कर ली ऐसी भी चर्चा है कि कई विभागीय अधिकारी मामले में मौन रहकर प्रशिक्षु आयुक्त लक्ष्मण तिवारी को संपूर्ण जानकारी ना देकर अपरोक्ष रूप से अतिक्रमणकारियों और अवैध निर्माण कार्यों की मदद भी की है .
वही ऐसी चर्चा भी जोरों पर है कि शासकीय जिला चिकित्सालय परिसर पर प्रशासन द्वारा धर्मार्थ कार्यों के लिए दिए गए भवन पर धर्मशाला तो संचालित हो ही रहा है किंतु साथ ही एक अवैध निर्माण भी
इस धर्मर्ध धर्मशाला की आड़ में हो रहा है जिसे एक व्यावसायिक परिसर का रूप दिए जाने की कोशिश की जा रही है जो अपने अंतिम चरण पर है . इन दिनों जोरों पर चल रहे निर्माण पर भवन विभाग मौन है जबकि इस निर्माण की अनुमति भवन शाखा विभाग से नहीं ली गई है जिस पर भवन शाखा विभाग ने कई बार नोटिस भी जारी किया है किंतु हर नोटिस जारी होने के कुछ दिनों तक कार्य बंद कर दिया जाता है एवं कुछ दिनों बाद फिर से कार्य शुरू हो जाता है .
ऐसे में चर्चा है कि शासकीय जिला चिकित्सालय परिसर पर अवैध निर्माण पर आईएएस लक्ष्मण तिवारी की नजर ना पड़े इसके लिए भरपूर कोशिश की गई थी और आज अंतिम दिन के कार्यकाल में अवैध निर्माण करने वाले बस यही कोशिश में लगे हुए हैं कि किसी भी तरह इस अवैध निर्माण की जानकारी उच्च अधिकारियों तक ना हो अब देखना यह है कि प्रशिक्षु आयुक्त लक्ष्मण तिवारी के बाद पुनः प्रभार संभालने वाले आयुक्त इस मामले पर कार्यवाही करते हैं या फिर अवैध निर्माण यूं ही निरंतर जारी रहेगा और निगम प्रशासन को ठेंगा दिखाता हुआ अपने कार्य पर सफल होगा..
नई दिल्ली /शौर्यपथ /परिवार के एक सदस्य ने बुधवार को एएफपी को बताया कि लोकप्रिय व्यंजन चिकन टिक्का मसाला का आविष्कार करने वाले ग्लासगो के शेफ अहमद असलम अली का निधन हो गया है. वह 77 वर्ष के थे. उनके भतीजे अंदलीब अहमद के अनुसार, सोमवार सुबह उनका निधन हो गया.
अहमद असलम अली के निधन की खबर उनके रेस्तरां शीश महल के पेज द्वारा फेसबुक पर शेयर किए जाने के बाद, ब्रिटेन के राष्ट्रीय व्यंजनों में से एक का आविष्कार करने वाले शेफ के लिए हर तरफ से श्रद्धांजलि देना शुरू हो गया.
रेस्टोरेंट ने पोस्ट में लिखा, "अली का आज सुबह निधन हो गया... हम सभी पूरी तरह से टूट चुके हैं और दिल टूट गया है."
प्रतिष्ठित करी बनाने के लिए, अहमद असलम अली ने वास्तव में 1970 के दशक में अपने रेस्तरां शीश महल में टमाटर के सूप से बनी चटनी में सुधार किया.
2009 में एएफपी के साथ एक साक्षात्कार में, अली ने दावा किया कि उन्होंने चिकन टिक्का मसाला के लिए नुस्खा तब बनाया जब एक ग्राहक ने शिकायत की, कि उनका चिकन टिक्का बहुत सूखा था.
उन्होंने कहा, "इस रेस्तरां में चिकन टिक्का मसाला का आविष्कार किया गया था. हम चिकन टिक्का बनाते थे और एक दिन एक ग्राहक ने कहा, 'मैं इसके साथ कुछ सॉस लूंगा, यह थोड़ा सूखा है'."
अली ने कहा, "हमने सोचा कि हम चिकन को कुछ सॉस के साथ पकाएंगे. इसलिए यहां से हमने दही, क्रीम, मसाले वाली सॉस के साथ चिकन टिक्का पकाया."
चिकन टिक्का मसाला ब्रिटिश रेस्तरां में सबसे लोकप्रिय व्यंजनों में से एक बन गया.
नई दिल्ली /शौर्यपथ /एलन मस्क ने एक लाइव चैट फोरम के दौरान बताया कि ट्विटर के आधे से अधिक कर्मचारियों को बर्खास्त न करने से कंपनी को एक वर्ष में $ 3 बिलियन डॉलर का नुकसान होता. उन्होंने कहा कि "ट्विटर के पास 1 बिलियन डॉलर की नकदी है. इसलिए मैंने पिछले पांच सप्ताह पागलों की तरह लागत काटने में बिताए." उन्होंने ट्विटर स्पेसेस के जरिय ये बात कही. एलन मस्क ने कहा "यदि ... आप इसे मेरे दृष्टिकोण से देख रहे हैं ... मूल रूप से, आप एक विमान में हैं, जो तेज गति से जमीन की ओर जा रहा है और इंजन में आग लगी हुई है और नियंत्रण काम नहीं कर रहे हैं."
ट्विटर को खरीदने के बाद मस्क ने 7,500- कर्मचारियों में से लगभग आधे को निकाल दिया था. ऐसा करने के लिए उनकी काफी आलोचना भी हुई थी. वहीं अब एलन मस्क ने कहा कि उनकी रणनीति रंग ला रही है और बड़े पैमाने पर लागत कम करके और ग्राहक राजस्व का निर्माण करके, मुझे अब लगता है कि ट्विटर वास्तव में अगले साल ठीक हो जाएगा और ब्रेक इवन भी.
उन्होंने कहा कि वह समझते हैं कि विज्ञापनदाता उनके मंच पर खर्च करने से कतरा रहे थे, लेकिन उन्होंने अपनी सावधानी के लिए बिगड़ते आर्थिक दृष्टिकोण को जिम्मेदार ठहराया और सामग्री मॉडरेशन की चिंता नहीं की. उन्होंने कहा कि ट्विटर ब्लू नाम की नई $8 सब्सक्रिप्शन सेवा इस अंतर को दूर करने में मदद करेगी.
ट्विटर के मालिक एलन मस्क ने हाल ही में एक ट्वीट भी किया था. जिसमें कहा था कि ‘‘अपने पद के लिए कोई पर्याप्त मूर्ख व्यक्ति'' मिल जाएगा, वह सोशल मीडिया कंपनी के मुख्य कार्यकारी के पद से इस्तीफा दे देंगे.
नई दिल्ली/शौर्यपथ /रेलवे पुलिसकर्मियों की सूझबूझ से मध्य प्रदेश के होशंगाबाद रेलवे स्टेशन पर रेलवे पटरियां पार कर रही दो बुजुर्ग महिलाओं की जान बच गई. यह घटना प्लेटफॉर्म पर लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई और इस वीडियो को रेल मंत्रालय ने ट्विटर पर शेयर किया है.
वीडियो में महिलाएं पटरी पार करती नजर आ रही हैं. एक को सिर पर बोझ लिए हुए देखा जा सकता है, और एक अन्य महिला बैग के साथ प्लेटफॉर्म की ओर भागती हुई दिख रही हैं. कुछ सेकंड बाद, एक ट्रेन स्टेशन के पास आती दिखाई देती है और रेलवे पुलिस हरकत में आई और उन्हें प्लेटफॉर्म पर खींच लिया.
रेल मंत्रालय ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है, "सुरक्षा ही सर्वोपरि! मध्य प्रदेश के होशंगाबाद रेलवे स्टेशन पर सतर्क आरपीएफ एवं जीआरपी के जवानों ने पटरी पार कर रहीं दो बुजुर्ग महिलाओं की जान बचाई. कृपया एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए सदैव फुटओवर ब्रिज का इस्तेमाल करें."
वीडियो को 20 दिसंबर को पोस्ट किया गया था और अब तक इसे ट्विटर पर 52,000 से अधिक बार देखा जा चुका है और कई लाइक और कमेंट्स मिल चुके हैं.
इससे पहले भी ऐसे मामले आ चुके हैं. नागपुर-मुंबई लाइन पर अकोला स्टेशन पर महिला को चलती ट्रेन में घसीटते हुए देखने के बाद रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारी हरकत में आए थे.
सीसीटीवी वीडियो में देखा जा सकता है कि स्टेशन पर पुलिसकर्मी गश्त कर रहे हैं, तभी एक बुजुर्ग महिला को घसीटते हुए वह देखते हैं. जैसे ही ट्रेन रफ्तार पकड़ती है, महिला दरवाजे से लटकती नजर आती है. पुलिसकर्मी दौड़कर महिला को पकड़ लेता है और खींचकर प्लेटफॉर्म पर ले जाता है, जिसके बाद ट्रेन रुक जाती है.
नई दिल्ली /शौर्यपथ /राज्यसभा में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख चेहरा मनोज झा ने आज कहा कि पीयूष गोयल ने बयान दिया था कि इनका बस चले तो यह पूरे भारत को बिहार बना दें. मैंने राज्यसभा के चेयरमैन को चिट्ठी लिखकर कहा था कि पीयूष गोयल के बयान को एक्स्पंज किया जाए और पीयूष गोयल को माफी मांगनी चाहिए.
मनोज झा ने कहा कि चेयरमैन की तरफ से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है. पीयूष गोयल को पब्लिक अपॉलिजी करनी होगी यह सिर्फ बयान वापस लेने के वाला मामला नहीं है.
राजद नेता ने कहा कि अगर पीयूष गोयल बिहार के लोगों से और सदन से माफी नहीं मांगते हैं तो मैं मान लूंगा कि प्रधानमंत्री और उनकी पूरी पार्टी पीयूष गोयल के बयान के साथ है. बिहार को लेकर उनका अंदर का पूर्वाग्रह बाहर आ गया. इस तरह का पूर्वाग्रह कई लोगों के मन में होता है. शायद पीयूष गोयल का अंदर का पूर्वाग्रह बिहार को लेकर बाहर आ गया.
सेहत /शौर्यपथ /वजन घटाने की बात होते ही जिम में जाकर घंटों मेहनत मशक्कत करने का ख्याल दिल में आता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि केवल एक्सरसाइज करने से ही वजन कम नहीं होता, इसके लिए आपको बैलेंस डाइट लेने की भी जरूरत होती, जिससे वजन कम होने के साथ ही आपके शरीर में ताकत भी बनी रहे. मूंगफली फाइबर और प्रोटीन में समृद्ध होती है, जो लंबे समय तक आपका पेट भरा रखती है और वजन घटाने में मदद करती हैं. ऐसे में आप किसी स्नैक्स की तलाश में हैं जो वजन कम करने में भी मददगार हो तो आप मूंगफली या पीनट का इस्तेमाल कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि मूंगफली कैसे हमारी सेहत को लाभ पहुंचाती है.
वजन घटाने के लिए मूंगफली के फायदे
वेट लॉस में मददगार है मूंगफली
प्रोटीन का सेवन कैलोरी बर्न करने का एक स्मार्ट तरीका है. मूंगफली फाइबर, प्रोटीन और हेल्दी फैट समेत तमाम पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जो ओवरऑल कैलोरी सेवन को नियंत्रित करना आसान बनाती है और वजन घटाने में मदद करती है.
हेल्दी फैट से भरपूर
मूंगफली मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड जैसे हेल्दी फैट से भी भरपूर होते हैं और सूजन, मोटापा, हृदय रोग और डायबिटीज को कम करने में भी मदद करती है. इससे शरीर को एनर्जी भी मिलती है, जिससे कार्यक्षमता का विकास होता है.
मेटाबॉलिज्म बढ़ाती है मूंगफली
मूंगफली एनर्जी का भी एक अच्छा सोर्स है जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देती है और जिससे अधिक कैलोरी बर्न होती है, जो वजन घटाने में और मददगार होता है.
इस तरह करें मूंगफली का सेवन
मूंगफली को कच्चा, भूनकर या उबालकर खाना सबसे अच्छा होता है. इसके अलावा आप इसका सेवन पीनट बटर, पीनट ऑयल, रोस्टेड पीनट और पीनट डिप के रूप में भी कर सकते हैं. पीनट बटर से आपका पेट लंबे वक्त तक भरा रहता है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है. यह आपके ब्लड शुगर लेवल को भी कंट्रोल करता है.