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नई दिल्ली / शौर्यपथ /चीन ने ताइवान के हवाई रक्षा क्षेत्र में रिकार्ड 18 परमाणु-सक्षम बमवर्षक विमान भेजे हैं. ताइवान ने मंगलवार को यह जानकारी दी. इससे एक दिन पहले बीजिंग ने बिगड़ते रक्षा संबंधों के ताजा संकेत देते हुए ताइवान से आयात पर और भी प्रतिबंध लगा दिए थे. लोकतांत्रिक ताइवान पर लगातार चीन के आक्रमण का खतरा मंडरा रहा है. ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेंग के 2016 में चुनाव जीतने के बाद से लगातार चीन ने ताइवान पर सैन्य, राजनैतिक और आर्थिक दबाव बनाया है. त्साई इंग वेन यह मानने से इंकार करती हैं कि ताइवान चीन का हिस्सा है. मंगलवार सुबह ताइवान के रक्षा मंत्री ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 21 विमान ताइवान के दक्षिणी-पश्चिमी हवाई रक्षा क्षेत्र में घुसे, इनमें से 18 परमाणु-सक्षम बमवर्षक विमान थे.
एएफपी के अनुसार, जब से ताइवान ने सितंबर 2020 से रोजाना हवाई क्षेत्र में घुसपैठ का आंकड़ा जारी करना शुरू किया है, तब से यह H-6 बमवर्षक विमानों का एक दिन में सबसे बड़ा आंकड़ा है.
चीन ने हाल ही में ताइवान के खाद्य पदार्थ, बेवरेज, अल्कोहल और फिशरीज़ उत्पादों पर पिछले हफ्ते ताजा आयात प्रतिबंध लगाए थे. इसके बाद ताइवान के प्रधानमंत्री सु त्सेंग-चांग ने चीन पर अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियम तोड़ने और ताइवान के खिलाफ "भेदभाव" करने के आरोप लगाए थे.
H-6 चीन के लंबी दूरी बमवर्षक विमान परमाणु भार ले जाने में सक्षम हैं. चीन के लिए पांच से अधिक H-6 बमवर्षक विमान एक दिन में भेजना विरला है. लेकिन पिछले कुछ हफ्तों में इनकी उड़ानों की संख्या में नाटकीय तौर पर बढ़ोतरी हुई है.
अभी तक केवल अक्टूबर 2021 में चीन ने रिकॉर्ड सोलह H-6 विमान एक दिन में भेजे थे.
इससे पहले ताइवान के अनौपचारिक राजदूत बौशुआन गेर ने क्षेत्र में चीन के आक्रामक रुख का जिक्र करते हुए कहा था कि भारत और ताइवान को ‘‘निरंकुशता'' से खतरा है और अब वक्त आ गया है कि दोनों पक्ष (भारत और ताइवान) ‘‘रणनीतिक सहयोग'' करें.
गेर ने ‘पीटीआई-भाषा' को दिए एक साक्षात्कार में कहा था कि क्षेत्र में तनाव बढ़ने के लिए पूर्वी तथा दक्षिण चीन सागर, हांगकांग और गलवान घाटी में चीन के कदमों का हवाला देते हुए कहा कि ताइवान और भारत को ‘‘निरंकुशता के विस्तार को रोकने'' के लिए हाथ मिलाने की आवश्यकता है.
अमेरिकी संसद की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की अगस्त में हाई-प्रोफाइल ताइवान यात्रा के बाद से चीन ने 2.3 करोड़ से अधिक की आबादी वाले इस स्व-शासित द्वीप के खिलाफ सैन्य आक्रामकता तेज कर दी है, जिससे वैश्विक चिंता पैदा हो गयी है.
नई दिल्ली /शौर्यपथ /भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का दौरा करने एवं जम्मू कश्मीर पर उनकी टिप्पणियों को लेकर इस्लामिक सहयोग संगठन के महासचिव पर निशाना साधते हुए मंगलवार को कहा कि इस संगठन का इस क्षेत्र से जुड़े मामलों से कोई लेना देना नहीं है. ओआईसी के महासचिव जनरल एच ब्राहिम ताहा के पीओके के दौरे को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, ‘‘ भारत के आंतरिक मामलों में किसी तरह का हस्तक्षेप करने का ओआईसी और उसके महासचिव का प्रयास पूरी तरह से अस्वीकार्य है.''
उन्होंने कहा कि ओआईसी पूर्णत: साम्प्रदायिक, पक्षपाती और तथ्यात्मक रूप से गलत रूख के कारण पहले ही अपनी विश्वसनीयता खो चुका है.
अरिंदम बागची ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ओआईसी के महासचिव पाकिस्तान की जुबान में बोलने लगे हैं. हम उम्मीद करते हैं कि वो भारत और खास कर जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के सीमा-पार आतंकवाद फैलाने के एजेंडे से दूरी बनाए रखेंगे. इस्लामिक सहयोग संगठन 57 देशों का एक समूह है, जिसमें अधिकतर मुस्लिम देश शामिल हैं.
बागलकोट/शौर्यपथ /कर्नाटक के बागलकोट में एक शख्स ने कथित तौर पर अपने पिता की हत्या कर दी, उसके शरीर के 32 टुकड़े किए और उन्हें एक खुले बोरवेल में फेंक दिया. इस घटना को श्रद्धा वाकर हत्याकांड की पुनरावृत्ति के रूप में देखा जा रहा है. मर्डर का खुलासा होने के बाद पुलिस ने अर्थ मूवर्स की मदद से व्यक्ति के शरीर के अंगों को बरामद किया. आरोपी विठला कुलाली को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
बताया जाता है कि 6 दिसंबर को 20 वर्षीय विठला ने गुस्से में अपने पिता परशुराम कुलाली (53) की लोहे की रॉड से कथित तौर पर हत्या कर दी. पुलिस के मुताबिक, परशुराम अक्सर शराब के नशे में धुत होकर अपने दो बेटों में से छोटे विठला को गालियां देता था. उसकी पत्नी और बड़ा बेटा अलग रहते हैं.
पिछले मंगलवार को, विट्ठल, अपने पिता के लगातार गाली देने से गुस्से में आ गया और एक लोहे की छड़ से उसने अपने पिता की हत्या कर दी.
हत्या के बाद, विठला ने परशुराम के शरीर को 32 टुकड़ों में काट दिया और बागलकोट जिले के एक शहर मुधोल के बाहरी इलाके में मंटूर बाईपास के पास स्थित अपने खेत के एक खुले बोरवेल में डाल दिया.
नई दिल्ली/शौर्यपथ /बिहार, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में गैर कानूनी तौर पर चलने वाले हिस्टरेक्टमी सर्जरी के मामले में दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए अदालत ने स्वास्थ्य मंत्रालय से जवाब मांगा है. अदालत ने स्वास्थ्य मंत्रालय से कहा है कि इन राज्यों में ऐसी सर्जरी की घटनाओं और उसे रोकने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी पेश करे. अदालत अब इस मामले पर 2 महीने बाद सुनवाई करेगा. दायर याचिका में कहा गया है कि इन राज्यों में गैरकानूनी तरीक़े से इसे अंजाम दिया जा रहा है.
हिस्टरेक्टमी सर्जरी क्या है?
हिस्टरेक्टमी एक सर्जरी है जिसमें जटिल बीमारियों के इलाज के तहत महिला के गर्भाशय को शरीर से निकाल दिया जाता है. इसके बाद महिला का मां बनना नामुमकिन हो जाता है. इस तरह के सर्जरी के कई साइड इफेक्ट भी हैं. डॉक्टरों के अनुसार महिलाओं को इसे करवाने से पहले अन्य विकल्पों पर ध्यान देना चाहिए. इसे अंतिम विकल्प के तौर पर ही लेना चाहिए.
नई दिल्ली /शौर्यपथ /बिहार में महागठबंधन विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि ना तो मैं प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार और ना ही मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बनना चाहता हूं. मेरा एक ही लक्ष्य है, बीजेपी को हराना, लेकिन तेजस्वी यादव के बारे में उन्होंने एक बार फिर कहा कि उन्हें आगे बढ़ाना है.
नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार चुनाव 2025 में तेजस्वी यादव ही नेता होंगे. नीतीश ने एक तरह से संकेत दिया कि वो अगले बिहार चुनाव में नेता नहीं रहेंगे. नीतीश ने कहा कि 2024 में बीजेपी को हटाना है और तेजस्वी को अगले विधानसभा चुनाव में आगे बढ़ाना है.
बता दें कि सोमवार को भी नालंदा में एक दंत ( डेंटल ) मेडिकल कॉलेज के उद्घाटन के बाद भाषण में नीतीश कुमार ने दो बार तेजस्वी के संबंध में जैसे बोला उससे ये अटकलें और तेज हो गई थीं. बिहार सीएम नीतीश कुमार राज्य के भविष्य की ओर इशारा करते हुए बोले- आगे भी जो कुछ काम होगा उसे तेजस्वी यादव पूरा करते रहेंगे.
इसी के साथ उन्होंने कहा कि आगे कुछ ही होगा वो तेजस्वी कराते रहेंगे और करवाते भी रहेंगे, और किसी तरह की दिक्कत नहीं आएगी. वहीं जो लोग आपस में झंझट कराना चाहे तो मत करना, जब कोई आपस में विवाद कराने की कोशिश करे तो उससे भी बचिएगा, सबको मिलकर एक साथ काम करना है, और एकजुटता दिखानी है.
पटना/शौर्यपथ /बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आगामी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बड़ी सियासी पारी खेलते हुए आरपार की लड़ाई के मूड में आ गये हैं. नीतीश कुमार ने इशारों ही इशारों में ये संदेश दे डाला है कि अब उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी मौजूदा डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ही होंगे. मंगलवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन विधानमंडल दल की बैठक में नीतीश कुमार ने तेजस्वी की ओर इशारा करते हुए साफ कहा कि 2025 के विधानसभा चुनाव में तेजस्वी को आगे करना है.
नीतीश कुमार ने कहा, 'न तो मैं प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार हूं और न मुख्यमंत्री चेहरा. मेरा एक लक्ष्य है... बीजेपी को हराना हैं.' तेजस्वी यादव के बारे में उन्होंने एक बार फिर कहा, 'तेजस्वी यादव को आगे बढ़ाना है. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में तेजस्वी यादव ही नेता होंगे.'
नीतीश कुमार सियासत के मंझे हुए खिलाड़ी हैं, जो बीजेपी के सहारे ही केंद्र में मंत्री बनने से लेकर बिहार के कई बार मुख्यमंत्री बन चुके हैं. लेकिन सत्ता में बने रहने के लिये इस बार उन्होंने बीजेपी को धोखा देते हुए अपने धुर विरोधी समझे जाने वाले लालू प्रसाद यादव से समझौता करने में भी कोई गुरेज नहीं किया. अब उन्होंने अपनी मंशा साफ कर दी है कि वो चुनाव में बीजेपी को हारते देखना चाहते हैं.
इससे पहले नीतीश कुमार ने अपने गृह जिले नालंदा के रहुई में राज्य के सबसे बड़े डेंटल कॉलेज का उद्घाटन किया. इस दौरान भी उन्होंने तेजस्वी को ही आगे बढ़ाने का संकल्प लिया. नीतीश कुमार ने नालंदा में बोलते हुए कहा कि हमारे तेजस्वी जी हैं. इनको हम बिल्कुल आगे बढ़ा रहे हैं. जितना करना था कर दिए, इनको और आगे करना है. आप लोग एक एक बात समझ ही रहे हैं. हम लोग कोशिश कर रहे हैं काम करने का. हम को सेवा करना था, कर लिए. ऐसा पहली बार हुआ है कि 24 घंटे के भीतर नीतीश कुमार ने दो बार तेजस्वी यादव को बिहार की कमान सौंपने की बात कही है.
सुकमा/कोण्टा / शौर्यपथ/ छत्तीसगढ़ प्रदेश मे अंतिम छोर सुकमा जिले के कोण्टा मे दो सरकारी कर्मचारियों ने पत्रकार संघ और पत्रकारो को जान से मारने की धमकी देने व गाली गलौज करने पर कोण्टा नगर के पत्रकार रोष व्यक्त करते हुए दोनो कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर कार्रवाई शुरू करने कि बात कही है।
दरअसल इतवार रात करीब साढ़े सात बजे कोण्टा के पत्रकार पवन कुमार के साथ वाद विवाद कि घटना हुई । इस दौरान दोनों शासकीय कर्मचारियों ने पत्रकार संघ और कुछ पत्रकारो के नाम लेकर गाली गलौज करने लगे, उस वक्त कोण्टा नगर के सैकड़ों लोग वहा पर मौजूद भी थे। वहा खड़े कई लोगों ने दोनों कर्मचारियों को समझाने कि कोशिश भी किया किंतु शराब के नशे मे नवपदस्थ डीआरजी जवान एम मुकेश एवं अनुविभागिय विभाग कोण्टा के कम्युटर आपरेटर ओलम निर्मल द्वारा पत्रकारिता जगत के तमाम पत्रकारो को अपनी भाषा शैली कि गालियो से नहीं बक्श रहे थे।
पवन कुमार के साथ नवपदस्थ आरक्षक एम मुकेश ने आपने सर्विस रायफल से जान से मारने तक कि धमकी दे डाली। सरकार इनको बंदूक देती है ताकि असामाजिक तत्वों व नक्सलियों से लड़े नाकि ऐसे खुले आम किसी को भी मारने की धमकी दे।इससे साफ जाहिर होता की ये भविष्य में किस तरह से कार्य करेंगे। बात यही खत्म नहीं हुआ देर रात दो बार अलग अलग ठिकानो पर पत्रकार पवन कुमार के घर जाकर भी जान से मारने कि धमकी दिया गया हालांकि इस दौरान पुलिस को इसकी सूचना भी दी। दूसरे दिन पत्रकारो ने बैठक रखकर दोनों शासकीय कर्मचारियों के खिलाफ एफ़आईआर करवाने थाना पहुंचे, जहाँ कोण्टा थाना प्रभारी को आपबीती बताते हुय घटना क्रम से अवगत कराया और एफ़आईआर करने और कडी कार्यवाही करने कि मांग किया।
दोनों सरकारी कर्मचारी द्वारा पत्रकार के साथ और पत्रकार संघ के नाम के साथ किए गए दुर्व्यवहार के मामले को लेकर विभिन्न पत्रकार संगठनों ने निंदा की है। संगठनों ने साफ तौर पर कहा है कि यदि दोषी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।छत्तीसगढ़ में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए समिति के गठन के बाद सरकार छत्तीसगढ़ के हर एक जिले में जोखिम प्रबंधन इकाई का गठन करने कि बाते वादे हुयी, जिसमे जोखिम इकाई के सदस्य जिले के कलेक्टर, जिला जनसम्पर्क अधिकारी, पुलिस अधीक्षक और दो पत्रकार भी होंगे लेकिन पत्रकार की पत्रकारिता और कलम पर जिस तरह से पुलिस कर्मचारी और अनुविभागिय विभाग के कर्मचारी ने गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी दे डाली, पत्रकारो कि एकता थाने पहुंचकर FIR कर कार्यवाही की मांग के बाद भी जोखिम ईकाई लपता है । ऐसे मे कैसे माने कि छत्तीसगढ़ में भुपेश बघेल कि सरकार पत्रकारो के साथ पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कानून बनाने की दिशा में बढ़ने वाला छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य बनेगा ।
सेहत टिप्स /शौर्यपथ / फल खाना हमारी सेहत के लिए बेहद अच्छा माना जाता है. क्योंकि हर फल का अपना अलग महत्व होता है और पोषक तत्वों से भरपूर होता है. यही कारण है कि डॉक्टर्स भी बच्चों से लेकर बड़ों तक सब को फल खाने की सलाह देते हैं. फलों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा आपको कई तरह की समस्या से दूर रख सकती है. कुछ लोग फल को ऐसे ही खाना पसंद करते हैं तो कुछ फल का सेवन जूस या शेक के तौर पर करते हैं, लेकिन क्या आपको पता है फल पर नमक लगाकर खाने के कारण आप किडनी की समस्या के शिकार हो सकते हैं. सभी का फल खाने का अलग तरीका है. मगर कई लोग फल काटने के बाद उस पर नमक डालकर खाते हैं, ऐसा करने से फल तो स्वादिष्ट लगता है. लेकिन इससे आपको सेहत को नुकसान पहुंचता है. फलों पर नमक छिड़कने से फलों में मौजूद पोषक तत्व हमारे शरीर को नहीं मिल पाते हैं.
फलों पर नमक छिड़क कर खाने के नुकसान
1. बॉडी में नमक की मात्रा बढ़ना
फलों पर नमक छिड़क कर खाने से हमारी बॉडी में नमक की मात्रा बढ़ जाती है. जिससे हमारी बॉडी को नुकसान पहुंचता है. सभी को एक लिमिटेड मात्रा में ही नमक का सेवन करना चाहिए. सभी व्यक्ति सब्जी और खाने में तो नमक का सेवन करते हैं ही. लेकिन यदि आप फल में भी नमक छिड़क लेते हैं, तो इसकी वजह से शरीर में नमक की मात्रा में बढ़ोतरी हो सकती है. जिससे आप ब्लड प्रेशर या दिल से जुड़ी समस्याओं का शिकार हो सकते हैं.
2) पोषक तत्व न मिलना
हम फलों का सेवन इसलिए करते हैं ताकि हम सेहतमंद रहें. लेकिन जब हम फलों पर नमक छिड़क देते हैं तो इसका फायदा नहीं मिलता है. क्योंकि फलों पर नमक छिड़कने से फल से पानी बाहर आ जाता है. जिसके कारण हमें उतना लाभ नहीं मिल पता है, जितना पहले मिल सकता था. इसके अलावा नमक फल में से नेचुरल प्रॉपर्टीज खासतौर पर पोटैशियम की मात्रा को कम करता है जो ठीक नहीं है.
3) किडनी से जुड़ी समस्याएं
अगर आप फलों पर ज्यादा नमक डालकर खाने के शौकीन हैं तो आप आज ही सावधान हो जाएं. इस समस्या के चलते आपके शरीर में नमक की मात्रा बढ़ती है और शरीर का पानी यूरिन और पसीने के रूप में ज्यादा तेजी से बाहर निकलता है. इस वजह से आपकी किडनी पर भी भारी असर पड़ सकता है.
4) वॉटर रिटेंशन
अधिक नमक खाने से वॉटर रिटेंशन की समस्या भी जन्म ले सकती है. इसकी वजह से आपका शरीर फूला हुआ दिखता है. कई बार तो इस समस्या के चलते हाथ-पैरों में सूजन भी आ जाती है. इन तमाम समस्याओं से बचने के लिए आप आज ही फलों पर नमक छिड़कर कर खाना छोड़ दें.
ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ /अनहेल्दी लाइफस्टाइल और जेनेटिक दो मुख्य कारक हैं जो किसी व्यक्ति की स्किन को प्रभावित करते हैं. आपकी कुछ आदतें जो त्वचा के रंग को प्रभावित करती हैं, उनमें स्मोकिंग, टैनिंग और असंतुलित आहार शामिल हो सकते हैं, जिन्हें बदला जा सकता है. कुछ ब्यूटी प्रोडक्ट्स जो त्वचा को हेल्दी बनाए रखने में मदद और हाइड्रेट कर चमकदार बना सकते हैं. आपको भी पता है कि हम हेल्दी खाना खाते हैं तो उसका प्रभाव हमारी त्वचा पर भी दिखता है. वहीं अगर हम अनहेल्दी खाते हैं तो हमारी त्वचा काफी खराब और समस्याओं से गुजरती है. आपको बता दें कुछ फल और सब्जियां हैं जो ग्लोइंग पाने में मदद कर सकती हैं. यहां ऐसी ही कुछ चीजों के बारे में बताया गया है जिन्हें आपको हेल्दी स्किन पाने के लिए अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए.
ग्लोइंग स्किन के लिए फल और सब्जियां
अगर आप हेल्दी और चमकदार त्वचा पाने की कोशिश कर रहे हैं, तो ऐसे फूड्स की तलाश करें जो विटामिन, प्रोटीन और हेल्दी फैट से भरपूर हों. कोलेजन के संश्लेषण में विटामिन सी जरूरी है, जबकि विटामिन डी सनबर्न के हानिकारक प्रभावों को कम करने में मदद करता है. प्रोटीन अमीनो एसिड में टूट जाता है, जो त्वचा, बालों और नाखूनों के लिए बिल्डिंग ब्लॉक्स हैं. यहां कुछ फलों और सब्जियों के बारे में बताया गया है, जिन्हें आपको फिर से जीवंत और चमकती त्वचा के लिए अपने डेली डाइट में शामिल करने की जरूरत है.
1) टमाटर
साफ और मुहांसों रहित त्वचा पाने का पहला हमारा खान पान है. टमाटर का रस मुंहासों को साफ करने में मदद कर सकता है. टमाटर लाइकोपीन नामक एक घटक से भरपूर होता है जो कोलेजन की ताकत को बढ़ाने में मदद करता है और त्वचा की उम्र बढ़ने वाले फ्री रेडिकल्स को खत्म करके यूवी किरणों के ऑक्सीकरण प्रभाव से लड़ने में मदद करता है.
2) गाजर
गाजर आंखों के लिए अच्छा होता है और त्वचा पर मुंहासे और दाग-धब्बे दूर करता है. इसमें बीटा-कैरोटीन और विटामिन ए प्रचुर मात्रा में होता है जो मृत कोशिकाओं और बंद छिद्रों को कम करने में मदद करता है. इसके अतिरिक्त, विटामिन ए शरीर में त्वचा कैंसर कोशिकाओं के आगमन को कम करने में बड़ी भूमिका निभाता है.
3) केल
केल बेहतरीन पत्तेदार सब्जियों में से एक है जो ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करती है. यह क्रूसिफेरस सब्जी एंटी-एजिंग विटामिन ए, सी, ई और के से भरी हुई है. पत्तेदार साग विटामिन के के सबसे शक्तिशाली स्रोतों में से एक है, एक विटामिन जो ब्लड के थक्के जमने और तेजी से ठीक होने में मदद करता है.
4) स्ट्रॉबेरी
स्ट्रॉबेरी एक और विटामिन सी से भरपूर फल है जिसे अगर आप दमकती त्वचा चाहते हैं तो आपको अपने आहार में शामिल करना होगा. इसमें विटामिन, एंटीऑक्सिडेंट और अन्य यौगिक होते हैं जो मजबूत कोलेजन के निर्माण में मदद करते हैं और यहां तक कि हानिकारक यूवी किरणों से बचाने में भी मदद कर सकते हैं, जिससे त्वचा की रंगत और बनावट में सुधार होता है.
इन सभी हेल्दी फलों और सब्जियों के अलावा हर रोज खूब पानी पिएं, सोने से पहले हर रात अपना चेहरा धोएं और नियमित रूप से अपने तकिए के कवर/तौलिया को बदलें.
आस्था /शौर्यपथ /रुद्राक्ष की माला पहने हुए आपने बड़े-बड़े ज्योतिष और पंडितों को जरूर देखा होगा. क्योंकि इसका सनातन धर्म में विशेष महत्व है. इसको पहनने से अकाल मृत्यु और शत्रु की बाधा से दूर रहते हैं. रुद्राक्ष तीन तरह के होते हैं जिसमें 14 मुखी, गणेश और गौरी शंकर शामिल है. लेकिन क्या आपको इसको पहनने के तरीके के बारे में पता है. अगर नही तो लेख में इसके बारे में विस्तार से बताया जा रहा है जो आपके लिए मददगार होगा.
रुद्राक्ष की माला कैसे पहनें
इस माला को सोमवार, पूर्णिमा या अमावस्या के दिन पहनना अच्छा होता है. वहीं, इस माला को 1, 27, 54 या फिर 108 की संख्या में धारण करना चाहिए. इसको अगर आप किसी धातु के साथ पहनते हैं तो लाभ दोगुने हो जाते हैं. इसकी माला को सोने और चांदी में पहनना अच्छा होता है.
रुद्राक्ष धारण करने के बाद क्या ना करें
- इस माला को पहनने के बाद मांस, मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए.
- वहीं, किसी और व्यक्ति की पहनी हुई माला को कभी ना धारण करें.
- इसके अलावा सोते समय रुद्राक्ष को उतार देना चाहिए.
राशि के अनुसार रुद्राक्ष
मेष और वृश्चिक राशि 3 मुखी, वृषभ और तुला राशि 6 मुखी, मिथुन और कन्या वाले 4 मुखी की रुद्राक्ष की माला धारण करें. जबकि कर्क वाले 2 मुखी, सिंह 1मुखी, धनु और मीन 5 मुखी, मकर और कुंभ राशि वाले 7 मुखी रुद्राक्ष पहनेंगे तो लाभकारी होगा.
रुद्राक्ष के लाभ
- अगर आपके विवाह में अड़चनें आ रही हैं तो गौरी शंकर रुद्राक्ष माला धारण करें. इससे शादी विवाह से जुड़ी सभी समस्याओं से निजात मिलेगा.
- अगर आप किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं या फिर पढ़ाई में मन नहीं लग रहा है तो 5 मुखी धारण करें.
-सेहत संबंधी परेशानियों से निजात पाने के लिए आप 11 मुखी रुद्राक्ष पहनें. इसके अलावा नौकरी में परेशानी आ रही है तो 3 मुखी पहनें.
-अगर आपको मदिरा जैसी कोई और बुरी आदत की लत लग गई है तो 5 मुखी रुद्राक्ष की माला पहनिए, जल्द ही गलत आदत जाएगी छूट.