
CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
खेल /शौर्यपथ / पाकिस्तान के दिग्गज क्रिकेटर शोएब मलिक ने टी-20 क्रिकेट में एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. दरअसल, वर्तमान में शोएब लंका प्रीमियर लीग में जाफ़ना किंग की ओर से खेल रहे हैं. 12 दिसंबर को कोलंबो स्टार्स के खिलाफ मैच के दौरान शोएब ने अपने टी-20 करियर में 12 हजार रन पूरे किए. इस मैच में मलिक ने 26 गेंद पर धुआंधार 35 रन की पारी खेली, जिसमें 5 चौके लगाए. इस दौरान उन्होंने टी-20 करियर में 12000 रन पूरे कर लिए. टी-20 क्रिकेट में 12 हजार रन बनाने वाले मलिक पाकिस्तान के इकलौते क्रिकेटर हैं तो वहीं 12 हजार या उससे ज्यादा रन बनाने वाले दुनिया के केवल दूसरे क्रिकेटर बने हैं. इस समय टी-20 क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी क्रिस गेल हैं. गेल ने अपने टी-20 करियर में 14562 रन बनाए हैं.
शोएब मलिक एशिया के पहले क्रिकेटर
शोएब मलिक एशिया के पहले ऐसे क्रिकेटर भी बने हैं जिनके नाम अब टी-20 क्रिकेट में 12 हजार से ज्यादा रन दर्ज हो गए हैं. इस खास रिकॉर्ड को बनाकर मलिक भी काफी खुश हैं. उन्होंने अपने इस खास रिकॉर्ड को लेकर ट्वीट भी किया है.
बता दें कि हाल ही में खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप में मलिक को पाकिस्तान की टीम में शामिल नहीं किया गया था. जिसके लेकर काफी हंगामा मचा था. पाकिस्तानी दिग्गजों ने मलिक के पाकिस्तानी टीम में शामिल न होने पर पाकिस्तानी टीम मैनेजमेंट की काफी आलोचना की थी. यही नहीं शोएब भी काफी नाराज थे. लेकिन इन सबके बाद भी शोएब फ्रेंचाइजी क्रिकेट लगातार खेल रहे हैं. अब लंका प्रीमियर लीग में मलिक ने अपनी बल्लेबाजी का जलवा बरकार रखा है.
वहीं, कोलंबो स्टार्स के खिलाफ मैच की बात की जाए तो पहले खेलते हुए जाफना किंग्स ने 20 ओवर में 5 विकेट पर 178 रन बनाए थे जिसके बाद कोलंबो स्टार्स की टीम 20 ओवर में 8 विकेट पर 172 रन ही बना सकी. जाफना किंग्स की टीम यह मैच 6 रन से जीतने में सफल रही.
मनोरंजन /शौर्यपथ /मशहूर शायर जौन एलिया उत्तर प्रदेश के अमरोहा के रहने वाले थे जिनका जन्म 14 दिसंबर, 1931 को हुआ. भारत के बंटवारे के कुछ साल बाद वे 1957 में कराची जा बसे. कराची में उनकी शादी जानी मानी पत्रकार जाहिदा हिना से हुई. जौन एलिया के अब तक पांच गजल संग्रह प्रकाशित हुए हैं. उनके गद्य का भी कलेक्शन 'फर्नूद' छप चुका है. जौन एलिया अंत में क्षय रोग के शिकार हुए और उनका निधन 8 नवंबर 2002 को हो गया. जौन एलिया की शायरी में दर्द और जिंदगी के कई चेहरे नजर आते हैं. उनकी शायरी युवाओं के बीच काफी पॉपुलर है और उन्हें काफी पढ़ा और सुना भी जाता है. 2020 में पंजाबी रैपर के कैप ने जौन एलिया की शायरी को बुलावा सॉन्ग में अपनी आवाज से पिरोया था. 'मैं जो हूँ 'जौन-एलिया' हूँ जनाब, इस का बेहद लिहाज़ कीजिएगा', इस शेयर से उनके मिजाज को समझा जा सकता है.
जौन एलिया के चुनिंदा 10 शेर:
सारी दुनिया के ग़म हमारे हैं
और सितम ये कि हम तुम्हारे हैं
ये मुझे चैन क्यूँ नहीं पड़ता
एक ही शख़्स था जहान में क्या
बहुत नज़दीक आती जा रही हो
बिछड़ने का इरादा कर लिया क्या
क्या कहा इश्क़ जावेदानी है!
आख़िरी बार मिल रही हो क्या
बिन तुम्हारे कभी नहीं आई
क्या मिरी नींद भी तुम्हारी है
दिल की तकलीफ़ कम नहीं करते
अब कोई शिकवा हम नहीं करते
नया इक रिश्ता पैदा क्यूँ करें हम
बिछड़ना है तो झगड़ा क्यूँ करें हम
गँवाई किस की तमन्ना में ज़िंदगी मैं ने
वो कौन है जिसे देखा नहीं कभी मैं ने
तुम्हारी याद में जीने की आरज़ू है अभी
कुछ अपना हाल सँभालूँ अगर इजाज़त हो
आज बहुत दिन ब'अद मैं अपने कमरे तक आ निकला था
जूँ ही दरवाज़ा खोला है उस की ख़ुश्बू आई है
खाना खजाना /शौर्यपथ /ब्रेकफास्ट के लिए क्विक एंड इजी डिशेज के बारे में सोचते ही सबसे पहले साउथ इंडियन विकल्प ही हमारे दिमाग में सबसे पहले आते हैं. इडली, डोसा, अप्पे और वड़ा ये सभी सुबह के ब्रेकफास्ट के लिए परफेक्ट माने जाते हैं. साउथ इंडियन व्यंजन में उत्तपम की एक लाजवाब रेसिपी है, जो ब्रेकफास्ट, लंच या बच्चों को टिफिन में देने के लिए भी अच्छा विकल्प है. उत्तपम बनाने के लिए चावल और उड़द दाल से तैयार बैटर का ही उपयोग किया जाता है, मगर इसकी लोकप्रियता को देखकर सूजी बैटर और पोहा बैटर के साथ भी बनाया जाने लगा हैं, इन्हें इंस्टेंट बैटर कहा जाता है. इतनी नहीं रेगुलर बैटर से आप अलग-अलग स्वाद वाले उत्तपम भी बना सकते हैं, जिनमें अनियन उत्तपम, टोमैटो उत्तपम और वेजिटेबल उत्तपम के नाम शामिल हैं और इसी लिस्ट में हम जोड़ने जा रहे हैं मसाला उत्तपम.
मसाला उत्तपम एक बहुत ही बढ़िया वैराइटी हैं. खाने में वैराइटी आपको कभी बोर नहीं होने देती है. मसाला उत्तपम बनाने के लिए आपको किसी भी तरह की मेहनत या मश्क्कत करने की जरूरत नहीं है. इस उत्तपम रेसिपी में आपके उत्तपम के ऊपर एक मसालेदार आलू की लेयर मिलती हैं जो जिसे अन्य रेसिपीज से अलग बनाती है. आलू की इस मसालेदार टॉपिंग को उसी तरह तैयार करना है जैसे आपके डोसे की फीलिंग को बनाते हैं. इसके अलावा उत्तपम बनाने के लिए आपको अपने रेगुलर बैटर का इस्तेमाल करना होता है. इसे आप पीनट चटनी और सांबर के साथ पेयर कर सकते हैं. तो चलिए जानते हैं मसाला उत्तपम की मजेदार रेसिपी.
कैसे बनाएं मसाला उत्तपम | मसाला उत्तपम रेसिपी:
सबसे पहले कढ़ाही में दो बड़े चम्मच तेल गरम करें, इसमें चना दाल और उड़द दाल डालें, इसी के साथ राई डालकर चटकने दें. हींग, अदरक, हरी और प्याज डालकर कुछ सेकेंड पकने दें. कढ़ी पत्ता और उबले मैश किए गए आलू डालकर भूनें. हल्दी, लाल मिर्च और स्वाादानुसार नमक डालकर अच्छी तरह मिक्स करते हुए कुछ सेकेंड इस मिश्रण को भूनें. हरा धनिया डालकर मिक्स करके आंच बंद कर दें. अब डोसा तवा गैस पर गरम करें और हल्का सा तेल लगाकर चिकना कर लें. इस पर करछी भरकर बैटर फैलाएं. कुछ सेकेंड सिकने दें.
मसाला उत्तपम रेसिपी: उत्तपम चावल और उड़द दाल के बैटर से तैयार होने वाली एक साउथ इंडियन डिश है. यह ब्रेकफास्ट के लिए बहुत ही बढ़िया विकल्प हैं और आज हम आपके लिए मसाला उत्तपम की बेहतरीन रेसिपी लेकर आए है, जिसमें उत्तपम के ऊपर मसालेदार आलू की लेयर मिलती है और यही इसके स्वाद को बढ़ा देती है.
मसाला उत्तपम की सामग्री
3 आलू उबले हुए
1 टी स्पून चना दाल
1 टी स्पून उड़द दाल
5-6 कढ़ीपत्ता
2 हरी मिर्च, बारीक कटा हुआ
1 टी स्पून अदरक, बारीक कटा हुआ
2 मीडियम प्याज, कटा हुआ
1 टी स्पून राई
स्वादानुसार नमक
1/2 टी स्पून हल्दी
1/2 टी स्पून लालमिर्च
एक चुटकी हींग
चावल और उड़द दाल बैटर
3 टेबल स्पून तेल
मसाला उत्तपम बनाने की विधि
1.सबसे पहले कढ़ाही में दो बड़े चम्मच तेल गरम करें, इसमें चना दाल और उड़द दाल डालें, इसी के साथ राई डालकर चटकने दें.
2.हींग, अदरक, हरी और प्याज डालकर कुछ सेकेंड पकने दें. कढ़ी पत्ता और उबले मैश किए गए आलू डालकर भूनें.
3.हल्दी, लाल मिर्च और स्वाादानुसार नमक डालकर अच्छी तरह मिक्स करते हुए कुछ सेकेंड इस मिश्रण को भूनें. हरा धनिया डालकर मिक्स करके आंच बंद कर दें.
4.अब डोसा तवा गैस पर गरम करें और हल्का सा तेल लगाकर चिकना कर लें. इस पर करछी भरकर बैटर फैलाएं. कुछ सेकेंड सिकने दें.
5.इस ऊपर तैयार आलू का मिश्रण डालें और इसे एक लेयर के रूप में इस पर फैला दें. उत्तपम को पलट कर दूसरी तरफ से भी सेक लें और इस मसाला उत्तपम का मजा लें.
आस्था /शौर्यपथ /नक्षत्र तो वैसे कई होते हैं लेकिन उसमें पुष्य नक्षत्र का बहुत महत्व होता है. इस दौरान किए गए कार्य सफल होते हैं. आपको नया मुकाम दिलाता है. पुष्य नक्षत्र में देवी लक्ष्मी
घर में आती हैं ऐसे में आपको इस दिन कुछ ऐसे उपाय करने चाहिए जिससे उनकी कृपा आपके घर परिवार पर बनी रहे. तो चलिए जानते हैं इस नक्षत्र के दिन कैसे पूजा अर्चना करनी चाहिए.
पुष्य नक्षत्र के दिन क्या करें
अगर आप कोई धातु खरीदना चाहते हैं तो ये दिन अच्छा रहेगा. इस नक्षत्र में आप इलेक्ट्रॉनिक गैजेट खरीद सकते हैं या डायरी, पेन, पेंसिल. इस दिन आप नया वाहन भी खरीद सकते हैं. ये सब चीजें आपके जीवन में सौभाग्य लाएंगी.
पुष्य नक्षत्र पर करें ये उपाय
- इस नक्षत्र में आप कुछ चीजें और भी कर सकते हैं. जिससे आपके जीवन में धन-धान्य आएगा.
- इस दिन आप गाय और कुत्ते को रोटी जरूर खिलाएं. वहीं, गाय के ललाट पर हल्दी का तिलक लगाएं. इससे आपको लाभ मिलेगा. जीवन में सकारात्मकता बनी रहेगी.
- पीपल के पेड़ की इस दिन पूजा करें. इसमें जल चढ़ाएं. आपको इसका लाभ जरूर मिलेगा. इस दिन आप श्री सूक्त और लक्ष्मी सूक्त का पाठ करें. पैसों से संबंधित परेशानी कम होगी.
दुर्ग। शौर्यपथ। इन दिनों प्रशिक्षु आयुक्त आई ए एस लक्ष्मण तिवारी दुर्ग नगर निगम क्षेत्र में अपने कार्यों के कारण चर्चा मैं बने हुए हैं निम्न मध्यमवर्गीय परिवार से संबंधित प्रशिक्षु आयुक्त आईएएस लक्ष्मण तिवारी के द्वारा शहर के विकास के लिए हर संभव प्रयास लगातार किया जा रहा है किंतु आज एक ऐसा वाकया हुआ जिसके कारण शहर की जनता और बच्चों में खुशियों की लहर दौड़ गई मामला कुछ इस प्रकार है कि आज से बच्चों के एग्जाम शुरू हुए कई बच्चों के बालकों ने आर्थिक स्थिति के कारण समय पर फीस का भुगतान नहीं किया और जल्दी भुगतान करने का वादा स्कूल प्रबंधन से किया किंतु इसके बावजूद भी शहर के सबसे पुराने स्कूल विश्वदीप स्कूल के संचालकों ने बच्चों को परीक्षा हॉल से बाहर निकालकर मैदान में धूप में खड़ा कर दिया और बालकों को बुलाने के लिए कह दिया बालमन इस पीड़ा को सहन करते हुए अपने पालकों की तरफ देख रहे थे सभी दुखी थे कि परीक्षा नहीं दे पा रहे हैं समाज के रीति रिवाज से अनभिज्ञ बच्चे उदास से धूप में खड़े थे जिसकी जानकारी कहीं से प्रशिक्षु आयुक्त आईएएस लक्ष्मण तिवारी को प्राप्त हुई जानकारी मिलते ही प्रशिक्षु आयुक्त आईएएस लक्ष्मण तिवारी तुरंत विश्वदीप स्कूल पहुंचे और उन्होंने स्कूल प्रबंधन से कड़े शब्दों में बच्चों के साथ इस तरह के बर्ताव पर नाराजगी व्यक्त करते हुए स्कूल प्रबंधन को सख्त निर्देश दिया कि किसी भी कीमत पर बच्चों के परीक्षा ना छूटे और तुरंत बच्चों को परीक्षा हॉल में भेजा जाए इस तरह का अमानवीय कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा वही चर्चा है कि फीस के मामले में पालकों से संपर्क कर समस्या की हल करने की बात आईएस लक्ष्मण तिवारी ने स्कूल प्रबंधन से कही बच्चों के चेहरे पर तब वह मुस्कान लौटी जब उन्हें यह पता चला कि वह परीक्षा दे सकते हैं उन्होंने जो दिल से सच्चे दिल से प्रशिक्षु आयुक्त आईएएस लक्ष्मण तिवारी को धन्यवाद दिया वह क्षण निश्चित ही बच्चों के लिए और प्रशिक्षु आयुक्त आईएएस लक्ष्मण तिवारी के लिए अनमोल रहा होगा बता दें कि निम्न मध्यमवर्गीय परिवार से संबंध रखने वाले लक्ष्मण तिवारी अपनी मेहनत और लगन से आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं वही बच्चों के प्रति उनके मन में जो लगाव है वह गाहे-बगाहे देखने को मिली जाता है आज की घटना से बच्चों के साथ बच्चों के पालकों के मन में भी प्रशिक्षु आयुक्त आईएएस लक्ष्मण तिवारी के प्रति सच्चे मन से आदर भाव उत्पन्न हुआ होगा वही इस सब घटना के बाद पालकों में भी चर्चा का विषय रहा कि आज एक ऐसा अधिकारी जो ना ही इस शहर से और ना ही इस प्रदेश से कोई रिश्ता रखता हो किंतु बच्चों के भविष्य के लिए अपना कीमती समय निकालकर स्कूल प्रबंधन से बात किया जबकि इस समय कई पालकों ने शहर के जनप्रतिनिधियों को फोन किया किंतु किसी ने भी पालकों की बात को गंभीरता से नहीं लिया कई जनप्रतिनिधि ने तो फोन उठाना भी उचित नहीं समझा आज समाज बच्चों के लिए कुछ सोचे तो वह सभी समाज की गिनती में आता है किंतु अगर जनप्रतिनिधि भी ऐसे विपत्ति के समय सामने ना आए तो शहर की जनता को सोचना चाहिए कि कैसा जनप्रतिनिधि उनको शहर की जनता के लिए चाहिए जो शहर की जनता के हित के बारे में सोचें ना कि सिर्फ फोटो बाजी करके शहर में अपनी छवि को बनाए ।
विवादित रहा है विश्वदीप स्कूल का मुख्य दरवाजा
ऐसी चर्चा है कि पदमनाभपुर से समृद्धि बाजार जाने वाले मार्ग पर तृप्ति रेस्टोरेंट के सामने से सीधी सड़क निकली हुई थी जो कि नगर पालिक निगम की आधिपत्य में है किंतु विश्वदीप स्कूल प्रबंधकों द्वारा मार्ग पर बाउंड्री वॉल खींचकर गेट लगा दिया गया और ताला बंद कर आम रास्ते को रोक दिया गया है जिस पर जब भी कार्यवाही की बात आती है राजनीति दबाव के चलते या मामला दब जाता है चर्चा यह भी है कि इस आम रास्ते को खोलने के लिए कई बार स्थानीय निवासी प्रयास कर चुके हैं किंतु राजनीतिक दबाव के चलते विभागीय कार्यवाही अभी तक नहीं हो पाई है
नई दिल्ली/शौर्यपथ /अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच झड़प के बाद विपक्ष संसद के अंदर और बाहर सरकार पर हमलावर है. एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इस घटना को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि इस मामले में गृह मंत्री देश के लोगों से झूठ बोल रहे हैं. चीनी सेना के साथ डिसइंगेजमेंट के बाद भी हम वहां पेट्रोलिंग नहीं कर पा रहे हैं.
ओवैसी ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश की घटना पर वहां के बीजेपी के सांसद ने ही कहा है कि हमारी सेना के 8 से 9 जवान गंभीर रूप से घायल हैं. उन्होंने कहा कि चीन 18 हजार फीट नीचे से ऊपर आता है और हमारी जमीन पर, हमारी सेना पर हमला करता है. सरकार झूठ बोल रही है, डोकलाम में क्या हुआ सरकार ये बताए.
एआईएमआईएम अध्यक्ष ने कहा कि सेना हमेशा बहादुर थी और बहादुर रहेगी, लेकिन हमारा राजनीतिक नेतृत्व बहादुर नहीं है. उन्होंने कहा कि बाली में हमारे प्रधानमंत्री चीन के राष्ट्रपति से उठकर जा कर मिलते हैं और देखिए परिणाम क्या होता है. हाथ मिलाने के बाद भी हमारी सेना पर हमले हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि हम शुरू से कह रहे हैं कि चीन लद्दाख और अरुणाचल में पाकिस्तान के साथ मिलकर तमाशे करेगा और कर रहा है, लेकिन भारत के प्रधानमंत्री पॉलिटिकल लीडरशिप दिखाते ही नहीं हैं.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने दो साल पहले सर्वदलीय बैठक में कहा था कि, 'ना कोई घुसा है और ना कोई घुसेगा' फिर चीन से 15 दौर की बातचीत क्यों की. डेप्सांग और डेप्साक में अभी तक डिसइंगेजमेंट नहीं हुआ. अब भी भारतीय सीमा के पास चीन के विमान आ रहे हैं. सरकार चीन का नाम लेने तक से डर रही है.
नई दिल्ली/शौर्यपथ /भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा मंगलवार को लोकसभा में खूब गरजीं. केंद्र के बजट अनुमानों से ज्यादा फंड्स की जरूरत बताने पर मोइत्रा ने कहा कि 'सरकार और सत्ताधारी पार्टी ने पप्पू शब्द का आविष्कार किया. आप इसका इस्तेमाल भयानक अक्षमता जताने के लिए करते हैं.' इसके बाद मोइत्रा आंकड़ों के जरिए समझाने लगीं कि 'असली पप्पू कौन है.' इसके जवाब में उत्तर प्रदेश के डुमरियागंज से बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने ऐसी बात कही कि सदन में हंगामा हो गया.
जगदंबिका पाल ने प्रकिया समझाते हुए कहा कि अगर राज्य ऐसा करें तो... उन्होंने एक शब्द का इस्तेमाल किया जिसपर विपक्षी सदस्य हंगामा करने लगे. उस वक्त लोकसभा की अध्यक्षता कर रहे राजेंद्र अग्रवाल ने पाल की टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटाने को कहा.
दरअसल, सदन में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा, 'हर साल फरवरी में बजट पेश करते हुए सरकार जनता को भरोसा दिलाती है कि अर्थव्यवस्था बहुत अच्छी स्थिति में है. सभी लोगों को बुनियादी सुविधाएं जैसे गैस-सिलेंडर, आवास, बिजली मुहैया कराई जा रही है. सरकार के ये दावे सिर्फ झूठे होते हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'दिसंबर में सारा झूठ सामने आ जाता है. अब सरकार कह रही है कि उसे बजट अनुमानों से ज्यादा 3.26 लाख रुपये के फंड की जरूरत है.'
2022-23 के लिए अतिरिक्त अनुदान की मांगों पर लोकसभा की बहस में महुआ मोइत्रा ने नरेंद्र मोदी सरकार पर भारत के विकास के बारे में "झूठ" फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से अर्थव्यवस्था पर नियंत्रण करने की अपील की, जो टीएमसी नेता के अनुसार पतन की ओर जा रहा है.
मोइत्रा ने लेखक जोनाथन स्विफ्ट के हवाले से शुरुआत की. उन्होंने कहा, "जिस प्रकार सबसे निकृष्ट लेखक के भी पाठक होते हैं, उसी प्रकार सबसे बड़े झूठे के भी विश्वासी होते हैं. अक्सर ऐसा होता है कि किसी झूठ पर केवल एक घंटे के लिए विश्वास किया जाए, तो वह अपना काम कर चुका होता है. झूठ उड़ता है और सच्चाई इसके बाद लंगड़ा कर आती है." इसके बाद उन्होंने कथित तौर पर "पप्पू" शब्द गढ़ने को लेकर सरकार को निशाने पर लिया.
मोइत्रा ने आरोप लगाया कि बीजेपी करोड़ों में विधायक खरीदती है, इसके बावजूद विपक्ष के 95% सदस्य ईडी जांच का सामना कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सजा दिलाने का प्रतिशत केवल 0.5 प्रतिशत है. मोइत्रा ने अपने भाषण में बार-बार यही वाक्य दोहराया, 'अब पप्पू कौन है?'
मोइत्रा ने सदन में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान का भी हवाला दिया. बकौल मोइत्रा, 'वित्त मंत्री ने कल हमारे बारे में कहा कि हम विदेश के दुश्मन हैं और हमारे भीतर जलन की भावना है.' TMC सांसद ने कहा कि सरकार से सवाल पूछना विपक्ष का अधिकार है और जवाब देना उसका राजधर्म है.
कीव/शौर्यपथ /यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्कीने यूक्रेन में "शांति बहाल करने में तेजी लाने" के लिए तीन चरणों का प्रस्ताव रखा है. यह जानकारी यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालाय की प्रेस सेवा ने दी है. जेलेंस्की ने सोमवार को ग्रुप ऑफ सेवन के ऑनलाइन शिखर सम्मेलन के दौरान अपने संबोधन में कहा कि 'नई ताकत" नामक पहला चरण यूक्रेन के लिए टैंक, रॉकेट आर्टिलरी और लंबी दूरी की मिसाइलों सहित रक्षा समर्थन बढ़ाने की परिकल्पना है. उन्होंने कहा, "यह रूसी पक्ष को आगे बढ़ने की अनुमति नहीं देगा."
उन्होंने कहा कि नया "लचीलापन" नाम का दूसरा चरण अगले साल यूक्रेन को नई सहायता प्रदान करके यूक्रेन की वित्तीय, ऊर्जा और सामाजिक स्थिरता को बनाए रखने की शर्त रखता है. "नई कूटनीति" नाम के तीसरे और अंतिम चरण के तहत यूक्रेन अपने नागरिकों और क्षेत्रों की मुक्ति को करीब लाने के लिए कूटनीति का उपयोग करेगा.
उन्होंने यूक्रेन की ओर से रूस-यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के लिए पिछले महीने प्रस्तावित 10-सूत्रीय योजना पर चर्चा करने के लिए एक वैश्विक शांति सूत्र शिखर सम्मेलन आयोजित करने का सुझाव दिया.
24 फरवरी से रूस पर यूक्रेन का हमला जारी है. इसे रूस ने विशेष सैन्य अभियान नाम दिया था. रूसी कार्रवाई की अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी देशों ने व्यापक रूप से आलोचना की.
काेलंबो/शौर्यपथ /मीडिया में सोमवार को आयी एक रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि श्रीलंकाई नागरिक इंटरनेट पर सबसे ज्यादा सेक्स शब्द को सर्च करते हैं. श्रीलंका में भी तमिल बहुल उत्तरी प्रांत इसमें पहले नंबर पर है जबकि युवा और उत्तर मध्य प्रांत क्रमश: दूसरे और तीसरे नंबर पर हैं. डेली मिरर की रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आया है कि इस तरह के कंटेन्ट सर्च करने में श्रीलंका के बाद वियतनाम दूसरे और बंगलादेश तीसरे स्थान पर है. इकोनॉमीनेक्ट की रिपोर्ट के अनुसार, गूगल ट्रेंड ट्रैकिंग डेटा कहता है कि श्रीलंका में सेक्स शब्द सबसे अधिक खोजा गया. गूगल ट्रेंड्स के अनुसार, श्रीलंका ने सेक्स शब्द के सर्च में इथोपिया को पछाड़ा है, जो साल 2019 और 2020 में सेक्स शब्द की सर्च में पहले स्थान पर था.
लेकिन इस बार वियतनाम दूसरे स्थान पर था और बांग्लादेश तीसरे स्थान पर. हालांकि अगर एक छोटे देश में किसी विशेष शब्द की सर्च अधिक है तो इसके नतीजों में गूगल एनालिटिक्स के अनुसार बढ़ोतरी हो सकती है.
दुबई /शौर्यपथ /संयुक्त अरब अमीरात ने रविवार को राशिद मून रोवर को सफलतापूर्वक प्रेक्षपित किया. चांद की सतह पर उसका यह पहला मिशन है. दुबई में मोहम्मद बिन राशिद अंतरिक्ष केंद्र के अनुसार राशिद रोवर अत्यधिक मूल्यवान डेटा, छवियां प्रदान करेगा, साथ ही साथ सौर प्रणाली की उत्पत्ति, हमारे ग्रह और जीवन से संबंधित मामलों पर वैज्ञानिक डेटा का संग्रह भी करेगा. अमेरिका के फ्लोरिडा में केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से SpaceX फाल्कन 9 रॉकेट पर सवार संयुक्त अरब अमीरात निर्मित राशिद रोवर एक जापानी चंद्र लैंडर हकुतो-आर पर था.
यूएई के उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने प्रेक्षपण के बाद ट्वीट किया कि "राशिद रोवर यूएई के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष कार्यक्रम का हिस्सा है, जो मंगल ग्रह से शुरू हुआ, चंद्रमा की ओर बढ़ा और जल्द ही शुक्र तक पहुंच गया. हमारा अगला कदम बड़ा और ऊंचा है.
एमबीआरएससी ने चीन के राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन के साथ सितंबर में संयुक्त अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसमें चांग'-7 पर सवार अगला यूएई रोवर चंद्रमा पर भेजना शामिल है. जिसे 2026 में प्रेक्षपित करने की योजना है.