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खेल /शौर्यपथ / फुटबॉल के महासमर में कदम दर कदम शहसवारों को मात देती आई मोरक्को की टीम के सामने वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में गत चैम्पियन फ्रांस की चुनौती है और इस तिलिस्म को तोड़ना उसके लिए कतई आसान नहीं होगा. ग्रुप चरण में दूसरी रैंकिंग वाली बेल्जियम के बाद यूरोपीय दिग्गज स्पेन और पुर्तगाल को नॉकआउट चरण में हराने वाली मोरक्को टीम ने अपने देश के फुटबॉल का सबसे सुनहरा अध्याय लिखा है.
वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली अफ्रीका की पहली टीम मोरक्को पर 1912 से 1956 के बीच फ्रांस का शासन रहा है लिहाजा इस मैच की सांस्कृतिक और राजनीतिक पृष्ठभूमि भी है.
फ्रांस के पास काइलियान एमबाप्पे जैसा स्टार स्ट्राइकर है जो लियोनेल मेस्सी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो जैसे सितारों के दौर में अपनी चमक बिखेरने में कामयाब रहा है. इस वर्ल्ड कप में अब तक सर्वाधिक पांच गोल करके वह गोल्डन बूट की दौड़ में सबसे आगे है.
फ्रांसीसी मूल के मोरक्को के कोच वालिद रेग्रागुइ ने कहा, “मुझे पूछा गया था कि क्या हम वर्ल्ड कप जीत सकते हैं तो मैने कहा कि क्यो नहीं. हम सपना देख सकते हैं और सपने देखने में कोई हर्ज नहीं.”
उन्होंने कहा, “यूरोपीय देश ही वर्ल्ड कप जीतते आए हैं और हमने टॉप टीमों के खिलाफ खेला है. यह आसान नहीं था. अब हर टीम हमसे डरी हुई होगी.”
दूसरी ओर इंग्लैंड के खिलाफ कठिन क्वार्टर फाइनल मैच जीतकर यहां तक पहुंची फ्रांस के लिए मोरक्को के खिलाफ गोल करना आसान नहीं होगा. मोरक्को ने अभी तक इस वर्ल्ड कप में एक भी गोल नहीं गंवाया है. एकमात्र गोल कनाडा के खिलाफ ग्रुप चरण में आत्मघाती गोल था.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी यह मैच देखने अल बायत स्टेडियम पहुंच सकते हैं. मोरक्को के फैंस हजारों की तादाद में यहां पहुंचे हुए हैं यानी मैदान हरे और लाल रंग से भरा होगा.
फ्रांस के सेंटर बैक राफेल वराने ने कहा कि उनकी टीम आत्ममुग्धता की शिकार नहीं है और विरोधी को कतई हलके में नहीं लेगी. उन्होंने कहा, “मोरक्को यहां तक तकदीर के सहारे नहीं पहुंची है. वह शानदार टीम है और हम इस जंग के लिए तैयार हैं.”
मनोरंजन /शौर्यपथ /विवेक ओबेरॉय बॉलीवुड के मशहूर अभनेता हैं, जिन्हें कई फिल्मों और वेब सीरीज में काम करते हुए देखा गया है. फिल्म इंडस्ट्री में लंबा सफर तय करने के बाद अब एक्टर ने एक शॉकिंग खुलासा किया है. एक समय ऐसा था, जब लड़कियों के बीच विवेक बहुत फेमस थे. हालांकि बाद में विवेक धीरे-धीरे फिल्म इंडस्ट्री से गायब होते चले गए. आखिर क्यों उन्होंने बॉलीवुड से बना ली दूरी, इसका खुलासा खुद अभिनेता ने किया है. विवेक ने खुद बताया है कि आखिर उनके साथ ऐसा क्या हुआ, जिससे उनके करियर का ग्राफ गिरते ही चला गया.
विवेक ओबेरॉय ने कंपनी और साथिया जैसी फिल्मों में दमदार परफॉरमेंस दी है. वे अपने करियर में अच्छा कर रहे थे, लेकिन कुछ विवादों के चलते वे अपने रास्ते से भटक गए. बॉलीवुड बबल को एक्टर ने इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने बताया कि वे उस दौर से भी गुजर चुके हैं, जब उनके पास डेढ़ साल तक कोई काम नहीं था. वे ऑडिशन के लिए भटकते थे और किसी को बताते नहीं थे कि वे सुरेश ओबेरॉय के बेटे हैं. इस दौरान उनके मन में सुसाइड जैसे बुरे ख्याल भी आए. यहां तक कि उन्होंने फैसला ले लिए था कि वे सब खत्म कर देंगे.
विवेक कहते हैं, "आसपास की नेगेटिविटी ने मुझे काफी परेशान कर दिया था. शायद यही एजेंडा था. ये एजेंडा कभी-कभी आपको मानसिक रूप से तोड़ देते हैं. इस समय प्रियंका मेरी जिंदगी में आई और उन्होंने अहम रोल अदा किया. प्रियंका की वजह से मैं अपने रियल सेल्फ को जान पाया", विवेक ने कहा कि सब कुछ खत्म करने का मतलब गहरा है. इसलिए वे सुशांत सिंह राजपूत और उन जैसे बाकी लोगों के दर्द को महसूस कर सकते हैं.
आस्था /शौर्यपथ /नए साल के व्रत और त्योहारों की लिस्ट जारी कर दी गई है. ताकि लोग अपनी छुट्टियों को प्लान कर सकें. ऐसे में नए साल की शुरूआत में यानी 03 जनवरी को प्रदोष व्रत पड़ रहा है. जिसकी पूजा कैसे की जाए उसके बारे में बताएंगे. क्योंकि बहुत से लोगों को सही तरीका नहीं पता होता है पूजा-पाठ का जिसके कारण लाभ की जगह नुकसान होने लगता है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि आखिर किस तरह से प्रदोष व्रत में पूजा करनी चाहिए जिससे भोलेनाथ की कृपा आप पर बनी रहे.
सोम प्रदोष व्रत पूजा सामग्री
सोम प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा के लिए गाय का दूध, मंदार पुष्प, पंच फल, कपूर, धूप, पंच मेवा, पंच रस, गन्ने का रस, बेलपत्र, इत्र, गंध रोली, पंच मिष्ठान्न, जौ की बालें, मौली जनेऊ, दही, देशी घी, शहद, दीप, गंगा जल, धतूरा, भांग, बेर, आदि आम्र मंजरी, रत्न, दक्षिणा, चंदन और माता पार्वती के श्रृंगार की पूरी सामग्री आदि होना आवश्यक है.
प्रदोष व्रत पूजा विधि
धार्मिक मान्यता के अनुसार, प्रदोष व्रत के दिन सूर्यास्त से 45 मिनट पहले और सूर्यास्त के 45 मिनट बाद तक भगवान शिव की पूजा की जाती है. ऐसे में इस दिन सुबह स्नान के बाद साफ वस्त्र पहनें. पूजा के दौरान लाल या गुलाबी रंग का वस्त्र पहनना शुभ होता है. इस दिन तांबे या चांदी के लोटे से शुद्ध शहद एक धार के साथ शिवलिंग पर श्रद्धापूर्वक अर्पित करना चाहिए. इसके साथ ही शुद्ध जल से शिविलिंग का अभिषेक करना चाहिए. इस दौरान "ॐ सर्वसिद्धि प्रदाये नमः" इस मंत्र का जाप करना शुभ होता है. इसके साथ ही भगवान को फूल, मिठाई और फल अर्पित करें. प्रदोष व्रत कथा का पाठ करें. साथ ही शिव चालीसा का भी पाठ करें. इसके अलावा इस दिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना भी शुभ होता है.
आस्था /शौर्यपथ /देवी-देवताओं की आरती करने के लिए घी, तेल का इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा एक और चीज से भी भगवान को दिया दिखाया जाता है वो है कपूर. इसको ना सिर्फ आरती में बल्कि हवन करने में भी उपयोग में लाया जाता है. लोगों का मानना है कि कपूर से देवी देवता प्रसन्न होते हैं. इसे जलाने से वातावरण शुद्ध होता है और घर में मौजूद खराब बैक्टीरिया भी मर जाते हैं. इसके अलावा कपूर का वास्तु शास्त्र में भी विशेष महत्व है. इसको जेब में रखने से कई तरह की परेशानियों से निजात मिलती है जिसके बारे में लेख में बताया जा रहा है ताकि आप भी लाभ उठा सकें.
जेब में कपूर रखने के लाभ
- सबसे पहला लाभ होता है इससे मन शांत रहता है. किसी तरह के नकारात्मक विचार नहीं आते हैं दिमाग में. खुशी का अनुभव होता है. इसके अलावा काम में मन लगता है.
- जेब में कपूर रखने से सुंदरता भी बढ़ती है चेहरे की. आपको सफेद कपड़े में कपूर को बांधकर अपने पास रखना है. इससे स्किन और ब्यूटी से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान होता है.
- वहीं जिन लोगों का वैवाहिक जीवन अच्छा नहीं होता है उन्हें भी इस वास्तु टिप्स को अपनाना चाहिए. इससे शांति और प्यार दोनों बना रहेगा आपसी संबंधों में.
- वहीं, ऐसा करने से घर की नकारात्मकता दूर होती है. हंसी खुशी का महौल होता है परिवार में, किसी तरह की कलह नहीं होती है. इससे अगर आपको बहुत गुस्सा आता है तो वो भी कंट्रोल में रहता है.
- कपूर रखने से आर्थिक संकट भी दूर होते हैं. अगर आप पैसे की परेशानी से जूझ रहे हैं तो इस नुस्खों को अपनाएं जरूर लाभ मिलेगा.
दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग जिला चिकित्सालय परिसर के पास कई सालों पूर्व धर्मार्थ कार्यों के लिए जिला प्रशासन ने जैन समाज के संस्था को धर्मशाला के लिए अनुमति दी थी जिसके बाद काफी समय तक जिला अस्पताल में इलाज कराने वाले लोगों के परिजन कम कीमत पर यहां रुकते थे किंतु कुछ सालों से यह धर्मार्थ धर्मशाला भी व्यापार का केंद्र बन चुका है दो-तीन साल पहले जैन भोजनालय बड़े जोर शोर से शुरू हुआ था . विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार धर्मशाला के एक हिस्से में इन दिनों बड़ी तेजी से चिकित्सकों के बैठने के लिए केविन बनाने का कार्य चल रहा है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन केबिनो में चिकित्सक बैठकर मरीजों का इलाज करेंगे आश्चर्य की बात यह है कि शासकीय परिसर में इस तरह से निजी व्यापार करना कहीं से भी कानून सम्मत नहीं है किंतु यह कार्य जिस गति से चल रहा है बड़ी बात नहीं कि जल्द ही यहां पर केबिन तैयार हो जाएगा और चिकित्सक भी बैठने लगेंगे .
अभी तो इस बारे में कोई कुछ नहीं कह रहा है किंतु आसपास के लोगों द्वारा दबी जुबान में यह बात कही जा रही है कि किसी बड़े मेडिकल संस्थान वालों ने संस्था से एग्रीमेंट कर केविन बनाने और निजी चिकित्सको को बैठाने का पक्का किया है पूर्व में भी जब यह भवन निर्माणाधीन था तब नगर पालिक निगम दुर्ग द्वारा इस संस्थान को नोटिस दिया गया था किंतु नोटिस पर नोटिस का खेल चलता रहा और यह भवन बनकर तैयार हो गया . अब जब नोटिस की बात आती है तब कुछ दिनों के लिए काम रुक जाता है और मामला ठंडा होते ही एक बार फिर कार्य अपनी गति पकड़ लेता है वही निगम के अधिकारी वर्ग दबी जुबान में इस बात को तो स्वीकार करते हैं कि जिला चिकित्सालय परिसर में बनने वाला भवन अवैध रूप से बन रहा है किंतु कार्यवाही करने के लिए जब भी कदम उठाया जाता है तब दुर्ग के लाडले नेताओं का तो ,कभी लोकप्रिय जनप्रतिनिधियों का दबाव आ जाता है जिसके कारण नगर निगम कार्यवाही को अंजाम नहीं दे पाता.
अब जब एक बार फिर से निर्माण कार्य प्रगति पर है और दुर्ग नगर निगम क्षेत्र में जिस तरह से अवैधानिक कार्यों पर प्रशिक्षु आयुक्त आईएएस लक्ष्मण तिवारी कार्यवाही कर रहे हैं आम जनता कोई उम्मीद जगी है कि धर्मार्थ धर्मशाला के आड़ में व्यवसाय भवन बनाने वाली संस्था पर निगम प्रशासन कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगा देखना यह है कि निगम प्रशासन का भवन शाखा मामले पर कार्यवाही करता है या फिर एक बार मामला फिर नोटिस के खेल में अनवरत जारी रहेगा.
दुर्ग / शौर्यपथ / श्रुति फाउंडेशन छत्तीसगढ़ संस्था की संस्थापिका/अध्यक्ष नीतू श्रीवास्तव ने जानकारी दी की मानिकलाल चतुर्वेदी पिता सुखीराम चतुर्वेदी गांव-बिनौरी, तहसील-पंडरिया, जिला-कर्वधा छत्तीसगढ़ के निवासी है इनकी कमर के रीढ़ की हड्डी पिछले 4 सालों से टूटी है जिस कारण इनका समय पलंग ओर वीलचेयर तक सिमट कर रह गया है।आर्थिक रूप से कमजोर मानिक को फॉम के गद्दे ओर जैल कुशन की आवश्यकता थी ।ताकि बेक सोल की समस्या से इन्हें आराम मिल सके।पर आर्थिक हालात कमजोर होने के कारण ये खरीदने में सक्षम नही थे।
नीतू श्रीवास्तव ने आगे बताया कि जब इनको श्रुति फाउंडेशन छत्तीसगढ़ संस्था के कार्यो की जानकारी हुई तब इन्होंने हमसे सहयोग मांगे ।श्रुति फाउंडेशन छत्तीसगढ़ संस्था की तरफ से मानिक जी को गद्दा ओर जैल कुशन भेंट किया गया। श्रुति फाउंडेशन छत्तीसगढ़ संस्था की तरफ से मैं उन सभी सह्योगकर्ताओ का दिल से धन्यवाद कहना चाहूंगी जिन्होंने इस नेक कार्य मे हमारा साथ दिए। आप सभी से कहना चाहूंगी कि हम सब के लिए सब कुछ तो नही कर सकते पर किसी के लिए कुछ तो जरूर कर सकते है
नई दिल्ली /शौर्यपथ/कैंब्रिज डिक्शनरी में अब 'औरत' और 'आदमी' की परिभाषा बदल दी गई है. इस परिभाषा में उन लोगों को भी शामिल किया गया है, जो अपने जन्म के सेक्स से अलग अपने जेंडर की पहचान पहचान करते हैं. अब 'आदमी' की नई परिभाषा के अनुसार, एक व्यस्क आदमी वो है जो अपनी पहचान पुरुष के तौर पर बताता है, जिन्हें जन्म के समय चाहें अलग सेक्स की पहचान से क्यों ना देखा देखा गया हो." वहीं, 'औरत' की नई परिभाषा के अनुसार, एक ऐसा व्यस्क जो एक स्त्री के तौर पर रहता हो, और अपनी पहचान बताता हो, चाहें जन्म के समय, उसकी अलग सेक्स की पहचान अलग क्यों ना हो."
हालांकि, लंबे समय से बनी रहीं परिभाषाएं अब भी हैं जो कहती हैं कि सेक्स और जेंडर की पहचान एक दूसरे से जुड़े हुए रहती है. इस परिभाषा के अनुसार, इस डिक्शनरी ने दो उदाहरण भी दिए हैं, "आदमी" का मतलब समझाने के लिए. : उदाहरण- मार्क एक ट्रांस आदमी है ( एक आदमी जो जन्म के समय स्त्रीलिंग कहा गया) और उसके डॉक्टर ने उसे सर्जिकल बदलाव करवाने से पहले कुछ समय के लिए एक आदमी की तरह रहने को प्रोत्साहित किया."
"महिला" के लिए उदाहरण दिया गया है: "वह पहली ट्रांस महिला थी, जिसे राष्ट्रीय दफ्तर के लिए चुना गया और मैरी एक स्त्री है जिसे जन्म के समय पुर्लिंग से पहचाना गया."
कैंब्रिज डिक्शनरी के प्रवक्ता ने टेलीग्राफ को बताया, " हमारे संपादकों ने यह बदलाव, औरत के लिए अक्टूबर में ही कर दिया था. उन्होंने औरत शब्द के लिए उपयोग के पैटर्न को ध्यान से स्टडी किया और इस परिणाम पर पहुंचे कि यह परिभाषा ही अंग्रेजी सीखने वालों को भाषा के प्रयोग को समझने में मदद करेगी. औरत की पहली परिभाषा भी बिना बदलाव के बरकरार है...जिसके अनुसार, "एक व्यस्क स्त्रीलिंग इंसान" लिखा गया है.
किंशासा/शौर्यपथ /अफ्रीकी देश कांगो की राजधानी किंशासा के बाहरी जिलों में सोमवार देर रात से मंगलवार तड़के तक भारी बारिश होने के कारण बाढ़ और भूस्खलन में कम से कम 141 लोगों की मौत हो गई. यह आंकड़ा स्थानीय अधिकारियों ने मंगलवार देर रात सार्वजनिक किया है. किंशासा प्रांतीय जन स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान के अनुसार भारी बारिश के कारण 141 लोगों की मौत हो गई, जबकि 38,787 घर बाढ़ की चपेट में आ गए. वहीं लगभग 280 घर ढह गए.
अधिकारियों ने किंशासा को बंदरगाह शहर मटादी से जोड़ने वाले एनएच-1 को नुकसान होने की भी बात कही है. यह व्यस्त मार्ग है और इसके कारण मोंट-नगाफुला जिलों का सम्पर्क टूट गया है.
कोलंबो/शौर्यपथ / श्रीलंका के संविधान में 13वें संशोधन पर चर्चा के लिए एक सर्वदलीय बैठक की गई. नेताओं ने बुधवार को यह जानकारी दी. भारत, अल्पसंख्यक तमिलों को राजनीतिक स्वायत्तता देने का मुद्दा सुलझाने के लिए लगातार द्वीपीय राष्ट्र पर दबाव बना रहा है.बैठक में हिस्सा लेने वाले तमिल राजनीतिक दलों ने सरकार से उत्तरी प्रांतीय परिषद चुनाव कराने का आग्रह किया था. तमिल प्रोग्रेसिव एलायंस के नेता मानो गणेशन ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘13ए पहले ही संविधान का हिस्सा है और इस तथ्य पर सभी दल सहमत हैं.''
भारतीय मूल के पश्चिमी प्रांत में बसे तमिलों का प्रतिनिधित्व करने वाले गणेशन ने कहा कि राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने उनसे तमिल समुदाय या भारतीय मूल के तमिलों की ओर से 13ए मुद्दे पर प्रस्ताव भेजने को कहा है.
भारत 1987 के भारत-श्रीलंकाई समझौते के बाद लाए गए 13वें संशोधन को लागू करने के लिए श्रीलंका पर दबाव बना रहा है. 13वें संशोधन में तमिल समुदाय को शक्तियों का अंतरण करने का प्रावधान है.
गणेशन ने बताया कि राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, विपक्ष के नेता साजिथ प्रेमदासा और पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे 13ए संशोधन को लागू करने के लिए सहमत हैं.
उन्होंने सरकार से उत्तरी एवं पूर्वी प्रांतों में प्रांतीय परिषद चुनाव कराने का आग्रह किया.
उत्तरी प्रांत के पूर्व मुख्यमंत्री सी. वी. विग्नेश्वरन ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘ हमने राज्य द्वारा भूमि अधिग्रहण का मुद्दा उठाया. वे सरकारी विभागों के नाम पर जमीनें ले रहे हैं. इसे रोका जाना चाहिए और भूमि संबंधी अधिकार प्रांतीय परिषद को दिया जाना चाहिए.''
लखनऊ/शौर्यपथ /प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन के एक मामले में गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. अंसारी अभी जेल में हैं. उन्हें उत्तर प्रदेश में प्रयागराज की एक अदालत में पेश करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. अधिकारियों ने बताया कि पांच बार के पूर्व विधायक अंसारी उत्तर प्रदेश के बांदा में एक जेल में बंद हैं. ईडी ने पिछले साल इस मामले में 59 वर्षीय नेता से पूछताछ की थी.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी ने धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत उन्हें हिरासत में लिया. उन्हें एजेंसी द्वारा पेशी वारंट के आधार पर प्रयागराज की एक अदालत में पेश किया गया था.
संघीय जांच एजेंसी ने नवंबर में प्रयागराज में अपने कार्यालय में पूछताछ के बाद उनके विधायक बेटे अब्बास अंसारी को भी गिरफ्तार कर लिया था. इससे पहले मुख्तार अंसारी के रिश्तेदार आतिफ रजा को गिरफ्तार किया गया था.
ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाए जाने के बावजूद पेश न होने पर मुख्तार अंसारी की पत्नी अफसान अंसारी के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर भी जारी कराया था.
मुख्तार अंसारी के खिलाफ धन शोधन का मामला उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा दर्ज कई प्राथमिकियों से निकला है। इसके अलावा विकास कंसट्रक्शंस नामक कंपनी के खिलाफ दो प्राथमिकियां दर्ज की थी जिसे अंसारी की पत्नी, आतिफ रजा समेत दो रिश्तेदार तथा अन्य लोग चला रहे थे.
मुख्तार अंसारी जमीन हथियाने, हत्या और वसूली समेत अन्य आरोपों पर उनके खिलाफ दर्ज कम से कम 49 आपराधिक मामलों के संबंध में ईडी की जांच के घेरे में हैं. वह हत्या के प्रयास और हत्या समेत कई मामलों में उत्तर प्रदेश में मुकदमों का सामना कर रहे हैं.
ईडी ने इस साल मुख्तार अंसारी की 1.48 करोड़ रुपये की सात अचल संपत्ति जब्त की थी. एजेंसी ने अगस्त में मुख्तार अंसारी के बड़े भाई और बहुजन समाज पार्टी के सांसद अफजल अंसारी के दिल्ली में आधिकारिक आवास और गाजीपुर, मऊ जिलों तथा लखनऊ में कुछ स्थानों पर भी छापा मारा था.
पुलिस के अनुसार, गाजीपुर जिला प्रशासन ने मुख्तार अंसारी की कथित गैरकानूनी आय से खरीदे गए छह करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के दो प्लॉट भी जब्त किए थे. उत्तर प्रदेश पुलिस ने जुलाई में गैंगस्टर एक्ट के तहत अफजल अंसारी की 14.90 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी.