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मुख्यमंत्री ने बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के 54 किसानों को दी 6.97 करोड़ रूपए की लंबित भू-अर्जन मुआवजा राशि
इन किसानों ने भेंट-मुलाकात में मुख्यमंत्री से की थी शिकायत
हितग्राहियों को भू-अर्जन मुआवजा, चिटफंड कम्पनी से वसूली गई राशि और राजस्व पुस्तक परिपत्र के अंतर्गत वितरित की गई राशि
जिले के कुल 2148 हितग्राहियों को 14.35 करोड़ रूपए से अधिक की राशि का वितरण
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट-मुलाकात के माध्यम से 25 वर्षाें से लंबित भू-अर्जन मुआवजे के प्रकरण का आज निराकरण हो गया। मुख्यमंत्री ने 25 वर्षो से भू-अर्जन की मुआवजा राशि का इन्तजार कर रहे बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के 54 किसानों को 6 करोड़ 97 लाख 49 हजार रूपए की मुआवजा राशि का ऑनलाईन भुगतान किया। मुख्यमंत्री ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के इन किसानों को भू-अर्जन मुआवजा राशि सहित हितग्राहियों को चिटफंड कम्पनी से वसूल की गई राशि और राजस्व पुस्तक परिपत्र के तहत सहायता राशि ऑनलाईन वितरित की।
गौरतलब है कि बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में इस वर्ष मई माह में आयोजित भेंट मुलाकात कार्यक्रम में इन किसानों ने मुख्यमंत्री बघेल से भू-अर्जन मुआवजा की राशि नहीं मिलने की शिकायत की थी, जिस पर मुख्यमंत्री ने जिले के कलेक्टर को विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं में लंबित भू-अर्जन मुआवजा वितरण के प्रकरणों का त्वरित परीक्षण कर हितग्राहियों को राशि वितरण करने के निर्देश दिए थे। जिसके तारतम्य में आज मुख्यमंत्री ने वर्चुअल कार्यक्रम में किसानों को मुआवजा राशि का वितरण किया।
मुख्यमंत्री बघेल ने आज के कार्यक्रम में भू-अर्जन मुआवजा सहित चिटफंड कम्पनी से वसूली गई राशि और राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 अंतर्गत कुल 2148 हितग्राहियों को 14 करोड़ 35 लाख 47 हजार रूपए की राशि वितरित की। इस राशि में से चिटफंड कंपनियों से ठगी का शिकार हुये 146 नागरिकों को चिटफंड कंपनियों से वसूली गई 11 लाख 49 हजार रूपए और राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 अंतर्गत 1948 हितग्राहियों को 7 करोड़ 26 लाख 49 हजार रूपए की राशि शामिल है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में उद्योग मंत्री कवासी लखमा, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह, संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी, विधायक गुलाब कमरो, बृहस्पति सिंह, अरुण वोरा, मोहित राम केरकेट्टा, श्रीमती यशोदा वर्मा और मुख्यमंत्री के सचिव अंकित आनंद और रामानुजगंज में संसदीय सचिव चिंतामणी महाराज उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री बघेल ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं में अपनी जमीन देने वाले किसान भू-अर्जन मुआवजा राशि मिलने की उम्मीद छोड़ चुके थे। यह खुशी की बात है कि भेंट-मुलाकात में यह प्रकरण सामने आने के बाद आज छह माह बाद किसानों को मुआवजा राशि वितरित की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के लोगों के हर सुख-दुख में उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और जिला प्रशासन के अधिकारियों की सजगता और निरंतर प्रयासों से इन प्रकरणों की त्वरित जांच कर पात्र हितग्राहियों को मुआवजा राशि का वितरण किया गया। कन्हार अंतर्राज्यीय योजना सोनभद्र, उत्तरप्रदेश का मुआवजा प्रकरण वर्ष 1996-97 से लंबित था। टाटीआथर जलाशय योजना, चेरा व्यपवर्तन योजना और कुर्लूडीह जलाशय योजना की भूअर्जन की राशि का मामला वर्ष 2011-12 का है। आज इन हितग्राहियों को मुआवजा राशि वितरित की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चिटफंड कम्पनियों से ठगी का शिकार हुए नागरिकों को उनकी मेहनत की गाढ़ी कमाई वापस दिलाने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। चिटफंड कम्पनियों की सम्पत्ति कुर्क कर नागरिकों को राशि वापस की जा रही है। आज बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के 146 नागरिकों को 11 लाख 49 हजार रूपए की राशि वापस की गई। इसी तरह प्राकृतिक आपदा से पीड़ित जिले के 1948 हितग्राहियों को कुल 7 करोड़ 26 लाख 49 हजार रूपए की सहायता राशि का वितरण किया गया। मुख्यमंत्री ने आज लाभान्वित हुए हितग्राहियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर भू-अर्जन मुआवजा राशि प्राप्त ग्राम इंदो के किसान श्री सफीक से चर्चा की। इन्होंने बताया कि वे मुआवजा मिलने की उम्मीद छोड़ चुके थे। जिले में विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं से प्रभावित कृषक सफीक, शरीफ, मोजिबुल रहमान, फिरोज, अफरोज, हदीस, सदीक को 57 लाख 17 हजार 358 रूपये की भू-अर्जन मुआवजा राशि का अंतरण किया गया। राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों के तहत मुआवजा राशि प्राप्त सुग्रिव राम ने बताया कि तालाब में डूबने से उनकी माता की मृत्यु हो गई थी, आज उन्हें चार लाख रूपए की सहायता राशि मिली है। इसी तरह चिटफंड कम्पनी से ठगी का शिकार हुई श्रीमती क्लेशियस ने बताया कि उन्होंने चिटफंड कम्पनी में डेढ़ लाख रूपए लगाए थे। आज उन्हें डेढ़ लाख रूपए की राशि वापस मिली।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि मुख्यमंत्री के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम भेंट मुलाकात में बड़ी संख्या में लोग लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि चाहे वह भू-अर्जन के मामले हो या चिटफंड के मामले हो सभी लंबित प्रकरण का त्वरित निराकरण किया गया। आज लगभग 14.35 करोड़ रुपये की राशि हितग्राहियों के खाते में अंतरित की जा रही है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि भेंट मुलाकात के समय जिले में जो वादे किए गए थे, वह आज पूरे हो रहे हैं। संसदीय सचिव श्री चिंतामणि महाराज ने कहा कि लंबे समय से किसानों को विभिन्न योजनाओं के तहत मुआवजा राशि का इंतजार था, आज उन सभी हितग्राहियों को इसका लाभ मिलेगा। सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बृहस्पति सिंह ने वर्षों से संघर्ष कर रहे लोगों के डूबे हुए पैसे वापस दिलाने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया।
रायपुर / शौर्यपथ / राज्य शासन द्वारा स्काई वाक निर्माण प्रकरण में प्रथम दृष्टया अनियमितताओं पाए जाने पर इसकी जांच का मामला एसीबी और ईओडब्ल्यू (EOW) को सौंपने का निर्णय लिया है।
प्रथम दृष्ट्या प्रकरण में पाए गई निम्नानुसार अनियमितताएं स्पष्ट हो रही हैं-
77 करोड़ की परियोजना का जान बूझकर 2 बार में प्राक्कलन तैयार किया गया ताकि PFIC से मंजूरी की आवश्यकता न रहे। PFIC के माध्यम से किसी भी परियोजना के जन हित के संबंध में परीक्षण किया जाता है, जो कि स्काई वाक निर्माण प्रकरण में नहीं किया गया है।
विधानसभा निर्वाचन 2018 की अधिसूचना जारी रहने के दौरान ही लोक निर्माण विभाग द्वारा पुनरीक्षण प्रस्ताव तैयार कर 05 दिसम्बर 2018 को वित्त विभाग को भेजा गया, जो आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन है। स्पष्ट है यह कार्य विभाग के पदाधिकारियों एवं ठेकेदार को अनुचित लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से किया गया है।
लोक निर्माण विभाग द्वारा स्काई वाक निर्माण की प्रथम निविदा 04 फरवरी 2017 को जारी की गयी तथा निविदा प्रस्तुत करने हेतु मात्र 15 दिनों का समय दिया गया। 04 फरवरी तक प्रकरण में वित्त विभाग से प्रशासकीय स्वीकृति भी प्राप्त नहीं हुई थी। 15 दिनों मात्र की निविदा हेतु कोई आवश्यकता और औचित्य नहीं दर्शाया गया है, न सक्षम स्वीकृति प्राप्त की गई है।
(सितम्बर २०२२ में जांच के लिए सीएम भूपेश बघेल को ज्ञापन सौंपते आरपी सिंह)
कांग्रेस प्रवक्ता आर.पी. सिंह ने की थी जाँच की मांग , पूर्व मंत्री मूणत ने राज्य सरकार को दी थी चुनौती
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आधे-अधूरे स्काई वॉक पर सियासत गरमा गई है. कांग्रेस ने बीजेपी शासन में करोड़ों रुपये के लागत में रायपुर शहर के बीच चौराहे में बनाए गए स्काई वॉक के उपयोग पर सवाल उठाया है. साथ ही कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जांच के लिए एक ज्ञापन सौंपा है. वहीं तत्कालीन पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत ने सुप्रीम कोर्ट के रिटायर न्यायाधीश से जांच करा लेने का सुझाव दिया है.
दरअसल शनिवार को कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने सीएम बघेल से मुलाकात कर स्काई वॉक में भ्रष्टाचार और अनियमितता को लेकर 8 बिंदुओं पर जानकारी दी है. इसमें तत्कालीन बीजेपी सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत पर स्काई वॉक के नाम पर ठेकदार को लाभ दिलाने और प्रशासनिक प्रक्रिया को दरकिनार करने का आरोप है. आरपी सिंह ने तत्कालीन मंत्री राजेश मूणत पर आरोप लगाया और कहा है कि बिना किसी आवश्यकता के रायपुर शहर में एक स्काई वॉक बनाने का प्रोजेक्ट अपने रसूख का प्रयोग करके पास करवा दिया, जिसका कोई औचित्य या आवश्यकता ही नहीं थी.
राजेश मूणत ने राज्य सरकार को दी चुनौती
कांग्रेस के द्वारा लगाए भ्रष्टाचार के आरोप पर पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने राज्य सरकार को चुनौती देते हुए कहा है कि इस सरकार में दम है तो स्काई वॉक की सुप्रीम कोर्ट के रिटायर न्यायाधीश से जांच करा लें या इस पर थोथी राजनीति न कर कोई निर्णय करें. उन्होंने कहा कि विकास की सोच, दृष्टिकोण और विचार क्या होता है, जो मुख्यमंत्री यह नहीं जानता, वह सिर्फ आरोप ही लगा सकता है, कार्य नहीं कर सकता है.
ग्वालियर/शौर्यपथ /मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा कि ग्वालियर में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्मारक के रूप में उनकी एक विशाल प्रतिमा स्थापित करने के साथ एक अनुसंधान केंद्र निर्मित किया जाएगा. चौहान दिवंगत राजनेता की 98वीं जयंती के अवसर पर आयोजित ‘ग्वालियर गौरव दिवस' समारोह में लोगों को संबोधित कर रहे थे. इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर भी शामिल हुए.
चौहान ने सभा को बताया कि ग्वालियर में एक भव्य वाजपेयी स्मारक बनाया जाएगा, जिसमें ऑडियो वीडियो के माध्यम से दिवंगत नेता के जीवन और कार्यों को उजागर करने के लिए एक ई-पुस्तकालय और अनुसंधान केंद्र होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि परियोजना पर काम जल्द ही शुरू होगा. संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे राष्ट्रों द्वारा निगरानी से बचकर किए गए पोखरण परमाणु परीक्षण के लिए पूर्व प्रधानमंत्री की प्रशंसा करते हुए, चौहान ने कहा कि इस साहसिक कदम ने भारत को एक परमाणु शक्ति बना दिया था.
सिंधिया और तोमर ने वाजपेयी के ग्वालियर से जुड़ाव को भी याद किया और देश के लिए उनके योगदान की सराहना की. पूर्व प्रधानमंत्री का जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में हुआ था. इस अवसर पर शास्त्रीय सरोद वादक अमजद अली खान, प्रख्यात वैज्ञानिक डॉ वीके सारस्वत, हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ जमाल युसूफ, अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी इशिका चौधरी और शिक्षाविद् ओपी दीक्षित को ‘ग्वालियर गौरव सम्मान', जबकि प्रसिद्ध कवि हरिओम पवार को ‘अटल कवि सम्मान' से नवाजा गया.
माउंट आबू/शौर्यपथ /दिसंबर का महीने खत्म होते-होते ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. आलम ये कि है दिल्ली एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में इस वक्त कड़ाके की ठंड पड़ रही है. राजस्थान के माउंट आबू में सर्दी का कहर देखने को मिल रहा है. रविवार की रात यहां न्यूनतम तापमान के गिरने की वजह से गाड़ियों के शीशे और मैदानों में बर्फ की परत जम गई. सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो भी वायरल हो रहे हैं.
सोशल मीडिया पर पोस्ट वीडियो में कारों के शीशों और छत के अलावा मैदानों में बर्फ की परत जमी दिख रही है. मौसम विभाग के मुताबिक राजस्थान के रेगिस्तानी राज्य में तापमान में गिरावट आई है और अगले कुछ दिनों में गंभीर शीतलहर की स्थिति रहने की संभावना है. माउंट आबू राजस्थान फेमस हिल स्टेशन है, जो समुद्र तल से 1722 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. ये हिल स्टेशन अरावली रेंज की हरी-भरी पहाड़ियों से घिरा हुआ है.
नई दिल्ली/शौर्यपथ /राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में सोमवार को शीतलहर चली और घने कोहरे के कारण शहर के कुछ इलाकों में दृश्यता घटकर 50 मीटर पर पहुंच गई, जिससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित हुआ. रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि 10 ट्रेनें डेढ़ घंटे से साढ़े चार घंटे की देरी से चल रही हैं. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम पांच डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. अधिकतम तापमान के 19 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.
दिल्ली में रविवार को एक ‘ठंडा दिन' दर्ज किया गया. विभाग के अनुसार, एक ‘ठंडा दिन' तब माना जाता है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम रहे और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया जाए. सफदरजंग वेधशाला में रविवार को अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम 16.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. यह इस मौसम का अभी तक का सबसे कम तापमान था.
रिज क्षेत्र में तापमान सामान्य से 4.9 डिग्री कम, तीन डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिससे यह राष्ट्रीय राजधानी का सबसे ठंडा इलाका रहा. रिज और आयानगर मौसम केंद्रों में सोमवार को न्यूनतम तापमान क्रमश: चार डिग्री सेल्सियस और 4.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, हरियाणा, पंजाब, पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में सोमवार को घने से बहुत घना कोहरा छाया रहा.
पंजाब के बठिंडा और राजस्थान के बीकानेर में दृश्यता शून्य रही, जबकि अंबाला, हिसार, अमृतसर, पटियाला, गंगानगर, चूरू और बरेली में दृश्यता घटकर 50 मीटर और उससे नीचे पहुंच गई. मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, इन क्षेत्रों में अगले कुछ दिनों तक कोहरा छाया रहेगा. आईएमडी के अनुसार, न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने पर शीत लहर की घोषणा की जाती है.
शीतलहर की घोषणा तब भी की जाती है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम हो और सामान्य से 4.5 डिग्री कम हो. न्यूनतम तापमान के दो डिग्री सेल्सियस रहने या सामान्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहने पर ‘‘भीषण'' शीतलहर की घोषणा की जाती है.
पटना/शौर्यपथ /राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीक़ी के अल्पसंख्यक को लेकर दिए बयान पर आज केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय की प्रतिक्रिया आई है. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि उनका बयान ग़लत था और ज़ोर देकर कह रहा हूं हिंदुस्तान ही एक ऐसा देश है, जहां सब सुरक्षित हैं. जिसकी बात वो कह रहे हैं अल्पसंख्यक सबसे ज़्यादा सुरक्षित हैं दुनिया के किसी देश से....
हाल ही में सिद्दीकी के एक भाषण की पिछले हफ्ते सोशल मीडिया पर एक छोटी वीडियो क्लिप वायरल हुई थी. जिसमें उन्हें यह कहते हुए सुना गया कि ‘‘देश का जो माहौल है, उसे बताने के लिए मैं एक व्यक्तिगत उदाहरण का हवाला देना चाहता हूं. मेरा एक बेटा है जो हार्वर्ड (यूनिवर्सिटी) में पढ़ रहा है और एक बेटी है, जो लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पढ़ी है. मैंने उनसे कहा है कि वे विदेश में नौकरी तलाशें और हो सके तो विदेशी नागरिकता भी ले लें.'' सिद्दीकी को वायरल वीडियो में यह भी कहते सुना गया, ‘‘जब मेरे बच्चों ने मेरे यहां (भारत में) रहने की ओर इशारा करते हुए (मेरी सलाह पर) अविश्वास के साथ अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की तो मैंने उनसे कहा कि वे सामना नहीं कर पाएंगे‘‘.
वहीं भाजपा की बिहार इकाई के प्रवक्ता निखिल आनंद ने नाराजगी जताते हुए कहा था, ‘‘सिद्दीकी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के करीबी सहयोगी हैं और उनकी बातें उनकी पार्टी की मुस्लिम तुष्टिकरण की संस्कृति को दर्शाती हैं.''
कराची/शौर्यपथ /कुख्यात आतंकवादी समूह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने बीते दो दिनों में अशांत बलूचिस्तान प्रांत में कई हमले किए, जिसमें छह सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई और कुछ अन्य घायल हो गए. पाकिस्तानी सेना के मीडिया विभाग ने रविवार को यह जानकारी दी. पाकिस्तानी सेना के मीडिया विभाग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक झोब जिले के सांबाजा इलाके में आयोजित एक खुफिया अभियान में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़ में एक आतंकवादी और एक सैनिक मारा गया.
बयान के मुताबिक विश्वसनीय सूचना के आधार पर ही यह अभियान चलाया गया और यह अभियान बीते 96 घंटे से जारी है. आईएसपीआर के बयान के मुताबिक इस अभियान का उद्देश्य ‘‘आतंकवादियों को पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा के पार खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में घुसने और नागरिकों और सुरक्षा बलों को लक्षित करने के लिए कुछ संदिग्ध मार्गों का उपयोग करने से रोकना था.''
एक अलग घटना में टरबोट के दानुक गोगदान इलाके में आतंकवादियों ने शनिवार को फ्रंटियर कोर के एक वाहन पर हमला किया जिसमें चार सैनिक मारे गए. सीमावर्ती कस्बे चमन में बीती देर रात मोटरसाइकिल सवार कुछ अज्ञात हमलावरों ने एक जांच चौकी पर गोलीबारी की जिसमें लेवी (प्रांतीय अर्द्धसैनिक बल) का एक जवान शहीद हो गया. टीटीपी ने तुरबत और चमन में हुए हमलों की जिम्मेदारी ली है.
इस्लामाबाद/ शौर्यपथ /अमेरिकी दूतावास ने रविवार को इस्लामाबाद में संभावित हमले की चिंताओं का हवाला देते हुए अपने कर्मचारियों को राजधानी के मैरियट होटल में जाने से रोक दिया. अमेरिकी सरकार के जारी सुरक्षा अलर्ट के कारण ये निर्देश दिया गया. अमेरिकी दूतावास ने अपने कर्मचारियों को पूजा स्थलों पर सतर्कता बरतने और ज्यादा भीड़ वाले स्थानों से बचने के लिए कहा. साथ ही संभावित हमले को लेकर अपडेट रहने के लिए स्थानीय मीडिया को मॉनिटर करने के लिए कहा है. इस्लामाबाद के अमेरिकी दूतावास ने अपनी वेबसाइट पर ये अलर्ट पोस्ट किया है.
डॉन अखबार ने खबर दी है कि दो दिन पहले राजधानी में आत्मघाती हमले में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी और छह अन्य घायल हो गए थे. अपने सुरक्षा अलर्ट में, अमेरिकी दूतावास ने कहा कि इस सूचना के बारे में पता था कि अज्ञात व्यक्ति संभवतः छुट्टियों के दौरान इस्लामाबाद के मैरियट होटल में अमेरिकियों पर हमला करने की साजिश रच रहे हैं.
अलर्ट में कहा गया है, "इस्लामाबाद में दूतावास तुरंत प्रभाव से सभी अमेरिकी कर्मचारियों को इस्लामाबाद के मैरियट होटल में जाने से रोक रहा है."
जैसा कि प्रतिबंध लगाते समय इस्लामाबाद को सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए रेड अलर्ट पर रखा गया था. शुक्रवार को राजधानी में प्रशासन ने सभी तरह के जमावड़े, खासकर आगामी स्थानीय निकाय चुनावों से जुड़ी गतिविधियों पर रोक लगा दी और शहर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया.
कहा गया, "कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा जारी हालिया सलाह/खतरे के अलर्ट और पुलिस पर आज के हमले के आलोक में, राजधानी के अधिकार क्षेत्र के भीतर खतरों को कम करने के लिए इस्लामाबाद की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है. इससे सार्वजनिक जीवन को नुकसान हो सकता है"
रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस ने विशेष रूप से आगामी स्थानीय सरकार के चुनावों के मद्देनजर सभी प्रकार की नुक्कड़ सभाओं, सार्वजनिक समारोहों और सभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है. पाकिस्तानी प्रकाशन ने कहा कि आदेश तुरंत लागू हो गया और दो सप्ताह तक लागू रहेगा.
नई दिल्ली /शौर्यपथ /अमेरिका में भीषण सर्दी के तूफान की चपेट में आकर कम से कम 31 लोगों की मौत हो गई है. पश्चिमी न्यूयॉर्क में बुफालो में बर्फ़ीले तूफ़ान ने शहर को असहाय बना दिया है, जिससे आपातकालीन सेवाएं उच्च प्रभाव वाले क्षेत्रों तक पहुँचने में असमर्थ हैं. बुफालो के मूल निवासी न्यूयॉर्क के गवर्नर कैथी होचुल ने रविवार शाम संवाददाताओं से कहा कि "यह (जैसे) एक युद्धक्षेत्र में जा रहा है. निवासी अभी भी "बहुत खतरनाक जानलेवा स्थिति" की गिरफ्त में हैं और क्षेत्र में हर किसी को घर के अंदर रहने की चेतावनी दी गई है.
कई पूर्वी राज्यों में 200,000 से अधिक लोग क्रिसमस की सुबह बिजली के बिना जागे. कई लोगों ने अपनी छुट्टियों की यात्रा की योजना बनाई, जो कि तूफान के चलते पूरी नहीं हो सकी. अधिकारियों ने हिम-प्रवण बुफालो क्षेत्र में ऐतिहासिक रूप से खतरनाक स्थितियों का वर्णन किया. आपातकालीन कर्मचारी घंटों तक वाहनों में और बर्फ के नीचे शवों की खोज करते रहे.
बुफालो में कनाडा की सीमा के पार एक जोड़े ने शनिवार को एएफपी को बताया कि सड़कें पूरी तरह से अगम्य हैं, वे क्रिसमस के लिए अपने परिवार को देखने के लिए 10 मिनट की ड्राइव नहीं कर पाएंगे.
एक वरिष्ठ काउंटी अधिकारी ने कहा कि बिजली के सबस्टेशनों के जमने के कारण मंगलवार तक बिजली वापस आने की उम्मीद नहीं है. एक सबस्टेशन18 फीट बर्फ के नीचे दब है.
बता दें अमेरिका में इस साल भीषण ठंड और बर्फबारी का कहर देखने को मिल रहा है. सर्दियों के बर्फीली तूफान ने देश को घेर लिया. जिसने राजमार्गों को बंद कर दिया, उड़ानें बंद कर दीं और ये खतरनाक मौसम क्रिसमस यात्रियों के लिए भी परेशानी का सबब बन गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका की 70 फीसदी आबादी मौसम की चेतावनी के दायरे में है. नेशनल वेदर सर्विसने अलर्ट जारी किया है.
काबुल/शौर्यपथ /अफगानिस्तान में लड़कियों के कॉलेज जाने पर प्रतिबंध लगाए जाने के मामला अब तूल पकड़ता दिख रहा है. यूनिवर्सिटी के छात्रों ने इस प्रतिबंध का विरोध करते हुए क्लास का बहिष्कार किया है. टोलो न्यूज के मुताबिक लड़कों ने तब तक क्लास में भाग लेने का कड़ा विरोध किया है जब तक कि लड़कियों को क्लास मे बैठने अनुमित न मिले. देश में महिलाओं की शिक्षा पर तालिबान के प्रतिबंध को लेकर एक छात्र मुजामेल ने कहा, "हम अपना बहिष्कार जारी रखेंगे और अगर लड़कियों के लिए क्लास फिर से नहीं शुरू हुई, तो हम अपने पाठयक्रम का भी बहिष्कार करेंगे और पढ़ाई भी जारी नहीं रखेंगे."
एक अन्य छात्र नवीदुल्लाह ने कहा, " यूनिवर्सिटी हमारी बहनों के लिए बंद हैं और हम भी यूनिवर्सिटी नहीं जाना चाहते."इसके अलावा, काबुल यूनिवर्सिटी के कई लेक्चरर ने भी तालिबान को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए कहा. शैक्षणिक संस्थानों को बंद करना दुर्भाग्यपूर्ण है. लेक्चरर तौफीकुल्लाह ने कहा, "हम इस्लामिक अमीरात से हमारी बहनों के लिए यूनिवर्सिटिज को फिर से खोलने के लिए कहते हैं." टोलो न्यूज ने एक अन्य छात्र मोहेबुल्लाह के हवाले से कहा, "मेरी दो बहनें भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही हैं, लेकिन संस्थानों के बंद होने के कारण मैं भी आगे नहीं बढ़ पाऊंगा."
अफगानिस्तान के उच्च शिक्षा मंत्रालय ने पहले दिसंबर में लड़कियों की उच्च शिक्षा पर रोक लगा दी. इस फैसले के कारण व्यापक विरोध और वैश्विक निंदा हुई. 15 अगस्त 2021 से, वास्तविक अधिकारियों ने लड़कियों को माध्यमिक विद्यालय में जाने से रोक दिया है, महिलाओं और लड़कियों की आवाजाही की स्वतंत्रता को प्रतिबंधित कर दिया है, महिलाओं को कार्यबल के अधिकांश क्षेत्रों से बाहर कर दिया है और महिलाओं को पार्क, जिम और सार्वजनिक स्नानघरों का उपयोग करने पर प्रतिबंध लगा दिया है.