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सेहत /शौर्यपथ /सर्दियों के मौसम में कई ऐसी सब्जियां आती है जो सेहत के लिए फायदेमंद होती है. इन्हीं सब्जियों में से एक है टमाटर. टमाटर एक ऐसी सब्जी जिसका इस्तेमाल हर घर में हर दिन होता है. टमाटर किसी भी सब्जी के स्वाद को बढ़ाने का काम करता है. दरअसल इसमें कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माने जाते हैं. इसमें विटामिन-ए, विटामिन-सी, फाइबर, फोलेट और कैल्शियम जैसे कई पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं. जो स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद माने जाते हैं. टमाटर में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी पाए जाते हैं. जो डायबिटीज, कैंसर जैसी कई बीमारियों से बचाने में मदद कर सकते हैं.
टमाटर को वजन घटाने के लिए काफी असरकारी माना जाता है. अगर आप बढ़े हुए वजन को कम करना चाहते हैं तो आप टमाटर को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं. टमाटर को आप कई तरीके से प्रयोग कर सकते हैं. इसका इस्तेमाल सब्जी में, जूस बनाकर या फिर सलाद के रूप में किया जाता है. टमाटर में पाया जाने वाला विटामिन सी इम्यूनिटी को बूस्ट करने में भी मदद करता है. वहीं कुछ लोग खाने में प्याज लहसुन का इस्तेमाल नहीं करते हैं उनके लिए टमाटर ग्रेवी का काम करता है. इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व आपकी स्किन के लिए भी काफी फायदेमंद होते हैं.टमाटर को स्वाद और सेहत का बेहतरीन कॉम्बिनेशन कहना गलत नहीं होगा. इसका सेवन करने से शरीर को कई तरह के फायदे होते हैं. तो आइए जानते हैं सर्दियों में टमाटर खाने के फायदे.
टमाटर खाने के फायदे
पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद.
ब्लड सर्कुलेशन में फायदेमंद.
कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करता है.
शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करता है.
स्किन के लिए फायदेमंद.
शुगर लेवल को कम करने में मदद करता है.
वजन घटाने के लिए फायदेमंद.
इम्यूनिटी बढ़ाने में फायदेमंद.
अपनी डाइट में कैसे करे शामिल
आप टमाटर का सूप बनाकर पी सकते हैं.
खाने के साथ सलाद के तौर पर टमाटर खाएं.
सैंडविच और बर्गर के साथ टमाटर की स्लाइस जरूर मिलाएं.
टमाटर का सूप या इसकी स्मूथी बनाकर इसका सेवन करें.
सेहत /शौर्यपथ /सर्दियों का मौसम आते ही हमें कई तरह की समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है. उनमें से ही एक समस्या है कब्ज. दरअसल ठंड का मौसम में हमारा डेली रूटीन काफी ज्यादा चेंज हो जाता है. अधिक ठंड की वजह से हम आलस की वजह से काफी देर तक सोते रहते हैं, या सोकर उठने के बाद भी घंटो तक लेटे रहते हैं. जिसका असर हमारे डेली रूटीन पर पड़ता है. इस वजह से ना तो हमारे खाने का समय निश्चित हो पाता है और ना ही सोने का. यहां तक की इस वजह से एक्सरसाइज और वॉक भी नहीं करते क्योंकि कम्बल से बाहर निकलना इस समय में काफी बड़ा टॉस्क होता है. इतना ही नहीं इस मौसम में प्यास कम लगती है जिस वजह से हम पानी कम मात्रा में पीते हैं जो हमारे स्वास्थय के लिए किसी भी तरह से सही नहीं है. इस तरह में लाजमी है कि आपको कब्ज की समस्या का सामना करना पड़ सकता है. क्योंकि बॉडी का मूवमेंट कम होता है जिस वजह से खाना पचने में भी कठिनाई होती है. आज हम आपको कुछ ऐसी चीजें बताएंगे जिनका इस मौसम में सेवन भूलकर भी ना करें वरना ये कब्ज की समस्या आपका पीछा नही छोड़ेगी.
इन चीजों से बना ले दूरी
1. कैफीन
सर्दियों के मौसम में हम पानी कम पीते हैं, क्योंकि ठंड की वजह से प्यास कम लगती है. जिस वजह से हमारी बॉडी डिहाइड्रेट हो सकती है. बॉडी का डिहाइड्रेट होना कब्ज का मुख्य कारण होता है. वहीं अगर आप कैफीन और शराब जैसी चीजों का सेवन करते हैं तो आपकी बॉडी और ज्यादा डिहाइड्रेट हो सकती है. इसलिए इस तरह की चीजों से आप दूरी बना लें.
2. प्रोसेस्ड फूड
प्रोसेस्ड और पैकेट वाले खाना कब्ज होने का एक मुख्य कारण हो सकता है. प्रोसेड्ड फूड में फाइबर की कमी होती है जिस वजह से इसको पचाना काफी मुश्किल होता है.
3. कच्चे केले
केला पाचन के लिए अच्छा माना जाता है लेकिन अगर आप कच्चे केले का सेवन करते हैं तो इससे आपको कब्ज की समस्या हो सकती हैं. दरअसल कच्चे केले में स्टार्च पाया जाता है जिस वजह से इसको पचाना मुश्किल होता है. वहीं पके हुए केले में फाइबर अच्छी मात्रा में पाया जाता है और ये पेट के लिए फायदेमंद होता है और कब्ज जैसी समस्या से भी आराम दिलाता है.
4. जंक या फास्ट फूड
जंक या फास्ट फूड का सेवन भी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. खाने की इन चीजो में फाइबर की मात्रा कम और फैट बहुत अधिक पाया जाता है. जिस वजह से इसको पचाना काफी मुश्किल होता है. फास्ट फूड से कब्ज की समस्या होने के साथ ही यह शरीर को कई गंभीर बीमारियों से भी ग्रस्त कर सकता है.
मनोरंजन/शौर्यपथ /ऋषि कपूर अब इस दुनिया में नहीं हैं. वह बॉलीवुड के लोकप्रिय एक्टर्स में से एक थे. वह फ़िल्म अभिनेता, फ़िल्म निर्माता और निर्देशक थे. उन्होंने बतौर बाल कलाकार फिल्मों में डेब्यू किया था. उन्हें बॉबी फ़िल्म के लिए 1974 में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार और साथ ही 2008 में फ़िल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार सहित अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था. उनकी पहली फ़िल्म मेरा नाम जोकर में बाल कलाकार के रूप में शानदार भूमिका के लिए 1970 में राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार मिला.
उन्होंने 1973 और 2000 के बीच लगभग 92 फिल्मों में बतौर रोमांटिक लीड काम किया. उन्होंने एक्ट्रेस नीतू सिंह से शादी की. अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनके पत्नी और बेटे रणबीर कपूर जाने माने स्टार बन चुके हैं. ऋषि कपूर की एक बेटी भी हैं जिनका कम ही जिक्र होता है. उनकी बेटी का नाम रिद्धिमा कपूर है. रिद्धिमा कपूर ने मम्मी पापा और भाई की तरह फिल्मों में करियर नहीं बनाया. उन्होंने बिजनेस मैन भरत साहनी से शादी की और वह जुलरी का बिजनेस करती हैं.
बता दें कि रिद्धिमा कपूर की बेटी समारा अब बड़ी हो गई हैं और काफी खूबसूरत दिखती हैं. क्रिसमस की फोटो में वह पापा- मम्मी के साथ नजर आईं. इंस्टा पर रिद्धिमा कपूर ने फैमिली फोटो शेयर की है, जिसमें समारा भी नजर आ रही हैं. समारा को देख कर फैंस की नजरें उन पर टिकी रह गई. दरअसल लुक में वह अपने नाना यानी कपूर खानदान पर गई हैं. वह गोरी चिट्टी औऱ बेहद प्यारी हैं.
इससे पहले रणबीर- आलिया का शादी में भी समारा लाइम लाइट में आई थीं. समारा ने एक सुपर क्यूट पोस्ट के साथ आलिया भट्ट का फैमिली में स्वागत किया था. समारा ने रणबीर कपूर और आलिया भट्ट की शादी की फोटो में से एक फोटो शेयर करते हुए लिखा, "परिवार में आपका स्वागत है आलिया मामी. मैं आपसे बहुत प्यार करती हूं." कुछ दिनों बाद समारा के पोस्ट पर आलिया भट्ट ने रिएक्ट किया. आलिया ने लिखा, "लव यू समुउउउ" इसके साथ उन्होंने रेड दिल के इमोटिकॉन्स भी शेयर किए.
इस पोस्ट पर कमेंट में समारा की नानी नीतू कपूर ने लिखा, "ओह यह सबसे प्यारी है." समारा की मां रिद्धिमा कपूर साहनी ने रेड दिल के इमोजीस शेयर किए. समारा साहनी ने रणबीर और आलिया की शादी की एक फोटो के साथ आलिया और रणबीर के मेहंदी फंक्शन की भी एक फोटो शेयर की थी.
सेहत /शौर्यपथ /सर्दियों के मौसम में आने वाला फ्रेश संतरा न केवल स्वाद में लाजवाब होता बल्कि, सेहत के लिए भी बेमिसाल है. संतरे को विटामिन सी का सबसे अच्छा सोर्स माना जाता है. विटामिन सी इम्यूनिटी को बढ़ाने में मददगार है. मजबूत इम्यूनिटी शरीर को कई संक्रमण से बचाने में मदद कर सकती है. सर्दियों के मौसम में हमारी इम्यूनिटी काफी कमजोर हो जाती है, जिससे हम जल्दी-जल्दी बीमार पड़ सकते हैं. देश में एक बार फिर से कोराना का नया वैरिएंट दस्तक दे रहा है. ऐसे में अपनी सेहत को लेकर ज्यादा सजग रहने की जरूरत है. सेहतमंद रहने के लिए सावधानी और डाइट दोनों का ख्याल रखें. हेल्दी डाइट शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचा सकती है. तो चलिए जानते हैं. संतरा खाने से होने वाले फायदे.
संतरा खाने के फायदे-
1. इम्यूनिटी-
इम्यूनिटी को बढ़ाने में मददगार है संतरा. संतरे में विटामिन सी अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जो इम्यूनिटी को बढ़ाने का काम करता है. मजबूत इम्यूनिटी शरीर को कई तरह के संक्रमण से बचाने में मदद कर सकती है.
2. दिल-
दिल को दुरुस्त रखने के लिए आप संतरे का सेवन कर सकते हैं. संतरा में पाए जाने वाले गुण दिल संबंधी समस्याओं से बचाने में मदद कर सकते हैं. आप संतरे के जूस का भी सेवन कर सकते हैं.
3. पेट के लिए-
पेट संबंधी समस्याओं के लिए बेहद गुणकारी है संतरा. संतरा में पाए जाने वाले गुण पाचन को बेहतर रखने में मदद करते हैं. इससे मल त्याग को आसान बनाने में भी मदद मिल सकती है.
4. गठिया-
ठंड का मौसम आते ही कई लोगों में गठिया, पैरों में दर्द की समस्या देखने को मिलती है. संतरे का सेवन कर शरीर में मौजूद यूरिक एसिड को कम करने में भी मदद मिल सकती है.
5. स्किन-
स्किन को हेल्दी रखने के लिए रोजाना करें संतरे का सेवन. संतरे का सेवन कर झुर्रियां, छांही और फाइन लाइन्स को कम करने में मदद मिल सकती है. इसमें मौजूद गुण स्किन के लिए अच्छे माने जाते हैं.
6. बालों-
अगर आपके बाल झड़ते हैं या कमजोर हैं, तो आपके लिए संतरे का सेवन फायदेमंद हो सकता है. रोजाना संतरा खाने से बालों को मजबूत, घना और चमकदार बनाने में मदद मिल सकती है.
व्रत त्यौहार /शौर्यपथ /हर साल 25 दिसंबर को, भारत और दुनिया भर में ईसाई समुदाय द्वारा यीशु मसीह के जन्मदिन के रूप में क्रिसमस का त्योहार मनाया जाता है. क्रिसमस को जर्मनी में यूलटाइड, स्पेनिश में नवीदाद, इतालवी में नटले और फ्रेंच में नोएल कहा जाता है. न्यू टेस्टामेंट के अनुसार, यीशु का जन्म बेथलहम में जोसेफ और मैरी के घर हुआ था और उनके जन्म का महीना और तारीख ज्ञात नहीं है, लेकिन शुरुआती से लेकर चौथी शताब्दी के मध्य तक, पश्चिमी ईसाई चर्च ने 25 दिसंबर को क्रिसमस रखा था और यह तारीख को बाद में दुनिया भर में अपनाया गया.
- एक आम प्रथा यह है कि कई व्यक्तियों और चर्चों ने ईसा मसीह के जन्म को दर्शाते हुए एक नैटिविटी दृश्य स्थापित किया है. जहां एक चरनी या खलिहान को फिर से बनाया गया है, और जोसेफ, मैरी और बेबी जीसस का प्रतिनिधित्व करने वाले आंकड़े हैं. वे आमतौर पर स्वर्गदूतों, बाइबिल मैगी, चरवाहों और जानवरों जैसे गधे, बैल और ऊंट से घिरे होते हैं.
- क्रिसमस की भागदौड़ में, लोग अक्सर छोटे समूहों में घर-घर जाकर कैरल गाते हैं ताकि उत्सव की खुशियों में इजाफा हो सके. वहीं सजावट क्रिसमस के आकर्षण का एक अभिन्न हिस्सा है. लोग अपने घरों और कार्यालयों को माल्यार्पण, कैंडी के डिब्बे, होली, मिस्टलेटो और स्टॉकिंग्स से सजाना पसंद करते हैं और निश्चित रूप से, एक क्रिसमस ट्री - चाहे वह वास्तव में लंबा हो या छोटा - रंगीन आभूषणों के साथ, बहुत जरूरी है.
- मिस्टलेटो के नीचे चुंबन का रिवाज कथित तौर पर विक्टोरियन युग में शुरू हुआ था. उस समय लोगों का मानना था कि इससे शादी होती है और प्रजनन क्षमता को बढ़ावा मिलता है. ऐसे में इस दिन फ्रूट केक क्रिसमस के लिए प्रसाद तैयार किया जाता है. साथ ही प्लम और चेरी को चीनी के बड़े घोल में भिगोकर लंबे समय तक रखा जाता है.
-कैंडी के डिब्बे पर सफेद पट्टियां यीशु मसीह की शुद्धता का प्रतिनिधित्व करती हैं. तीन लाल पट्टियां पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के लिए खड़ी होती हैं और लाल धारी यीशु मसीह के खून का प्रतिनिधित्व करती हैं. क्रिसमस के पेड़ अनन्त जीवन का प्रतीक हैं और इंग्लैंड में पेश किए गए थे जब महारानी विक्टोरिया ने राजकुमार अल्बर्ट से शादी की थी, जो एक जर्मन थे.
- जर्मन लोग और हव्वा के पर्व के दिन "स्वर्ग के पेड़" ले जाने वाले जुलूस की मेजबानी करते थे. जिसमें निषिद्ध फल का प्रतिनिधित्व करने वाले सेब होते थे. क्लेमेंट मूर की 1822 की कविता ए विजिट फ्रॉम सेंट निकोलस में सांता के बारहसिंगों को पेश किया गया था, जिसे अब ट्वास द नाइट बिफोर क्रिसमस कहा जाता है, जबकि सांता क्लॉज की किंवदंती सेंट निकोलस नामक एक साधु के लिए सैकड़ों साल पीछे चली जाती है, जिसके बारे में कहा जाता है कि वह 280 ईस्वी के आसपास पैदा हुआ था. पटारा में, वर्तमान तुर्की में मायरा के पास और किंवदंतियों का विषय बन गया, क्योंकि उनकी धर्मपरायणता और दयालुता के लिए उनकी प्रशंसा की गई थी.
-आधुनिक समय में, क्रिसमस को सांता क्लॉज़ की पौराणिक आकृति के साथ जोड़ दिया गया है, जो संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य देशों में क्रिसमस के पारंपरिक संरक्षक हैं, जो बच्चों को उपहार लाते हैं. हर साल, क्रिसमस की पूर्व संध्या पर, सांता क्लॉज़ दुनिया भर के बच्चों को उपहार देने के लिए उत्तरी ध्रुव से अपनी बेपहियों की गाड़ी पर सवार होते हैं और बच्चे अपने उपहारों को खोलने के लिए सुबह जल्दी उठते हैं.
कवर्धा ,पांडातराई / शौर्यपथ / अतिक्रमण के विरूद्ध कड़ा रुख अपनाते हुए नगरपंचायत पांडातराई ने एक बार फिर बड़ी कार्यवाही करते हुए नगर के मुख्य मार्ग के कई स्थानों अतिक्रमण मुक्त कराया ।। बताना लाज़मी होगा कि नगर पंचायत पांडा तराई के अस्तित्व में आने से पूर्व ही नगर के कई प्रमुख स्थानों पर लोगो द्वारा अवैधानिक कब्जा किया गया था जिसे नगर अध्यक्ष बनते ही फिरोज खान ने संज्ञान में लेते हुए उक्त स्थलों को चिन्हांकित कर उनको अतिक्रमण मुक्त कराने खुद को संकल्पित किया,जिसके तारतम्य में विगत 10 दिनों में अध्यक्ष फिरोज खान द्वारा विभिन्न स्थलों को जिन्हें विकास कार्यो के प्रयोजन में लिया जा सके अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराया ।जिनमे मुख्यतः चौपाटी के लिए चिन्हांकित स्थल,मड़मडा मार्ग, चिकन दुकानों को जो मुख्य मार्ग पर संचालित थे प्रशासन और पुलिस के सहयोग से रिक्त कराया गया
एक ओर जहां इन अतिक्रमण से बाधित रास्तो पर आवागमन सुगम होने से नगर सहित आस पास के राहगीर एवम गन्ना किसान अति प्रसन्न हैं वही अध्यक्ष फिरोज खान को जनता बुलडोज़र बाबा के नाम से नई पहचान दे रहे हैं 15 वर्षो बाद बड़े पैमाने पर आवश्यक स्थलों के अतिक्रमण मुक्त होने से आमजनों ने नगर अध्यक्ष को सहर्ष धन्यवाद ज्ञापित किया ।।
साथ ही अध्यक्ष फिरोज खान ने बताया कि आने वाले समय मे जल्द से जल्द वार्ड क्रमांक 2,3 में कॉलेज पहुँच मार्ग एवम वार्ड 10 में भी अतिक्रमणकारियों से काबिज स्थलों को अतिक्रमण मुक्त कराया जाना है जिससे विभिन विकास कार्यों को मूर्तरूप दिया जा सके ।
कवर्धा / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ड्रीम प्रोजेक्ट है कृषि पर आधारित इथेनॉल उद्योग की स्थापना। सीएम की यह ड्रीम प्रोजेक्ट छत्तीसगढ़ के कबीरधाम के कृषि पर आधारित इथेनॉल प्लॉट की स्थापना की जा रही है। यह उद्योग 35 एकड़ में आकार ले रहा है। इस उद्योग का निर्माण कार्य लगभग 80 प्रतिशत तक कम्प्लीट हो चुका है। नए वर्ष 2023 में तीसरे या चौथे माह तक पूरा होने की उम्मीद है। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने आज निर्माणाधीन उद्योग का मुआयना किया और निर्माण कार्यों में और तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने अवलोकन करते हुए कहा कि कृषि (गन्ना) पर आधारित यह उद्योग राज्य शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं में शामिल है। हाल ही में जिले के प्रभारी टीएस सिंह देव समीक्षा बैठक में इस निर्माण कार्यों सहित उद्योग से जुड़े सभी पहलुओं पर गहनता से समीक्षा की गई है। कलेक्टर ने बैठक में अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए है।
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने आज भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना के समीप निर्माण हो रहे प्रदेश का सबसे बड़ा और पहला एथनॉल प्लांट के कार्यो का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एन.के.जे. बॉयोफ्यूल के तकनिकी अधिकारियों ने बताया कि आगामी नववर्ष के तीसरे या चौथे माह में निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। राज्य शासन द्वारा कबीरधाम जिले में प्रदेश का सबसे बड़ा और पहला एथनॉल प्लांट की स्थापना की जा रही है। एथनॉल प्लांट की स्थापना के लिए भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना की खाली भूखंड 35 एकड़ भूमि को चिन्हांकित किया गया है। निरीक्षण के दौरान भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना के एमडी भूपेन्द्र ठाकुर , जिला आबकारी अधिकारी जीएस दर्दी, सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।
पी.पी.पी. मॉडल से ईथेनॉल प्लांट की स्थापना का पूरे देश में यह पहला
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के कृषि पर आधारित इथेनाल प्लांट प्राथमिकता वाली योजनाओं में शामिल है। पीपीपी मॉडल से स्थापित होने वाले देश के पहले इथेनॉल प्लांट की स्थापना के संबंध में अनुबंध भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाने तथा छत्तीसगढ़ डिस्टीलरी लिमिटेड की सहायक इकाई एन.के.जे. बॉयोफ्यूल लिमिटेड के मध्य किया गया। इथेनॉल संयंत्र की स्थापना से क्षेत्र में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे तथा क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि का आधार मजबूत होगा। किसानों को गन्ना मूल्य का समय पर भुगतान सुनिश्चित होगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल के नेतृत्व में सरकार के गठन के साथ ही किसानों से संबंधित मुद्दे सर्वोपरि रहे हैं, सर्वप्रथम कृषि ऋणों की माफी की गई तथा गन्ना किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए शक्कर कारखानों की आर्थिक कठिनाई के स्थाई निदान के लिए पीपीपी मॉडल से इथेनॉल प्लांट की स्थापना की जा रही है। पी.पी.पी. मॉडल से ईथेनॉल प्लांट की स्थापना का पूरे देश में यह पहला उदाहरण है।
इस इथेनॉल उद्योग से जिले के हजारों गन्ना उत्पादक किसानों को मिलेगा लाभ
भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना के एमडी श्री ठाकुर ने बताया कि इथेनाल प्लांट हाईब्रीड टेक्नालाजी से बनेगा, जिसमें गन्ना पेराई सीजन के दौरान सीधे गन्ने के जूस से तथा आफ सीजन के दौरान मोलासीस से इथेनाल बनाया जाएगा। गन्ने के रस को इथेनाल में डायवर्ड करने के कारण अधिक जूस की जरूरत पडे़गी उसकी पूर्ति के लिए किसानों से अधिक से अधिक गन्ना क्रय किया जाएगा। कारखाने में गन्ने का रस निकालने के लिए और यूनिट लगाई जाएगी। किसानों को गन्ने के मूल्य का भुगतान समय पर सुनिश्चित हो सकेगा। कोरोना जनित विपरीत परिस्थितियों, विपरीत आर्थिक परिवेश को ध्यान में रखते हुए राज्य की अर्थव्यवस्था को विकसित करने के लिए निजी क्षेत्र की आर्थिक एवं तकनीकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पी.पी.पी. मॉडल का चयन किया गया। राज्य शासन के निर्णय के पालन में प्रथम चरण में भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाने में पी.पी.पी. मॉडल से इथेनॉल प्लांट की स्थापना की कार्यवाही की जा जाएगी। भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना कवर्धा में न्यूनतम 80 के.एल.पी.डी. क्षमता के ईथेनॉल प्लांट की स्थापना हेतु देश का पीपीपी मॉडल से पहला उदाहरण होने के कारण निवेशक चयन के लिए प्रक्रिया के सूक्ष्म पहलूओं को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय स्तर पर निविदा सफलतापूर्वक पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से पूर्ण की गई।
कबीरधाम / शौर्यपथ / परमपूज्य ज्योतिष पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामीश्री अविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वती महाराज का छत्तीसगढ़ के कवर्धा में संचार यात्रा कार्यक्रम के लिए आगमन हो रहा हैं। शंकचार्य जनकल्याण न्यास के प्रमुख ट्रस्टी चंद्रप्रकाश उपाध्याय ने बताया शंकराचार्य महाराज 3 दिवसीय प्रवास पर कवर्धा क्षेत्र में रहेंगे और भक्तों को अपना दर्शन देंगे।
25 दिसंबर का कार्यक्रम - बताते चलें कि दोपहर 12:00 बजे प्रयागराज विमानतल से बिलासपुर के लिए स्वामी जी नियमित विमान से 1:30 बजे बिलासपुर पहुंचेंगे। वही, बिलासपुर पहुंचने के बाद कुकदुर के लिए (गनियारी, कोटा, लोरमी, पंडरिया) होते हुए शाम 4:00 बजे कुकदुर पहुंचेंगे। श्रीरामचरित मानस महायज्ञ में प्रवचन के बाद ग्राम कुकदुर से पंडारिया शाम 06:00 बजे पहुंचेंगे और वहां पर रात्रि विश्राम करेंगे। सूत्रों के अनुसार रमेश गुप्ता के निवास में शंकराचार्य महाराज रात्रि विश्राम करेंगे।
26 दिसंबर का कार्यक्रम - शंकराचार्य महाराज 26 दिसंबर की सुबह दर्शन पूजा दीक्षा के बाद 10:30 बजे पंडरिया से कुकदुर पहुंचेंगे। वहां पे धर्म सभा में प्रवचन के बाद दोपहर 2:00 बजे कुकदूर से धमधा के लिए ( पंडरिया, पोड़ी, कवर्धा, लोहारा, गंडई) से प्रस्थान करेंगे। धमधा में सूत्रों के अनुसार ज्योतिर्मयानंद ब्रह्मचारी के यहां रात्रि विश्राम करेंगे।
27 दिसंबर का कार्यक्रम - वही प्रवास के अंतिम दिन शंकराचार्य महाराज सुबह दर्शन पूजन, दीक्षा के बाद धमधा श्रीरुद्रमहायज्ञ में धर्म-सभा में प्रवचन के बाद शाम 4:00 बजे धमधा से दुर्ग रेलवे स्टेशन के लिए प्रस्थान करेंगे और छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस से भोपाल के लिए प्रस्थान करेंगे। यह जानकारी ज्योतिष्पीठाधीश्वर के मीडिया प्रभारी अशोक साहू ने दी।
समस्याओं को दूर करने का दिलाया भरोसा: अधिकारियों को दिया निर्देश
आवासीय पट्टा व मूलभूत सुविधाओं को मिलेगा लाभ
कवर्धा / शौर्यपथ / कैबिनेट मंत्री व कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर ने सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं व अपने कार्यकाल के दौरान किये गये कार्यो व निभाये गये वादो को पूरा करने के बाद कवर्धा नगर पालिका के अध्यक्ष ऋषि कुमार शर्मा के साथ उनके घर के द्वार तक पहंुच रहे है कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर ने कवर्धा प्रवास के दौरान वार्ड क्रं. 04 कॉलेज के पीछे, ट्रांसपोर्ट नगर के पीछे एवं होली क्रास स्कूल के पीछे निवासरत सौरा परिवारों के बीच पहुंचकर जन चौपाल लगाया। जन चौपाल में ही वहां के परिवारों से रूबरू होकर उनका हाल चाल जाना तथा उनके मांग व समस्याओ से रूबरू होकर जल्द ही मांग पूरा करने का आश्वासन दिया। नगर पालिका अध्यक्ष ऋषि कुमार शर्मा ने बताया कि कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर के निर्देशानुसार नगर पालिका क्षेत्र में विकास कार्यो को अमलीजामा पहनाया गया।
उन्होनें सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि इनकी सभी मांगो को गंभीरता से सुने तथा समस्या का समाधान करने के लिए हर संभव प्रयास करे। उन्होनें कहा कि हमारी सरकार जन हितैषी सरकार है और जमीनी स्तर पर काम करती है हम अपने कवर्धा प्रवास के दौरान सौरा बस्तियों में पहुंच रहे है तो इनकी उम्मीद हमसे है और इनकी विश्वास व उम्मीद को कायम रखना हमारा प्रथम कर्तव्य है। आज वार्ड में घुम-घुमकर उनकी परेशानी व मांग को समझा है। जल्द ही इनकी मांगो को पूरा कर लिया जाएगा।
सौरा बस्ती में निवासरत परिवारों के बीच पहुंचे मंत्री
कैबिनेट मंत्री व कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर ने शुक्रवार को कवर्धा नगर पालिका के पीजी महाविद्यालय के पीछे वार्ड क्रमांक 04, ट्रांसपोर्ट नगर के पीछे वार्ड 17 और होली क्रास स्कूल के पीछे वार्ड 17 सौरा समाज के नागरिकों से भेंट मुलाकात करने व उनसे रूबरू होने सौरा बस्ती पहुंचे। समाज के नागरिकों से सीधा संवाद कर समस्याओं और मांगों को जाना। कैबिनेट मंत्री अकबर ने उनकी मांगों और समस्या को सुना और दूर करने का भरोसा दिलाया। इस दौरान उन्होंने सौरा बस्ती का निरीक्षण किया।
मंत्री ने एक-एक करके लिया आवेदन
कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर ने सौरा बस्ती में ही सभी अधिकारियो- कर्मचारियों के साथ उपस्थित होकर उनकी समस्याओं से रूबरू हुए। सौरा समाज के लोगों ने कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर के समक्ष सौरा बस्ती के लोगों ने आवासीय पट्टा की मांग प्रमुखता से की। मंत्री श्री अकबर ने अधिकारी को नियमानुसार कार्यवाही करते हुए जल्द से जल्द आवासीय पट्टा बनाने निर्देशित किया। वार्डवासियों ने राशन कार्ड बनाने के लिए आवेदन दिया। उन्होनें सभी का आवेदन लिया और संबंधित अधिकारियों को सभी पात्र परिवारों का राशन कार्ड, आवासीय पट्टा, आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड नियमानुसार बनाने निर्देशित किया।
सौरा समाज के लिए सामुदायिक भवन की स्वीकृति
समाज की मांग पर कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर ने ट्रांसपोर्ट नगर के पीछे वार्ड 17 में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 10 लाख रूपए और होली क्रास स्कूल के पीछे वार्ड 17 में सामुदायिक भवन निर्माण कार्य के लिए 5 लाख रूपए देने की घोषणा की। उन्होंने सौरा बस्तियों में आवश्यकतानुसार बोर खनन किये जाने अधिकारियेां को निर्देशित किया।
मंत्री को अपने बीच पाकर गदगद हुए सौरा समाज
वार्डवासियों ने बताया कि पहली बार ऐसा हुआ है कि एक छोटे से वार्ड में निवास करने वाले परिवारों के बीच सौरा बस्ती में कैबिनेट मंत्री पहुंचे है। वार्डवासियों ने बस्ती में निवासरत परिवार कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर को अपने बीच पाकर गदगद हो गए। वार्ड के नागरिकों ने अपनी-अपनी मांगो को उनके समक्ष रखा। कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर वार्ड क्रमांक 04 और 17 सौरा बस्ती चौपाल लगाकर बारी-बारी से सभी परिवारों की समस्याओं को सुनकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए तथा उनके मांगो को पूर्ण किए जाने हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर नगर पालिका उपाध्यक्ष जमील खान, सभापति भीखम कोसले, नरेन्द्र देवांगन, पार्षद अशोक सिंह, संजय लांझी, सुनील साहू, उत्तम गोप, एल्डरमेन कौशल कौशिक, दलजीत पाहुजा, राजकुमार तिवारी, सुधीर केशरवानी, विकास केशरी पार्षदगण, एल्डरमेन सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधिगण,अधिकारी-कर्मचारीगण अधिक संख्या में उपस्थित थे।
कवर्धा / शौर्यपथ / पिछले वर्ष 24अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मुख्य आतिथ्य में इंडोर स्टेडियम रायपुर में महासंघ का एकीकरण हुआ । इसके पहले समाज भोयरा , कोसरिया और हरदिहा अलग अलग घटकों में बटा था । महासंघ गठन पश्चात समाज में अलग अलग प्रकोष्ठों का गठन प्रदेश अध्य्क्ष देवचरण पटेल ने किया जिससे समाज को सही दिशा और दशा मिल सके । कर्मचारी प्रकोष्ठ का अध्यक्ष लिलार सिंह पटेल को बनाया गया । लिलार सिंह ने अपनी टीम का विस्तार करते हुए एक बहुत बड़ा आयोजन 25 दिसंबर को रायपुर में आयोजित कर रहे हैं जिसमें समाज के अलग अलग क्षेत्रों में कार्य करने वाले प्रतिभाओं को सम्मानित किया जाएगा । रायपुर के रविन्द्र मंच, काली बाड़ी में जागेश्वर कौशल और गौतमचंद पाटिल के मुख्य आतिथ्य तथा महासंघ अध्यक्ष देवचरण पटेल के अध्यक्षता में प्रदेश स्तरीय प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें कक्षा दसवीं - बारहवीं सहित विश्वविद्यालयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले समाज के विद्यार्थियों को तथा विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले सामाजिक जनों को सम्मानित किया जाएगा। कर्मचारी प्रकोष्ठ के प्रांताध्यक्ष लिलार सिंह पटेल ने बताया प्रतिभा सम्मान आयोजित करने का उद्देश्य समाज के प्रतिभाओं को आगे लाना है जिससे उन्हें प्रोत्साहन मिल सके। कर्मचारी प्रकोष्ठ समाज के शैक्षणिक विकास के लिए प्रतिबद्ध है | इसी कड़ी में समाज का वेबसाइट विकसित किया जा रहा है जिसके माध्यम से सतत कैरियर गाइडेंस दिया जाएगा | वहीं आयोजन को सफल बनाने लगातार बैठक की जा रही है। छ.ग.मरार पटेल महासंघ कर्मचारी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष लीलार सिंह पटेल ने सभी सामाजिक जनों से निवेदन करते हुए कहा है कि कार्यक्रम में अधिक से अधिक स्वजातीय बंधुओं की उपस्थिति की अपील की है |